BSc Microbiology in Hindi : जानिए बीएससी माइक्रोबायोलॉजी क्या है, कैसे करें, क्यों करें, करियर और अन्य जानकारी

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बीएससी माइक्रोबायोलॉजी (BSc Microbiology in Hindi)

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी एक अंडर ग्रेजुएट कोर्स है जो 3 साल का होता है। इस कोर्स में आप वायरस, बैक्टीरिया, एल्गी, फंगी, स्लिम मोल्ड्स तथा प्रोटोजोआ आदि के बारे में अध्ययन करते हैं। बीएससी माइक्रोबायोलॉजी में माइक्रो जीवों के अध्ययन से संबंधित है यह अध्ययन जीव विज्ञान में आता है। आप बीएससी माइक्रोबायोलॉजी कोर्स को 12वीं के बाद कर सकते हैं। इस ब्लॉग में बीएससी माइक्रोबायोलॉजी को क्यों चुने, इस कोर्स के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटीज क्या हैं, योग्यता, करियर स्कोप, BSc Microbiology in Hindi से जुड़ी सभी जानकारी दी गई है।

डिग्री टाइपअंडर ग्रेजुएट
अवधि3 वर्ष
सामान्य योग्यता12वीं कक्षा के अंक, बायोलॉजी के स्ट्रीम से  
डिग्री सिस्टमसेमेस्टर सिस्टम
प्रमुख विदेशी यूनिवर्सिटीजयूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ डबलिन, मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी आदि। 
प्रमुख भारतीय कॉलेजमाउंट कैरेमल कॉलेज, सेंट. जेवियर कॉलेज, जय हिन्द कॉलेज आदि।
जॉब स्कोप बायोकेमिस्ट, सेल्यूलर बायोलॉजिस्ट, इम्युनोलॉजिस्ट आदि।
अनुमानित सालाना औसत सैलरीINR 3-20 लाख (जॉब प्रोफाइल के आधार पर) 
This Blog Includes:
  1. बीएससी माइक्रोबायोलॉजी क्या है?
  2. बीएससी माइक्रोबायोलॉजी क्यों चुनें?
  3. बीएससी माइक्रो बायोलॉजिस्ट के मुख्य कार्य 
  4. बीएससी माइक्रो बायोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक स्किल्स
  5. BSc Microbiology in Hindi सिलेबस
  6. बीएससी माइक्रो बायोलॉजी के कोर्स के लिए प्रमुख विदेशी यूनिवर्सिटीज़
  7. बीएससी माइक्रो बायोलॉजी के लिए प्रमुख भारतीय इंस्टीट्यूट्स
  8. बीएससी माइक्रो बायोलॉजी के लिए योग्यता
  9. विदेशी यूनिवर्सिटीज़ की आवेदन प्रक्रिया
  10. भारतीय यूनिवर्सिटीज़ की आवेदन प्रक्रिया 
  11. आवश्यक दस्तावेज़
  12. बीएससी माइक्रो बायोलॉजी की पढ़ाई में काम आने वाली आवश्यक पुस्तकें 
  13. बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के लिए प्रवेश परीक्षाएं
  14. बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के बाद करियर विकल्प
    1. एंप्लॉयमेंट एरिया 
  15. बीएससी माइक्रोबायोलॉजी करने के बाद सैलरी 
  16. FAQs

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी क्या है?

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी एक 3 वर्ष का अंडर ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है, जिसमें आप विभिन्न प्रकार के माइक्रोब्स जैसे वायरस, प्रोटोजोआ और बैक्टीरिया और उन सभी से संबंधित फैक्टर्स के बारे में अध्ययन करते हैं। इन सभी माइक्रोब्स का अध्ययन उनकी संरचना, उनके विकास के पैटर्न और उनके द्वारा वातावरण में जो प्रभाव होता है इससे संबंधित है। विद्यार्थी अपनी बारहवीं कक्षा के साइंस बायोलॉजी के स्ट्रीम से पूरा होने के बाद इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। इस डिग्री में बायोलॉजी के एक पर्टिकुलर एरिया पर फोकस किया जाता है। बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के पूरा होने के बाद उनके पास मास्टर तथा PhD कोर्स करने का विकल्प भी उपलब्ध होता है। 

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी क्यों चुनें?

