Library Science in Hindi: आज के डिजिटल युग में सूचना और ज्ञान का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। ऐसे में पुस्तकालय केवल किताबों का संग्रह मात्र नहीं रह गए हैं, बल्कि वे ज्ञान का केंद्र बन चुके हैं। पुस्तकालय विज्ञान (Library Science) इसी ज्ञान और सूचना के व्यवस्थित प्रबंधन का अध्ययन करता है। यह विषय न केवल किताबों और दस्तावेजों को संग्रहीत और संरक्षित करने की प्रक्रिया को समझता है, बल्कि सूचना को सही व्यक्ति तक सही समय पर पहुँचाने की कला भी सिखाता है। पुस्तकालय विज्ञान का उद्देश्य केवल पुस्तकों को सहेजना नहीं है, बल्कि सूचना के प्रवाह को सुगम बनाना, शोध कार्य को बढ़ावा देना और समाज में ज्ञान के प्रसार को सुनिश्चित करना भी है। यह विषय ग्रंथालय प्रशासन, सूचना प्रौद्योगिकी, डिजिटलीकरण, वर्गीकरण, सूचीकरण और पुस्तकालय सेवाओं के विभिन्न पहलुओं को शामिल करता है। इस लेख में आपके लिए पुस्तकालय विज्ञान (Library Science in Hindi) की पूरी जानकारी दी गई है, जो आपको इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।
कोर्स का नाम | लाइब्रेरी साइंस |
स्किल्स | -क्रिएटिव होना -रिसर्चर होना -जल्दी सीखने की इच्छा रखना -कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी होना |
कोर्स लेवल | -डिप्लोमा -बैचलर्स -मास्टर्स -डॉक्टरेट |
विदेशी यूनिवर्सिटीज | –ह्यूस्टन विश्वविद्यालय -लुइसियाना के नॉर्थवेस्टर्न स्टेट यूनिवर्सिटी –फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी –कोलोराडो विश्वविद्यालय |
टॉप भारतीय कॉलेज | -दिल्ली विश्वविद्यालय -बाबासाहेब भीमरो अंबेडकर विश्वविद्यालय -पांडिचेरी विश्वविद्यालय -कलकत्ता विश्वविद्यालय |
जॉब प्रोफाइल्स | -अर्चिवेस्ट -लाइब्रेरी कंसलटेंट -असिस्टेंट लाइब्रेरियन |
This Blog Includes:
- लाइब्रेरी साइंस क्या है?
- पुस्तकालय विज्ञान (लाइब्रेरी साइंस) का महत्व
- लाइब्रेरी साइंस के प्रमुख कार्य
- लाइब्रेरी साइंस की डिग्री के साथ आप क्या सीखते हैं?
- लाइब्रेरी साइंस कोर्स के लिए स्किल्स
- लाइब्रेरी साइंस से सम्बंधित सभी कोर्सेज
- लाइब्रेरी साइंस के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
- लाइब्रेरी साइंस के लिए आवश्यक योग्यता
- लाइब्रेरी साइंस के लिए आवदेन प्रक्रिया
- लाइब्रेरी साइंस के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- लाइब्रेरी साइंस में करियर स्कोप
- लाइब्रेरी साइंस कोर्स करने के बाद मिलने वाली सैलरी
- FAQs
लाइब्रेरी साइंस क्या है?
