सिविल सेवा परीक्षा भारत में भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा और भारतीय पुलिस सेवा सहित भारत सरकार की उच्च सिविल सेवाओं में भर्ती के लिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगी परीक्षा है। यह तीन चरणों में आयोजित की जाती है: एक प्रारंभिक परीक्षा, एक मुख्य परीक्षा जिसमें पारंपरिक (निबंध) प्रकार के नौ पेपर होते हैं, जिसमें दो पेपर क्वालिफाइंग होते हैं और केवल सात के अंकों की गणना इंटरव्यू के बाद की जाती है। चलिए जानते हैं UPSC Mains Syllabus Hindi के बारे में विस्तार से।
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यूपीएससी मेन्स सिलेबस हिंदी 2023
UPSC Mains Syllabus Hindi को विषय के अनुसार बांटा गया है। इसमें भाषा, सामान्य ज्ञान के साथ वैकल्पिक विषय को भी शामिल किया गया है। यूपीएससी मेन्स सिलेबस हिंदी की सामान्य जानकारी नीचे तालिका के माध्यम से बताई गई है:
पेपर | विषय | अवधि | अंक |
पेपर A | अनिवार्य भारतीय भाषा | 3 घंटे | 300 (योग्यता) |
पेपर B | अंग्रेजी | 3 घंटे | 300 (योग्यता) |
पेपर I | लेख | 3 घंटे | 250 |
पेपर II | सामान्य अध्ययन I – भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोल | 3 घंटे | 250 |
पेपर III | सामान्य अध्ययन II – शासन, संविधान, कल्याण पहल, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध | 3 घंटे | 250 |
पेपर IV | सामान्य अध्ययन III – प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, कृषि, जैव विविधता, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन | 3 घंटे | 250 |
पेपर V | सामान्य अध्ययन IV – नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यता | 3 घंटे | 250 |
पेपर VI | वैकल्पिक विषय – पेपर I | 3 घंटे | 250 |
पेपर VII | वैकल्पिक विषय – पेपर II | 3 घंटे | 250 |
अनिवार्य योग्यता पेपर्स
यूपीएससी के नए पैटर्न के अनुसार सिविल सेवा परीक्षा के लिए 2 अनिवार्य योग्यता पेपर्स होते है। इस प्रश्न पत्र का उद्देश्य अंग्रेजी तथा संबंधित भारतीय भाषा में अपने विचारों को स्पष्ट तथा सही रूप में प्रकट करना तथा गंभीर तर्कपूर्ण गद्य को पढ़ने और समझने में उम्मीदवार की योग्यता की परीक्षा करना है। यूपीएससी मेन्स सिलेबस हिंदी में प्रश्न पत्रों का स्वरुप आमतौर पर निम्न प्रकार का होगा :
- भारतीय भाषा
- अँग्रेजी
भारतीय भाषा प्रश्न पत्रों का स्वरूप
भारतीय भाषा का पेपर सिर्फ क्वालीफाइंग होता है और यह पेपर हिंदी या इंग्लिश लैंग्वेज में लिया जाता है। भारतीय भाषा पेपर में कैंडिडेट्स की समझने की योग्यता और पढ़ने की योग्यता का परिक्षण किया जाता है। ज्यादातर भारतीय भाषा में नीचे बताए हुए विषय पर ही प्रश्न पूछे जाते हैं।
- 100 अंकों के लिए एक निबंध प्रश्न – उम्मीदवारों को दिए गए कुछ विषयों में से एक का चयन करना है
- कुल 60 अंकों के लिए रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन और संबंधित पांच-छह प्रश्न
- 60 अंकों के लिए संक्षिप्त राइटिंग – उत्तर पुस्तिका में एक अलग ग्रिड स्ट्रक्चर होगी जहां इसे लिखा जाना है
- 20 अंकों के लिए अंग्रेजी से चुनी हुई भाषा में अनुवाद
- 20 अंकों के लिए चुनी हुई भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद
- कुल 40 अंकों के लिए व्याकरण और बुनियादी भाषा का उपयोग जैसे समानार्थक शब्द, वाक्य सुधार आदि।
नोट: भारतीय भाषा का पेपर सिर्फ क्वालीफाइंग होता है, भारतीय भाषा पेपर के मार्क्स मेरिट या रैंकिंग के लिए गिने नहीं जाते है। अंग्रेजी तथा भारतीय भाषाओं के प्रश्न पत्रों के उत्तर उम्मीदवारों को अंग्रेजी तथा संबंधित भारतीय भाषा में देने होंगे (अनुवाद को छोड़कर)। कुल मार्क्स (300) का 25% (75 अंक) लाना अनिवार्य है नहीं तो बाकी प्रश्न पात्रों को चेक नहीं किया जायेगा।
