वाॅटर इंजीनियरिंग सिविल इंजीनियरिंग का सबसेट है, जिसमें जल प्राकृतिक प्रणालियों, तटों और नदियों के साथ मानव निर्मित वातावरण में प्रतिक्रिया का अध्ययन किया जाता है। वाॅटर रिसोर्स इंजीनियर जिन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, उनमें प्राकृतिक झरने, भूमिगत कुएं और वाॅटर ट्रीटमेंट आदि सुविधाएं शामिल हैं। Water engineering क्या है और वाॅटर इंजीनियर कौन होते हैं इसके बारे में इस ब्लॉग में विस्तृत जानकारी दी गई है।
कोर्स का नाम | Water Engineering |
सब्जेक्ट्स | फिजिकल जियोग्राॅफी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, जूलाॅजी, बाॅयोकेमेस्ट्री, इन्वायरोमेंटल साइंंस आदि। |
टाॅप यूनिवर्सिटीज | वोलोंगोंग यूनिवर्सिटी एरिज़ोना यूनिवर्सिटी अल्बर्टा यूनिवर्सिटी सभी IITs |
एंट्रेंस एग्जाम | JEE Main JEE Advanced MHT CET |
जाॅब प्रोफाइल्स | वाॅटर इंजीनियर, वाॅटर रिसोर्स इंजीनियर, सिविल इंजीनियर, अर्बन प्लानर, हाइड्रोलाॅजिकल इंजीनियर, वाॅटर असिस्टेंट, वाॅटर रिसोर्स एक्सपर्ट, सीनियर इंजीनियर वाॅटर, डिजाइन इंजीनियर- बेस्ट वाॅटर ट्रीटमेंट आदि। |
This Blog Includes:
- वॉटर इंजीनियरिंग क्या है?
- वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्स क्यों करें?
- वाॅटर इंजीनियर के कार्य
- वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए जरूरी स्किल्स
- वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए टाॅप कोर्सेज
- वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्स के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज
- वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्स के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
- वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए योग्यता
- वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज
- प्रवेश परीक्षाएं
- वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए स्टडी मटीरियल
- वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए टाॅप रिक्रूटर्स
- सैलरी
- FAQs
वॉटर इंजीनियरिंग क्या है?
वॉटर इंजीनियरिंग सिविल इंजीनियरिंग का एक हिस्सा है, जो विशेष रूप से जल-आधारित परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करता है और इसमें जल उपचार, अपशिष्ट जल या बुनियादी ढांचा विकास शामिल हो सकता है। इसे हाइड्रोलिक इंजीनियरिंग बोलते हैं, जो मुख्य रूप से पानी और सीवेज के प्रवाह और परिवहन से संबंधित है।
वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्स क्यों करें?
Water engineering कोर्सेज करने से पहले इसे समझना काफी आवश्यक है। इस फील्ड में काम के दौरान काफी चैलेंज्स भी आते हैं। वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्स वाले कैंडिडेट्स के लिए जाॅब्स के कई अवसर उपलब्ध हैं। एक वाॅटर इंजीनियर के रूप में कोई भी व्यक्ति सभी स्तरों पर कई सरकारी एजेंसियों में विविध करियर विकल्प पा सकता है। वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्सेज करने के बाद आपके लिए वाॅटर रिसोर्स मैनेजमेंट में बेहतरीन जाॅब्स के मौके मिलते हैं।
आप अपनी इंजीनियरिंग डिग्री के दौरान पार्ट टाइम वर्क या फिर इंटर्नशिप शुरू कर सकते हैं। वर्तमान में वाॅटर इंजीनियरिंग काफी डिमांडिंग जाॅब मानी जा रही है। अगर बीते 10 सालों के आंकड़े देखें तो वाॅटर इंजीनियरों के पदों में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्सेज के बाद आप किसान एवं कृषि मंत्रालय, जल संसाधन और नदी विकास मंत्रालय जैसे विभागों में काम कर सकते हैं। कोर्स पूरा करने के बाद आपके लिए जाॅब्स ही नहीं, बल्कि खुद का बिजनेस करने का भी विकल्प है।
वाॅटर इंजीनियर के कार्य
वॉटर इंजीनियर के महत्वपूर्ण कार्य नीचे दिए गए हैं:
- एक वाॅटर इंजीनियर जल आपूर्ति प्रणालियों, पानी की मांग का पूर्वानुमान लगाने के लिए पानी के उपयोग के आंकड़ों को एकत्र करने और उसका विश्लेषण करने के लिए भी जिम्मेदार है।
