आयुर्वेदिक डॉक्टर कैसे बने?

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आयुर्वेदिक डॉक्टर कैसे बने

BAMS ‘बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी’ की डिग्री होती है यह साढ़े पांच वर्ष की डिग्री होती है जिसमें 1 वर्ष की इंटर्नशिप भी शामिल होती है। जिसे 12वीं कक्षा के बाद किया जाता है। भारत में आयुर्वेद को सर्वाधिक महत्त्व दिया जाता है। आज हम आपको Ayurvedic Doctor कैसे बने इसकी पूरी जानकारी देंगे। यहाँ पर हम आपको BAMS कोर्स से जुड़ी हर जानकारी देंगे। जिससे कि आप इस फील्ड में आसानी से करियर बना सकेंगे।

कोर्सBAMS
फुल फॉर्मBachelor Of Ayurvedic Medicine & Surgery
अवधि5 साल 6 महीने
जॉब प्रोफाइल-थेरेपिस्ट
-प्रोडक्ट मैनेजर
-मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव
-वर्क इन नर्सिंग होम
सैलरी50,000/-

आयुर्वेद क्या है ?

आयुर्वेद भारत की एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जिसके जरिए बड़े से बड़ा रोग भी कुछ ही दिनों में जड़ी – बूंटियों के द्वारा सही किया जाता है। Ayurvedic Doctor कैसे बने के इस ब्लॉग में आयुर्वेद शब्द आयु: + वेद  से मिलकर बना है जिसका शाब्दिक अर्थ है “जीवन से संबन्धित ज्ञान” यह भारतीय आयुर्विज्ञान है। आयुर्विज्ञान, विज्ञान की वह शाखा है जिसका सम्बन्ध मानव शरीर को निरोग रखने, रोग हो जाने पर रोग से मुक्त करने अथवा उसको कम करने तथा आयु बढ़ाने से है।

Ayurvedic Doctor कैसे बने में आयुर्वेद में वात, पित्त, कफ के असंतुलन को रोग का कारण मानते हैं। इसी प्रकार सम्पूर्ण आयुर्वैदिक चिकित्सा के आठ अंग माने गए हैं (अष्टांग वैद्यक), ये आठ अंग ये हैं- कायाचिकित्सा, शल्यतन्त्र, शालक्यतन्त्र, कौमारभृत्य, अगदतन्त्र, भूतविद्या, रसायनतन्त्र और वाजीकरण। “धन्वन्तरि आयुर्वेद के देवता हैं। वे विष्णु के अवतार माने जाते हैं”

BAMS करने के फायदे क्या है?

यदि आप BAMS कोर्स करते हैं, तो इससे आपको कई तरह के फ़ायदे होंगे, जिनके बारे में नीचे बताया गया है:

  • BAMS करके आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के बाद आपको बहुत ही शानदार सैलरी उपलब्ध की जाती है।
  • आप चाहे तो अपना खुद का भी आयुर्वेदिक मेडिकल खोल सकते है।
  • किसी आयुर्वेदिक क्लिनिक में जूनियर डॉक्टर के रूप में काम कर सकते है।
  • यह क्षेत्र ऐसा होता है जिसमें रिसर्च का भी बहुत काम होता है इसलिए यह कोर्स करके रिसर्च से भी जुड़ सकते है।
  • अगर आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बन जाते है तो इससे आपकी लाइफ स्टाइल ही पूरी तरह से चेंज हो जाएगी और सोसाइटी में भी एक अलग ही पहचान बन जाती है।
  • ऐसे और भी फायदे है जो BAMS करने के बाद आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने पर होते है।

BAMS कोर्स क्या है?

बीएमएस आयुर्वेदिक चिकित्सा में स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम है।आयुर्वेदिक डॉक्टर कैसे बने इसके लिए इस कोर्स के बाद आप आयुर्वेदिक डॉक्टर या आयुष डॉक्टर बन सकते हैं। BAMS कोर्स आयुर्वेद में एक प्रमाणित पाठ्यक्रम है, जो आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के लिए दी जाने वाली एक बैचलर्स डिग्री है। देश में इस कोर्स को सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन से मान्यता प्राप्त है।

BAMS 12वीं के बाद साढ़े 5 साल तक चलता है, जिसमें एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है। यह कोर्स फिजियोलॉजी, एनाटॉमी, टॉक्सिकोलॉजी, फार्माकोलॉजी, डायग्नोसिस और बीमारियों की रोकथाम, नाक, आंख, गले की दवा, दवा के सिद्धांत, फोरेंसिक मेडिसिन आदि सिखाता है। भारत में शुरू से ही दुनिया भर के छात्रों का झुकाव इस पाठ्यक्रम की ओर रहा है, जो बहुत पहले से भारत में सबसे लोकप्रिय और व्यापक आयुर्वेद था।

आयुर्वेदिक डॉक्टर कैसे बने?

