एंग्जायटी के घरेलू उपाय

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एंग्जायटी के घरेलू उपाय

एंग्जायटी अब मेंटल डिसऑर्डर बन चुका है लेकिन हममें से बहुत लोग अभी भी इसके लक्षण और सावधानियों के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते। आज की तेजी से बढ़ती दुनिया में ऐंग्शियस (anxious) होना आम बात हो गई है लेकिन जैसे ही ये हद से ज्यादा बढ़ जाए, आपकी एंग्जायटी शरीर और दिमाग पर बुरी तरह असर करने लगती है। ये जरूरी है कि हम हर दिन उन एक्टिविटी का अभ्यास करें जिसके साथ आपको एंग्जायटी से छुटकारा मिल सकता है। ऐसा करने से आप एक्टिविटी से जुड़े डिसऑर्डर से भी बचे रहेंगे। ऐसा करने के लिए यहां हम 10 एंग्जायटी के घरेलू उपाय के बारे में बता रहे हैं। ये एंग्जायटी के घरेलू उपाय आपके रोजमर्रा के शेड्यूल में फिट तो बैठेंगे ही आपके एंग्शियस दिमाग को भी हेल्थी तरीके से हैंडल करेंगे। 

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स्वस्थ रहिए (Stay Healthy)

आपने ये जरूर सुना होगा कि ‘स्वस्थ शरीर, स्वस्थ दिमाग से ही मिलता है’। ये बात हर तरीके से सही है। अगर आप एंग्जायटी से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि आप स्वस्थ रहेंगे तो एंग्जायटी कभी भी आपके पास भी नहीं आ पाएगी। इसके पीछे कारण ये है कि सबसे पहले लोग एंग्जायटी इसलिए महसूस करते है क्योंकि शारीरिक तौर पर फिट नहीं होते हैं या फिर वो ऐसी किसी एक्टिविटी में शामिल होते हैं जो उनकी हेल्थ पर गलत असर डाल रही होती है। इसलिए ध्यान से रोज हेल्दी खाना खाइए, व्यायाम कीजिए, अल्कोहल न पीजिए और अच्छे से सोइए। अगर ऐसा नियमित तौर पर किया जाए तो ये एंग्जायटी के घरेलू उपाय में सबसे अच्छा और आसान  साबित हो सकता है,  जो आपकी लम्बे समय तक मदद करेगा। 

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सांस की एक्सरसाइज (Breathing Exercises)

जब तनाव ज्यादा बढ़ जाता है तो ये एंग्जायटी अटैक की वजह भी बन सकता है। इसलिए आप जब भी खुद को तनाव वाली स्थिति में पाएं जो आपको एंग्शियस कर रहा हो तो इस वक्त सबसे अच्छे  एंग्जायटी के घरेलू उपाय में शामिल है खुद के ब्रीदिंग रेट को कंट्रोल करना। उदाहरण के लिए अगर आप किसी इंटरव्यू का सामना करने जा रहे हैं और एंग्शियस महसूस कर रहे हैं तो कम से कम 1 मिनट के लिए गहरी सांस लें और ऐसा 10 से 15 मिनट तक करते रहें। ये आपको शांत करेगा और एंग्जायटी अटैक की स्थिति आने से बचाएगा। 

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मेडिटेशन करें (Practice Meditation)

ये साबित हो चुका है कि मेडिटेशन मन शांत करने और शरीर को रिलैक्स करने में मदद करता है। अक्सर एंग्शियस अटैक के दौरान हमारे विचार और दिल की धड़कन मानो भागने से लागते हैं और हमें हाथ से निकल जाने वाली स्थिति महसूस होती है। जरूरी है कि नियम से रोज मेडिटेशन किया जाए। अपने दिन का कुछ समय मेडिटेशन को जरूर दें, कोशिश करें ये समय सुबह का हो। अगर इसकी  प्रैक्टिस नियम से की जाएगी तो आपको अपने दिमाग पर कंट्रोल महसूस होगा। साथ में आपको दिमाग रिलैक्स भी महसूस होगा। मॉडर्न दुनिया में ये सबसे अच्छा और असरदार एंग्जायटी के घरेलू उपाय में एक  है। 

