प्रशासन का वह हिस्सा जो आम आदमी के लाभ के लिए होता है, लोक प्रशासन कहलाता है। लोक प्रशासन (पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) का समाज में होना बहुत ज़रूरी है। पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से लोगों के जीवन बेहतर बन रहा है और ऐसा होने से देश की प्रगति दिन ब दिन बढ़ रही है। यह किसी भी देश की लोकतंत्र के ज़िंदा होने का एहसास कराता है। आइए इस ब्लॉग में public administration in Hindi के बारे में विस्तार से जानते हैं।
This Blogs Includes:
- लोक प्रशासन क्या है?
- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स क्यों करें?
- प्रशासन और लोक प्रशासन में अंतर?
- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की परिभाषाएं
- विशेषताएं
- सिद्धांत
- क्षेत्र
- लोकप्रशासन की प्रकृति और कार्य क्षेत्र
- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की प्रकृति
- महत्त्व
- कोर्सेज
- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का विकास
- दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज
- भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज
- योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की तैयारी के लिए बेस्ट किताबें
- FAQs
लोक प्रशासन क्या है?
लोक प्रशासन को समझने के लिए पहले प्रशासन को समझना ज़रूरी हैं क्योंकि प्रशासन के साथ ‘लोक’ शब्द जुड़कर यह उसे लोक प्रशासन या सार्वजनिक प्रशासन बना देता हैं। यह दो शब्दों ‘लोक’ व ‘प्रशासन’ से मिलकर बना होता है जिसमें लोक का अर्थ जनता और प्रशासन का अर्थ शासन करने से है।
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एक अनुशासन है जिसका अर्थ जनसेवा होता है, इसका प्रमुख उद्देश्य सेवा है। किसी भी देश में लोक प्रशासन के उद्देश्य वहां के प्रक्रियाओं, राजनीतिक प्रणालियों तथा राष्ट्रीय संविधान में एक्सप्रेस नियम के प्रिंसिपलों पर आधारित होते हैं। पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का संबंध सामान्य तौर पर जनरल और सार्वजनिक नीतियों से होता है। पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के अर्थ को समझाने के लिए अलग-अलग स्कॉलर्स ने अपनी अपनी परिभाषाएं दी है जिनमें काफी विविधताएं हैं।
public administration in Hindi मोटे तौर पर गवर्नमेंट पॉलिसी के विभिन्न पहलुओं का विकास, उन पर अमल एवं उनका अध्ययन है। गवर्नेंस का वह भाग जो सामान्य जनता के लाभ के लिये होता है, लोकप्रशासन कहलाता है। लोकप्रशासन का संबंध सामान्य नीतियों अथवा सार्वजनिक नीतियों से होता है।
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स क्यों करें?
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स क्यों करें इसके मुख्य कारण नीचे दिए गए हैं-
- कोर्स विभिन्न करियर के विकास के अवसर प्रदान करता है और ज्ञान के विकास को बढ़ावा देता है।
- यह कोर्स उन छात्रों के लिए आवश्यक है जिनके पास अच्छा संचार कौशल (कम्युनिकेशन स्किल्स) हैं, जिनके पास उत्कृष्ट कंप्यूटर कौशल है, जो न्यूनतम विवरणों को देखने में अच्छे हैं और लोक प्रशासन के नियमों और विनियमों से अवगत हैं।
- पाठ्यक्रम सैद्धांतिक और साथ ही विषय के व्यावहारिक पहलू दोनों पर केंद्रित है। इसके सिलेबस में विभिन्न असाइनमेंट, प्रोजेक्ट और इंटर्नशिप शामिल हैं जो छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करते हैं।
- कोर्स पूरा करने के बाद कैंडिडेट्स तुरंत INR 3-5 लाख तक का एक सुंदर वेतन पैकेज प्राप्त कर सकते हैं।
- कोर्स छात्रों के सामने करियर के विभिन्न अवसरों को खोलता है। छात्र सार्वजनिक क्षेत्र में काम करना चुन सकते हैं। इसके अलावा, छात्रों के लिए एक और विकल्प उच्च शिक्षा हासिल करना है।
प्रशासन और लोक प्रशासन में अंतर?
