12वीं पास करते ही हमें कॉलेज में पहुंचने का इंतजार होता है। जहाँ एक नई लाइफ के साथ हमको एक अनदेखी, अनोखी दुनिया का जबरदस्त एडवेंचर मिलता है। एक कॉलेज फ्रेशर होना अपने आप में कमाल है, अपनी पहचान खोजने और उस लाइफ को जीना जिसका हमेशा सपना देखा हो यह एक अलग ही ख्वाब होता है। अगर आप जल्दी ही कॉलेज शुरू कर रहे हैं तो यह ब्लॉग आपके लिए है। इसमें आप जानेंगे एक कॉलेज फ्रेशर कैसा फील करते हैं। अपने लाइफ के इस महत्वपूर्ण दौर में जिसके लिए आपने कल्पना की और जिन भावनाओं का आप कॉलेज में एक्सपीरिंयस लेने जा रहे हैं, उनकी खोज में डूब जाइए।
This Blog Includes:
- घबराहट और डर से बचें
- एंग्जाइटी से खुद को बचाएं
- एक्साइटमेंट और खुशी
- पुरानी यादों की दस्तक
- घर की याद आना
- कॉलेज फ्रेशर के मन में डाउट
- जबरदस्त एनर्जी, दुनिया जीतने की फीलिंग
- कन्फ्यूजन को करें हैंडल
- प्रोडेक्टिविटी का रखें ध्यान
- क्यूरियोसिटी और प्रयास करने की इच्छा
- अपनेपन की भावना
- असुरक्षा और अकेलापन
- निराशा और नाराजगी
- तमाम परेशानियों से निश्चिन्त होना
घबराहट और डर से बचें
एक कॉलेज फ्रेशर के रूप में आपके लाइफ का पहला दिन यादगार होता है। एक रात पहले से ही कॉलेज फ्रेशर की भावनाएं उथल-पुथल करने लगती हैं। मन में घबराहट का कब्जा हो जाता है। क्या एक्सपेक्ट करें और क्या ये नई फीलिंग आपको रास भी आएगी या नहीं आप इन बातों से डरते भी हैं। नई चीज को आजमाने से पहले यह नॉर्मल है। भय की भावना एक स्वाभाविक घटना है, क्या उम्मीद करें, नई लाइफ को कैसे अपनाएं और अपने लिए एक स्पेस कैसे बनाएं। सवाल बहुत होंगे। खुद को तनाव मत दें, यह सब अपने आप सही हो जाएगा!
एंग्जाइटी से खुद को बचाएं
क्या आपको कॉलेज के पहले दिन को लेकर चिंता हो रही है? डरें नहीं, एक बार जब आप नई लाइफ में फिट-इन कर लेंगे, जो आपका इंतजार कर रही है, तो ये अपने आप खत्म हो जाएगा। एक कॉलेज फ्रेशर की भावनाएं पहले दिन चिंता से घिरी हों ये भी नॉर्मल है। नए दोस्त बनाने की चिंता, खुद को कॉलेज के लायक समझना या कॉलेज को पसंद करना। जब यह नया होता है तो सब कुछ असाधारण लगता है, और यह किसी के लिए भी एंग्जाइटी का कारण होता है। लेकिन ध्यान रखें यह सब वक्त के साथ धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा।
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एक्साइटमेंट और खुशी
कॉलेज फ्रेशर की भावनाएं बेहिसाब एक्साइटमेंट और खुशी से भी तो भरी होती हैं। एक नई शुरुआत, एक नई लाइफ, तो एक्साइटमेंट क्यों ना हो? जैसे ही कॉलेज फ्रेशर के रूप मे कॉलेज लाइफ शुरू होता है, दिल की धड़कनें बढ़ने लगती हैं। नए दोस्त बनाने का उत्साह, अपने नए स्किल्स की पहचान और नए सिरे से दुनिया को समझने का मौका, हर फ्रेशर के लिए एक्साइटिंग होता है।
पुरानी यादों की दस्तक
नए कॉलेज की लाइफ शुरु करने के साथ ही स्कूल लाइफ को अलविदा कहना होता है। स्कूल टाइम की यादें, दोस्तों के साथ गुजरा वक्त, आपका स्कूल के गलियारे में बिताया गया हर पल, सबकुछ बहुत याद आता है। अपने दोस्तों को, हर किसी को जो आपकी लाइफ का अब तक एक पार्ट रहा है उसे छोड़ना आसान नहीं होता, इसलिए कॉलेज फ्रेशर की भावनाएं नॉस्टेलजिया से भरी होती हैं।
घर की याद आना
अगर आपका कॉलेज आपके घर से दूर है और आपको दूसरे शहर में रह कर पढ़ना है तो आपके लिए परिवार को गुड बाय कहना सबसे मुश्किल होता है। जहां एक तरफ नए लोगों से मिलने का उत्साह होता है, लेकिन कोई भी चीज किसी के परिवार छोड़ने की तकलीफ को कम नहीं कर सकती है। पहले वीक में घर को छोड़ने का दुख बहुत नॉर्मल है, फैमली को मिस तो आप जरूर करेंगे। पर ये भी बहुत आम कॉलेज फ्रेशर की फीलिंग्स हैं।
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कॉलेज फ्रेशर के मन में डाउट