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अपने डर का सामना करें (Face your Fears)

एंग्जायटी की वजह बनने वाली चीजों से दूरी बना लेना एंग्जायटी से बचने का शॉर्ट टर्म हल है। क्योंकि अगली बार जब आप उस चीज का सामना करेंगे तो आपके सामने वही सायकिल फिर से चलेगी। इसकी जगह आपको करना ये है कि अपने डर का सामना करें ताकि वो  एक बार में हमेशा के लिए दूर हो जाएं। इस तरह से आप अपने डर से बाहर आएंगे और भविष्य में एंग्जायटी होने की संभावना भी नहीं रहेगी। जब भी आपके सामने कोई डर आए, उसका सामना करें और उस पर जीत भी हासिल करें। इस जगह पर आप प्रोफेशनल थेरेपिस्ट और काउंसलर की मदद भी ले सकते हैं जो आपको एंग्जायटी हैंडल करने की असरदार तकनीक बताएगा। इसलिए आप अपनी एंग्जायटी को जड़ से खत्म करना चाहते हैं तो ये भी बेस्ट एंग्जायटी के घरेलू उपाय में एक  है। 

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एक साथ कई चीजों के बारे में सोचने से बचें (Think Less)

कई बार लोगों को एंग्जायटी अटैक इसलिए भी आते हैं क्योंकि उनके दिमाग में कई सारे विचार एक साथ चल रहे होते हैं। एक साथ कई सारे विचार होने से दिमाग पर बोझ महसूस होता है और फिर कोई भी काम अच्छे से नहीं हो पाता है। इस स्थिति में ये भी महसूस होता है कि जीवन पर कोई कंट्रोल नहीं है। इसलिए  एंग्जायटी के घरेलू उपाय में एक असरदार उपाय ये है कि एक साथ बहुत सारे विचारों को न सोचा जाए। जब भी लगे कि आपके दिमाग में कई सारे विचार एक साथ आ रहे हैं तो अपनी सांसों पर फोकस करना सही रहता है। मेडिटेट भी किया जा सकता है। 

स्टेट ऑफ अवेयरनेस तक पहुंचें (Reach a State of Awareness)

आप एंग्जायटी को खत्म तब तक नहीं कर सकते हैं जब तक एंग्जायटी के कारण को ना पता कर लिया जाए। इसके लिए कुछ देर शांत मन से बैठ जाइए। अब अपने शरीर की कमियों और आसपास की चीजों पर ध्यान दीजिए। इस तरह से आप अपने शरीर को लेकर जागरूक होंगे। ये एंग्जायटी के घरेलू उपाय में काफी कारगर उपाय है क्योंकि एंग्जायटी की एक वजह चीजों को लेकर साफ समझ ना होना भी हो सकता है। इस तरह जब आप खुद को और अपने विचारों को समझ सकेंगे तो एंग्जायटी का रिस्क भी कम हो जाएगा। 

खुद कंट्रोल करें अपनी लाइफ (Take Control of Your Life)

आपने कब सबसे ज्यादा एंग्शियस  महसूस किया था? निश्चित ही तब जब आपको लगा कि जो भी आपके आसपास हो रहा है वो आपके कंट्रोल में नहीं है। इस एंग्जायटी के घरेलू उपाय का इस्तेमाल करना थोड़ा कठिन है। लेकिन जब ये आप एक बार कर लेंगे तो आसानी से एंग्जायटी को दूर कर पाएंगे। इसलिए भाग्य के भरोसे बिलकुल न रहें बल्कि अपने आसपास हो रही चीजों को अपने कंट्रोल लें। जिम्मेदारी लीजिए और उन चीजों को बदलिए जो आपको लगता है कि आपके लिए सही नहीं हैं। विश्वास कीजिए कि आप ये बदलाव कर सकने में सक्षम हैं। लेकिन इस कंट्रोल करने की प्रक्रिया में इसको हद से ज्यादा बिलकुल न करें। कंट्रोल को लम्बे समय तक चलाने के लिए छोटे-छोटे कदमों से आगे बढ़ें।  

