स्कूल खत्म करते ही बच्चे इस बात से परेशान हो जाते है कि किस क्षेत्र में करियर बनाया जाये। जहाँ माता-पिता चाहते है कि उनका बच्चा साइंस ले लेकिन वहीँ बच्चा कॉमर्स या आर्ट्स पढ़ना चाहते। इससे बच्चे कंफ्यूज हो जाते हैं कि क्या चुने। ऐसी स्थिति में उन्हें करियर काउंसलर की ज़रूरत होती है, जो उन्हें गुइडेन्स दे सके। छात्रों को उनके करियर की राह चुनने से लेकर उनके सफल भविष्य बनाने तक करियर काउंसलर उनका साथ देते हैं। Timesofindia.com की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार भारत में करीब 32 करोड़ छात्रों के लिए लगभग 15 लाख करियर काउंसलर की रिक्रुटमेंट अभी और होनी है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि देश में करियर काउंसलर की काफी जरूरत है। आइए विस्तार से देते हैं आपको करियर काउंसलर के बारे में संपूर्ण जानकारी।
This Blog Includes:
- करियर काउंसलर कौन होते हैं?
- रोल्स और ज़िम्मेदारियां
- करियर काउंसलर क्या करता है?
- करियर काउंसलर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
- कैरियर काउंसलिंग के फायदे?
- करियर काउंसलिंग क्यों जरूरी है?
- टॉप कोर्सेज
- टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज
- टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
- योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- करियर स्कोप
- सैलरी
- Leverage Edu स्टूडेंट काउंसलर
- FAQs
करियर काउंसलर कौन होते हैं?
करियर काउंसलर वह प्रोफेशनल होते हैं जो फ्रेशर छात्रों को उनके करियर के बारे गाइडेंस देते हैं। करियर काउंसलर छात्रों के लिए प्लान बनाने और उनके रोजगार के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करते हैं। करियर काउंसलर और कोच छात्रों के साथ काम करके उन्हें स्ट्रेटेजी सिखाते हैं कि कैसे नए रोज़गार अवसरों को सफलतापूर्वक खोजा जाए। करियर काउंसलर राज्यों के लेबर डिपार्टमेंट्स, कम्युनिटी एजेंसीज, स्कूल सिस्टम्स, दो और चार साल के कॉलेज करियर ऑफिस और प्राइवेट काउन्सलिंग फर्म्स द्वारा नियुक्त किए जाते हैं।
रोल्स और ज़िम्मेदारियां
करियर कॉउंसलर के रोल्स और ज़िम्मेदारियां इस प्रकार हैं:
- पर्सनालिटी को एडमिनिस्टर करना और इंटरेस्ट इन्वेंट्रीज़ का निर्माण करना।
- उपलब्धियों और एप्टीटुड टेस्ट्स का इस्तेमाल करके स्टूडेंट्स को उनके स्ट्रांग ज़ोन्स से परिचित कराना।
- छात्रों को काउंसल करना जो करियर बदलने के बारे में सोच रहे हैं।
- छात्रों को उनकी ज़रूरतों के लिए सही स्कूल्स या प्रोग्राम्स चुनने में मदद करना।
- छात्रों को इंटरव्यू, रिज्यूमे राइटिंग और नेटवर्किंग जैसी जॉब स्किल्स सिखाना और प्रैक्टिस कराना।
- छात्रों को एडवाइस देना कि उन्हें अपने करियर के लिए किन कोर्सेज और एजुकेशनल प्रोग्राम्स की आवश्यकता है।
- जॉब सर्च प्रोसेस में छात्रों को ओपन पोसिशन्स की तलाश करना और उन्हें जॉब सर्च रिसोर्सेज से कनेक्ट करना सिखाना।
करियर काउंसलर क्या करता है?