दोनों के बीच मुख्य अंतर इस प्रकार हैं:
- लोक प्रशासन में राजनीतिक दिशा होती है। लोक प्रशासन में प्रशासकों को उन आदेशों को पूरा करना होता है जो उन्हें अपने स्वयं के विकल्प के साथ मिलते हैं।
- लोक प्रशासन का उद्देश्य सेवा है जबकि प्रशासन का उद्देश्य लाभ करना होता है। प्रशासन कभी भी एक काम नहीं करता जो लाभ नहीं देता ।
- प्रशासन में धन की आय खर्च से अधिक है क्योंकि आम जनता से इस तरह के धन को निकालने का प्रयास किया जाता है। लोक प्रशासन अधिक विस्तृत (ब्रॉड) है। यह लोगों की विभिन्न प्रकार की जरूरतों से संबंधित है।
- लोक प्रशासन की जिम्मेदारी जनता की है इसे सार्वजनिक, प्रेस और राजनीतिक दल की आलोचना का सामना करना पड़ता है जबकि प्रशासन के पास सार्वजनिक के प्रति कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं होती।
- लोक प्रशासन में सरकार की ही एकाधिकार (मोनोपॉली) होती है और निजी पार्टियों को इसके साथ मुकाबला करने की अनुमति नहीं देता है। लेकिन प्रशासन में कोई मोनोपॉली नहीं होता। प्रशासन में कई व्यक्ति या संगठन एक ही चीज़ की आपूर्ति (सप्लाई) करने या कमोबेश वैसी ही जरूरतों को पूरा करने के लिए एक-दूसरे के साथ मुकाबला करते हैं।
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की परिभाषाएं
Public administration in Hindi की विभिन्न परिभाषाएं इस प्रकार हैं:
- L.D वाइट के अनुसार– सभी कार्य जिनका उद्देश्य पब्लिक पॉलिसी को लागू करना है वे सभी लोक प्रशासन के अंतर्गत आते हैं। इसमें वे सभी क्रियाएँ आती है जिनका उद्देश्य पब्लिक पॉलिसी को लागू करना या पूर्ति करना होता है।
- वुड्रो विल्सन के अनुसार– नीतियों को क्रमबद्ध और डिटेल में लागू करना ही लोक प्रशासन का कार्य है। जिस प्रकार राजनीति का संबंध नीति निर्माण से होता है ठीक उसी प्रकार प्रशासन का संबंधित नीति क्रियान्वयन से होता है।
- गुडनाओ के अनुसार- यह स्टेट की रूचियों के इम्प्लिकेशन्स का प्रतीक होता है।
- डेमोक के अनुसार- कानून प्रवर्तन ही लोक प्रशासन है अर्थात सक्षम प्राधिकरण द्वारा घोषित पब्लिक नीतियों को लागू करना तथा उन नीतियों को पूरा करना है लोक प्रशासन कहलाता है।
- मार्टिन डाइमेको के अनुसार- मार्शल के अनुसार प्रशासन की क्या नीति है और उसे कैसे अमल में लाना है इन दोनों से ही संबंधित है।
- साइमन के अनुसार- साइमन के अनुसार राष्ट्रीय और स्थानीय सरकार की कार्यकारी शाखाओं की गतिविधियां लोक प्रशासन के अंतर्गत आती है।
- एम.एफ.मार्क्स के अनुसार- लोक प्रशासन में अपने विस्तृत अर्थ से संबंधित सभी पब्लिक पॉलिसीस आती है ।
- निग्रो के अनुसार- लोक प्रशासन ही पब्लिक पॉलिसीस के रचनाकार हैं।
- हार्वे वाकर के अनुसार “कानून को कार्यात्मक रूप प्रदान करने के लिए सरकार जो कार्य करती है, वही प्रशासन है।”
- विलौबाय के अनुसार, “प्रशासन का कार्य वास्तव में सरकार के प्रशासनिक अंग द्वारा घोषित और जुडिशरी द्वारा बनाए गए कानून को प्रशासित करने से अलाइड है।”
- पर्सी क्वीन के अनुसार “लोक प्रशासन सरकार के कार्यों से संबंधित होता है, चाहे वे केन्द्र द्वारा एडिटेड हों अथवा स्थानीय निकाय (बॉडी) द्वारा।”
