हेल्थ केयर मैनेजर के बारे में बात करने से पहले हम आपको एक सिचुएशन की तरफ लेकर चलते हैं। सोचिए कि आप किसी ज़रूरत के चलते अस्पताल की तरफ जाते हैं और पाते हैं कि आपके आस-पास का माहौल संतुलित नहीं है। इमरजेंसी केसेस मिसमैनेज हो रहे हैं, मरीज़ इलाज कराने का इंतज़ार कर रहे हैं, वार्ड बॉयज जल्द बाज़ी में काम कर रहे हैं और डॉक्टर्स की शॉर्टेज हो गई है। तो इसी मिसमैनेजमेंट को मैनेज करने के लिए और कोई भी दुर्घटना न घटे इसके लिए हर स्वास्थ से जुड़ी जगहों में हेल्थ केयर मैनेजमेंट का एक डिपार्टमेंट होता है जिसको एक हेल्थ केयर मैनेजर हेड करता है।
विश्व की बड़ी इंडस्ट्रीज़ में से एक होने के कारण, हेल्थ केयर सेक्टर में बेहतर और परफेक्ट प्रोफेशनल्स का होना आवश्यक है। हेल्थ केयर से जुड़े सभी कार्यों में काफी काम्प्लेक्स और सटीक निर्णय लेने की ज़रूरत होती है जिसे एक सुलझा हुआ इंसान ही कर सकता है। लेकिन ये सिर्फ एक स्किल है जिसपर हमने रौशनी डाली है। इस ब्लॉग के ज़रिए हम ‘हेल्थ केयर मैनेजर’ इस टर्म को बेहतर तरीके से समझेंगे चलिए और जानते हैं।
This Blog Includes:
- हेल्थ केयर मैनेजमेंट क्या होता है?
- हेल्थ केयर मैनेजर कौन होते हैं?
- हेल्थ केयर मैनेजर क्यों बनें?
- हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए स्किल्स
- हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
- हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए कोर्सेज (अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट)
- हेल्थ केयर मैनेजमेंट कोर्स के विषय
- हेल्थ केयर मैनेजमेंट कोर्स की फीस
- हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज
- हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए आवश्यक योग्यताएं (अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट)
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- हेल्थ केयर मैनेजर बनने में स्कोप
- हेल्थ केयर मैनेजमेंट में टॉप रिक्रूटर्स
- हेल्थ केयर मैनेजर की सैलरी
- FAQs
हेल्थ केयर मैनेजमेंट क्या होता है?
हालिया समय की बात करें तो हेल्थ केयर इंडस्ट्री अपने आप में विकास की और बढ़ती इंडस्ट्री है, जिसमें काम करने वाले सभी व्यक्तियों की ग्रोथ का ग्राफ ऊपर जाता दिखता है। फैक्ट्स की बात करें तो हेल्थ केयर के मामले में टॉप पर आने वाले शहर यूएस में हेल्थ केयर मैनेजमेंट में नौकरियों का स्तर 22 प्रतिशत बढ़ा है। यह आंकड़ा 2010 से 2020 का है जो ब्यूरो ऑफ़ लेबर स्टेटिस्टिक्स द्वारा मापा गया है।
पिछले कुछ सालों में हेल्थ केयर इंडस्ट्री में बढ़ोतरी के कारण इंसानो का लाइफ स्पैन यानी एक व्यक्ति के जीने के वर्ष बढ़ गए हैं। इसके साथ बढ़ती जनसंख्या ने इस सिचुएशन को बेहतर लेकिन गंभीरता की और ढकेला है। कल जिन बिमारियों का इलाज सम्भव नहीं था वो आज सम्भव है जोकि मानव जाती की बढ़ोतरी की तरफ एक अच्छा कदम भी है।
हेल्थ केयर मैनेजर कौन होते हैं?