अंग्रेजी
अंग्रेजी का पेपर सिर्फ क्वालीफाइंग होता है। इस पेपर का मुख्य उद्देश यह है कि कैंडिडेट्स दिए गए पैसेज को कितना समझते हैं और उसे कैसे एक्सप्रेस करते है, इसका आकलन करना।। ज्यादातर इंग्लिश पेपर में नीचे बताए हुए विषय पर ही प्रश्न पूछे जाते हैं।
- 100 अंकों के लिए एक निबंध प्रश्न – उम्मीदवारों को दिए गए कुछ विषयों में से एक का चयन करना है
- कुल 60 अंकों के लिए रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन और संबंधित पांच-छह प्रश्न
- 60 अंकों के लिए प्रैसि(संक्षिप्त) – उत्तर पुस्तिका में एक अलग ग्रिड संरचना होगी जहां इसे लिखा जाना है
- 20 अंकों के लिए अंग्रेजी से चुनी हुई भाषा में अनुवाद
- 20 अंकों के लिए चुनी हुई भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद
- कुल 40 अंकों के लिए व्याकरण और बुनियादी भाषा का उपयोग जैसे समानार्थक शब्द, वाक्य सुधार आदि
नोट: इंग्लिश पेपर सिर्फ क्वालीफाइंग नेचर का होता है, इंग्लिश पेपर के मार्क्स मेरिट या रैंकिंग के लिए गिने नहीं जाते है। कुल मार्क्स (300) का 25% (75) लाना अनिवार्य है नहीं तो बाकी प्रश्न पात्रों को चेक नहीं किया जायेगा।
सामान्य अध्ययन विषय
हम आपको निम्नलिखित तरीकों से देंगे यूपीएससी को क्रैक करने के लिए बारी-बारी से विषयोंं की सूची, जिससे आप आसानी से यूपीएससी निकाल लेंगे।
प्रश्न -पत्र (I) – निबंध पेपर
- उम्मीदवार को विविध विषयों पर निबंध लिखना होगा। उनसे अपेक्षा की जाएगी कि वे निबंध के विषय पर ही केंद्रित रहें तथा अपने विचारों को सुनियोजित रूप से व्यक्त करें और संक्षेप में लिखें। प्रभावी और सटीक अभिव्यक्ति के लिए अंक प्रदान किए जाएंगे। ज्यादातर निबंध पेपर में नीचे दिए गए विषयों पर ही प्रश्न पूछे जाते हैं।
- अर्थव्यवस्था / भारतीय और भारत विषय
- भारतीय लोकतंत्र, समाज, संस्कृति, मानसिकता
- अंतरराष्ट्रीय मुद्दे
- उद्धरण आधारित / दार्शनिक
- विज्ञान और तकनीक
प्रश्न-पत्र (II) – सामान्य अध्ययन-I
- UPSC Mains Syllabus Hindi में भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल और समाज जैसे टॉपिक आते हैं।
- भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला को शामिल किया गया है ।
- 18वीं सदी के मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास- महत्वपूर्ण घटनाएं, व्यक्तित्व, विषय।
- स्वतंत्रता संग्राम – इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्वपूर्ण व्यक्ति/उनका योगदान।
- स्वतंत्रता के पश्चात देश के अंदर एकीकरण और पुनर्गठन।
- विश्व के इतिहास में 18वीं सदी की घटनाएं, औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनः सीमांकन, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शनशास्त्र जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि शामिल होंगे, उनके रूप और समाज पर उनका प्रभाव।
- भारतीय समाज की मुख्य विशेषताएं , भारत की विविधता।
- महिलाओं की भूमिका और महिला संगठन, जनसंख्या, गरीबी और विकासात्मक विषय, शहरीकरण, उनकी समस्याएं और उनके उपाय।
- भारतीय समाज पर वैश्वीकरण का प्रभाव।
- सामाजिक सशक्तिकरण, सम्प्रदायवाद, क्षेत्रवाद और धर्म-निरपेक्षता।
- विश्व के भौतिक-भूगोल की मुख्य विशेषताएं।
- विश्वभर के मुख्य प्राकृतिक संसाधनों का वितरण (दक्षिण एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप को शामिल करते हुए ), विश्व के विभिन्न भागों में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र के उद्योगों को स्थापित करने के लिए जिम्मेदार कारक।
- भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखीय हलचल, चक्रवात आदि जैसी महत्वपूर्ण घटनाएं, भूगोलीय विशेषताएँ और उनके स्थान- अति महत्वपूर्ण भूगोलीय विशेषताओं (जल-स्रोत और हिमावरण सहित) और वनस्पति एवं प्राणि-जगत में परिवर्तन और इस प्रकार के परिवर्तनों के प्रभाव।
प्रश्न-पत्र(III) – सामान्य अध्ययन-II
- शासन व्यवस्था, संविधान शासन-प्रणाली, सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध। भारतीय संविधान-ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना।
- संघ एवं राज्यों के कार्य तथा उत्तरदायित्व , संघीय ढांचे से संबंधित विषय एवं चुनौतियां, स्थानीय स्तर पर शक्तियों और फाइनेंस का हस्तांतरण और उसकी चुनौतियां।
- विभिन्न घटकों के बीच शक्तियों का पृथक्करण, समस्या समाधान तंत्र तथा संस्थान।
- भारतीय संवैधानिक योजना की अन्य देशों के साथ तुलना।
- संसद और राज्य विधायिका – संरचना, कार्य, कार्य-संचालन, शक्तियां एवं विशेषाधिकार और इनसे उत्पन्न होने वाले विषय।
- कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्य- सरकार के मंत्रालय एवं विभाग, प्रभावक समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ तथा शासन प्रणाली में उनकी भूमिका।
- जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएं।
- विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति और विभिन्न संवैधानिक निकायों की शक्तियां, कार्य और उत्तरदायित्व।
- विधिक, रेगुलेटरी और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय।
- सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए हस्तक्षेप और उनके डिज़ाइन तथा विषय।
- विकास प्रक्रिया तथा विकास उद्योग- गैर सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, विभिन्न समूहों और संघों, दानकर्ताओं, संस्थाओं एवं अन्य पक्षों की भूमिका।
- केन्द्र और राज्यों द्वारा जनसंख्या के लिए कल्याणकारी योजनाएं और इन योजनाओं का कार्य, अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिए फाइनेंस, संस्था।
- स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनो से संबन्धित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबन्धित विषय।
- गरीबी और भूख से संबन्धित विषय।
- शासन व्यवस्था, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्वपूर्ण पक्ष, ई-गवर्नेंस- अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएं, सीमाएं और संभावनाएं।
- नागरिक चार्टर: पारदर्शिता एवं जवाबदेही तथा अन्य उपाय।
- लोकतन्त्र में सिविल सेवाओं की भूमिका।
- भारत एवं इसके पड़ोसी-संबंध।
- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संम्बंधित अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
- भारत के हितों, भारतीय परिदृश्य पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव ।
- महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएं और मंच – उनकी संरचना, अधिदेश।
प्रश्न-पत्र(IV) – सामान्य अध्ययन-III
- UPSC Mains Syllabus Hindi में टेक्नोलॉजी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन आदि आते हैं।
- भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोजगार से संम्बंधित विषय।
- समावेशी विकास तथा इससे उत्पन्न विषय।
- सरकारी बजट।
- मुख्य फसलें – देश के विभिन्न भागों में फसलों का पैटर्न – सिंचाई के विभिन्न प्रकार एवं सिंचाई प्रणाली-कृषि उत्पाद का भंडारण, परिवहन तथा विपणन, संबंधित विषय और बाधाएं, किसानों की सहायता के लिए ई-प्रद्योगिकी।
- प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सहायता तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबन्धित विषय; जन वितरण प्रणाली-उद्देश्य, कार्य, सीमाएं, सुधार; बफर स्टॉक तथा खाद्य सुरक्षा संबंधी विषय; प्रोद्योगिकी मिशन; पशु-पालन संबंधी अर्थशास्त्र।