MP शर्मा ने स्कॉलर्स की इन परिभाषाओं को 4 कक्षाओं में बांटा है-
- प्रथम क्लास: इसमें लियोनार्ड डी. व्हाइट की परिभाषा को रखा गया है।
- दूसरी क्लास: मार्टियन की परिभाषा को इस में रखा गया है जिसके अनुसार प्रशासन को सिर्फ कार्य करवाने तक सीमित करता है।
- तीसरी क्लास: इसमें लूथर गुलिक की परिभाषा को रखा है जिसके अनुसार प्रशासन को कार्य करवाने वाले प्रबंधकीय वर्ग तक सीमित रखता है लेकिन वह यह भी मानते हैं कि प्रशासनिक कार्यवाही कार्यकारी के बाहर अन्य बॉडी में भी होती है।
- चौथी क्लास: इसमें डेमोक और फ़िफ़नर की परिभाषा को रखा गया हैं।
विशेषताएं
प्रत्येक देश के प्रशासन की अपनी कुछ विशेषताएं होती है जिसके आधार पर उसका प्रशासन संचालित किया जाता है। Public administration in Hindi की मुख्य विशेषता इस प्रकार हैं:
- इसकी मुख्य विशेषता ग्राहक प्रतिरक्षा है।
- यह राजनीति और लोक प्रशासन के अंतर को अवास्तविक मानता है और दोनों के एकीकरण (इंटीग्रेशन) पर जोर देता है।
- इसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय की प्राप्ति है।
- यह जनता के कल्याण और कार्यक्रमों के प्रति समर्पित है।
- यह विकेन्द्रीकरण (डिसेंट्रलाइजेशन) का समर्थन करता है।
- लोक प्रशासन का नारा है-“Price neutrality and efficiency”।
- यह मूल्य तटस्थता (न्यूट्रैलिटी) को को नहीं मानता है, इसके पीछे कारण यह है कि प्रशासन में “नीति निर्माण, नीति कार्यान्वयन, नीति मूल्यांकन हमेशा नैतिकता” का आधार होता है।
- यह सकारात्मक आदर्श या आदर्शवादी है और यह सीधा से जनता के प्रति उत्तरदायी है।
- यह परिवर्तन में विश्वास रखता है तथा सामाजिक समस्याओं के प्रति संवेदनशील होता है।
- लोक प्रशासन का संबंध सार्वजनिक नीति निर्माण से है लोक प्रशासन वह है जिसके द्वारा सरकार के उद्देश्य एवं लक्ष्य की प्राप्ति की जाती है।
सिद्धांत
कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांत इस प्रकार हैं:
- राजनीतिक दिशा सिद्धांत
- सार्वजनिक जवाबदेही का सिद्धांत
- सामाजिक आवश्यकता का सिद्धांत
- दक्षता का सिद्धांत
- संगठन सिद्धांत
- जनसंपर्क का सिद्धांत
- विकास और प्रक्रिया का सिद्धांत
क्षेत्र
क्षेत्र के संबंध में सामान्य दृश्य वर्तमान किए गए हैं-
- नैरो व्यू
- व्यापक दृष्टिकोण
- लोक कल्याण दृष्टिकोण
- आधुनिक दृष्टिकोण
- पोस्डकॉर्ब दृष्टिकोण
- पोकॉक दृष्टिकोण
- नैरो व्यू- नैरो व्यू के समर्थक स्कॉलर्स लोक प्रशासन के कार्य क्षेत्र सरकार की कार्यकारी परिषद तक ही सीमित मानते हैं। इस दृश्य (व्यू) के मुख्य समर्थक लूथर गुलिक एवं साइमन हैं। इसके क्षेत्र में यह नैरो व्यू, व्यापक दृष्टिकोण की मुकाबला ज्यादा माना जाता है।
- व्यापक दृष्टिकोण- व्यापक दृष्टिकोण रखने वाले स्कॉलर्स के अनुसार लोक प्रशासन के क्षेत्र में सरकार के तीन विभाग कार्यकारी, न्यायपालिका और विधान मंडल के कार्य शामिल किए जाते हैं इसके समर्थन में विद्वान वीलोबाय द्वारा मार्क्स नेग्रो और LD वाइट शामिल है। अन्य स्कॉलर्स के अनुसार व्यापक दृष्टिकोण के बेस पर लोक प्रशासन का व्यावहारिक अध्ययन करें है।