एक करियर काउंसलर होने के नाते, आपका काम कठिन और अनिश्चित व्यवसायों को उजागर करना और लोगों को जरूरत पड़ने पर सही दिशा प्रदान करना है। आइए एक नजर डालते हैं करियर काउंसलर द्वारा किए जाने वाले कुछ प्रमुख कार्यों पर:
मिथ बस्टर
हमें अक्सर कहा जाता है कि हमें अपने अकादमिक प्रदर्शन के आधार पर अपने करियर का चुनाव करना चाहिए।इसलिए, यदि आप हमेशा एक उत्कृष्ट छात्र रहे हैं, तो विज्ञान स्ट्रीम आपके लिए उपयुक्त है। पर ये सच नहीं है। आपको अपनी पढ़ाई की स्ट्रीम अपनी योग्यता और रुचि के अनुसार चुननी चाहिए। एक करियर काउंसलर आपके दिमाग में डाली गई गलत बातों को हटा कर आपको सही करियर चुनने में मदद करते हैं।
पेश है करियर के नए विकल्प
पहले, ज्यादातर लोगों का मानना था कि मेडिकल स्ट्रीम को चुनने का मतलब है कि आप डॉक्टर या फार्मासिस्ट बन सकते हैं। यदि आप 12वीं में गणित के साथ गैर-चिकित्सा विज्ञान के लिए जाते हैं, तो आप बी.एससी. या इंजीनियर बनो। लेकिन विज्ञान के क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं हैं जो सिर्फ डॉक्टर या इंजीनियर बनने तक सीमित नहीं हैं।एक करियर काउंसलर का उद्देश्य छात्रों को सभी संभावित करियर विकल्प प्रदान करना है जो वे किसी विशेष क्षेत्र में खोज सकते हैं और आगे उन्हें सही खोजने में सहायता करते हैं। इसके अलावा, हाल ही में शिक्षा के क्षेत्र में हुए उन्नयन के साथ, अध्ययन के लगभग हर क्षेत्र में विशेषज्ञताओं की एक श्रृंखला सामने आई है। उद्योग किसी विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञ ज्ञान वाले पेशेवरों की भी मांग करता है।
प्रेरणा के अपने स्रोतों की पहचान करने में आपकी सहायता करना
हम में से प्रत्येक अपनी धारणाओं, मूल्यों के साथ-साथ कैरियर के लक्ष्यों और उद्देश्यों में भिन्न होता है। किसी के पास बहुत सारा पैसा कमाने और एक उद्यमी बनने का लक्ष्य हो सकता है, जबकि किसी और के लिए प्रेरणा का स्रोत नई तकनीकों का आविष्कार करने और दुनिया में क्रांति लाने का उनका जुनून हो सकता है। दूसरी ओर, हो सकता है कि कोई व्यक्ति पैसे या स्थायी व्यवसाय के बारे में कम चिंता करते हुए दुनिया का पता लगाना चाहता हो। एक करियर काउंसलर विभिन्न प्रकार के लोगों को उनके विभिन्न करियर की खोज में साइकोमेट्रिक टेस्ट और आत्म-आत्मनिरीक्षण विश्लेषण जैसे उपकरणों की मदद से मार्गदर्शन कर सकता है ताकि उन्हें उनके जन्मजात जुनून की पहचान करने में मदद मिल सके।
सीखने के अवसर ढूँढना
एक अच्छा करियर काउंसलर हमेशा आपको बताएगा कि आकाश की सीमा है, बशर्ते कि आप अपने जुनून का पालन कर रहे हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहे हैं। इस प्रकार, भले ही आप विभिन्न क्षेत्रों में खुद को सुधारना चाहते हों, चाहे वह संचार हो या लिखित दक्षता, एक करियर काउंसलर आपको उपयुक्त पाठ्यक्रम और कार्यक्रम सुझाएगा जो आपके कौशल और क्षमताओं को प्रस्तुत कर सकते हैं। छात्रों से लेकर कामकाजी पेशेवरों तक, हर कोई अपनी योग्यता का विस्तार करने का प्रयास करता है और इस प्रकार एक डिग्री या अल्पकालिक पाठ्यक्रम अक्सर उन्हें उपयुक्त ज्ञान और एक्सपोजर प्राप्त करने में मदद कर सकता है जो वे हासिल करना चाहते हैं।