- भारत मे खाद्य प्रसंस्करण एवं संबंधित उद्योग- कार्यक्षेत्र एवं महत्व, स्थान, ऊपरी और नीचे की अपेक्षाएं, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
- भारत मे भूमि सुधार।
- उदारीकरण का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, औधोगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इनका प्रभाव।
- बुनियादी ढांचा : ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, एयरपोर्ट, रेलवे आदि।
- निवेश मॉडल।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी – विकास एवं अनुप्रयोग और रोजमर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव।
- विज्ञान एवं प्रद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां; देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
- सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कम्प्युटर, रोबोटिक्स, नैनो-टेक्नोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी और बौद्धिक सम्पदा अधिकारों से संबन्धित विषयों के संबंध में जागरूकता।
- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।
- आपदा और आपदा प्रबंधन।
- विकास और फैलते उग्रवाद के बीच संबंध।
- आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौती उत्पन्न करने वाले शासन विरोधी तत्वों की भूमिका।
- संचार नेटवर्क के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा को चुनौती, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों में मीडिया और सामाजिक नेटवर्किंग साइटों की भूमिका , साइबर सुरक्षा की बुनियादी बातें , धन-शोधन और इसे रोकना।
- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियां एवं उनका प्रबंधन – संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध।
- विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएं तथा उनके अधिदेश।
प्रश्न-पत्र (V) – सामान्य अध्ययन – IV
- सामान्य अध्ययन पेपर – IV 2 सेक्शन में होते हैं, सेक्शन – A और सेक्शन – B । सामान्य अध्ययन पेपर – IV में कूल 15 प्रश्न होते हैं, उनमें से 8 प्रश्न सेक्शन – A में से होते हैं और 7 प्रश्न सेक्शन – B पर आधारित होते हैं। सेक्शन – B में केस स्टडी पर आधारित प्रश्न शामिल होते हैं और हर एक सेक्शन (सेक्शन – A और सेक्शन – B) 125 मार्क्स का होता है। इसमें जीएस- I, जीएस– II, जीएस- III की तरह इस पेपर में स्पेसिफिक वर्ड पैटर्न नहीं होता है, इस पेपर में हर एक प्रश्न के उत्तर के वर्ड्स कम या ज्यादा हो सकते है। इस प्रश्न-पत्र में ऐसे प्रश्न शामिल होगें जो सार्वजनिक जीवन में उम्मीदवारों की सत्यनिष्ठा, ईमानदारी से संबंधित विषयों के प्रति उनकी अभिवृत्ति तथा उनके दृष्टिकोण तथा समाज से आचार-व्यवहार में विभिन्न मुद्दों तथा सामने आने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर उनकी मनोवृत्ति का परीक्षण करेंगे।
मोरेलिटी और ह्यूमन इंटरफेस
- मानव अंतःक्रिया में नैतिकता का सार, निर्धारक और नैतिकता के परिणाम
- नैतिकता के आयाम
- निजी और सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता
- मानवीय मूल्य – महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन और शिक्षाओं से सबक
- नैतिक और नैतिक मूल्यों को विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका
एटीट्यूड
- दृष्टिकोण की सामग्री, संरचना और कार्य
- विचार और व्यवहार में दृष्टिकोण का प्रभाव
- विचार और व्यवहार के दृष्टिकोण का संबंध
- नैतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण
- सामाजिक प्रभाव और अनुनय
स्किल्स
- सिविल सेवा की योग्यता और मूलभूत मूल्य
- ईमानदारी
- निष्पक्षता और गैर-पक्षपात
- निष्पक्षतावाद
- जनसेवा के प्रति समर्पण
- समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता और करुणा
