लोकसभा लोगों का सदन है और वर्तमान में लोकसभा में 545 सदस्य हैं। विधानसभा या राज्य विधान सभा भारत के प्रत्येक राज्य और कुछ केंद्र शासित प्रदेशों में एक विधायी निकाय है। देश में चुनावी प्रक्रिया समझने के लिए लोकसभा और विधानसभा के बारे में जानना जरूरी है। इसके अलावा यह टाॅपिक स्टूडेंट्स के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि लोकसभा और विधानसभा से संबंधित करंट अफेयर्स के क्वेश्चन UPSC में प्री, मेंस एग्जाम और इंटरव्यू के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इसलिए इस ब्लाॅग में लोकसभा और विधानसभा क्या है? के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
लोकसभा क्या है?
लोकसभा लोगों का सदन है और संसद का सर्वोच्च निकाय है। लोकसभा (LokSabha) की ताकत 545 सदस्य हैं, जिसमें से 530 सभी राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं, 13 केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करते हैं, और भारत के राष्ट्रपति शेष 2 को नामित करते हैं। लोकसभा के सदस्य सीधे आम चुनाव से चुने जाते हैं। लोकसभा के कार्य को समझा जाए तो अन्य संसदीय लोकतंत्रों की तरह भारत में संसद के प्रमुख कार्य कानून बनाना, प्रशासन की देखरेख करना, बजट पारित करना, सार्वजनिक शिकायतों का निपटारा करना और विकास योजनाओं, राष्ट्रीय नीतियों और अंतरराष्ट्रीय संबंधों जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा करना है।
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विधानसभा क्या है?
विधानसभा राज्य विधानमंडल के निचले सदन के रूप में जानी जाती है। विधानसभा के सदस्य सीधे जनता द्वारा चुने जाते हैं। विधानसभा के सदस्यों को विधायक और मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली (MLA) भी कहा जाता है। विधानसभा सदस्यों को 5 वर्ष के लिए चुना जाता है। अध्यक्ष विधानसभा का पीठासीन अधिकारी होता है। भारत के प्रत्येक राज्यों में विधानसभा होती है।
विधानसभा सदस्य संख्या राज्यों के हिसाब से तय होती है। हर राज्य में विधानसभा की सीटें सदस्यों की संख्या तय करती हैं और जनता द्वारा विधानसभा सदस्यों का चुनाव किया जाता है। हर राज्य के विधानसभा सदस्यों की संख्या अलग-अलग है। सबसे ज्यादा विधानसभा सदस्य उत्तर प्रदेश में 403 हैं।
लोकसभा और विधानसभा में क्या अंतर है?
लोकसभा और विधानसभा में क्या है जानने के साथ ही दोनों के बीच अंतर समझना आवश्यक है जोकि यहां बताया जा रहा हैः
लोकसभा | विधानसभा |
लोकसभा भारतीय संसद का निचला सदन है। | विधानसभा भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की विधायी निकाय है। |
लोकसभा के 545 सदस्य हैं। | विधानसभा में सदस्य संख्या राज्यों के हिसाब से तय होती है। |
लोकसभा के सदस्यों का कार्यकाल 5 वर्ष होता है। | हर राज्य की विधानसभा का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। |
लोकसभा के सदस्य सीधे आम चुनाव से चुने जाते हैं। | विधानसभा के सदस्य सीधे जनता द्वारा चुने जाते हैं। |
आपातकाल की स्थिति में भारत का राष्ट्रपति लोकसभा को भंग कर सकता है। | मुख्यमंत्री के अनुरोध पर किसी भी राज्य का राज्यपाल आपातकाल के दौरान विधानसभा को भंग कर सकता है। |
लोकसभा के पास केंद्रीय स्तर पर कानूनों को मंजूरी देने, संशोधित करने और समाप्त करने का अधिकार है। | विधान सभा केवल राज्य स्तर पर कानूनों को मंजूरी दे सकती है, संशोधित कर सकती है और समाप्त कर सकती है। |
लोकसभा के सभी सदस्यों को सांसद यानि संसद सदस्य कहा जाता है। | विधान सभा के सभी सदस्यों को विधायक यानि विधान सभा के सदस्य कहा जाता है। |
लोकसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो सकता है। | विधानसभा में राज्य सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो सकता है। |
वर्तमान में सबसे ज्यादा लोकसभा सदस्य उत्तर प्रदेश से हैं। | वर्तमान में सबसे ज्यादा विधानसभा सदस्य उत्तर प्रदेश में 403 हैं। |
लोकसभा का सभापति कौन होता है?
लोकसभा का सभापति लोकसभा का अध्यक्ष ही होता है। लोकसभा में सदन का नेता उस पार्टी का संसदीय अध्यक्ष होता है जिसके पास लोकसभा में बहुमत होता है और वह सदन में सरकारी कामकाज के लिए जिम्मेदार होता है। यदि वह चैम्बर के सदस्य हैं तो कार्यालय धारक आमतौर पर प्रधानमंत्री होता है। स्पीकर लोकसभा का प्रमुख और उसका प्रतिनिधि होता है। कैंडिडेट्स को बता दें कि वर्तमान में लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला हैं।
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FAQs
वर्तमान में लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला हैं।
लोकसभा को लोगों का सदन कहते हैं।
भारत की प्रथम महिला लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार थीं।
UP में विधानसभा सीटों की संख्या 403 है।
भारत की प्रथम महिला लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार थीं।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको लोकसभा और विधानसभा क्या है? के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। एग्जाम की तैयारी और बेहतर करने व UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।