Suchna lekhan in Hindi: सूचना लेखन की विशेषताएँ, महत्व, फॉर्मेट, सैंपल

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Suchna lekhan in Hindi

Suchna lekhan in Hindi: वर्तमान में जानकारी का आदान-प्रदान अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। चाहे विद्यालय हो, सरकारी कार्यालय हो या कोई भी सामाजिक मंच, सभी के बीच सूचना लेखन एक ऐसा माध्यम है जिसके ज़रिए लोगों तक आवश्यक बातें स्पष्ट रूप से पहुँचाई जाती हैं। छात्रों के लिए भी सूचना लेखन एक आवश्यक कौशल बन गया है। विद्यालय में होने वाली गतिविधियों, प्रतियोगिताओं, छुट्टियों या विशेष कार्यक्रमों की जानकारी प्रायः सूचनाओं के माध्यम से ही दी जाती है। सूचना लेखन एक औपचारिक लेखन शैली है, जिसका प्रयोग किसी कार्यक्रम, आदेश और निर्णय को सार्वजनिक रूप से साझा करने के लिए किया जाता है। इसमें शब्दों का चयन सटीक रूप से किया जाता है, जिससे पाठक तुरंत विषय की गंभीरता और आवश्यकता को समझ सके। इस ब्लॉग में हम विशेष रूप से छात्रों के लिए सूचना लेखन (Suchna Lekhan in Hindi) के प्रारूप, उदाहरण और उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, ताकि वे इसे न केवल समझें, बल्कि अभ्यास में भी ला सकें।

सूचना लेखन क्या होता है?

आसान शब्दों में समझें तो सूचना लेखन एक औपचारिक लेखन प्रक्रिया है जिसके माध्यम से किसी महत्वपूर्ण जानकारी, निर्णय, कार्यक्रम, बदलाव या आदेश को लोगों तक पहुँचाया जाता है। सूचना लेखन का उद्देश्य यह होता है कि पाठक को बिना किसी भ्रम के आवश्यक बातों की जानकारी स्पष्ट रूप से मिल जाए। सूचना लेखन का उपयोग आमतौर पर विद्यालयों, कार्यालयों, सरकारी विभागों, समाचार पत्रों या किसी संगठन द्वारा जारी की जाती है। सूचना लेखन में भाषा सरल, स्पष्ट, और उद्देश्य के अनुसार होती है जिससे कोई भी व्यक्ति उसे आसानी से समझ सके।

सूचना लेखन का महत्व

सूचना लेखन के महत्व (Importance of Suchna lekhan in Hindi) को इस प्रकार समझा जा सकता है:

  • सूचना लेखन एक ऐसा तरीका है जिससे महत्वपूर्ण जानकारी को बहुत तेज़ी से और बिना किसी भ्रम के संबंधित व्यक्तियों तक पहुँचाया जा सकता है।
  • जब किसी संस्था या संगठन में किसी निर्णय या आदेश को साझा करना होता है, तो उसे लिखित सूचना के रूप में प्रसारित किया जाता है, जिससे वह एक प्रमाणिक दस्तावेज़ बन जाता है।
  • मौखिक संवाद में कई बार बातों को गलत समझा जा सकता है, लेकिन सूचना लेखन में बात स्पष्ट, क्रमबद्ध और प्रमाणिक रूप से लिखी जाती है, जिससे भ्रम की संभावना नहीं रहती।
  • जब सभी सूचनाएं लिखित रूप में होती हैं, तो संगठन के कार्यकलापों में पारदर्शिता बनी रहती है और कर्मचारियों में जिम्मेदारी का भाव उत्पन्न होता है।
  • सूचना लेखन के माध्यम से दी गई जानकारी को भविष्य में संदर्भ के रूप में प्रयोग किया जा सकता है, जिससे पुराने निर्णयों या प्रक्रियाओं को समझना और उनकी समीक्षा करना संभव होता है।
  • सूचना लेखन 
  • सूचना लेखन छात्रों के लिए परीक्षा में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल लेखन कौशल को निखारता है, बल्कि औपचारिक भाषा में संक्षिप्त रूप से जानकारी देने की क्षमता बढ़ाता है।

सूचना लेखन की विशेषताएँ

सूचना लेखन की विशेषताएँ इस प्रकार हैं:

  • संक्षिप्तता: सूचना लेखन में अनावश्यक विवरणों से बचा जाता है और केवल आवश्यक जानकारी को ही शामिल किया जाता है।
  • स्पष्टता: इसमें भाषा स्पष्ट और सीधी होती है ताकि पाठक बिना किसी उलझन के सूचना को समझ सके।
  • वस्तुनिष्ठता: इसमें व्यक्तिगत राय या भावनाओं की जगह केवल तथ्यों और सूचनाओं को ही प्रस्तुत किया जाता है।
  • प्रासंगिकता: जो जानकारी दी जा रही है वह विषय से संबंधित और उपयोगी होनी चाहिए।
  • तथ्यों पर आधारित: सूचना लेखन केवल सत्यापित तथ्यों पर आधारित होता है, जिससे इसकी विश्वसनीयता बनी रहती है।
  • औपचारिकता: इसमें भाषा शैली औपचारिक होती है, क्योंकि यह आमतौर पर स्कूल, संस्थान या दफ्तरों में प्रयोग होता है।
  • समयबद्धता: सूचना का समय पर प्रसारण आवश्यक होता है ताकि उसका अधिकतम लाभ लिया जा सके।