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी कोर्स की वजह से आने वाले लाभों के कारण यह उच्च मांग में है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप रिसर्च लैब्स, दवा कंपनियों जैसी जगहों पर काम कर सकते हैं। इस कोर्स को चुनने के कुछ प्रमुख कारण नीचे दिए गए हैं:

  • डाइवर्स अवसर: माइक्रोबायोलॉजी में बैचलर  डिग्री प्राप्त करने के बाद आप विभिन्न जॉब प्रोफाइल जैसे बैक्टीरियोलॉजिस्ट, वायरोलॉजिस्ट, सेल बायोलॉजिस्ट, माइकोलॉजिस्ट का कार्य कर सकते हैं। 
  • हायर एजुकेशन: बीएससी माइक्रो बायोलॉजी कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार एमएससी कोर्स जैसे एमएससी माइक्रोबायोलॉजी, एमएससी इन एप्लाइड माइक्रोबायोलॉजी, एमएससी मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी और एमएससी माइक्रोबियल जेनेटिक्स और बायोइनफॉरमैटिक्स जैसे कोर्सेज में आवेदन कर सकते हैं। पीजी डिग्री भी उम्मीदवारों के लिए नौकरी की संभावना को बढ़ाता है।  इसी तरह, उम्मीदवार अपना पीजी पूरा करने के बाद पीएचडी कोर्सेज का विकल्प चुन सकते हैं।
  • रिसर्च अवसर: अधिकांश माइक्रोब्स जल्दी से अपनी जेनेटिक्स स्ट्रक्चर बदलते हैं।  इससे रिसर्च के अवसर खुलते हैं।  माइक्रोबायोलॉजिस्ट संक्रामक रोगों की अगली लहर, रोगाणुओं के पर्यावरणीय प्रभाव, खाद्य उत्पादों पर रोगाणुओं पर प्रभाव और कई अन्य चीजों को समझने के लिए माइक्रोब्स पर लगातार रिसर्च करते हैं।
  • कंपेटिटीव सैलरी: माइक्रोबायोलॉजिस्ट प्रतिवर्ष अच्छी सैलरी कमाते हैं। इस कोर्स के बाद आपके पास भी कई विकल्प उपलब्ध होंगे। एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट की एवरेज सैलरी INR 3 से 15 लाख तक हो सकती है। 

बीएससी माइक्रो बायोलॉजिस्ट के मुख्य कार्य 

एक माइक्रो बायोलॉजिस्ट के द्वारा माइक्रोब्स के अध्ययन और निगरानी के लिए कई प्रकार के तरीकों का उपयोग किया जाता है। माइक्रो बायोलॉजिस्ट द्वारा इन सूक्ष्म जीवों पर कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का उपयोग करके नई दवाओं का लैब एनालिसिस और निगरानी की जाती है। एक माइक्रो बायोलॉजिस्ट के द्वारा किया जाने वाले मुख्य कार्य इस प्रकार से हो सकते हैं-

  • नई योजनाएं बनाना करना एवं परीक्षण करना।
  • पर्यावरण के सूक्ष्म जीवों के विकास पर नजर रखना।
  • सूक्ष्मजीवों की बढ़ती हुई संस्कृतियों को परखना।
  • एंटीसेप्टिक की तरह नए फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट वैक्सीन तथा दवाइयों का निर्माण करना।
  • अलग-अलग जगहों से या लोकेशन से सैंपल्स कलेक्ट करना।
  • डाटा को रिकॉर्ड करना, एनालिसिस करना एवं इंटरप्रेट करना।
  • नए रिसर्च पेपर रिपोर्ट और रिव्यूज को लिखना।
  • साइंटिफिक रिसर्च और डेवलपमेंट के साथ अप-टू-डेट रहना।
  • यह सुनिश्चित करना कि डाटा को दिशानिर्देशों के साथ में ही सही तरीके से रिकॉर्ड किया गया है।
  • उच्च स्वास्थ्य तथा सेफ्टी स्टैंडर्ड्स का पालन क्या जाना चाहिए।
  • जांच के लिए खाद्य और पेय निर्माण होने वाली प्रक्रियाओं का निरीक्षण करना।
  • एक लेबोरेटरी का मैनेजमेंट देखना एवं उसे सुनिश्चित करना।