लाइब्रेरी साइंस एक अंतः विषय या बहु-विषयक क्षेत्र है, इस कोर्स के तहत छात्रों को लाइब्रेरी और इंफॉर्मेशन सिस्टम मैनेजमेंट, डॉक्यूमेंटेशन, मैनुस्क्रिप्ट, कैटलॉग, बिबलियोग्राफी आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। इस कोर्स में छात्रों को लाइब्रेरी को संभालने के प्रबंधकीय और प्रशासनिक पहलुओं का गहन ज्ञान प्रदान करता है। अतःलाइब्रेरी साइंस का दायरा काफी बड़ा हो गया है, आज के समय में यह एक हाईटेक कार्य के रूप में जाना जाता है। इसलिए इसमें करियर के अवसर भी काफी ज्यादा नजर आ रहे हैं।
लाइब्रेरी साइंस वह विज्ञान है जो मैनेजमेंट, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, पेडागोगी एवं अन्य विधाओं के औजारों का पुस्तकालय के सन्दर्भ में उपयोग करता है। लाइब्रेरी साइंस वह विज्ञान है जिसके अंतर्गत पुस्तकालयों में संपन्न किये जाने वाले कार्यप्रणालियों से सम्बंधित विशिष्ट विधियों, तकनीकियों, एवं प्रक्रियाओं का अध्ययन एवं अध्यापन किया जाता है।
19वीं शताब्दी तक लाइब्रेरी एजुकेशन की जरुरत नहीं समझी जाती थी। लेकिन थॉमस जेफरसन, के कलेक्शन मोंतिसल्लो (Monticello) में हजारों पुस्तकें थी। जेफरसन कलेक्शन संयुक्त राज्य अमेरिका का पहला राष्ट्रीय संग्रह था जो की अब कांग्रेस के पुस्तकालय के रूप में विश्व विख्यात है। लाइब्रेरी साइंस पर मार्टिन स्च्रेत्तिन्गेर की पहली पाठ्यपुस्तक 1880 में प्रकाशित हुयी थी। इसके बाद जोहान्न जेओर्ग सेइज़िन्गेर की दूसरी बुक प्रकाशित हुयी।
पुस्तकालय विज्ञान (लाइब्रेरी साइंस) का महत्व
पुस्तकालय विज्ञान (लाइब्रेरी साइंस) का महत्व जानने के लिए आपको निम्नलिखित बिंदुओं को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए, जिसकी जानकारी इस प्रकार है –
- लाइब्रेरी साइंस में सूचना को सही ढंग से व्यवस्थित करने की प्रक्रिया सिखाई जाती है, जिससे उपयोगकर्ता को उसकी आवश्यक जानकारी आसानी से मिल सके। आसान भाषा में कहें तो इसमें हमें सूचना का प्रभावी संगठन देखने को मिलता है।
- डिजिटल लाइब्रेरी, ऑनलाइन डेटाबेस और ई-पुस्तकें सूचना को तेजी से उपलब्ध कराने में सहायक होती हैं।
- पुस्तकालय विज्ञान शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों को आवश्यक जानकारी तक पहुँचने में मदद करता है, जिससे शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा मिलता है।
- लाइब्रेरी साइंस केवल जानकारी को संग्रहीत करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सूचना के प्रभावी उपयोग, सत्यापन और विश्लेषण की क्षमता को भी विकसित करता है।
- यह विषय समाज को सशक्त बनाता है, और सूचना के सटीक और प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करता है।
लाइब्रेरी साइंस के प्रमुख कार्य
लाइब्रेरी साइंस (Library science in Hindi) के अंतर्गत तीन प्रमुख कार्य नीचे दिए गए हैं-
- पाठकों को सामान्य सेवाएं देना जैसे कि पुस्तकों का आदान-प्रदान करना।
- तकनीकी कार्य जैसे किताबों की एंट्री, लिस्ट बनाना या इंडेक्सिंग करना।
- एडमिनिस्ट्रेटिव काम जैसे – लाइब्रेरी की सुविधाएं बढ़ाना और लाइब्रेरी से संबंधित काम को सही रूप से संचालित करने के लिए सीनियर धिकारियों से संपर्क बनाये रखना होता है। इसके साथ ही पुस्तकों की खरीदारी से सम्बंधित कार्य भी देखने पड़ सकते हैं।
लाइब्रेरी साइंस की डिग्री के साथ आप क्या सीखते हैं?