- भूमिगत या सतही जल संसाधनों के मैथमेटिकल मॉडलिंग करने के लिए एक वाॅटर इंजीनियर की आवश्यकता होती है।
- वाॅटर इंजीनियर के तौर पर आपको बाढ़ नियंत्रण, वाॅटर रिसोर्स, इरिगेशन वाॅटर आदि का काम भी देखना पड़ता है। इसके लिए आपको तैयार रहना होगा।
- सीवरेज और बाढ़ रक्षा संरचनाओं जैसे- पंप सिस्टम और पाइप नेटवर्क की प्रारंभिक रूपरेखा और पूर्ण योजना का निर्माण करना।
- पानी और सीवरेज बुनियादी ढांचे के संचालन का प्रबंधन और रखरखाव, सहकर्मियों और ग्राहकों को परियोजना विवरण और तकनीकी जानकारी प्रस्तुत करना।
- वाॅटर इंजीनियर के रूप में आपको रिपोर्ट लिखना और परियोजना बजट का प्रबंधन करना, कानून और दिशानिर्देशों में बदलाव के साथ कस्टमर्स, ठेकेदारों, सरकारी एजेंसियों से संपर्क करना।
वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए जरूरी स्किल्स
वाॅटर इंजीनियर बनने के लिए प्रभावी नेतृत्व और कौशल होना चाहिए। कठिन परिश्रम के साथ ही शारीरिक सहनशक्ति होनी चाहिए। नीचे हम प्वाइंट्स में जानेंगे कि water engineering के कोर्सेज करने के लिए निम्न स्किल्स होनी चाहिए-
- कम्युनिकेशन एंड रिटेन स्किल्स: मीटिंग में भाग लेना, सुझाव देना, डाटा फीडिंग आदि कार्यों के लिए आपको रिटेन और कम्युनिकेशन स्किल में दक्ष होना जरूरी है।
- एनालिटिकल स्किल्स: वाॅटर इंजीनियर बनने के लिए आपको सही निर्णय लेना और बाढ़ नियंत्रण जैसे हालातों से निपटने के लिए एनालिसिस जरूरी है, इसलिए आपमें एनालिसिस करने का गुण होना चाहिए।
- टीम वर्क: वाॅटर इंजीनियर अन्य इंजीनियर और सिविल इंजीनियर्स के साथ भी काम करते हैं। टीम संग काम करने के लिए आपको तैयार रहना चाहिए। किसी भी प्रोजेक्ट को बेहतर बनाने के लिए टीम वर्क अहम भूमिका निभाता है।
- टाइम मैनेजमेंट स्किलः वाॅटर इंजीनियरिंग में आपको किसी भी जाॅब में टाइम मैनेज करना बेहद महत्वपूर्ण है, अगर आप बाढ़ नियंत्रण या अन्य किसी काम के लिए जिम्मेदार हैं तो आपको समय का विशेष ध्यान रखना होता है।
- नाॅलेज ऑफ कंप्यूटरः वाॅटर इंजीनियरिंग की फील्ड में कुछ जाॅब पोस्ट ऐसी हैं, जिनमें आपको कंप्यूटर के साॅफ्टवेयरों का इस्तेमाल करना होता है। इसलिए आपको कंप्यूटर की नाॅलेज के साथ ही टाइपिंग स्पीड भी अच्छी होनी चाहिए।
- डिजाइन स्किलः नैचुरल सिस्टम और सेफ वाॅटर सिस्टम को डिजाइन करने के लिए वाॅटर इंजीनियर अपनी स्किल्स का इस्तेमाल करते हैं। यह काम करने वाले लोगों, उपकरण और वातावरण (इनवायरोमेंट) के लिए डिजाइन के लिए भी जिम्मेदार होते हैं, इसलिए डिजाइन स्किल महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- प्रेशर हैंडल करनाः वाॅटर इंजीनियरिंग की फील्ड में काम के दौरान कई बार प्रेशर की स्थिति रहती है, इसलिए आपको प्रेशर में भी काम करने की क्षमता होनी चाहिए।
वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए टाॅप कोर्सेज
Water engineering की फील्ड में काम करने के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करना जरूरी है। इसके लिए कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- B.Tech in Water Resources Engineering
- B.Tech in Soil and Water Conservation
- Sustainable Water Management/Water Audit
- Water and Wastewater Engineering MSc
- Water Resources and Environmental Engineering
- Water Supply Engineering
- Climate Change and Water in Mountains: A Global Concern
- Disaster Preparedness
- Ecosystem Services: a Method for Sustainable Development
- MSc in Water Engineering
- Introduction to Household Water Treatment and Safe Storage
- The ABC of sustainability
- Water Resources Management and Policy
- Water and Environmental Management
- Civil and Water Engineering
- Water and Environmental Management
वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्स के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज
Water engineering कोर्सेज करने के लिए टाॅप विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी
- वर्जीनिया टेक
- वोलोंगोंग यूनिवर्सिटी
- एरिज़ोना यूनिवर्सिटी
- अल्बर्टा यूनिवर्सिटी
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो, यूके
- एडिनबर्ग नेपियर यूनिवर्सिटी, यूके
- यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया
वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्स के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
Water engineering के कोर्सेज करने या वाॅटर इंजीनियर बनने के लिए टाॅप भारतीय यूनिवर्सिटीज और काॅलेज इस प्रकार है-
- कॉलेज ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, पश्चिम बंगाल
- मुंबई यूनिवर्सिटी, महाराष्ट्र
- एमिटी यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश
- वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान (वीआईटी) वेल्लोर, तमिलनाडु
- भारतीय इंजीनियरिंग विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान हावड़ा, पश्चिम बंगाल
- मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी मणिपाल, कर्नाटक
- आईआईटी, दिल्ली
- एसएसएम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी एंड पॉलिटेक्निक कॉलेज, तमिलनाडु
वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए योग्यता
Water engineering के कोर्सेज के लिए योग्यता नीचे दी गई है-
- वाॅटर इंजीनियरिंग में बैचलर्स कोर्स करने के लिए आपको 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वींं साइंस स्ट्रीम से पास करना होगा।
- वाॅटर इंजीनियरिंग (Water Engineering) के लिए छात्रों को JEE Main, JEE Advanced, MHT CET, OJEE, BCECE एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे। विदेश में बैचलर्स कोर्स के लिए SAT or ACT एग्जाम क्लियर करना होगा।
- वाॅटर इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री करने के लिए बैचलर डिग्री होनी जरूरी है।
- विदेश में वाॅटर इंजीनियरिंग के मास्टर डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए छात्रों के पास एक अच्छा GRE स्कोर होना चाहिए।
- एक अच्छा IELTS/ TOEFL स्कोर अंग्रेजी भाषा की दक्षता के रूप में में होना आवश्यक है।
- विदेश में कुछ यूनिवर्सिटीज कुछ स्पेसिफिक कोर्सेज के लिए के लिए 2 वर्ष के अनुभव की भी मांग करती है, जिसका समय यूनिवर्सिटी के लिए अलग-अलग भी हो सकता है।
वाॅटर इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन प्रक्रिया
वाॅटर इंजीनियरिंग के कोर्सेज में एडमिशन लेने से पहले आपको आवेदन प्रक्रिया सही से समझनी चाहिए, क्योंकि भारत और अन्य देशों के काॅलेज और यूनिवर्सिटीज में आवदेन प्रक्रिया अलग-अलग है।
भारतीय यूनिवर्सिटीज में आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है-
- अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
विदेशी यूनिवर्सिटीज में आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है-
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे- IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवश्यक दस्तावेज
आवेदन करने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है-
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
प्रवेश परीक्षाएं
Water engineering कोर्सेज में प्रवेश लेने के लिए कई प्रवेश परीक्षाएं (एंट्रेंस एग्जाम) भी हैं, जिन्हें पास करने के बाद आप बेहतर काॅलेज और यूनिवर्सिटी पा सकते हैं। नीचे कुछ एंट्रेस एग्जाम की लिस्ट दी गई है-
वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए स्टडी मटीरियल
Water engineering कोर्सेज में प्रवेश या फिर कोर्सेज के दौरान आप अपनी पढ़ाई को और बेहतर करने के लिए आप नीचे कुछ बुक्स दी गई हैं-
बुक्स | राइटर-पब्लिशर | लिंंक |
Civil Engineering Basics: Water, Wastewater, and Stormwater Conveyance | Daniel Mosher | यहां से खरीदें |
