दिल्ली विश्वविद्यालय ने भारत में कोरियाई भाषा में कोर्सेज को बढ़ावा देने के लिए दक्षिण कोरिया के क्यूंगपुक नेशनल यूनिवर्सिटी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। दो टॉप संस्थानों के बीच हुए समझौता ज्ञापन (MoU) के अनुसार, क्यूंगपुक नेशनल यूनिवर्सिटी नए लैंग्वेज प्रोग्राम के विकास के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय को धन प्रदान करेगा। विश्वविद्यालय लैंग्वेज लैब और अन्य बुनियादी ढांचे के रेनोवेशन के लिए भी फंड्स भी प्रदान करेगा।
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MoU हस्ताक्षर समारोह के दौरान, डीयू के वाईस चांसलर प्रोफेसर योगेश सिंह ने कहा कि यह दोस्ती की भावना से दोनों विश्वविद्यालयों के बीच पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग की दिशा में पहला कदम है।
डीयू रजिस्ट्रार, दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता और क्यूंगपुक नेशनल यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल डेवलपमेंट के निदेशक प्रोफेसर ह्वांग क्वा-सोक ने MoU पर हस्ताक्षर के बाद दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया।
इसके साथ ही, दक्षिण कोरियाई विश्वविद्यालय ने एक कोरियाई लैंग्वेज इंस्ट्रक्टर भी अपॉइंट किया है, जो पूर्वी एशियाई स्टडी डिपार्टमेंट से सालाना 10 छात्रों के लिए स्कॉलरशिप प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे उन्हें समझौता ज्ञापन (MoU) में उल्लिखित क्यूंगपुक नेशनल यूनिवर्सिटी में रेगुलर स्टूडेंट्स के रूप में भाग लेने की अनुमति मिलती है।)। यह समझौता ज्ञापन (MoU) एक वर्ष तक प्रभावी रहेगा और अगले तीन वर्षों के लिए प्रतिवर्ष रेनोवेट किया जाएगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय के बारे में
दिल्ली विश्वविद्यालय, जिसे दिल्ली यूनिवर्सिटी (युनिवर्सिटी ऑफ़ दिल्ली) के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रसिद्ध सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी है, जो भारत के दिल्ली शहर में स्थित है। यह 1922 में स्थापित किया गया था और यह भारत में सबसे बड़े और प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज में से एक है। दिल्ली विश्वविद्यालय विभिन्न विषयों में अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट और डॉक्टरेट कोर्सेज प्रदान करता है।
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