सूचना लेखन के प्रकार

सूचना लेखन के प्रकार यहां दिए गए हैं:

  • आधिकारिक सूचना (Official Notice): आधिकारिक सूचना विद्यालय, कार्यालय या किसी संस्था की ओर से दी जाती है। यह अवकाश की सूचना, समय सारणी में बदलाव आदि बताने के लिए दी जाती है।
  • सार्वजनिक सूचना (Public Notice): सार्वजनिक सूचना का उपयोग सरकारी या प्रशासनिक संस्थाएं आम जनता के लिए जारी करती हैं। सार्वजनिक सूचना में जल आपूर्ति बाधित रहने की सूचना, ट्रैफिक बदलाव की सूचना आदि प्रदान की जाती है।
  • शैक्षणिक सूचना (Academic Notice): शैक्षणिक सूचना को विद्यालय या कॉलेज में परीक्षाओं, प्रतियोगिताओं, अभ्यर्थन या सेमिनार से जुड़ी सूचनाएं प्रदान करने के लिए उपयोग में लिया जाता है। परीक्षा तिथि, प्रवेश प्रक्रिया की सूचना देना आदि शैक्षणिक सूचना के कुछ उदाहरण हैं।
  • सामाजिक सूचना (Social Notice): सामाजिक सूचना का उपयोग सामाजिक कार्यक्रमों, जनजागरूकता अभियानों या सांस्कृतिक आयोजनों की जानकारी देने वाली सूचनाएं प्रदान करने के लिए किया जाता है। रक्तदान शिविर, नाटक प्रदर्शन आदि जैसी सूचनाएं, सामाजिक सूचना के कुछ उदाहरण हैं। 
  • व्यावसायिक सूचना (Business Notice): व्यावसायिक सूचना का उपयोग किसी कंपनी या व्यावसायिक संस्था द्वारा कर्मचारियों, ग्राहकों या अन्य स्टेकहोल्डर्स को दी जाने वाली सूचना के लिए किया जाता है। पदोन्नति, स्थानांतरण, बैठक की सूचना देना व्यावसायिक सूचना के कुछ उदाहरण हैं। 
  • आपातकालीन सूचना (Emergency Notice): आपातकालीन सूचना का उपयोग अचानक उत्पन्न स्थिति में जारी की गई सूचना देने के लिए किया जाता है। तूफ़ान चेतावनी, स्कूल बंद रखने की घोषणा की सूचना आदि आपातकालीन सूचना के कुछ उदाहरण हैं।

सूचना लेखन का प्रारूप

सूचना लेखन का प्रारूप इस प्रकार है: 

  • शीर्षक: सबसे पहले ऊपर बीच में सूचना या NOTICE लिखा जाता है (बोल्ड या बड़े अक्षरों में)।
  • जारी करने की तिथि: सूचना के दाईं या बाईं ओर दिनांक लिखी जाती है – जैसे: 29 अप्रैल 2025
  • संस्था का नाम:
    सूचना जारी करने वाली संस्था/विद्यालय/कार्यालय का नाम बीच में या शीर्षक के ऊपर लिखा जाता है।
  • विषय: सूचना किस बारे में है – 1 पंक्ति में विषय स्पष्ट रूप से लिखा जाता है।
  • मुख्य विषयवस्तु: 3-4 पंक्तियों में सूचना का विवरण, जैसे किसको संबोधित है, क्या कार्यक्रम/घटना है, कब और कहां, क्या करना है या कौन संपर्क व्यक्ति है
  • हस्ताक्षर और पदनाम: नीचे दाईं ओर नाम (यदि हो तो), पदनाम जैसे, प्रधानाचार्य, सचिव, अध्यक्ष, कक्षा मॉनिटर आदि।

FAQs 

सूचना को हिंदी में कैसे लिखते हैं?

सूचना सरल शब्दों में लिखी जानी चाहिए। सूचना की भाषा प्रभावपूर्ण और मर्यादित शब्दों में लिखी जानी चाहिए। सूचना की लिखावट पठनीय होनी चाहिए। सूचना देने वाले का नाम या स्थान विशेष की जानकारी अवश्य होनी चाहिए।

सूचना लेखन क्या होता है?

सूचना लेखन एक औपचारिक लेखन शैली है जिसका उपयोग किसी विशेष जानकारी या घटना को संक्षिप्त, स्पष्ट और व्यवस्थित रूप में दूसरों तक पहुँचाने के लिए किया जाता है।

सूचना लेखन में किस भाषा का प्रयोग किया जाता है?

सूचना लेखन में सरल, स्पष्ट और औपचारिक भाषा का प्रयोग किया जाता है ताकि सभी लोग उसे आसानी से समझ सकें।

सूचना लेखन किस-किस विषय पर लिखा जा सकता है?

सूचना लेखन परीक्षाओं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं, सेमिनार, अवकाश, मीटिंग या किसी अन्य स्कूल/कार्यालय संबंधी गतिविधि पर लिखा जा सकता है।

सूचना और सूचना लेखन में क्या अंतर है?

सूचना एक जानकारी होती है, जबकि सूचना लेखन उस जानकारी को एक निर्धारित औपचारिक तरीके से लिखने की प्रक्रिया है।

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आशा है कि आपको इस ब्लॉग में सूचना लेखन के बारे में (Suchna lekhan in Hindi) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही हिंदी व्याकरण और सामान्य ज्ञान से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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