Ayurvedic Doctor कैसे बने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे दी गई है:

  • स्टेप 1: आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए सबसे पहली स्टेप अपनी 12वीं तक की स्कूल की पढ़ाई पूरी करनी होगी।
  • स्टेप 2: आयुर्वेदिक कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम की अच्छे से तैयारी करके NEET या अन्य राज्य स्तरीय एग्जाम पास करने होंगे।
  • स्टेप 3: आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने की तरफ दूसरा कदम है आयुर्वेद चिकित्सा में अपनी बैचलर डिग्री की पढ़ाई पूरी करना।
  • स्टेप 4: बैचलर डिग्री पूरी करने के बाद आपको इस क्षेत्र में MD या MS कर मास्टर डिग्री करके स्पेसलाइज़ेशन करना होगा जैसे सर्जन, ऑर्थोपेडिक।
  • स्टेप 5: आपको किसी हॉस्पिटल में या क्लिनिक में प्रैक्टिस करनी होगी। इसके बाद आयुर्वेदिक डॉक्टर बन सकते हैं।

आयुर्वेदिक कोर्स लिस्ट

आयुर्वेदिक में प्रदान किए जाने वाले कोर्सेज नीचे दिए गए हैं:

बैचलर्स और मास्टर डिग्री कोर्सPhD लेवल कोर्स
-Bachelor Of Ayurvedic Medicine & Surgery
-MBA – Ayurveda Pharmacy
-Doctor of Medicine in Ayurveda (MD)
-Master of Surgery in Ayurveda (MS)
-Master of Philosophy in Ayurveda Siddhanta (MPhil)
-Doctor of Philosophy in Ayurveda (PhD)
-Major Specialization Fields of Ayurveda
-Kayachikitsa – Internal Medicine
-Surgery– Surgery-Pediatrics – Pediatrics
-Planetary Medicine – Psychiatry
-Urdhvanga Medicine – Eye, Ear, Nose, Throat and Head Treatment
-Aged Medicine – Toxicology
-Medicine – Rasayana– Gerontology
-Vrisha Medicine – Vajikaran – Aphrodisiac

सिलेबस

BHMS सिलेबस सेमेस्टर के अनुसार नीचे दिया गया है:

प्रथम वर्षद्वितीय वर्षतृतीय वर्षचतुर्थ वर्ष
-गैस टैस्ट
-आयुर्वेदा निरूपणा
-डायरेक्ट एग्ज़ामिनेशन
-फ्लूइड साइंस
-कॉमन साइंस
-मिश्राका गण
-सब्सटांस
-बेसिक पैथोलॉजीइफेक्ट्स
-एपिडेमियोलॉजी
-हेमाटोलॉजी
-डिसीसेस ऑफ़ द डक्ट्स
-सीज़न
-दिनाचार्य
-जनपददोध्वमसा
-पेंटाक्ले थ्योरी
-प्रिवेंटिव जेरियाट्रिक्स
-प्रेगनेंसी साइंस
-एपिडेमियोलॉजी
-विरेचन कर्म
-अफेक्शन
-स्टरलाईज़ेशन
-एक्सटर्नल ल्युब्रिकेशन
-क्षर और क्षर कर्म
-फिजियोथेरेपी
-मर्म

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आयुर्वेद के प्रमुख स्पेशलाइजेशन्स

आयुर्वेद के प्रमुख स्पेशलाइजेशन्स नीचे बताए गए हैं:

  1. कायाचिकित्सा – इंटरनल मेडिसिन
  2. शल्य चिकित्सा – सर्जरी
  3. बाल चिकित्सा – पेडियाट्रिक्स
  4. ग्रह चिकित्सा – भूत विद्या – साइकाइट्री
  5. उर्ध्वांग चिकित्सा – आंख, कान, नाक, गले और सिर का इलाज
  6. अगद चिकित्सा – टॉक्सिकोलॉजी
  7. जर चिकित्सा – रसायण – गेरेंटोरोलॉजी
  8. वृष्य चिकित्सा – वाजीकरण – एफ्रोडीसीएक्स