करियर काउंसलर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
करियर काउंसलर बनने के लिए नीचे स्टेप बाय स्टेप गाइड दी गई है, जो इस प्रकार है:
- स्टेप 1: बैचलर्स करें: काउन्सलिंग या मानव सेवाओं से संबंधित क्षेत्र में बैचलर्स डिग्री प्राप्त करें। बैचलर्स डिग्री करने से आपको ह्यूमन डेवलपमेंट, काउन्सलिंग स्किल्सऔर यहां तक कि करियर डेवलपमेंट के बारे में जानने को मिलता है।
- स्टेप 2: काउन्सलिंग में मास्टर्स डिग्री प्राप्त करें: करियर काउंसलर करियर थियोरीज़, करियर डेवलपमेंट, काउन्सलिंग थियोरीज़ और ह्यूमन डेवलपमेंट की साइकोलॉजी पर कोर्सवर्क कंसन्ट्रेशन्स के साथ काउन्सलिंग या करियर सेवाओं में अपनी मास्टर्स डिग्री प्राप्त करते हैं।
- स्टेप 3: सर्टिफिकेशन/लाइसेंस आवश्यकताएं प्राप्त करें: सर्टिफिकेशन/लाइसेंस प्राप्त करने के बाद छात्रों के पास करियर काउंसलर बनने के लिए एज होता है। ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट सुपरवाइज़्ड काउन्सलिंग एक्सपीरियंस छात्रों को करियर काउंसलर बनने की अनुमति देता है।
- स्टेप 4: सर्टिफिकेशन/लाइसेंस के लिए संबंधित परीक्षा उत्तीर्ण करें: कुछ राज्यों में काउन्सलिंग प्रोग्राम्स में ग्रेजुएशन या सर्टिफिकेशन/लाइसेंस के लिए काउंसलर परीक्षा उत्तीर्ण करने की आवश्यकता होती है। इनमें National Counselor Examination (NCE) या National Clinical Mental Health Counseling Examination (NCMHCE) शामिल हैं। National Board for Certified Counselors (NBCC) के माध्यम से अपने राज्य में काउंसलर के लिए उपलब्ध लाइसेंस और आवश्यक परीक्षाएं चेक करें।
- स्टेप 5: एडिशनल सर्टीफिकेशन्स के लिए अप्लाई करें: National Career Development Association (NCDA) पारंपरिक रूप से प्रशिक्षित काउंसलर और अन्य लोगों के लिए करियर डेवलपमेंट फैसिलिटेटर, करियर सेवा प्रदानकर्ता, मास्टर्स ऑफ करियर सर्विसेज, करियर काउंसलर, क्लीनिकल सुपरवाइज़र ऑफ करियर काउन्सलिंग और करियर काउंसलर एडुकेटर के रूप में शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए सर्टिफिकेट प्रदान करता है।
- स्टेप 6: अपनी शिक्षा जारी रखें और करियर काउन्सलिंग ट्रेंड्स पर अपडेटेड रहें: एक प्रोफेसर काउंसलर के रूप में स्टेट लाइसेंस को बनाए रखने के लिए, करियर काउंसलर को कुछ फोर्मट्स के नाम के लिए वर्कशॉप्स, कॉन्फरेन्सेस, प्रेसेंटेशन्स और रिसर्च के माध्यम से एजुकेशन क्रेडिट प्राप्त करना होगा। इसके अलावा, NCDA सर्टीफिकेशन्स वाले लोगों को भी करियर सेवाओं के क्षेत्र में प्रोफेशनल डेवलपमेंट को आगे बढ़ाने की आवश्यकता होती है।
कैरियर काउंसलिंग के फायदे?
