सिंचाई इंजीनियरिंग क्या है?

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Irrigation Engineering in Hindi

भारत जैसे देश जो मानसून, ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन पर निर्भर हैं उनके लिए सिंचाई बहुत अधिक महत्ता रखती है। मौसम का सीधा प्रभाव फसल की उपज पर दिखाई देता है। अनियमित मानसून, दूषित पानी और भूजल के तेजी से उपयोग ने संकट को और बढ़ा दिया है। बुवाई की जा रही फसल की गुणवत्ता में सुधार के लिए सिंचाई एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लेकिन इसकी जरूरत हर मौसम में अलग-अलग होती है। सिंचाई से जुड़ी चुनौती को दूर करने के लिए, Irrigation Engineering in Hindi शुरू की गई थी। इस ब्लॉग में, हम इंजीनियरिंग की इस विशेष शाखा से संबंधित पात्रता मानदंड और करियर की संभावनाओं जैसे विवरणों पर चर्चा करेंगे।

कोर्स का नामIrrigation Engineering
विषय-ग्रीनहाउस प्रौद्योगिकी
-साइल एंड वाटर कंज़र्वेशन इंजीनियरिंग
-पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग
-वाटरशेड प्रोजेक्ट और मैनेजमेंट
टॉप यूनिवर्सिटीजन्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय
वर्जीनिया टेक
वोलोंगोंग विश्वविद्यालय
एरिज़ोना विश्वविद्यालय
अल्बर्टा विश्वविद्यालय
प्रवेश परीक्षाएंJEE Main
JEE Advanced
-MHT CET
-OJEE
जॉब प्रोफाइल्स-सहायक बीज उत्पादन विशेषज्ञ
-वरिष्ठ सिंचाई डिजाइन इंजीनियर
-सिंचाई इंजीनियर

सिंचाई इंजीनियरिंग क्या होती है?

सरल भाषा में कहें तो सिंचाई प्राकृतिक संसाधनों से कृत्रिम रूप से पानी की आपूर्ति करने और फसल उगाने के लिए पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति करने की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया को 3 तरीकों से अंजाम दिया जा सकता है-

  • सरफेस इरीगेशन: इस प्रक्रिया में, आपूर्ति चैनल से पानी गुरुत्वाकर्षण के कारण पूरे क्षेत्र में बहता है और फिर जड़ों तक रिस जाता है। 
  • सब-इरीगेशन: इस विधि का उपयोग उन क्षेत्रों में किया जाता है जहां जल स्तर अधिक होता है और पोरस ऊपरी मिट्टी जो नमी को धीरे-धीरे ऐब्सोबर्ड करती है। न केवल पानी के स्तर की निगरानी के लिए बल्कि कम होने पर पानी की आपूर्ति को फिर से भरने के लिए खेतों के किनारों के साथ-साथ खाई खोदी जाती है।
  • उपरि सिंचाई : ये सिंचाई प्रणालियाँ प्राकृतिक वॉटरफॉल के समान होती हैं। सिंचाई के सबसे आधुनिक और उन्नत रूपों में से एक के रूप में माना जाता है, ये सिस्टम पानी को मोड़ने के लिए कन्वेयर पाइप, पंपिंग यूनिट और स्प्रिंकलर तंत्र का उपयोग करते हैं। 

सिंचाई इंजीनियरिंग के विषय 

ग्रेजुएशन स्तर पर Irrigation Engineering in Hindi का सिलेबस छात्रों को कृषि और सिंचाई के क्षेत्र में एक मजबूत करियर बनाने के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकी और कौशल से प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस कोर्स में पढ़ाए जाने वाले कुछ विषय नीचे दिए गए हैं-

  • ग्रीनहाउस टेक्नोलॉजी
  • मृदा और जल संरक्षण इंजीनियरिंग 
  • पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग 
  • वाटरशेड योजना और प्रबंधन 
  • माइनर इरीगेशन एंड कमांड एरिया डेवलपमेंट 
  • वेल और पंप 
  • फार्म पावर मशीनरी और उपकरण 
  • कृषि मशीनरी की प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी
  • सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली डिजाइन

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सिंचाई इंजीनियरिंग के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज 

दुनिया भर में कई विश्वविद्यालय और कॉलेज सिंचाई इंजीनियरिंग में उच्च डिग्री प्रदान करते हैं। सिंचाई इंजीनियरिंग के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है-

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।

सिंचाई इंजीनियरिंग के लिए भारत के टॉप कॉलेज

Irrigation Engineering in Hindi के लिए भारत के टॉप कॉलेजों की लिस्ट नीचे दी गई है-

  • आईआईटी: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली
  • कॉलेज ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, पश्चिम बंगाल
  • मुंबई विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र
  • एमिटी यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश
  • वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान (वीआईटी) वेल्लोर, तमिलनाडु
  • भारतीय इंजीनियरिंग विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान हावड़ा, पश्चिम बंगाल
  • मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी मणिपाल, कर्नाटक
  • कपड़ा विभाग, आईआईटी, दिल्ली
  • एसएसएम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी एंड पॉलिटेक्निक कॉलेज, तमिलनाडु
  • सूचना प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली
  • एलडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, गुजरात