पसंदीदा कामों को दें समय (Engage in Things You Love)

आजकल के समय में ढेर सारा तनाव भरा काम भी एंग्जायटी को बढ़ाता है। एंग्जायटी के घरेलू उपाय में एक कारगर उपाय है  पसंदीदा कामों में खुद को व्यस्त रखना। इसलिए अपनी व्यस्त जिंदगी से कुछ समय उन कामों के लिए निकालिए जो आपको बहुत पसंद हैं। फिर चाहे आप पढ़ते हों या नौकरी करते हों, इस काम से आपको बहुत फायदा होगा। इस तरह से आपको शरीर में एक नई ऊर्जा महसूस होगी, जिससे आपको अपने और लाइफ के लिए अच्छा महसूस होगा। इससे एंग्जायटी से बचने में मदद मिलेगी। 

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पहले से हो प्लानिंग (Plan Everything Beforehand)

कई बार एंग्शियस इस वजह से भी हो जाते हैं क्योंकि आपने बहुत सारे काम एक साथ हाथ में ले लिए होते हैं। इस वजह से आपको लगने लगता है कि आप कोई भी काम पूरा नहीं कर पाएंगे। इस स्थिति में भी एंग्जायटी आसानी से हो जाती है। इसलिए किसी भी काम को ‘बाद में’ करने की सोचना छोड़ दीजिए। ये निश्चित कीजिए कि आप सारे काम एक साथ न करके, एक बार में एक ही काम हाथ में लें। इस एंग्जायटी के घरेलू उपाय को आजमाना आसान भी है और असरदार भी। 

एक्सपर्ट की मदद लें (Take Professional Help)

जैसा कि पहले भी बताया जा चुका है कि एंग्जायटी एक मेंटल डिसऑर्डर है। ये कहा गया है कि लाइफस्टाइल में बदलाव करके एंग्जायटी से बचा जा सकता है। लेकिन इसमें गहरे से फंसने के बाद आपको एक्सपर्ट राय और दवा की जरूरत भी पड़ सकती है। इसको मामूली बिलकुल ना समझें क्योंकि एंग्जायटी अटैक आपके शरीर पर बुरा असर डाल सकते हैं। इसलिए अगर आप बहुत लम्बे समय तक एंग्शियस महसूस करें तो एंग्जायटी के घरेलू उपाय के साथ मनोवैज्ञानिक से जरूर मिल लें और प्रोफेशनल हेल्प लेकर अपने दिमाग का ख्याल रखें। 

एंग्जायटी के लिए योग

उष्ट्रासन (Ustrasana)

उष्ट्रासन के नियमित अभ्यास से स्ट्रेस कम होता है और पूरे शरीर में रक्त संचार (Blood Circulation) बढ़ता है। रक्त संचार बढ़ने का मतलब है कि शरीर में ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है और शरीर और दिमाग को स्वस्थ बनाने में मदद करती है।

सेतु बंधासन (Setu Bandhasana)

उष्ट्रासन की ही तरह, ये आसन भी शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाने में मदद करता है। सेतु बंधासन न सिर्फ छाती को चौड़ा बनाता है बल्कि दिल के ब्लॉकेज को भी खोलने में मदद करता है। ये दिमाग को शांत करने और स्ट्रेस घटाने में भी मदद करता है। नियमित अभ्यास करने पर ये शरीर को जबरदस्त ऊर्जा भी देता है।

बद्ध कोणासन (Baddha Konasana)

बद्ध कोणासन, योग का मूलासन है। ये जांघ के भीतरी हिस्से और गुप्तांग के आसपास के हिस्से को बेहतरीन स्ट्रेच देता है। ये रीढ़ की हड्डी को सीधा करने और जांघों को रिलैक्स करने में मदद करता है। जबकि इसके नियमित अभ्यास से हिप्स के दर्द और टेंशन, स्ट्रेस और डिप्रेशन में भी राहत मिलती है।

पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)

बैठने के बाद आगे झुककर किया जाने वाला ये आसन हैमस्ट्रिंग मसल्स को मजबूत बनाता है और ब्लॉकेज खोलने में मदद करता है। ये रीढ़ की हड्डी की समस्याओं को दूर करने में भी मदद करता है। इस आसन के अभ्यास के दौरान लंबी सांस खींचने और छोड़ने से दिमाग शां​त होता है और शरीर को लचीला बनाना आसान हो जाता है।

दंडासन (Dandasana)

ये आसन शरीर में कोर स्ट्रेंथ विकसित करने में मदद करता है। इसका अभ्यास पहली नजर में आसान दिख सकता है। लेकिन सांसों को नियमित रूप से लेने और छोड़ने के साथ ही रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में काफी ताकत लगानी पड़ती है। 

एक बार जैसे ही आप इस आसन को करना बंद करते हैं, रीढ़ पुरानी स्थिति में वापस आ जाती है। इसके साथ ही सारा स्ट्रेस और तनाव भी कम करने में मदद मिलती है। इस बेसिक से दिखने वाले आसन को करने से स्ट्रेस और टेंशन को कम करने में भी मदद मिलती है।

एंग्जायटी ट्रीटमेंट इन आयुर्वेद इन हिंदी

एंग्जायटी के लिए  आयुर्वेदिक उपचार में सबसे बेहतर है शमन चिकित्सा विधि का उपयोग जो काफी तद तक चिंता को दूर करने के लिए किया जाता है। इस आयुर्वेदिक उपचार में औषधीय तेलों का उपयोग सिर की मालिश करने के लिए की जाती है। इसके अलावा सिर पर औषधीय तेल, दूध, पानी, छाछ को डाला जाता है इसे शिरोधरा कहा जाता है। मस्तिष्क से चिंता को दूर करने में यह चिकित्सा बहुत ज्यादा कारगर बताई गई है।

रसायन चिकित्सा –  एंग्जायटी को हमेशा हमेशा खत्म करने के लिए आयुर्वेद में दूसरी रामबणा है रसायन चिकित्सा पद्ति। इसमें कई तरह की जड़ीबूटियां जैसे अश्वगंधा, ब्राही, मुलेठी आदि का उपयोग किया जाता है। मानसिक रोग को कम करने के लिए आयुर्वेद में रसायन चिकित्सा का उपयोग किया जाता है। इस विधि में व्यक्ति के चिंता को दूर करने का प्रयास करते है बल्कि कुछ जीवनशैली में परिवर्तन करवाते है।

घबराहट के लिए घरेलू नुस्खे

घबराहट से बचने के लिए टलहने, ध्यान और योग का सहारा लें सकते हैं। घबराहट महसूस होने पर धीरे-धीरे सांस लेंते रहे इसके साथ ही उन बातों को ना सोचे जिससे आपका तनाव बढ़ता हो। ध्यान भटकाने के लिए संगीत, फिल्म या स्वस्थ आहार का सहारा लें। पर्याप्त नींद लें, अगर आप ठीक से नहीं सो पा रहे हैं तो अपने डॉक्टर से मिले। इसके अलावा कैफिन का सेवन कम करें। सिगरेट पीते है तो तुंरत छोड़ें।

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तो ये रहे 10 एंग्जायटी के घरेलू उपाय जिन्हें आपको अपनाना चाहिए। क्योंकि दुनियाभर में अभी भी एंग्जायटी का बेस्ट इलाज पर अभी भी खोज चल रही है,  इसलिए स्वस्थ लाइफस्टाइल चुनना ही फिलहाल बेस्ट ऑप्शन है। इस तरह के और भी कंटेंट को पढ़ने के लिए Leverage Edu पर आते रहिए। आप LinkedInYoutubeFacebookQuora और Instagram पर हमें फॉलो भी कर सकते हैं। 

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