करियर काउंसलिंग के फ़ायदे की बात की जाये तो कुछ फ़ायदों का जिक्र हमने नीचे किया है:
- पढ़ाई पूरी करने के बाद सभी लोग को कैरियर चुनने में बड़ा कंफ्यूजन होता है। लोग अपना सही कैरियर का चुनाव नहीं कर पाते हैं जिनके कारण वे लगातार परेशान रहते है।
- करियर काउंसलिंग करने वाला काउंसलर व्यक्ति को अपनी रुचि और ज्ञान को पहचानने के लिए प्रेरित करता है, वह स्वयं कर अंदर आत्मविश्वास पैदा करता है जिससे वह मनपसंद कैरियर का चयन कर पाते हैं।
- कैरियर काउंसलिंग के दौरान छात्रों या लोगों के बौद्धिक क्षमता को पहचानने के लिए काउंसलर उनका एप्टिट्यूड टेस्ट लेते हैं। जिससे उनको यह जानने में मदद मिलता है कि वह कैसे कैरियर का चुनाव करने के लिए तैयार है।
- हमारे देश में यह धारणा ज्यादा हावी रहती है कि डॉक्टर का बेटा या बेटी डॉक्टर ही बने लेकिन कैरियर काउंसलिंग में छात्र को उनकी रूचि और योग्यता के अनुसार कैरियर मार्गदर्शन दिया जाता है। काउंसलिंग करवाने वाला काउंसलर छात्रों के रुचि के अनुसार निष्पक्ष कैरियर का चुनाव करवाता है।
- कैरियर काउंसलिंग की मदद से लोग अपने अंदर के हुनर को पहचान पाते हैं जिससे उनको कैरियर का चयन करने में कोई परेशानी नहीं होता है।
- जिस व्यक्ति की रूचि जिस क्षेत्र में रहती है, उसी में कैरियर काउंसलिंग की मदद से एक स्पष्ट सोच विकसित की जाती है। जिससे उनकी स्किल में निखार आता है।
- अगर आप अपने कैरियर में लगातार गलती कर रहे हैं तो कैरियर काउंसलिंग की मदद से आप अपने अंदर की कमी ढूंढ पाते है और काउंसलर उनमें सुधार के तरीके बताता है।
- करियर काउंसलिंग की मदद से अपने अंदर की वीकनेस और स्ट्रैंथ को जानने में मदद मिलती है। इन्ही कमज़ोरी और मजबूती के दम पर गोल अचीव करवाने में काउंसलर आपकी मदद करता है।
करियर काउंसलिंग क्यों जरूरी है?
आज के समय में करियर काऊंसलर की जरूरत स्टूडेंट, जॉब करने वाले, अधिकारी सभी को होती है। वर्तमान में करियर कैसे और किस क्षेत्र में बनाना है इसको लेकर हर किसी को उलझन होती है। ऐसे में करियर काउंसलिंग की आवश्यकता होती हैं।
इसे आप एक उदाहरण से समझिये, एक बच्चा जो अपनी बारहवीं कक्षा साइंस बायो से कर रहा है। उसके घर में सभी लोग या ज्यादातर लोग डॉक्टर है। ऐसे में उस बच्चे से भी उम्मीद की जाती है कि वह भी डॉक्टर बनें। लेकिन बच्चे की रूचि इंजीनियर बनने में है, ऐसे में उसे करियर काउंसलर की जरूरत होती है।
टॉप कोर्सेज
करियर काउन्सलिंग कोर्सेज के नाम इस प्रकार हैं:
कोर्सेज | अवधि | औसत सालाना फीस (INR) |
Diploma in Guidance and Counseling | 1 साल | 30,000 |
B.A. (Human Resource Development) | 3 साल | 4-7 लाख |
M.A. (Career Counseling) | 2 साल | 15,000 |
M.Phil. (Career Counseling) | 18 महीने | 1.20 लाख |
PhD (Career Counseling) | 3 साल | 2-3 लाख |
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज
दुनिया की टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज जो करियर काउन्सलिंग कोर्सेज ऑफर करती हैं उनके नाम इस प्रकार हैं:
यूनिवर्सिटीज | औसत सालाना फीस |
अलबामा विश्वविद्यालय | USD 30,250 (INR 22.47 लाख) |
टेक्सास टेक यूनिवर्सिटी | USD 15,721 (INR 11.67 लाख) |
न्यू ऑरलियन्स विश्वविद्यालय | USD 13,678 (INR 10.16 लाख) |
मिसौरी विश्वविद्यालय | USD 22,916 (INR 17.17 लाख) |
पोर्टलैंड स्टेट यूनिवर्सिटी | USD 27,124 (INR 20.32 लाख) |
फ्लोरिडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी | USD 18,117 (INR 13.45 लाख) |
वर्जीनिया टेक | USD 14,207 (INR 10.55 लाख) |
वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी | USD 32,459 (INR 24.32 लाख) |
ऑकलैंड विश्वविद्यालय | NZD 32,224 (INR 16.76 लाख) |
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
करियर काउन्सलिंग कोर्सेज ऑफर करने वालीं टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज के नाम इस प्रकार हैं:
- इंस्टिट्यूट फॉर मैनेजमेंट एंड मैनेजमेंट
- ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन
- यूनिवर्सल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी
- श्री वासवी कॉलेज
- राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान
- भारथिअर विश्वविद्यालय
- माउंट कार्मेल कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन
- त्यागराजर कॉलेज
- एल्टिस, पुणे
- निर्मला शिक्षा संस्थान
योग्यता
करियर कॉउन्सलर बनने के लिए योग्यता नीचे दी गई है-
- बैचलर्स करने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं उत्तीर्ण (कोई भी स्ट्रीम) की होनी चाहिए।
- मास्टर्स करने के लिए काउन्सलिंग में बैचलर्स की होनी ज़रूरी है।
- PHD करने के लिए मास्टर्स की होनी ज़रूरी है।
- विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS/TOEFL के अंक अनिवार्य है।
- मास्टर्स करने के लिए GRE अंकों की भी आवश्यकता होती है।
आवेदन प्रक्रिया
नीचे आवेदन प्रक्रिया दी गई है-
- उम्मीदवार कार्टोग्राफी कोर्स के लिए आवेदन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से कर सकते हैं।
- आवेदन करने के लिए छात्र पहले कोर्स से संबंधित विश्वविद्यालय कॉलेज का चुनाव करें।
- जिस कॉलेज में वें आवेदन करना चाहते हैं उसके संबंधित वेबसाइट पर जाकर रजिस्टर करें।
- रजिस्टर करने के बाद उन्हें लॉगइन आईडी और पासवर्ड प्राप्त होगा, जिसके माध्यम से वे एप्लीकेशन फॉर्म खोल सकेंगे।
- एप्लीकेशन फॉर में मांगे जा रहे महत्वपूर्ण सूचना को भरे।
- आवेदन पत्र 2 पन्नों का होता है। एक पन्ना सूचना के लिए और दूसरा दस्तावेज के लिए।
- दस्तावेज जोड़कर अंत में शुल्क के साथ फॉर्म को जमा करें और फिर परिणाम की प्रतीक्षा।
विदेश के विश्वविद्यालय में आवेदन कैसे करें?
