UPSC Question : असम की जनजाति क्या है और यहां जानें जनजातियों के प्रकार

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असम की जनजाति

प्रतियोगी परीक्षाओं में करंट अफेयर्स से जुड़े क्वेश्चन पूछे जाते हैं, क्योंकि करंट अफेयर्स का उद्देश्य मनुष्य की समझ को विस्तार करना है। UPSC में प्री और मेंस एग्जाम के अलावा इंटरव्यू का भी महत्वपूर्ण रोल है, इसलिए कैंडिडेट्स को देश-दुनिया के बारे में जानना होगा और बड़ी घटनाओं को समझना होगा। इस ब्लाॅग में हम असम की जनजाति और उनके प्रकार जानेंगे, जिसे आप अपनी तैयारी में जोड़ सकते हैं।

जनजाति के बारे में

जनजातियों में लोगों का एक समूह एक निश्चित और भौगोलिक क्षेत्र (shared geographical area) में एक साथ रहता है और काम करता है। एक जनजाति की एक समान संस्कृति, बोली और धर्म होता है। किसी भी जनजाति का नेतृत्व एक मुखिया करता है। 

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असम की जनजाति क्या है?

असम विविध संस्कृतियों का मिलन स्थल है। बोडो-कछारी, कार्बी, मिरी, मिशिमी, राभा आदि जैसी जनजातियां असम में हैं। अधिकांश जनजातियों की अपनी भाषाएं हैं, हालांकि असमिया राज्य की प्रमुख भाषा है। असम के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों का असली जनजातीय समुदाय बोडो जनजाति है और कचारी बोडो से ही जुड़ी मानी जाती है। बोडो जनजाति ब्रह्मपुत्र घाटी में रहती है और ऐसा माना जाता है कि यह असम में सबसे बसी है।

असम की जनजातियां 

असम में 10 से अधिक जनजातियां हैं, लेकिन यहां हम कुछ प्रमुख जनजातियों और उनकी संस्कृति के बारे में जानेंगेः

बोडो

असम में जातीय समुदायों के एक समूह को बोडो-कछारी (जिसे बोडो या कछारी भी कहा जाता है) कहते हैं। यह त्रिपुरा और मेघालय में भी रहते हैं। ये समुदाय या तो बोरो-गारो बोलते हैं। हालांकि कुछ तिब्बती-बर्मन भाषी जो ब्रह्मपुत्र घाटी क्षेत्र में रहते हैं।

कार्बी

कार्बी समुदाय भारतीय राज्य असम के कार्बी आंगलोंग जिले और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में रहने वाला मुख्य स्वदेशी समूह है। इन जिलों को 17 नवंबर, 1951 से भारत के संविधान की छठी अनुसूची के तहत स्वायत्तता (autonomy) दी गई है। कार्बी लोग अन्य क्षेत्रों में भी निवास करते हैं, जिनमें दिमा हसाओ, होजाई, मोरीगांव, नागांव, गोलाघाट, करीमगंज, लखीमपुर, सोनितपुर शामिल हैं। 

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दिमासा

दिमासा लोग एक जातीय और भाषाई समुदाय हैं जो वर्तमान में पूर्वोत्तर भारतीय राज्यों असम और नागालैंड में रहते हैं। उनकी मूल भाषा दिमासा है। इन लोगों ने दिमासा साम्राज्य की स्थापना की, जो कामरूप साम्राज्य के पतन के बाद असम के कई शुरुआती राज्यों में से एक था। दिमासा ऐतिहासिक रूप से कृषि प्रधान थे।

राभा

राभा तिब्बती-बर्मन मूल का एक जातीय समूह है जो असम और मेघालय में रहती है। इनकी कुछ आबादी पश्चिम बंगाल में भी है। ये मुख्य रूप से निचले असम और डुआर्स के मैदानी इलाकों में रहते हैं, जबकि कुछ गारो पहाड़ियों में भी पाए जाते हैं। 

गारो

असम, त्रपुरा और नागालैंड में पाई जाने वाली गारो जनजाति तिब्बती-बर्मी मूल का एक जातीय समूह है। ये बांग्लादेश के कुछ पड़ोसी क्षेत्रों में भी निवास करते हैं। गारो लोग मेघालय की दूसरी सबसे बड़ी जनजाति हैं, जो स्थानीय आबादी का लगभग एक-तिहाई हिस्सा हैं।

असम की जनजाति

असम की जनजातियों की सूची

असम की जनजातियों की सूची इस प्रकार हैः

बर्मन्सBarmans
बोरोBoro
बायटे (कुकी)Biate (Kuki)
बिएटे (कुकी)Biete (Kuki)
भोई (खासी)Bhoi (Khasi)
बोरोकाचारी (बोरो)Borokachari (Boro)
चांगसन (कुकी)Changsan (Kuki)
चोंगलोई (कुकी)Chongloi (Kuki)
चकमाChakma
देवरीDeori
दिमासाDimasa
डोंगेल (कुकी)Doungel (Kuki)
गंगटे (कुकी)Gangte (Kuki)
गमालहौ (कुकी)Gamalhou (Kuki)
गुइटे (कुकी)Guite (Kuki)
गारोGaro
होजाईHojai
हमारHmar
हाजोंगHajong
हनेंग (कुकी)Hanneng (Kuki)
हाओकिप (कुकी)Haokip (Kuki)
हाओलाई (कुकी)Haolai (Kuki)
हूपिट (कुकी)Haupit (Kuki)
हेंगनाHengna
होंगसुंग (कुकी)Hongsungh (Kuki)
ह्रांगख्वा (कुकी)Hrangkhwa (Kuki)
जैंतिया (खासी)Jaintia (Khasi)
जोंगबे (कुकी)Jongbe (Kuki)
खासीKhasi
ख्वाचुंग (कुकी)Khawchung (Kuki)
ख्वाथोलंग (कुकी)Khawatholang (Kuki)
खेल्मा (कुकी)Khelma (Kuki)
खोल्होउ (कुकी)Kholhou (Kuki)

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असम की जनजातीय आबादी क्या है? 

जनगणना 2011 के अनुसार असम की प्रमुख जनजातीय आबादी बोडो 35.1 प्रतिशत, मिशिंग 17.52 प्रतिशत, कार्बी 11.1 प्रतिशत, राभा 7.6 प्रतिशत, सोनोवाल कचारी 6.5 प्रतिशत, लालुंग 5.2 प्रतिशत, गारो 4.2 प्रतिशत और दिमासा 3.2 प्रतिशत है। 

FAQs

असम में कितनी जनजाति है?

असम में जैन्तिया, मेच, चकमा, मिजो, हमार, देवरी, हाजोंग, थेंगल कछारी, खासी, कुकी जनजाति, नागा जनजाति, बर्मन (कछार में), मान (ताई भाषी), खम्प्ती और सिंघफो जनजाति हैं।

असम में पहली जनजाति कौन है?

असम की पहली जनजाति बोडो है।

असम की दूसरी सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है?

असम की दूसरी सबसे बड़ी जनजाति द मिसिंग (मिशिंग) है।

आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको असम की जनजाति पता चल गई होगी। एग्जाम की तैयारी और बेहतर करने व UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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