बीएससी माइक्रो बायोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक स्किल्स

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी में विद्यार्थियों को इसके लिए कुछ स्किल्स की आवश्यकता होती है। इन स्किल्स सहायता से वे इस फील्ड में अपने आप को स्वतंत्र करके अपने कार्य पर ध्यान दे सकते हैं। नीचे कुछ आवश्यक स्किल्स दी गई हैं:

  • क्रिटिकल थिंकिंग तथा प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स
  • स्वतंत्र होकर तथा टीम के साथ रहकर कार्य करने की स्किल्स
  • बैक्टीरिया और वायरस का आइसोलेशन करना तथा उन्हें पहचानने की स्किल्स
  • कल्चर माइक्रो ऑर्गेनिज्म की समझ
  • माइक्रो स्कॉपी टेक्नीक्स की समझ
  • साइंटिफिक लैब तथा उसके इक्विपमेंट्स को ऑपरेट करने की समझ
  • डाटा को अच्छे से रिकॉर्ड करना तथा एनालाइज करना 
  • मौखिक तथा लिखित कम्युनिकेशन स्किल्स 

BSc Microbiology in Hindi सिलेबस

BSc Microbiology in Hindi सिलेबस तीनों वर्षों के 6 सेमेस्टर्स का नीचे दिया गया है-

सेमेस्टर 1सेमेस्टर 2
इंट्रोडक्शन टू माइक्रोबायोलॉजी एंड माइक्रोबॉयल डायवर्सिटीबायोकेमिस्ट्री
इंट्रोडक्शन टू बायोलॉजीसेल बायोलॉजी
माइक्रोबॉयल डायवर्सिटीमाइक्रोबायोलॉजी
माइक्रोबॉयल मेटाबोलिज्ममैथमेटिक्स
एंजाइमोलॉजीमाइकोलॉजी एंड साइकोलॉजी
बॉयोस्टैटिसटिक्सडीएनए टेक्नोलॉजी
लैबबायोइनफॉर्मेटिक्स
लैब
सेमेस्टर 3सेमेस्टर 4
वर्गोलॉजीफूड माइक्रोबायोलॉजी 
माइकोलॉजीसेल बायोलॉजी
मॉलेक्युलर बायोलॉजीइन्हेरिटेंस बायोलॉजी
माइक्रोबॉयल फिजियोलॉजीइम्यूनोलॉजी
एनालिटिकल बायोकेमेस्ट्रीएंजाइम टेक्नोलॉजी
जनरल माइक्रोबायोलॉजी लैबबॉयोस्टैटिसटिक्स
मॉलेक्युलर बायोलॉजी लैबफूड माइक्रोबायोलॉजी लैब
इम्यूनोलॉजी लैब
सेमेस्टर 5सेमेस्टर 6
इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी प्रोजेक्ट
रिकंबाइनेंट डीएनए टेक्नोलॉजीफार्माकोलॉजी
एनवायरमेंटल एंड एग्रीकल्चरल माइक्रोबायोलॉजीपैरासिटोलॉजी
रिसर्च मेथाडोलॉजी
मेडिकल बैक्टीरियोलॉजी लैब
इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी लैब 
जेनेटिक इंजीनियरिंग ऐप
मेडिकल बैक्टीरियोलॉजी 

बीएससी माइक्रो बायोलॉजी के कोर्स के लिए प्रमुख विदेशी यूनिवर्सिटीज़

नीचे कुछ विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के नाम दिए गए हैं जहां से आप अपनी बीएससी माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं:

बीएससी माइक्रो बायोलॉजी के लिए प्रमुख भारतीय इंस्टीट्यूट्स

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के लिए प्रमुख भारतीय इंस्टीट्यूट्स की लिस्ट इस प्रकार हैं:

  • माउंट कार्मल कॉलेज, बैंगलोर 
  • सैंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई 
  • जय हिंद कॉलेज, मुंबई 
  • फर्ग्युसन कॉलेज, पुणे 
  • इतिराज कॉलेज फॉर वुमन, चेन्नई 
  • मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई 
  • भास्कराचार्य कॉलेज आफ अप्लाइड साइंसेज 
  • ऑक्सफोर्ड कॉलेज ऑफ साइंस बेंगलुरु

बीएससी माइक्रो बायोलॉजी के लिए योग्यता

विदेश के टॉप विश्वविद्यालयों से बीएससी माइक्रोबायोलॉजी कोर्स करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में अलग हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:

  • आवेदक का बारहवीं मे फिजिक्स, केमिस्ट्री  और मैथ्स के स्ट्रीम में परिणाम कम से कम 50% से अधिक होना अनिवार्य हैं।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
  • विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/रिज्यूमे  और पोर्टफोलियो  भी जमा करने होंगे।
  • किसी भी यूनिवर्सिटी में बैचलर डिग्री कोर्स कर लिए SAT/ACT की मांग भी की जा सकती है।

क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन टेस्ट की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।

विदेशी यूनिवर्सिटीज़ की आवेदन प्रक्रिया

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। 
  • ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।

भारतीय यूनिवर्सिटीज़ की आवेदन प्रक्रिया 

भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़

विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक हैं:

  • सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • पासपोर्ट फोटोकॉपी
  • वीज़ा 
  • अपडेट किया गया रिज्यूमे
  • अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
  • सिफारिश पत्र या LOR
  • स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस SOP 

बीएससी माइक्रो बायोलॉजी की पढ़ाई में काम आने वाली आवश्यक पुस्तकें 

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के लिए पढ़ने के लिए नीचे कुछ पुस्तकों की लिस्ट दी गई है जिनकी सहायता से आप अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं-

किताब का नामलेखक (राइटर)यहां से खरीदें
अप्लाइड इम्यूनोलॉजीबेंजामिन अब्राहम थॉमसयहां से खरीदें 
लीजेंड मैक्रो मॉलेक्यूलर इंटरेक्शंस इन ड्रग डिस्कवरी (मेथड एंड प्रोटोकॉल्स : 572 मेथड इन मॉलेक्युलर बायोलॉजी)एना सेसिलिया ए रोकयहां से खरीदें 
माइक्रोबायोलॉजी पेल्क्जार एमजे और क्रेन अनारमाइक्रोबियल जेनेटिक्सजॉन क्रोनन और डेविड फ्रेफिल्डरयहां से खरीदें 
माइक्रोबियल जेनेटिक्सजी आर कृष्णैया यहां से खरीदें 
अप्लाइड बायोफिजिक्स ए मॉलिक्युलर अप्रोचटॉम ए वेघयहां से खरीदें 
इंट्रोडक्शन टू बायो इनफॉर्मेटिक्सअल्बर्टो फर्नांडिस यहां से खरीदें 

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के लिए प्रवेश परीक्षाएं

किसी विदेशी यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने के लिए आपको जो परीक्षाएं देनी होंगी वे हैं:

  • SAT – स्कोलास्टीक एप्टीट्यूड टेस्ट
  • ACT –  अमेरिकन कॉलेज टेस्टिंग 
  • GRE –  ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन 

भारतीय कॉलेजों कि प्रवेश परीक्षाएं इस प्रकार हैं:

  • BHU UET 
  • AMUEEE  
  • CUCET
  • IISER 
  • IPU CET 
  • KIITEE BCA
  • LUCSAT BCA
  • BU MAT
  • RUET

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के बाद करियर विकल्प

बीएससी माइक्रो बायोलॉजी की डिग्री प्राप्त करने के बाद आप अपनी पोजीशन में बदलाव तथा सैलरी पैकेज को बढ़ाने के लिए मास्टर डिग्री कोर्स भी कर सकते हैं। बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के बाद आपके पास करियर के काफी विकल्प उपलब्ध नीचे उनमें से कुछ के नाम दिए गए हैं:

  • बायोकेमिस्ट: बायोकेमिस्ट बायोलॉजिकल प्रक्रियाओं के अलग अलग पहलुओं का अध्ययन करता है। वह मानव शरीर के डीएनए, आरएनए, आदि विषयों पर अध्ययन करता है तथा निरंतर उनके मॉडिफिकेशन के लिए कार्य करता है। 
  • इम्युनोलॉजिस्ट: एक इम्युनोलॉजिस्ट, इम्यूनोलॉजी के क्षेत्र में विद्वान होता है, और सामान्यतः इम्यूनिटी से जुड़ी समस्याओं का निवारण करता है। 
  • बैक्टीरियोलॉजिस्ट: एक बैक्टीरियो लॉजिस्ट का कार्य अलग अलग तरह से बैक्टीरिया का अध्ययन करके उनके निरंतर बदलते तथा उभरते हुए व्यवहार को समझना होता है। उनका मुख्य काम लैबोरेट्री में रिसर्च करना होता है अधिकतर सरकारी और फार्मास्यूटिकल कंपनियों में। 

अन्य जॉब प्रोफाइल इस प्रकार हैं:

  • वर्गोलॉजिस्ट
  • माइक्रो बायोलॉजिस्ट
  • सेल बायोलॉजिस्ट
  • फूड माइक्रो बायोलॉजिस्ट
  • मेडिकल माइक्रो बायोलॉजिस्ट

एंप्लॉयमेंट एरिया 

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के बाद में एंप्लॉयमेंट एरिया निम्न प्रकार से हैं:

  • हॉस्पिटल्स
  • यूनिवर्सिटीज
  • मेडिकल स्कूल्स
  • गवर्नमेंट लैबोरेट्रीज
  • फूड एंड ड्रिंक
  • फार्मास्यूटिकल कंपनीज
  • हेल्थ केयर ऑर्गनाइजेशन
  • एनवायरमेंटल ऑर्गनाइजेशन

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी करने के बाद सैलरी 

Payscale.in के अनुसार बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के अध्ययन के बाद किसी विद्यार्थी की एवरेज सैलरी पैकेज INR 3 लाख से लेकर INR 20 लाख तक हो सकता है। अपने वर्किंग एरिया में कुछ वर्षों के अनुभव प्राप्त करके आप इसे भी अच्छे सैलरी पैकेज पर कार्य कर सकते हैं तथा जॉब प्रोफाइल व काम के आधार पर यह सैलरी पैकेज इससे अलग भी हो सकते है। 

जॉब प्रोफाइल एवरेज सैलरी पैकेज (INR में)
बायोकेमिस्ट4 से 6 लाख
इम्यूनोलॉजिस्ट3 से 5 लाख
बैक्टेरियोलॉजिस्ट 3 से 4 लाख
फूड माइक्रोबायोलॉजिस्ट4 से 6 लाख

FAQs

बीएससी माइक्रो बायोलॉजी के कैरेक्टर स्टिक्स बताइए?

बीएससी माइक्रो बायोलॉजी के कैरेक्टर स्टिक्स निम्न प्रकार से हैं: 
इंट्रेस्ट इन माइक्रो ऑर्गेनिज्म
एंजॉय वर्किंग इन लैबोरेट्री
डिजायर टू अंडरस्टैंड हाउ माइक्रोब्स कॉस डिजीज
डिजायर फोर इंटेलेक्चुअल ग्रोथ
इंट्रेस्ट इन गवर्नमेंट, एकेडमिक एंड प्राइवेट जॉब्स
प्रिसिजन एंड अटेंशन टू डिटेल्स

माइक्रो बायोलॉजी के बाद आगे क्या कर सकते हैं?

माइक्रो बायलॉजी के बाद आप अपनी आगे के पढ़ाई के लिए किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में मास्टर्स डिग्री के लिए एडमिशन ले सकते हैं तथा उसके बाद एक पीएचडी डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। 

किसी विदेशी यूनिवर्सिटी में माइक्रो बायोलॉजी के कोर्स में कितना समय लगता है?

विदेशी यूनिवर्सिटीज़ में सामान्यतः माइक्रोबायोलॉजी के कोर्स के लिए 3 साल की अवधि होती है। 

हमें उम्मीद है कि आपको बीएससी माइक्रोबायोलॉजी से संबंधित यह ब्लॉग पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से बीएससी माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

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