- लोक कल्याण दृष्टिकोण- इस दृष्टिकोण के अनुसार आधुनिक प्रशासन लोक कल्याण है इसे आदर्शवादी दृष्टिकोण भी कहा जाता है लोक कल्याणकारी राज्य में लोक प्रशासन व्यक्ति के सर्वांगीण विकास के कार्यों को संपन्न किया जाता है।
- आधुनिक दृष्टिकोण- आधुनिक समय में लोक प्रशासन के क्षेत्र नए-नए विषय शामिल होते जा रहे हैं। उदाहरण के लिए न्यायपालिका कार्यकारी विधायिका वह करने लोक प्रशासन के यह विषय शामिल हैं: कानूनी, राजनीतिक, सामाजिक, रक्षा, शैक्षिक, शाही, वित्तीय, स्थानीय सरकार।
- पोस्डकॉर्ब दृष्टिकोण- लिंडल उरविक और हेनरी फेयोल आदि स्कॉलर्स ने सबसे पहले पोस्डकॉर्ब दृष्टिकोण अपनाई थी। लेकिन इसे व्यवस्थित तरीके से प्रेजेंट लूथर गुलिक ने किया, जिसमें उन्होंने लोक प्रशासन के कार्य क्षेत्र में आने वाले 7 कार्यों को इंग्लिश के 7 शब्दों के माध्यम से प्रेजेंट किया जो नीचे मौजूद हैं:
- P- Planning योजना बनाना
- O- Organizing संगठन स्थापित करना
- S- Staffing कर्मचारियों की व्यवस्था करना
- D- Directing निर्देशन करना
- Co- Co-ordination समन्वय स्थापित करना
- R- Reporting प्रतिवेदन प्रस्तुत करना
- B- Budgeting बजट तैयार करना
- पोकॉक दृष्टिकोण- हेनरी फेयोल ने पोकॉक दृष्टिकोण के आधार पर इस व्यू के अनुसार लोक प्रशासन के क्षेत्र में निम्नलिखित कार्य आते हैं:
- P- Planning नियोजन करना
- O- Organizing संगठन बनाना
- C- Commanding आदेश देना
- Co- Co-ordination समन्वय करनारखन या तालमेल बैठाना
- C- Controlling नियंत्रण रखना
लोकप्रशासन की प्रकृति और कार्य क्षेत्र
लोकप्रशासन की प्रकृति को लेकर विद्वानों में तीव्र मतभेद है कि लोक प्रशासन को विज्ञान की श्रेणी में रखा जाये अथवा कला की श्रेणी में। इसी मतभेद के आधार पर विद्वानों को चार श्रेणियों में विभक्त किया जा सकता है:
- लोक प्रशासन को विज्ञान मानने वाले विचारक।
- लोक प्रशासन को विज्ञान न मानने वाले विचारक।
- लोक प्रशासन को कला मानने वाले विचारक।
- लोक प्रशासन को कला व विज्ञान दोनों की श्रेणी में रखने वाले विचारक।
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की प्रकृति
लोक प्रशासन के स्कॉलर्स ने लोक प्रशासन की प्रकृति को दो अलग-अलग तरीकों से व्यक्त किया है- समग्र (होलिस्टिक) दृष्टिकोण और प्रबंधकीय (मैनेजरियल) दृष्टिकोण।
समग्र (होलिस्टिक) दृष्टिकोण
लोक प्रशासन प्रबंधकीय तकनीकी, लिपिक (क्लेरिकल) और दिए गए कार्यो का कुल योगदान है। लोक प्रशासन उन सभी गतिविधियों का समावेश करता है जो दिए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए की जाती हैं। एल.डी. व्हाइट, मार्शल डिमॉक इसी को मानते हैं । जिसके अनुसार प्रशासन संबंधित एक्सप्रेशन के विषय – वस्तु पर निर्भर करता है, यह एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में अलग होता है।
प्रबंधकीय (मैनेजरियल) दृष्टिकोण
इसमें, लोक प्रशासन में केवल प्रबंधकीय गतिविधियाँ शामिल होती हैं। तकनीकी, लिपिक (क्लेरिकल) इसमें शामिल नहीं होतीं जो गैर-प्रबंधकीय गतिविधियाँ हैं। लूथर गुलिक कहते हैं- ”प्रशासन एक निर्दिष्ट लक्ष्य की पूर्ति के साथ कार्यों को पूरा करने से संबंधित है।”