लाइब्रेरी साइंस सभी प्रकार के मीडिया पर जानकारी को संरक्षित, प्राथमिकता और प्रबंधन करना सिखाता है। इसमें विशेषज्ञता में डिजिटल पुस्तकालय, आर्काइव और अभिलेख प्रबंधन या स्कूल पुस्तकालयों में अध्ययन शामिल हैं। लाइब्रेरी साइंस में डिग्री से आप नीचे दिए गए ज्ञान को भी आसानी से सीख लेते हैं-
- लाइब्रेरी क्लासिफिकेशन
- आर्काइव्ज मैनेजमेंट
- लाइब्रेरी इन्फॉर्मेशन एंड सोसाइटी
- लाइब्रेरी कैटलॉगिंग
- लाइब्रेरी इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
- लाइब्रेरी मैनेजमेंट एंड इन्फॉर्मेशन सेंटर
लाइब्रेरी साइंस कोर्स के लिए स्किल्स
लाइब्रेरी साइंस (Library science in Hindi) में एक सफल करियर बनाने के लिए आवश्यक प्रमुख स्किल्स यहां दिए गए हैं-
- क्रिएटिव होना
- रिसर्चर होना
- जल्दी सीखने की इच्छा रखना
- कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी होना
- कर्मचारियों का प्रबंधन करने की क्षमता
- समस्या समाधान करने की कुशलताएं
- इंटरनेट परिचित
- पुस्तकालय प्रबंधन सॉफ्टवेयर का जानकार
- डिटेलिंग पर ध्यान देता हो।
लाइब्रेरी साइंस से सम्बंधित सभी कोर्सेज
लाइब्रेरी साइंस के उभरते हुए क्षेत्र की खोज के लिए, आप इस क्षेत्र में शॉर्ट टर्म के साथ-साथ लॉन्ग टर्म कोर्सेज का विकल्प चुन सकते हैं। इसमें आगे बढ़ने के लिए, आप नीचे दिए गए कोर्सेस चुन सकते हैं-
- डिप्लोमा कोर्सेज
- सर्टिफिकेट कोर्सेज
- बैचलर्स डिग्री कोर्सेज
- मास्टर्स डिग्री कोर्सेज
लाइब्रेरी साइंस के लिए डिप्लोमा कोर्सेज
- Diploma in Library and Information Science
- Certificate in Library and Information Science
- Certificate in Library Science
- Post Graduate Diploma in Library Automation and Networking
लाइब्रेरी साइंस के लिए बैचलर्स डिग्री कोर्सेज
- Bachelor of Library and Information Science (BLI. Sc)
- Bachelor of Library Science (B.Lib.)
लाइब्रेरी साइंस के लिए मास्टर्स डिग्री कोर्सेज
- Master in Library and Information Science
- Master in Library Science
लाइब्रेरी साइंस के लिए डॉक्टरेट कोर्सेज
- M.Phil in Library and Information Science
- PhD in Library and Information Science
लाइब्रेरी साइंस के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
यहाँ आपके लिए लाइब्रेरी साइंस (Library science in Hindi) के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज की जानकारी दी गई है, जिसमें दुनिया और भारतीय यूनिवर्सिटीज शामिल हैं –
लाइब्रेरी साइंस के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज
दुनिया भर में ऐसे कई कॉलेज हैं जो डिग्री प्रोग्राम और शॉर्ट-टर्म कोर्स में भिन्न लाइब्रेरियन कोर्सेस की एक सारणी प्रदान करते हैं। ये कॉलेज छात्रों के लिए अच्छे प्रशिक्षण और अच्छे अध्ययन के माहौल का वादा करते हैं और उन्हें एक लाइब्रेरियन के आवश्यक कौशल से लैस करते हैं। नीचे दुनिया भर में library science in Hindi कोर्सेज प्रदान करने वाले प्रमुख कॉलेजों की लिस्ट दी गई है-
- ह्यूस्टन विश्वविद्यालय– क्लियर लेक, यूएसए
- लुइसियाना के नॉर्थवेस्टर्न स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए
- फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी, फ्लोरिडा
- कोलोराडो विश्वविद्यालय डेनवर– डाउनटाउन डेनवर कैंपस, यूएसए
- एरिज़ोना विश्वविद्यालय, यूएसए
- लिवरपूल विश्वविद्यालय, यूके
- ग्लासगो विश्वविद्यालय, यूके
- शेफ़ील्ड विश्वविद्यालय, यूके
- रॉबर्ट गॉर्डन विश्वविद्यालय, यूके
- डंडी विश्वविद्यालय, यूके
- नॉर्थम्ब्रिया विश्वविद्यालय, न्यूकैसल, यूके
- विक्टोरिया यूनिवर्सिटी ऑफ वेलिंगटन, न्यूजीलैंड
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
लाइब्रेरी साइंस के लिए टॉप भारतीय कॉलेज
लाइब्रेरी साइंस (Library science in Hindi) कोर्सेस प्रदान करने वाले शीर्ष भारतीय कॉलेज इस प्रकार हैं:
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- बाबासाहेब भीमराओ अंबेडकर विश्वविद्यालय
- पांडिचेरी विश्वविद्यालय
- कलकत्ता विश्वविद्यालय
- गुवाहाटी विश्वविद्यालय
- आंध्र विश्वविद्यालय
- श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय
- पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय
- अरुणाचल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडीज
- पटना विश्वविद्यालय
- कश्मीर विश्वविद्यालय
- बैंगलोर विश्वविद्यालय
- कर्नाटक विश्वविद्यालय
- मैंगलोर विश्वविद्यालय
- चौधरी चरण सिंह पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज।
लाइब्रेरी साइंस के लिए आवश्यक योग्यता
नीचे लाइब्रेरी साइंस कोर्स के लिए योग्यता दी गई है-
- कैंडिडेट ने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से (कोई भी स्ट्रीम) से 12वीं उत्तीण की हो।
- अगर आप लाइब्रेरी साइंस में एक वर्षीय बैचलर डिग्री प्राप्त करना चाहते हैं तो आपके पास कम से कम स्नातक स्तर की योग्यता होनी बेहद आवश्यक है।
- मास्टर्स डिग्री करने के लिए लाइब्रेरी साइंस में बैचलर डिग्री होनी चाहिए।
- इसके बाद आप एमफिल या पीएचडी कर रिसर्च या टीचिंग के सेक्टर में भी जा सकते हैं।
- विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL, PTE के अंक अनिवार्य हैं।
- GRE/GMAT के अंक भी अनिवार्य हैं।
लाइब्रेरी साइंस के लिए आवदेन प्रक्रिया
लाइब्रेरी साइंस कोर्स के लिए नीचे आवेदन प्रक्रिया दी गई है-
विदेशी यूनिवर्सिटीज के लिए
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारतीय विश्वविद्यालय के लिए
- भारतीय यूनिवर्सिटी के एप्लीकेशन फॉर्म पर क्लिक करें। सबसे पहले आपको ईमेल या फ़ोन नंबर के द्वारा न्यू रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- अकाउंट वेरिफिकेशन के बाद अकाउंट लोग-इन करके पर्सनल डिटेल्स (नाम, जेंडर, पिता का नाम, माता का नाम, जन्म की तिथि) भरें।
- अकादमिक डिटेल्स भरें और आवश्यक डाक्यूमेंट्स को अपलोड करें।
- अंत में एप्लीकेशन फीस का भुगतान करें।
- फिर अपना एप्लीकेशन फॉर्म जमा करें।
लाइब्रेरी साइंस के लिए आवश्यक दस्तावेज़
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन के लिए नीचे दिए गए दस्तावेज़ जमा करें-
- मान्य पासपोर्ट
- ग्रेडेड लिखित पेपर
- प्रतिलेख
- छात्र वीजा
- स्कूल रिपोर्ट
- स्कूल परामर्शदाता पत्र
- 2 शिक्षक अनुशंसाएं
- मिड ईयर स्कूल रिपोर्ट
- स्टेटमेंट ऑफ पर्पस (SOP)
- हाई स्कूल जीपीए
- IELTS/ TOEFL और PTE शैक्षणिक अंक
- अंग्रेजी भाषा योग्यता का एक मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र।
- उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम 50% अंकों के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए।
- किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से न्यूनतम 50% अंकों के साथ स्नातक की डिग्री। (मास्टर्स कोर्सेज के लिए)।
लाइब्रेरी साइंस में करियर स्कोप
पुस्तकालय विज्ञान में अपनी डिग्री पूरी करने के बाद नीचे दी गई नौकरी के अवसर प्राप्त कर सकते हैं-
- अर्चिवेस्ट- अर्चिवेस्ट ऐतिहासिक सूचनाओं के संग्रह, सूचीकरण, संरक्षण और प्रबंधन के काम देखते हैं। पुरालेखपालों को विभिन्न सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संगठनों के साथ काम करने की आवश्यकता होती है।
- लाइब्रेरी कंसलटेंट- एक लाइब्रेरी कंसलटेंट सार्वजनिक पुस्तकालयों के प्रशासकों को उनकी प्रशासनिक नीतियों का विश्लेषण करके, कार्य प्रक्रियाओं का अवलोकन करके और जनता के लिए पुस्तकालय की प्रभावशीलता को निर्धारित करने के लिए डेटा की समीक्षा करके सलाह देता है।
- असिस्टेंट लाइब्रेरियन- एक असिस्टेंट लाइब्रेरियन एक वरिष्ठ लाइब्रेरियन की देखरेख में सीधे काम करता है और आवश्यकतानुसार पुस्तकालय को व्यवस्थित और कुशल रखने में मदद करता है। वे आम तौर पर सामग्री का पता लगाने के दौरान अंदर और बाहर सामग्री की जाँच में सहायता करते हैं।