कॉलेज का पहला दिन आता है और सभी कॉलेज फ्रेशर के लिए, यह दिन काफी डाउट से भरा होता है। एक नया माहौल, नए लोग, सबकुछ कितना भी कूल लगे पर अपनेपन की कमी भी डाउट कारण हो सकती है। आपको डाउट होता है कि इन सबके साथ मैच कर पाएंगे या नहीं? तो हम आपको बता दें कि ऐसी सेल्फ डाउट वाली कॉलेज फ्रेशर की भावनाएं भी नॉर्मल हैं और आप अपने विल पावर से इन्हें मैनेज कर लेंगे।
जबरदस्त एनर्जी, दुनिया जीतने की फीलिंग
कॉलेज के शुरू के कुछ दिन क्या करना है ये पता नहीं होता और कोई भी आपसे कुछ कहे तो आप करने को तैयार होते हैं। एन्थूजियाज्म या एक्साइटमेंट और खुद को लेकर आप इतने पॉजिटिव होते हैं कि लगता है कि आप सब कुछ कर सकते हैं और किसी भी काम में एक्सेल कर सकते हैं।
कन्फ्यूजन को करें हैंडल
बहुत सारे ऑप्शन मौजूद होने और सभी कुछ इतनी तेजी से बदलने के कारण कन्फ्यूज हो जाना फ्रेशर के लिए स्वाभाविक है। कॉलेज फ्रेशर की भावनाएं देखें तो अक्सर इसलिए कन्फ्यूजन भी एक फीलिंग होता है। आपको कॉलेज के शुरूआती दिनों में कई चीजों से डील करना है, एडजस्ट करना है और बहुत सारे फैसले एक साथ लेने होते हैं। जाहिर है ऐसे में आपने भी खुद से कहा तो होगा कि कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन है सॉल्यूशन कुछ पता नहीं!
प्रोडेक्टिविटी का रखें ध्यान
कॉलेज की शुरुआत में खुद को प्रूव करने का जोश और अपना बेस्ट देने की होढ़ आपको हर काम में अपना बेस्ट देेने के लिए मोटिवेट करता है और आपकी प्रोडक्टिविटी बहुत हाई रहती है। मगर वक्त के साथ आप भी नॉर्मल हो जाते हैं और प्रोडक्टिविटी भी।
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क्यूरियोसिटी और प्रयास करने की इच्छा
एक कॉलेज फ्रेशर होना यानी उस दुनिया की खोज करने की इच्छा जो अभी तक आपकी पहुंच से बाहर थी। नई चीजों की खोज, नई फीलिंग्स का अनुभव और आजादी को पूरी तरह इंजॉय करना। हालांकि क्यूरियोसिटी और नई चीजें एक्सप्लोर करने का शौक लिमिट में, कंट्रोल के साथ, सही संगत के साथ और समझदारी से ही होना चाहिए।
अपनेपन की भावना
जैसे-जैसे समय बीतता है, दोस्त करीब आ जाते हैं और उनके संबंध मजबूत हो जाते हैं। कॉलेज के एक फ्रेशर के रूप में एक समूह की खोज करना और अपनेपन की भावना होना अनिवार्य है और वो भाई-चारे की भावना का विकास करता है। नया परिवेश ज्यादा घर के समान महसूस होता है और उदासी को कम करता है। इस बिन्दु से, यहाँ कोई पीछे मुड़ने का रास्ता नहीं!
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असुरक्षा और अकेलापन
नए विद्यार्थी होने के नाते वह कॉलेज में कई सवालों के साथ आता है जो अक्सर आत्म-संदेह को बढ़ाता है। कुछ हद तक आत्म-संदेह सामान्य है लेकिन आप ये जान लें कि आपके पास सभी रुकावटों को पार करने की क्षमता है और कभी-कभी इसके लिए सबसे बेहतर तरीका है कि आप कुछ समय खुद के लिए अकेले बिताएं।
निराशा और नाराजगी
एक कॉलेज फ्रेशर के रूप में निराशा की भावना कुछ नया नहीं है। लाइफ हमेशा वैसे नहीं होता जैसी हम उम्मीद करते हैं, मोहभंग होना निराश का कारण हो सकता है। निरंतर वही लाइफ, पाठ्यक्रम के समय की नियमितता और सख्त लाइफ शैली सीमित और परेशान करने वाली हो सकती है। हालांकि सभी व्यक्तियों की तरह आप भी अपनी अभिव्यक्ति की आजादी का उपयोग कर सकते हैं और जैसा सपना देखा वैसा लाइफ जिएं।
तमाम परेशानियों से निश्चिन्त होना
जैसे समय बीतता है, चीजें अधिक स्पष्ट हो जाती हैं और संदेह हवा में उड़ जाता है क्योंकि लाइफ अधिक समझ में आ जाता है। शेड्यूल स्थिर हो जाता है, भावनाओं की उथल-पुथल काम हो जाती है और लाइफ अधिक निर्धारित हो जाता है। सभी चीजे ज्यादा रुचिकर हो जाती हैं और विविध अवसर हो राह में होते हैं उनको बिना हिचकिचाहट के पकड़ लिए जाते हैं। चिंता दूर चली जाती है और लाइफ अधिक खुशहाल हो जाता है। मौज में लाइफ बिताएं!
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उम्मीद है, आपको कॉलेज फ्रेशर की भावनाएं का यह ब्लॉग पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।।