महत्त्व
Public administration in Hindi में महत्वता नीचे दी गई है, जो इस प्रकार प्रकार है:
- एडमिनिस्ट्रेशन का महत्त्व प्राचीन समय में भी थी जब समाजीकरण का प्रक्रिया के एक आंतरिक तत्व के रूप में प्रशासन की स्थापना और विकास होता रहता था।
- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन हर राज्य का एक ज़रूरी भाग है चाहे वह socialist या समाजवादी, पूंजीवादी या अधिनायकवादी हो , इनमें से हर में इसकी भूमिका अधिक महत्त्व की है क्योंकि राज्य दर्शन हर सिस्टम में व्यक्तिवादी की जगह समुदाय, इंटरवेंशनल है और रेगुलेटर से सार्वजनिक हित हो गया है।
- विकसित होती सोसायटी में एक महत्वपूर्ण आवश्यकता व्यवस्थित प्रशासन और उस में लगातार वृद्धि होती है यह वृद्धि एक सीमा तक आकार में भी होती है।
- आज भी सोसायटी में सबसे अधिक कार्य ज़िम्मेदारी के वजन से लोक प्रशासन दबा हुआ है और प्रत्येक व्यक्ति/समुदाय को अपनी आवश्यकता के पूर्ति का एकमात्र स्रोत/विकल्प यहीं नजर आता है तो इसके पीछे राज्य की यह भावना है जो पूरे समाज को खुश, पूर्ति और शांतिपूर्ण जीवन जीने की शपथ उठाए हुए हैं।
- औद्योगीकरण, शहरीकरण, जनसंख्या में वृद्धि यह कुछ अन्य कारण है जो राज्य और प्रशासन के कार्यों में भारी बढ़ोतरी का कारण है।
- एम. मार्क्स’ के अनुसार बड़ी सरकारों को अपने बड़े गतिविधियों को पूरा करने के लिए बड़े रिसोर्सेज की आवश्यकता होती है अर्थात एक कम्प्रेहैन्सिवउद्देश्य को आकार देने वाली प्रशासनिक मशीन।
- माना जाता है कि पहले राज्य और उसका प्रशासन पुलिस फॉर्म का था जो सार्वजनिक कल्याण के स्थान पर राज्य वित्त पोषित अवधारणा से संतप्त (अफलिक्टेड) था।
- प्रशासन का कार्य न सिर्फ भौतिक लाभ को सभी तक पहुंचाना है बल्कि उनकी निरंतर आपूर्ति को भी सुनिश्चित करना है LD वाइट के अनुसार प्रशासन आधुनिक जीवनकी आशा और अच्छी जिंदगी का साधन है।
- टीड ने प्रशासन को नैतिक कार्य और प्रशासक को एथिकल एजेंट इसीलिए कहा है। समाज में अनैतिकता, दुराचार आदि बढ़ता जा रहा है ऐसे समय प्रशासन को एथिक्स, वर्च्यू (गुण) स्टेट / समाज को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने है।
- लोकतंत्र आज विश्व में अधिक trend वाली शासन प्रणाली हैं, जो अमेरिका और पश्चिमी यूरोपियन देशों में यह काफी ज्यादा चलन (ट्रेंड) में है।यही इसका प्रचार प्रसार अनेक देशों में हुआ। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की प्रसिद्ध परिभाषा “लोकतंत्र जनता का, जनता द्वारा, जनता के लिए शासन है।”
कोर्सेज
Public Administration in Hindi में कोर्सेज के नाम इस प्रकार हैं:
कोर्सेज | अवधि |
BA in Public Administration | 3 साल |
MA in Public Administration | 2 साल |
PhD in Public Administration | 2-4 साल |
Diploma in Public Administration | 1 साल |
PG Diploma | 1 साल |
Certificate in Public Administration | 6 महीने-1 साल |
विदेश में कोर्सेज
विदेश में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में कोर्सेज के नाम इस प्रकार हैं:
- Bachelor of Science in Urban and Public Affairs Bachelors Degrees
- Master of Public Administration
- Master of Public Administration/Master of Urban Planning (MPA/MUP)
- Master of Public Administration: Health Administration
- MA Public Policy and Public Management
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पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का विकास
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का विकास नीचे दिए बिंदुओं की मदद से जाना जा सकता है-
वर्तमान राज्यों में सरकार का प्रशासनिक कार्य बहुत अधिक बढ़ गया है, इसलिए प्रशासनिक व्यवस्था और कार्यपद्धति की पढ़ाई आवश्यक हो गई है।
लोक प्रशासन पर राष्ट्रीय आय का काफी बड़ा अंश खर्च हो जाता है ,अतः यह आवश्यक हो गया है कि इस धन को उचित रूप से खर्च किया जाए।
जबकि यह एडमिनिस्ट्रेटिव साइंस है,अतः यह आवश्यक है कि अन्य विज्ञानों कि तरह ही इसका भी अध्ययन किया जाए।
दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज
दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज जो पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन कोर्सेज ऑफर करती हैं, उनके नाम इस प्रकार हैं:
यूनिवर्सिटीज | सालाना ट्यूशन फीस |
मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी | USD 44,226 (INR 33.16 लाख) |
विस्कॉन्सिन यूनिवर्सिटी | USD 25,876 (INR 19.40 लाख) |
नोर्थन कैरोलिना यूनिवर्सिटी | USD 18,548 (INR 13.91 लाख) |
अल्स्टर यूनिवर्सिटी | GBP 18,480 (INR 19.03 लाख) |
सरे यूनिवर्सिटी | GBP 17,990 (INR 18.52 लाख) |
कैनबरा यूनिवर्सिटी | AUD 28,700 (INR 15.49 लाख) |
क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी | AUD 34,208 (INR 18.47 लाख) |
वर्जीनिया टेक | USD 30,867 (INR 23.15 लाख) |
चार्ल्स डार्विन यूनिवर्सिटी | AUD 29,265 (INR 15.80 लाख) |
एसेक्स यूनिवर्सिटी | GBP 20,350 (INR 20.96 लाख) |
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भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज
भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज जो पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन कोर्सेज ऑफर करती हैं, उनके नाम इस प्रकार हैं:
यूनिवर्सिटीज | सालाना ट्यूशन फीस (INR) |
लोयोला विश्वविद्यालय, चेन्नई | 14,400 |
सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई | 5,400 |
IIT कानपुर | 64,500 |
बनस्थली विद्यापीठ, जयपुर | 77,500 |
ज्योति निवास कॉलेज, बैंगलोर | 20,500 |
KISS – कलिंग सामाजिक विज्ञान संस्थान, भुवनेश्वर | 1.37 लाख |
उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता संस्थान, भोपाल | 18,800 |
जयपुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय | 38,000 |
लखनऊ विश्वविद्यालय | 42,000 (कुल फीस) |
हिसलोप कॉलेज | 34,000 |
योग्यता
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स करने के लिए नीचे योग्यता दी गई है-