सिंचाई इंजीनियरिंग के लिए योग्यता 

सिंचाई इंजीनियरिंग का अध्ययन करने के लिए योग्यता नीचे उल्लिखित हैं-

  • सिंचाई इंजीनियरिंग में बैचलर्स कोर्स करने के लिए आपको 10+2 न्यूनतम 50% के साथ साइंस स्ट्रीम से पास करना होगा।
  • सिंचाई इंजीनियरिंग के लिए छात्रों को  JEE Main,JEE Advanced, MHT CET, OJEE, BCECE जैसे एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे। विदेश में बैचलर्स कोर्स के लिए SAT or ACT एग्जाम पास करना होगा। 
  • यदि आप सिंचाई इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री करना चाहते हैं, तो बैचलर्स डिग्री का होना आवश्यक है।
  • विदेश में सिंचाई इंजीनियरिंग के मास्टर डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए छात्रों के पास एक अच्छा GRE स्कोर होना चाहिए। 
  • अगर आप पीएचडी के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको संबंधित कोर्स में मास्टर डिग्री को पास  करना ज़रूरी है।
  • भारत में पीएचडी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको UGC-NET, TIFR,JRF-GATE या राज्य स्तर के एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे। 
  • एक अच्छा IELTS/ TOEFL स्कोर अंग्रेजी भाषा की दक्षता के रूप में में होना आवश्यक है। 
  • विदेश में कुछ यूनिवर्सिटीज कुछ स्पेसिफिक कोर्सेज के लिए के लिए 2 वर्ष के अनुभव की भी मांग करती है, जिसका समय यूनिवर्सिटी के लिए अलगअलग भी हो सकता है।

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सिंचाई इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया

किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको उसकी प्रक्रिया पता होनी चाहिए। भारत और विदेश में सिंचाई इंजीनियर बनने के लिए आपको नीचे बतायी गई प्रक्रिया को चरण दर चरण फॉलो करना होगा-

विदेश में सिंचाई इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया

  • विश्वविद्यालय की ऑफिशियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करें। यूके में एडमिशन के लिए आप यूसीएएस वेबसाइट (UCAS) पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें। यहाँ से आपको यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होंगे।
  • यूजर आईडी से साइन इन करें और कोर्स चुनें जिसे आप चुनना चाहते हैं। 
  • अगली स्टेप में अपनी शैक्षणिक जानकारी भरें।  
  • शैक्षणिक योग्यता के साथ  IELTS, TOEFL, प्रवेश परीक्षा स्कोर, SOP, LOR की जानकारी भरें। 
  • पिछले सालों की नौकरी की जानकारी भरें। 
  • रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करें।
  • अंत में आवेदन पत्र जमा करें।
  • कुछ यूनिवर्सिटी, सिलेक्शन के बाद वर्चुअल इंटरव्यू के लिए इनवाइट करती हैं।

भारत के लिए आवेदन प्रक्रिया 

  • चरण 1: सबसे पहले आवेदक को 12 साल की बेसिक शिक्षा पूरी करनी होगी और 12वीं में साइंस स्ट्रीम होनी आवश्यक है।
  • चरण 2: टेक्सटाइल इंजीनियर बनने के लिए आपको सबसे पहले एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन करना होगा। छात्र को राष्ट्रीय स्तर की एग्जाम जैसे JEE Main या राज्य स्तर के एग्जाम जैसे KCET या यूनिवर्सिटी स्तर के एग्जाम जैसे SRMJEEE, VITEEE आदि के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • चरण 3: आपको अपने एग्जाम के तरीके ऑनलाइन या ऑफलाइन के आधार पर एग्जाम देना होगा। 
  • चरण 4: एंट्रेंस एग्जाम प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों का आंकलन किया जाएगा। शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों की एक मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
  • चरण 5: शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है, जिसके बाद छात्रों का एडमिशन सुनिश्चित होता है।

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें

आवश्यक दस्तावेज

नीचे दिए गए आवश्यक दस्तावेज इस प्रकार हैं:

छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

सिंचाई इंजीनियरिंग के लिए एंट्रेंस एग्जाम 

सिंचाई इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम की लिस्ट नीचे दी गई है-

सिंचाई इंजीनियरिंग के बाद नौकरी प्रोफाइल

नहर निर्माण, कृषि क्षेत्र, सिंचाई विभाग, निर्माण उद्योग, कृषि फार्म और शैक्षिक संस्थानों जैसे उद्योगों में सिंचाई इंजीनियर की आवश्यकता होती है। डिग्री प्रोग्राम के माध्यम से प्राप्त ज्ञान छात्रों को विभिन्न कौशलों से परिचित कराता है और इस प्रकार उन्हें विभिन्न भूमिकाओं के लिए योग्य बनाता है। ग्रेजुएट्स विभिन्न जॉब प्रोफाइल में काम कर सकते हैं। जिनमें से कुछ का उल्लेख नीचे किया गया है साथ ही आपकी सैलरी आपके कार्य अनुभव और स्किल के अनुसार बढ़ती है: 

जॉब प्रोफाइल औसत सालाना सैलरी (INR)
वरिष्ठ सिंचाई डिजाइन इंजीनियर 10-15 लाख 
सहायक बीज उत्पादन विशेषज्ञ 5-7 लाख 
सिंचाई इंजीनियर7-8 लाख 
वरिष्ठ सिंचाई डिजाइन इंजीनियर 10-15 लाख 
कृषिविद5-7 लाख 
कृषि परियोजना अभियंता 7-8 लाख 
साइट इंजीनियर7-8 लाख 
कृषि सिंचाई सलाहकार 3-5 लाख

उम्मीद है, कि इस ब्लॉग ने आपको Irrigation Engineering in Hindi के बारे में सभी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप विदेश में सिंचाई इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।

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