Water Resources Engineering 3rd Edition | Larry W. Mays | यहां से खरीदें |
Site Engineering for Landscape Architects 6th Edition | Steven Strom, Kurt Nathan, Jake Woland | यहां से खरीदें |
Introduction to Water Resources and Environmental Issues 1st Edition | Karrie Lynn Pennington, Thomas V. Cech | यहां से खरीदें |
MWH’s Water Treatment: Principles and Design 3rd Edition | John C. Crittenden , R. Rhodes Trussel | यहां से खरीदें |
GIS and Geocomputation for Water Resource Science and Engineering | Barnali Dixon, Venkatesh Uddameri | यहां से खरीदें |
Civil Engineering Basics: Water, Wastewater, and Stormwater Conveyance | Daniel Mosher | यहां से खरीदें |
Handbook of Applied Hydraulics | V.Calvin Davis, K. Sorenson | यहां से खरीदें |
वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए टाॅप रिक्रूटर्स
वाॅटर इंजीनियरिंग (Water Engineering) में कोर्सज करने के बाद आपको सरकारी और प्राइवेट दोनों प्रकार की जाॅब्स मिल सकती हैं। सरकारी नौकरियों के लिए समय-समय पर जाॅब्स नोटिफिकेशन देखते रहें और प्राइवेट में बड़ी कंंपनियां जाॅब्स ऑफर करती हैं। टॉप रिक्रूटिंग कंपनियों की लिस्ट नीचे दी गई है-
- Stebbins & Associates
- Arcadis
- Arcadis
- Wood
- Atkins
- Tetratech
- Aerotek
- CH2M
- Woodard & Curran
- L&T Infrastructure Engineering Limited
- MGrow Techno Systems Pvt. Ltd.
- Tata Consultancy Services
- HCLtech
- Dar Group
- Environmental Protection Agency
- Oil and Natural Gas
सैलरी
एक वाॅटर इंजीनियर के तौर पर शुरुआत में आपको सलाना 4 लाख से 8 लाख रुपये मिल जाते हैं। अनुभव बढ़ने के साथ आपकी सैलरी रेंज सलाना 9 लाख से 15 लाख तक हो सकती है। नीचे कुछ प्रमुख पदों के साथ उनकी सैलरी भी बताई गई है-
पोस्ट | सैलरी (सालाना) भारत में |
ड्रेनेज इंजीनियर | 7,49,684 रुपये |
इनवायरोमेंटल इंजीनियर | 1.8 लाख से 9.5 लाख रुपये |
वाॅटर इंजीनियर | 4 से 8 लाख रुपये |
वाॅटर क्वालिटी असिस्टेंट | 1.8 लाख रुपये से 3.50 लाख रुपये |
FAQs
वाॅटर इंजीनियर स्वच्छ जल की आपूर्ति, बाढ़-क्षति की रोकथाम और अपशिष्ट जल (Waste Water) के निपटान के लिए जिम्मेदार है।
एक वाॅटर इंजीनियर को शुरुआत में 4 लाख से 8 लाख के सालाना पैकेज मिल जाता है। अनुभव के आधार पर सैलरी बढ़ती रहती है।
वाॅटर इंजीनियर कार्यालय में या किसी निर्माण स्थल पर काम करते हैं। सुविधाओं के निर्माण या बंद होने पर निर्माण स्थलों पर कार्य की निगरानी और जांच करते हैं। किसी बांध के नीचे और आसपास रिसाव की स्थिति में काम के लिए जिम्मेदार होते हैं।
वाॅटर इंजीनियर बनने के लिए ग्रेजुएशन की डिग्री और एंट्रेस एग्जाम पास करने के बाद आप को संबंधित फील्ड में पोस्टग्रेजुएशन पूरा करना होता है। इसके लिए 12वीं में भी साइंस स्ट्रीम होनी आवश्यक है।
वाॅटर इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट बुक्स- ISE Wastewater Engineering, GIS and Geocomputation for Water Resource Science and Engineering, Site Engineering for Landscape Architects, Design of Water Resource Recovery Facilities, Manual of Practice No.8, Sixth Edition हैं।
वाॅटर इंजीनियरिंग के नाम से ही समझ सकते हैं कि हमें पानी के आसपास रहकर काम करना होगा। अगर आप पानी की स्वच्छता के लिए काम करना चाहते हैं तो वाॅटर इंजीनियर करियर के हिसाब से अच्छा विकल्प हो सकता है।
हम आशा करते हैं कि इस ब्लॉग से आपको water engineering से जुड़ी सारी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप वाॅटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई विदेश से करने के लिए इच्छुक हैं तो बेहतरीन मार्गदर्शन के लिए आज ही 1800 572 000 पर कॉल करें और Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।