- बैचलर्स करने के लिए कक्षा 12वीं किसी भी मान्यता बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम से उत्तीर्ण करनी ज़रूरी है।
- मास्टर्स करने के लिए लिए किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बैचलर्स उत्तीर्ण करना ज़रूरी है।
- विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL, PTE के अंक अनिवार्य हैं।
- GRE/GMAT के अंक भी अनिवार्य हैं।
- विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज बैचलर्स के लिए SAT और मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की तैयारी के लिए बेस्ट किताबें
नीचे public administration in Hindi के लिए नीचे कुछ बेस्ट किताबों के नाम दिए गए हैं-
किताब का नाम | यहां से खरीदें |
Public Administration MA IGNOU Complete study Material In Hindi For IAS NET Entrance | यहां से खरीदें |
Lok Prashasan | यहां से खरीदें |
Sahitya Bhawan Lok Prashasan book | यहां से खरीदें |
Handwritten Class notes Public Administration | यहां से खरीदें |
JPSC Mains Paper – IV, Indian Constitution, Polity, Public Administration | यहां से खरीदें |
FAQs
लोक प्रशासन की मुख्य स्पेशलाइजेशन ग्राहक प्रतिरक्षा (कस्टमर इम्युनिटी) है। कस्टमर इम्युनिटी राजनीति और लोक प्रशासन के अंतर को नहीं मानता है और दोनों के इंटीग्रेशन पर ज़ोर देता है। इसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय को बढ़ावा देना है
लोक प्रशासन का उद्देश्य जनता की सेवा करना है। लोक हित’ का उद्देश्य ही लोक प्रशासन का मुख्य उद्देश्य होता है, जबकि निजी प्रशासन में निजी या एक समुदाय विशेष के हित देखे जाते हैं।
नए लोक प्रशासन की शुरुआत 1967 के ‘हनी प्रतिवेदन’ (हनी रिपोर्ट) से मानी जाती है।
दुनिया में लोक प्रशासन की शुरुआत पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने की थी।
आशा करते हैं कि इस ब्लॉग से आपको public administration in Hindi की जानकारी मिली होगी। यदि आप विदेश में लोक प्रशासन कोर्सेज करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके आज ही 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।
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very Helpful for self study.. 👌👌👌
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धन्यवाद
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9 comments
11th class ki public add ki books honi chaaiye ya gudie, book ho to konsi name writer please
हेलो अंजलि, आप पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में 11th क्लास के लिए NCERT की बुक्स पढ़ सकती है। इसके साथ ही आप IGNOU के नोट्स भी पढ़ सकती है।
Thanks for fіnally talking about > पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के लिए सम्पूर्ण गाइड – Leveraցe
Edu < Liked it!
धन्यवाद! ऐसे ही हमारे साथ बने रहें।
Is public administration a career option in Hindi language?
हैलो सागर, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन अच्छा करियर विक्लप है।
Good
very Helpful for self study.. 👌👌👌
धन्यवाद