विदेश के विश्वविद्यालय में आवेदन करने की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है:
- विदेश के विश्वविद्यालय में आवेदन करने के लिए Leverage Edu के विशेषज्ञों की सहायता ले सकते हैं। वे आपकी आवेदन प्रक्रिया से लेकर वीजा आवेदन तक पूरी सहायता करेंगे।
- एक उच्च कोटि का कार्टोग्राफी बनने के लिए आप कोर्सेज का चयन करने में AI Course Finder की सहायता ले सकते हैं।
- छात्र आवेदन ऑनलाइन पोर्टल की सहायता से कर सकते हैं।
- यूके के विश्वविद्यालय में आवेदन UCAS के द्वारा किया जा सकता है।
- आवेदन करने के लिए छात्र पहले संबंधित विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट पर रजिस्टर करने के बाद उनके सामने एप्लीकेशन फॉर्म खुलेगा।
- एप्लीकेशन फॉर्म में दो पन्ने होते हैं, एक पर्सनल डिटेल के और दूसरा आवश्यक दस्तावेज के इन दोनों को पूरी तरह भरने के बाद फॉर्म को शुल्क के साथ जमा करना होता है।
- फॉर्म जमा होने के कुछ दिनो में परिणाम की घोषणा की जाती है।
- छात्र का चुनाव होने पर उसे एक स्वीकृत मेल प्राप्त होता है।
हम आपकी आकर्षक SOP और LOR बनाने में भी मदद करते हैं, ताकि आपकी एप्लीकेशन बिना किसी परेशानी के जल्दी सेलेक्ट कर ली जाए।
आवश्यक दस्तावेज़
आवेदन करने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज होते हैं जिसकी सूचना दी गई है :-
छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
करियर स्कोप
करियर काउंसलर का कोर्स पूरा करने के बाद आप स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, कोचिंग सेंटर आदि एजुकेशनल इंस्टीटूशन्स में आसानी से जॉब सकते हैं। हर एजुकेशनल इंस्टीटूशन्स में करियर काउंसलर की आवश्यकता होती है। इसके अलावा अख़बारों और मैगजीन्स में काम कर सकते हैं जहां करियर काउंसलर के लिए कॉलम होता है वहां पर वह लिखित कार्य कर सकते हैं। अगर चाहें तो अपना खुद का इंस्टिट्यूट भी खोल सकते हैं और इसके अलावा सेमिनार्स में भी करियर कॉउन्सलर को आमंत्रित किया जाता है। इस तरह से कैंडिडेट को रिसर्च फील्ड में भी काम करने का अवसर मिलता है।
सैलरी
Payscale.com के अनुसार करियर काउंसलर की शुरूआती औसत सालाना सैलरी INR 3-4 लाख होती है। अनुभव बढ़ने के साथ सालाना सैलरी INR 10 लाख या उससे ज्यादा तक जा सकती है। यूके में करियर काउंसलर की औसत सालाना सैलरी GBP 25,000 (INR 25.75 लाख) होती है, वहीं अमेरिका में करियर काउंसलर की औसत सालाना सैलरी USD 40,128 (INR 30.09 लाख) होती है।
Leverage Edu स्टूडेंट काउंसलर
Leverage Edu भारत का सबसे बड़ा स्टडी अब्रॉड प्लेटफार्म है जो छात्रों को विदेश में पढ़ने के लिए गाइड करता है। Leverage Edu के स्टूडेंट काउंसलर छात्रों को उनकी ड्रीम यूनिवर्सिटी चुनने, आवेदन प्रक्रिया और एंड-टू-एंड प्रोसेस में उनकी मदद करता है।
FAQs
करियर काउंसलर के तौर पर करियर बनाने के लिए कैंडिडेट को किसी भी स्ट्रीम से 12वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके बाद आप BA Psychology कोर्स कर सकते हैं। अगर आप ग्रेजुएशन कर चुके हैं तो आप MA Psychology कोर्स भी कर सकते हैं।
करियर काउंसलिंग से छात्रों को अपनी इंटेलेक्चुअल कैपेसिटी पता चलती है। वहीं उन्हें अपनी करियर चॉइस चुनने का भी मौका मिलता है। छात्रों को अपने करियर को निखारने में भी मदद मिलती है।
करियर काउंसलर छात्रों को सही करियर खोजने में मदद करते हैं और उन्हें भविष्य के लिए गाइड करते हैं। करियर काउंसलर छात्रों की पढ़ाई में भी उन्हें करियर पाथ उपलब्ध कराते हैं।
आशा करते हैं कि इस ब्लॉग से आपको करियर काउंसलर बनने से संबंधित जानकारी मिली होगी। यदि आप विदेश में career counselling course पढ़ना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके आज ही 30 मिनट्स का फ्री सेशन बुक कीजिए।