इमोशनल इंटेलिजेंस
- इमोशनल इंटेलिजेंस के कॉन्सेप्ट्स
- प्रशासन और शासन में इमोशनल इंटेलिजेंस की उपयोगिता और अनुप्रयोग
विचारकों और दार्शनिकों का योगदान
- नैतिकता की अवधारणाओं में भारत और दुनिया के नैतिक विचारकों और दार्शनिकों का योगदान
लोक प्रशासन में लोक/सिविल सेवा मूल्य और नैतिकता
- स्थिति और संबंधित समस्याएं
- सरकारी और निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएं और दुविधाएं
- नैतिक मार्गदर्शन के स्रोत के रूप में कानून, नियम, विनियम और विवेक
- जवाबदेही और नैतिक शासन
- शासन में नैतिक और नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण
- अंतरराष्ट्रीय संबंधों और वित्त पोषण में नैतिक मुद्दे
- निगम से संबंधित शासन प्रणाली
शासन में ईमानदारी
- सार्वजनिक सेवा की अवधारणा
- शासन और सत्यनिष्ठा का दार्शनिक आधार
- सरकार में सूचना साझाकरण और पारदर्शिता
- सूचना का अधिकार
- नैतिक आचार संहिता
- आचरण के नियम
- नागरिक चार्टर
- कार्य संस्कृति
- सेवा वितरण की गुणवत्ता
- सार्वजनिक धन का उपयोग
- भ्रष्टाचार की चुनौतियां
वैकल्पिक विषय पेपर
UPSC Mains Syllabus Hindi में दो वैकल्पिक विषय के पेपर होते हैं जो निम्न प्रकार है। वैकल्पिक विषय में [वैकल्पिक विषय-पेपर – I और वैकल्पिक विषय-पेपर- II] हर प्रश्न पत्र में “दो सेक्शन और 8 प्रश्न होते है [“सेक्शन – A” (प्रश्न संख्या 1 से प्रश्न संख्या 4) और “सेक्शन – B” (प्रश्न संख्या 5 से प्रश्न संख्या 8)] कैंडिडेट्स को हर पेपर में से 5 प्रश्न अटेम्प्ट करने होते है। प्रश्न 1 और प्रश्न 5 अनिवार्य प्रश्न होते है और प्रत्येक प्रश्न के लिए बराबर अंक होते हैं [50 अंक]
1. वैकल्पिक विषय पत्र – I
2. वैकल्पिक विषय-पेपर – II]
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यूपीएससी मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए सर्वश्रेष्ठ पुस्तकें
यूपीएससी मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए तालिका में सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों के नाम हैं। UPSC Mains Syllabus Hindi में मेन्स क्रैक करने के लिए बेस्ट बुक्स के नाम:
विषय | बुक्स नाम | यहाँ से खरीदें |
इतिहास, भारतीय विरासत और संस्कृति [जीएस पेपर 1] | 1. नितिन सिंघानिया द्वारा भारतीय कला और संस्कृति 2. बिपिन चंद्र द्वारा भारत का स्वतंत्रता संग्राम 3. बिपिन चंद्र द्वारा स्वतंत्रता के बाद का भारत 4. मध्यकालीन भारत का इतिहास सतीश चंद्र द्वारा 5. आरएस शर्मा द्वारा प्राचीन भारत |
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भूगोल [जीएस पेपर 1] | 1. माजिद हुसैन द्वारा भारत का भूगोल 2. माजिद हुसैन द्वारा विश्व भूगोल 3. विश्व एटलस (ओरिएंट ब्लैक स्वान) 4. सर्टिफिकेट फिजिकल एंड ह्यूमन जियोग्राफी – जी सी लेओंग 5. भौतिक भूगोल की मूल बातें एनसीईआरटी कक्षा 11 |
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राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंध [जीएस पेपर 2] | 1. एम. लक्ष्मीकांत द्वारा भारतीय राजनीति 2. डीडी बसु द्वारा भारत के संविधान का परिचय 3. अंतरराष्ट्रीय संबंध: पुष्पेश पंत |
यहाँ से खरीदें यहाँ से खरीदें यहाँ से खरीदें |
अर्थव्यवस्था [जीएस पेपर 3] | 1. भारतीय अर्थव्यवस्था – नितिन सिंघानिया 2. भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौतियाँ – अशोक कुमार |
यहाँ से खरीदें यहाँ से खरीदें |
नैतिकता [जीएस पेपर 4] | सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यता सुब्बा राव और पी.एन. रॉय चौधरी | यहाँ से खरीदें |
सॉल्व्ड पेपर्स | IAS सामान्य अध्ययन प्रारंभिक परीक्षा के हल किए गए प्रश्नपत्र – विशाल प्रकाशन | यहाँ से खरीदें |