फीस  

INR 25,000 – 3.2 लाख सालाना BAMS कोर्स की औसत फीस होती है। BAMS कोर्स की फीस का स्ट्रक्चर गवर्नमेंट और प्राइवेट कॉलेज में अलग-अलग होता है। गवर्नमेंट कॉलेज में बहुत ही कम फीस में आपका कोर्स पूरा हो जाएगा। जबकि प्राइवेट कॉलेज में एक लाख तक फीस हो सकती है यह कॉलेज के ऊपर डिपेंड करता है।

RMP डॉक्टर कैसे बनते हैं?

भारत में RMP डॉक्टर यानी “रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर डॉक्टर” बनने के लिए आपका डॉक्टरी में कुछ वर्षों का काम का अनुभव होना चाहिए। वहीं अगर बात की जाएं की आऱएमपी डॉक्टर बनने की शुरूआत कैसे हुई तो इंडियन मेडिकल काउंसिल (संशोधन) अधिनियम 1956 के अनुसार, बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) एक पंजीकृत मेडिकल प्रैक्टिशनर (आरएमपी) बनने के लिए बुनियादी योग्यता मानी जाती है। RMP डॉक्टर के रूप में रजिस्ट्रेशन करने के लिए, आपके पास एलोपैथिक, यूनानी, होम्योपैथी या आयुर्वेदिक संबंधित चिकित्सा पद्धति में आवश्यक डिग्री होनी चाहिए। यदि किसी व्यक्ति के पास यह आवश्यक योग्यता है तो वह इसके लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया में RMP डॉक्टर बनने के लिए आवेदन कर सकता है।

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विश्व के शीर्ष आयुर्वेदिक संस्थान

आयुर्वेद का अध्ययन छात्रों को यह समझने में मदद करता है कि मन, शरीर और चेतना के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए और यह आपकी जीवन शैली को कैसे प्रभावित करता है। आयुर्वेदिक उपचार एक व्यक्ति को मजबूत बनाता है और संक्रमण से परेशान होने की संभावना कम होती है। दूसरे शब्दों में, यह दवा उपचार की सर्जरी के बाद शरीर के पुनर्निर्माण में मदद करता है। आयुर्वेदिक शिक्षा न केवल भारत में बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड जैसे कुछ देशों में प्रचलित है। दुनिया भर के विभिन्न संस्थान उन छात्रों के लिए विज्ञान आधारित आयुर्वेदिक कोर्स प्रदान करते हैं जो पारंपरिक औषधीय और चिकित्सीय विधियों में अपने ज्ञान का विस्तार करना चाहते हैं। ऐसे कोर्सेज की पेशकश करने वाले कुछ लोकप्रिय संस्थानों को नीचे सूचीबद्ध किया गया है:

  • आयुर्वेद इंस्टिट्यूट ऑफ अमेरिका, यूएसए
  • ऑस्ट्रेलियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेदिक स्टडीज़, न्यूजीलैंड
  • अलास्का कन्याकुमारी आयुर्वेद स्कूल, यूएसए
  • लीसेस्टर स्कूल ऑफ़ आयुर्वेद, यूके
  • अमेरिकन इंस्टिट्यूट ऑफ वैदिक स्टडीज, यूएसए
  • महर्षि आयुर्वेद, ऑस्ट्रेलिया
  • सेवा अकादमी, जर्मनी
  • डॉ वसंत लाड्स द आयुर्वेदिक इंस्टिट्यूट, न्यू मैक्सिको
  • ग्रेट ब्रिटेन का आयुर्वेदिक कॉलेज, यूके
  • कैलिफोर्निया कॉलेज ऑफ आयुर्वेद, यूएसए

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भारत में शीर्ष आयुर्वेदिक संस्थान

भारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा की पढ़ाई कराने वाले भारत के मुख्य संस्थानों की सूची नीचे दी गई है:

  • आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेदा, नई दिल्ली
  • नैशनल इंस्टियूट ऑफ़ आयुर्वेदा, जयपुर, राजस्थान
  • आयुर्वेद पोस्टग्रेजुएट ट्रेनिंग, रिसर्च एंड एजुकेशन इंस्टिट्यूट, गुजरात आयुर्वेद यूनिवर्सिटी, जामनगर
  • आयुर्वेद फैकल्टी, इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज, बीएचयू, वाराणसी
  • स्टेट आयुर्वेद कॉलेज, तिरुवनंतपुरम, केरल
  • बीएमके आयुर्वेद कॉलेज, केएलई यूनिवर्सिटी, कर्नाटक
  • पोद्दार आयुर्वेद कॉलेज, वर्ली, मुंबई, महाराष्ट्र
  • नार्थ ईस्टर्न इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेद एंड होमियोपैथी, शिलांग, मेघालय
  • आर.जी. गवर्नमेंट आयुर्वेद कॉलेज, पपरोला, हिमाचल प्रदेश
  • एसडीएम कॉलेज ऑफ आयुर्वेद, हासन, कर्नाटक

आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए योग्यता

आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए आपको बीएएमएस की डिग्री प्राप्त करनी होगी। तब जाकर आपको इसकी उपाधि मिलेगी। BAMS कोर्स के लिए योग्यता नीचे दी गई है:

  • छात्र ने अपनी 12th की पढ़ाई PCB (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) से पूरी की हो।
  • छात्र ने 12वीं कक्षा अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी या कॉलेज द्वारा प्रवेश के लिए निर्धारित न्यूनतम अंक के साथ उत्तीर्ण की हो।
  • भारत में MBBS कोर्स करने के इच्छुक छात्रों को NEET UG की परीक्षा क्लियर करने की ज़रूरत होती है। कई विश्वविद्यालय या कॉलेज अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं, जिनमें आवश्यक अंकों को प्राप्त करके ही छात्रों उस कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले सकते हैं।
  • विदेश के लिए कुछ यूनिवर्सिटीज द्वारा अपने स्तर पर एंट्रेंस एग्जाम आयोजित कराए जाते हैं।
  • विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए भाषा प्रवीणता के रूप में IELTS/ TOEFL/ PTE टेस्ट अंक ज़रूरी होते हैं। 
  • विदेश विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR और CV/Resume जैसे दस्तावेज़ों की भी आवश्यकता होती है।
  • आवेदक की न्यूनतम आयु 17 वर्ष और अधिकत्तम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए।

विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • हमारे एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे हमारे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति/ छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें

आवश्यक दस्तावेज़

विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:

BAMS की प्रवेश परीक्षा

BAMS कोर्स में एडमिशन लेने के लिए होने वाली एंट्रेंस एग्जाम की सूची नीचे दी गई है:

  • NEET
  • National Institute Of Ayurveda Entrance Exam
  • Uttarakhand PG Medical Entrance Exam
  • Kerala State Entrance Exam
  • Common Entrance Test (CET), Karnataka
  • Ayush Entrance Exam

यह भी पढ़ें :नीट (NEET) 2021

BAMS के बाद क्या करें 

इस क्षेत्र में बहुत करियर विकल्प उपलब्ध है, जिन्हें आप चुन सकते हैं: 

  • थेरेपिस्ट
  • प्रोडक्ट मैनेजर
  • मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव
  • नर्सिंग होम में काम
  • औषधालयों में काम
  • रिसर्च इंस्टिट्यूट
  • ड्यूटी डॉक्टर
  • हेल्थकेयर समुदाय में काम
  • एरिया सेल्स मैनेजर
  • सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव
  • कैटेगरी मैनेजर
  • फार्मेसिस्ट
  • लेक्चरर

सैलरी

BAMS कोर्स करने के बाद 50000 तक आप आसानी से पा सकते हैं|  इस कोर्स को करने के बाद आप एक आयुर्वेदिक डॉक्टर बन जाते हैं | तब आपको बेहतर सैलरी मिलती है | और यदि मेडिकल ऑफिसर बन जाते हैं तब आपकी सैलरी एक लाख से अधिक कुछ दिन के अनुभव के बाद हो सकती है |

BAMS कोर्स के लिए कुछ महत्वपूर्ण पुस्तकें

नीचे हमने कुछ महत्वपूर्ण पुस्तकें दी हैं जो इस पाठ्यक्रम का अध्ययन करने में आपके काम आ सकती हैं:

  1. Clinical Methods in Ayurveda – K. R. S. Murthy
  2. History of Medicine in Indian Acharya
  3. Sanskrit Ayurveda Sudha – Dr. B. L. Gaur
  4. Text Book of Pathology – William Boyds
  5. Clinical Pathology and Bacteriology – S.P. Gupta
  6. History of Indian Medicine (Part 1-3) – Dr. Girindranath Mukhopadhyay
  7. Psycho Pathology in Indian Medicine – Dr. S. P. Gupta
  8. Indian Medicine in the Classical Age Acharya
  9. Ayurvedic Human Anatomy
  10. Best Colleges And Universities In India 
  11. IMS BHU – Institute of Medical Sciences Banaras Hindu University
  12. Shree Guru Gobind Singh Tricentenary University, Gurgaon
  13. Tilak Ayurved Mahavidyalaya, Pune
  14. Patanjali Ayurved College, Haridwar
  15. State Ayurvedic college and Hospital, Lucknow
  16. K G Mittal Ayurvedic College, Mumbai.
  17. Babe Ke Ayurvedic Medical College and Hospital, Moga
  18. Shree Lakshmi Narayan Ayurvedic College, Amritsar
  19. Desh Bhagat University School of Ayurveda and Research, Gobindgarh

FAQ

BAMS डॉक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है?

Ayurvedic Doctor कैसे बने – बीएएमएस कोर्स आयुर्वेद में डॉक्टर बनने के लिए आप नीट-यूजी परीक्षा के जरिए बीएएमएस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। यह कोर्स कई सरकारी, अर्ध-सरकारी और निजी कॉलेजों में पेश किया जाता है। इसकी कुल अवधि साढ़े पांच साल है जिसमें एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है।

बीएएमएस के लिए योग्यता क्या है?

अनिवार्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ बीएएमएस में प्रवेश पाने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक आवश्यकता 10 + 2 है। BAMS 2021 के पाठ्यक्रमों में प्रवेश NEET परीक्षा में उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर होता है

क्या बीएएमएस एमबीबीएस के बराबर है?

एमबीबीएस बीएएमएस के बराबर नहीं है। वे अलग-अलग पाठ्यक्रम हैं। एमबीबीएस डिग्री कोर्स को आधुनिक चिकित्सा के अभ्यास के लिए स्नातक को प्रशिक्षित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। BAMS डिग्री कोर्स आयुर्वेद के अभ्यास के लिए एक स्नातक को प्रशिक्षित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

क्या मैं NEET में 100 अंकों के साथ BAMS कर सकता हूं?

आपके अंकों के अनुसार यदि आप अखिल भारतीय कोटा के माध्यम से आवेदन करते हैं तो बीएएमएस पाठ्यक्रम के लिए सरकारी कॉलेज प्राप्त करना मुश्किल है। यदि आप अपने राज्य के कोटे से आवेदन कर रहे हैं तो सरकारी कॉलेज मिलने की संभावना है।

आशा करते हैं कि आपको Ayurvedic Doctor कैसे बने का ब्लॉग अच्छा लगा होगा। यदि आप विदेश में आयुर्वेद की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।

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    1. हैलो वाला जी, BAMS 12वीं के बाद साढ़े 5 साल तक चलता है, जिसमें एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है। यह कोर्स फिजियोलॉजी, एनाटॉमी, टॉक्सिकोलॉजी, फार्माकोलॉजी, डायग्नोसिस और बीमारियों की रोकथाम, नाक, आंख, गले की दवा, दवा के सिद्धांत, फोरेंसिक मेडिसिन आदि सिखाता है। भारत में शुरू से ही दुनिया भर के छात्रों का झुकाव इस पाठ्यक्रम की ओर रहा है, जो बहुत पहले से भारत में सबसे लोकप्रिय और व्यापक आयुर्वेद था। यदि आप विदेश में आयुर्वेद की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।

    1. हैलो वाला जी, BAMS 12वीं के बाद साढ़े 5 साल तक चलता है, जिसमें एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है। यह कोर्स फिजियोलॉजी, एनाटॉमी, टॉक्सिकोलॉजी, फार्माकोलॉजी, डायग्नोसिस और बीमारियों की रोकथाम, नाक, आंख, गले की दवा, दवा के सिद्धांत, फोरेंसिक मेडिसिन आदि सिखाता है। भारत में शुरू से ही दुनिया भर के छात्रों का झुकाव इस पाठ्यक्रम की ओर रहा है, जो बहुत पहले से भारत में सबसे लोकप्रिय और व्यापक आयुर्वेद था। यदि आप विदेश में आयुर्वेद की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।