एशियाई विकास बैंक: उद्देश्य, कार्य, जिम्मेदारियां और सदस्य देश

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एशियाई विकास बैंक

एशियाई विकास बैंक, एक ऐसा बैंक है जो एशिया और आस-पास के देशों की मदद करता है। यह बैंक उन देशों को पैसा देता है, जिनके पास स्कूल, सड़क, अस्पताल, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं को सुधारने के लिए पैसे कम होते हैं। भारत भी इस बैंक का सदस्य है। यह विषय प्रतियोगी परीक्षाओं में भी बहुत महत्वपूर्ण होता है, इसलिए इसे अच्छे से समझना ज़रूरी है। इस लेख में हम जानेंगे कि एशियाई विकास बैंक क्या है, इसका उद्देश्य क्या है, यह कैसे काम करता है और इसके सदस्य देश कौन-कौन से हैं।

एशियाई विकास बैंक क्या है?

एशियाई विकास बैंक एक ऐसा बैंक है जो एशिया और उसके आसपास के देशों की मदद करता है ताकि वे अपने देश में स्कूल, अस्पताल, सड़क, बिजली और पानी जैसी जरूरी चीजें ठीक कर सकें। इसकी शुरुआत 1966 में हुई थी और इसका मुख्यालय फिलीपींस के मनीला शहर में है। इस बैंक का उद्देश्य गरीबी घटाना, लोगों को नौकरी देना और उनकी जिंदगी बेहतर बनाना है। इसमें कई देश मिलकर पैसा जमा करते हैं और जरूरत वाले देशों को देते हैं। यह बैंक पर्यावरण की भी सुरक्षा करता है और जब कोई बड़ी आपदा आती है तो मदद भी करता है। ADB एशिया के देशों के विकास और एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने में बहुत मददगार है।

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एशियाई विकास बैंक के कार्य क्या हैं?

एशियाई विकास बैंक के कार्य इस प्रकार बताए जा रहे हैंः

  • एशियाई विकास बैंक (ADB) विकासशील सदस्य देशों में उन परियोजनाओं का समर्थन करता है।
  • सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संचालन, सलाहकार सेवाओं और ज्ञान समर्थन के माध्यम से आर्थिक और विकास प्रभाव पैदा करते हैं।
  • एशियाई विकास बैंक (एडीबी) का प्राथमिक मिशन एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक विकास और सहयोग को बढ़ावा देना है।
  • ADB के अधिकांश सदस्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में हैं।
  • एडीबी क्षेत्र में अपने विकासशील सदस्य देशों को सहायता प्रदान करता है।
  • एडीबी को सदस्य देशों द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जिसमें अमेरिका और जापान की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है।

एशियाई विकास बैंक की जिम्मेदारियां

यहाँ दिए गए निम्नलिखित क्षेत्रों में एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की जिम्मेदारियां बताई गई हैं:

  • एशियाई देशों में निजी क्षेत्र का विकास करना।
  • एशियाई देशों और आज आसपास के क्षेत्रों में क्षेत्रीय सहयोग और एकीकरण करना।
  • एशियाई देशों में गरीबी उन्मूलन एवं सामाजिक विकास पर काम करना।
  • पर्यावरणीय स्थिरता और जलवायु परिवर्तन शमन के लिए मुख्य भूमिका निभाना।
  • एशियाई देशों और आस-पास के क्षेत्रों में परिवहन, ऊर्जा और शहरी विकास सहित बुनियादी ढांचे का विकास करना।
  • सुशासन और संस्थागत क्षमता का निर्माण करना।
  • एशियाई देशों के साथ समय-समय पर ज्ञान साझा करना और क्षमता का विकास करना।

एशियाई विकास बैंक के उद्देश्य

ADB के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  • तकनीकी सहायता और क्षमता निर्माण: परियोजनाओं की योजना बनाने और कार्यान्वयन में सहायता देना।
  • आर्थिक विकास को बढ़ावा देना: बैंक का प्राथमिक लक्ष्य क्षेत्र के देशों में आर्थिक विकास की गति तेज करना है।
  • गरीबी उन्मूलन: ADB गरीब और पिछड़े हुए क्षेत्रों में निवेश कर गरीबी को कम करने का प्रयास करता है।
  • क्षेत्रीय सहयोग: सदस्य देशों के बीच सहयोग बढ़ाना ताकि आर्थिक एवं सामाजिक विकास में तेजी आए।

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एशियाई विकास बैंक के सदस्य देश

ADB के कुल 68 सदस्य देश हैं, जिनमें से अधिकांश एशिया और प्रशांत क्षेत्र के हैं, जबकि कुछ सदस्य अन्य महाद्वीपों से भी आते हैं। इसे दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है:

1. क्षेत्रीय सदस्य देश

ये वे देश हैं जो एशिया और प्रशांत क्षेत्र में स्थित हैं। जैसे: भारत, चीन, जापान, बांग्लादेश, नेपाल, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, वियतनाम, म्यांमार, श्रीलंका आदि।

2. गैर-क्षेत्रीय सदस्य देश

ये अन्य महाद्वीपों के देश हैं जो ADB में सदस्य हैं, जैसे: संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, यूनाइटेड किंगडम, इटली आदि।

FAQs

एशियाई विकास बैंक क्या है?

एशियाई विकास बैंक (ADB) एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्था है, जो एशिया और प्रशांत क्षेत्र के देशों को आर्थिक और तकनीकी सहायता देकर उनके सतत विकास को बढ़ावा देता है।

क्या ADB पर्यावरणीय परियोजनाओं में भी सहयोग करता है?

हाँ, ADB हरित ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, स्वच्छता और सतत विकास से संबंधित परियोजनाओं में विशेष सहयोग करता है।

एशियाई विकास बैंक के अध्यक्ष कौन है?

वर्तमान में एशियाई विकास बैंक के अध्यक्ष मासातो कांडा हैं।

ADB से ऋण किन क्षेत्रों के लिए मिलता है?

ADB शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे (सड़क, जल, बिजली), परिवहन, पर्यावरण संरक्षण, और डिजिटलीकरण जैसी परियोजनाओं के लिए ऋण और तकनीकी सहायता देता है।

ADB का भारत से क्या संबंध है?

भारत ADB का संस्थापक सदस्य है और ADB से विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त करता है, जैसे मेट्रो, स्मार्ट सिटी, सड़क और ऊर्जा परियोजनाएं।

ADB के कितने सदस्य देश हैं?

ADB के कुल 68 सदस्य देश हैं, जिनमें से 49 एशिया और प्रशांत क्षेत्र के हैं, और 19 अन्य महाद्वीपों से।

आशा है कि इस लेख के माध्यम से आपको एशियाई विकास बैंक के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी। ऐसे ही UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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