ऑप्शनल विषयों की लिस्ट
कैंडिडेट्स को नीचे दिए हुए UPSC Mains Syllabus Hindi में से कोई एक ऑप्शनल सब्जेट का चयन करना होता है और कैंडिडेट्स द्वारा सेलेक्ट किए हुए एक सब्जेक्ट के दो पेपर्स होते हैं (ऑप्शनल सब्जेट पेपर – I और ऑप्शनल सब्जेक्ट पेपर – II)।
- कृषि
- पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान
- एंथ्रोपोलॉजी
- वनस्पति विज्ञान
- रसायन विज्ञान
- सिविल इंजीनियरिंग
- कॉमर्स और एकाउंटेंसी
- अर्थशास्त्र
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- भूगोल
- भूगर्भशास्त्र
- इतिहास
- कानून
- मैनेजमेंट
- मैथमेटिक्स
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- चिकित्सा विज्ञान
- दर्शनशास्त्र
- भौतिक विज्ञान
- राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध
- मनोविज्ञान
- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन
- समाजशास्त्र
- आंकड़े (सांख्यिकी)
- जूलॉजी
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FAQs
मेंस परीक्षा : यह परीक्षा अक्टूबर माह में आयोजित होती है। इस परीक्षा में कुल नौ पेपर्स हुआ करते हैं और तकरीबन 180 से 200 प्रश्न होते हैं जिनका कुल योग 1750 अंकों का होता है। प्रत्येक पेपर के लिए तीन घंटे का समय निर्धारित होता है।
यूपीएससी मुख्य परीक्षा पैटर्न 2022 – अंकन योजना
आईएएस मुख्य परीक्षा का पूर्णांक 1750 अंक होता है। मुख्य परीक्षा में प्रत्येक सब्जेक्टिव पेपर 300 अंकों का होता है।
जेईई मेन 2022 परीक्षा पैटर्न के अनुसार, बीआर्क के ड्राइंग टेस्ट को छोड़कर, दोनों पेपर की परीक्षा ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित मोड में आयोजित की जाती है। पेपर 1 के प्रत्येक विषय से 20 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) के अलावा 10 संख्यात्मक प्रश्न पूछे जाते हैं। इन 10 में से केवल 5 संख्यात्मक प्रश्न करने होते हैं।
कैंडिडेट्स (महिला/अनुसूचित जाति/जनजाति/विकलांगों को छोड़कर) जो सिविल सेवा परीक्षा में आवेदन करना चाहते हैं के लिए शुल्क 100 रूपये है । शुल्क जमा करने के दो तरीके है, या तो भारतीय स्टेट बैंक की किसी शाखा में नकद जमा या फिर नेट बैंकिंग के माध्यम से भारतीय बैंक उसकी अनुषंगी बैंकों के द्वारा भुगतान किया जा सकता है ।
आईपीएस बनने के लिए 12वीं पास करने के बाद आपको बैचलर डिग्री की आवश्यकता पड़ती है, क्योंकि संघ लोक सेवा आयोग में फॉर्म भरने के लिए आप को मिनिमम क्वालीफिकेशन बैचलर डिग्री होनी आवश्यक है तभी आप उस में आवेदन कर सकते हैं। बैचलर डिग्री करने के बाद आपको UPSC में आवेदन करना है। और उसके बाद आपको यूपीएससी के सिलेबस को पढ़ना है।
IAS प्रीलिम्स में जनरल स्टडीज I पेपर में इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, राजनीति और शासन, सामान्य विज्ञान और सबसे महत्वपूर्ण करंट अफेयर्स के विषय शामिल हैं। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की घटनाएं। भारतीय इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन। भारतीय के साथ-साथ विश्व भूगोल-भौतिक, सामाजिक, भारत और विश्व का आर्थिक भूगोल।
सिविल सेवा की तैयारी के लिए कम से कम 2 से 3 वर्ष का समय लगता है। आप अपने ग्रेजुएशन के दिनों से ही इसकी तैयारी शुरू कर दे। इस परीक्षा की तैयारी की शुरूआत NCERT की किताबों का अध्ययन करने से करे। इसके अलावा सिविल सेवा परीक्षा का पूरा सिलेबस अपने साथ रखे और उसके अनुसार ही तैयारी करे
आशा करते हैं कि इस ब्लॉग ने आपको UPSC Mains Syllabus Hindi की सारी जानकारी प्रदान की है। यदि आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 57 2000 पर कॉल कर बुक करें।
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