- इंडेक्सर- इंडेक्सर विभिन्न प्रकार के दस्तावेज़ों की समीक्षा करता है और सूचना खोज को आसान बनाने के लिए अनुक्रमणिकाएँ संकलित करती है। मूल रूप से, वे सभी प्रकार के मीडिया के लिए खोज योग्य सूचियाँ या शब्द डालते हैं, ताकि उपयोगकर्ता आसानी से अपनी ज़रूरत की जानकारी पा सकें।
लाइब्रेरी साइंस कोर्स करने के बाद मिलने वाली सैलरी
Payscale के अनुसार, लाइब्रेरी साइंस में कोर्स करने के बाद आप फ्रेशर के तौर पर INR 60-80 हजार सालाना कमा सकते हैं, इसके बाद जिस तरह से आपका अनुभव बढ़ेगा, उसी के अनुसार आपका पद और वेतन भी बढ़ेगा। वहीं अगर आपकी जॉब गवर्नमेंट सेक्टर में लग जाती है तो आप हर माह लाखों रुपए कमा सकते हैं। तथा विदेशी विश्वविद्यालय से लाइब्रेरी साइंस में कोर्स करने के बाद आपको ज्यादा वेटेज मिलता है जिससे आपकी सैलरी की शुरुआत INR 1 लाख से होती है।
FAQs
दिल्ली विश्वविद्यालय
बाबासाहेब भीमराओ अंबेडकर विश्वविद्यालय
पांडिचेरी विश्वविद्यालय
कलकत्ता विश्वविद्यालय
गुवाहाटी विश्वविद्यालय
ह्यूस्टन विश्वविद्यालय– क्लियर लेक, यूएसए
लुइसियाना के नॉर्थवेस्टर्न स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए
फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी, फ्लोरिडा
कोलोराडो विश्वविद्यालय डेनवर– डाउनटाउन डेनवर कैंपस, यूएसए
एरिज़ोना विश्वविद्यालय, यूएसए
छात्र वीजा, एडमिशन प्रोसेस, आवदेन प्रक्रिया आदि सभी में हमारे Leverage Edu के विशेषज्ञ आपकी मदद कर सकते हैं आप सम्पर्क करें।
किसी विषय में ग्रेजुएशन करने के बाद लाइब्रेरी साइंस के बैचलर कोर्स में प्रवेश लिया जा सकता है। यह कोर्स एक साल का होता है।
यह विशेषज्ञता आपको इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, सूचना संगठन और अंतिम उपयोगकर्ता की जरूरतों पर ध्यान देने के साथ डिजिटल पुस्तकालयों में करियर बनाने के लिए आवश्यक ज्ञान और स्किल प्रदान करती है। अमेरिका के आसपास डिजिटल पुस्तकालय तेजी से बढ़ रहे हैं और इस क्षेत्र में रोजगार के कई अवसर हैं।
लाइब्रेरी साइंस में करियर बनाने के लिए आपको बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस (B.Lib) या मास्टर ऑफ लाइब्रेरी साइंस (M.Lib) की डिग्री प्राप्त करनी होगी। इसके बाद आप पुस्तकालयाध्यक्ष (Librarian), सूचना विश्लेषक या रिसर्चर के रूप में काम कर सकते हैं।
डिजिटल युग में लाइब्रेरी साइंस का भविष्य उज्ज्वल है। डिजिटल लाइब्रेरी, आर्काइविंग और डेटा मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में मांग बढ़ रही है, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर खुल रहे हैं।
लाइब्रेरी साइंस में प्रमुख कोर्स निम्नलिखित हैं –
बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस (B.Lib.Sc)
मास्टर ऑफ लाइब्रेरी साइंस (M.Lib.Sc)
पीएचडी इन लाइब्रेरी साइंस
सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स
B.Lib.Sc के लिए स्नातक (Graduation) आवश्यक होता है, जबकि M.Lib.Sc के लिए B.Lib.Sc की डिग्री होनी चाहिए। कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला देते हैं।
एक लाइब्रेरियन की प्रारंभिक सैलरी ₹25,000 – ₹50,000 प्रति माह हो सकती है, जबकि अनुभव बढ़ने के साथ ₹80,000 या उससे अधिक हो सकती है। सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में सैलरी अलग-अलग हो सकती है।
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हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग ने Library Science in Hindi क्या है, यह कैसे काम करता है, उसके कोर्सेज और करियर से संबंधित सभी संदेहों का उत्तर मिल गया होगा। इसी प्रकार के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।