अगर आप मेडिकल इंडस्ट्री में अपना भविष्य देखते हैं लेकिन क्लीनिकल सेटिंग्स को अपना टाइप नहीं मानते तो आप एक हेल्थ केयर मैनेजर बनने का विचार कर सकते हैं। बढ़ती इंडस्ट्री होने के कारण यह प्रोफाइल आपको आपके कार्यों में सौ प्रतिशत देने की तरफ प्रेरित तो करता ही है साथ ही साथ आपको आपकी मेहनत का फल देने में भी कारगर है। एक हेल्थ केयर मैनेजर कौन होते हैं यह जानने के लिए उनके कार्यों पर एक नज़र डालना ज़रूरी होगा। हर कम्पनी में एक मैनेजर के जो कार्य होते हैं हेल्थ केयर मैनेजर के कार्य भी लगभग कुछ उस प्रकार ही होते हैं। जिसमें दिन प्रति दिन होने वाली एक्टिविटीज़ को मॉनिटर करना, हॉस्पिटल्स और बाकी डिपार्टमेंट्स की ग्रोथ और एक्टिविटीज की रिपोर्ट बनाना, स्टेकहोल्डर्स के साथ मेल जोल को बनाए रखना, हेल्थ केयर इंस्टिट्यूशन में होने वाली दिक्क्तों से डील करना शामिल है।
हेल्थ केयर मैनेजर क्यों बनें?
हेल्थ केयर इंडस्ट्री की बढ़ती प्रोग्रेस और विश्व की टॉप इंडस्ट्रीज में से होने के कारण यह फील्ड आपको प्रगति की ओर लेकर जाती है। मेडिकल फील्ड की तरफ आकर्षित लोग जो इसी फील्ड में अपना करियर देखते हैं इस फील्ड को चुन सकते हैं। इसके मुख्य कारण या फायदे हैं जो आपको हेल्थ केयर मैनेजर बनने से मिलेंगे उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं-
- यह प्रोफाइल आपको वर्सटाइल यानी एक साथ काफी सारी चीज़ों में या कहिए की काफी सारे कार्यों में परफेक्शन लाने की और प्रेरित करती है। ऐसा इसलिए है क्योकि मैनेजमेंट की क्षेत्र में और जब बात हेल्थ केयर मैनेजमेंट की आती है आपको काफी सारे टास्कस साथ में करने की कला का ज्ञाता होता आवश्यक है।
- क्योंकि इस फीलड में आपको मॉनिटर करने का टास्क असाइन होता है, आपको एक से ज़्यादा चीज़ों को बेहतरी से जानने का और उनमें परफेक्ट होने का मौका मिलता है।
- इसके साथ साथ ये तो आपने सुना ही होगा की ज़िम्मेदारियाँ ही आपको अपनी शमता जानने का मौका देती हैं। तो यहाँ आपका काम आपको न सिर्फ प्रोफेशनली पर्सनली भी ज़िम्मेदार बनाता है। इससे आप दोनों क्षेत्रों में ग्रो कर पाते हैं।
- इस प्रोफाइल में एक टास्क आता है जहाँ आपको फर्म से जुड़े सभी लोगों जैसे स्टेकहोल्डर्स और बाकी डिपार्टमेंट के लोगो से इंटरैक्ट करना होता है। यह कार्य आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स के लिए काफी कारगर साबित होता है। जो लॉन्ग रन में आपके काम आ सकता है।
हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए स्किल्स
हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स जिनका होना आपके प्रोफेशन के लिए काफी ज़रूरी है वो निम्नलिखित हैं-
- मैनेजमेंट स्किल्स :- इस पोज़िशन पर जहाँ आपको सबके कार्यों को मॉनिटर करना, रिपोर्ट बनाना और सभी आवश्यक कार्यों का मूल्यांकन करना होगा। आपकी मैनेज करने की स्किल्स का बेस्ट होना बहुत ज़रूरी हो जाता है। काफी सारे टास्कस को बिना पैनिक हुए हैंडल करने की कला आपको दुसरो के प्रति धैर्य रखने की स्किल्स को भी साथ लाती है जोकि अति आवश्यक है।
- कम्युनिकेशन स्किल्स :- हर डिपार्टमेंट के हर व्यक्ति से ज़रूरी बात चीत और बेहतर अंडरस्टैंडिंग आपको एक अच्छा मैनेजर बनाती है। कम्पनी की हायर अथॉरिटीज से कदम कदम पर कांटेक्ट बनाए रखने के लिए आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स का अच्छा होना महत्वपूर्ण है।
- ऑर्गनाइजिंग स्किल्स :- अगर मैनेजमेंट के लिए गए स्टेप्स हालात को उलझा सकते हैं तो आप सोच पा रहे होंगे की हर कदम का असर पूरी ऑर्गनाइज़ेशन पर पड़ सकता है। तो एक मैनेजर की ऑर्गनाइसिंग स्किल्स का परफेक्ट होना एक कम्पनी के लिए वरदान साबित हो सकता है।
हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे दी गई है-
करियर पाथ प्लान करें
हेल्थ केयर मैनेजर बनने की दिशा में पहला कदम एक करियर प्लान प्लान करना होता है। स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधकों को अपने रोल के लिए क्वालिफिकेशन प्राप्त करने के लिए कुछ आवश्यकताओं को पूरा करने की आवश्यकता होती है, एक प्लान होने से आपको लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने की दिशा में अपनी प्रगति को ट्रैक करने में मदद मिल सकती है।
एजुकेशन रिक्वायरमेंट्स को पूरा करें
करियर पाथ बनाने के बाद, अब अपनी एजुकेशन रिक्वायरमेंट्स को पूरा करने के लिए तैयारी करें। स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधकों को अपने रोल के लिए क्वालिफिकेशन प्राप्त करने के लिए आमतौर पर अंडरग्रेजुएट डिग्री या उच्चतर की आवश्यकता होती है। पब्लिक हेल्थ, हेल्थ केयर एडमिनिस्ट्रेशन, नर्सिंग, पब्लिक पालिसी और एडमिनिस्ट्रेशन या हेल्थ केयर इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी जैसे विषय में डिग्री हासिल करना स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधकों के लिए विकल्प हो सकते हैं।
इंडस्ट्री एक्सपीरियंस प्राप्त करें
संबंधित इंडस्ट्री एक्सपीरियंस होने से आपको हेल्थ केयर क्षेत्र में प्रासंगिक स्किल्स हासिल करने में मदद मिल सकती है। आप वालंटियर, इंटर्नशिप करने या हेल्थ केयर क्षेत्र में एंट्री लेवल की स्थिति लेने के माध्यम से अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
एप्लिकेशन बनाएं
एक बार जब आप अपनी एजुकेशन रिक्वायरमेंट्स को पूरा कर लें और कुछ प्रासंगिक वर्क एक्सपीरियंस प्राप्त कर लें, तो नौकरी ढूँढना शुरू करने। उपलब्ध पदों पर रिसर्च करें और अपनी योग्यताओं पर विचार करें।
हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए कोर्सेज (अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट)
नीचे कोर्सेज की लिस्ट दी गई है-
अंडरग्रेजुएट कोर्सेज
- BSc in Healthcare Administration
- BSc in Health Information Administration
- Diploma in Office Administration- Health Services
- Diploma in Healthcare Environmental Services Management
- BCom in Healthcare Management (Hons)
- BSc in Emergency Medical Care
- BSc in Healthcare Management
पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज
- MBA Health Care Management
- Master of Health Services Management
- Master of Community Healthcare Services Management
- MSc Health and Public Service Management
- MSc in Management-Healthcare
- MSc in Health Administration
- MPhil Healthcare Sciences
- Graduate Diploma of Counseling (Clinical Supervision)
- Postgraduate Diploma in Health Science in Leadership and Management
- Master in Public Health
- MBA in Healthcare
हेल्थ केयर मैनेजमेंट कोर्स के विषय
किसी भी कोर्स की शुरुआत से पहले उसमें पढ़ाए जाने वाले सब्जेक्ट्स को जानना आवश्यक है, जो इस प्रकार है:
- हेल्थ केयर पॉलिसीज़ एंड रेगुलेशंस
- फंडामेंटल्स ऑफ़ हेल्थ केयर एडमिनिस्ट्रेशन
- ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ हॉस्पिटल्स
- डिज़ीज़ कंट्रोल मैनेजमेंट
- मेडिकल लीगल इश्यूज़
- क्वालिटी एश्योरेंस
- एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ़ हॉस्पिटल्स
- हेल्थ केयर इकोनॉमिक्स
- इन्फॉर्मेशन मैनेजमेंट
- हेल्थ केयर लेजिस्लेशन
- एनाटॉमी
- हेल्थ केयर प्लानिंग
- फिजियोलॉजी
- हॉस्पिटल एंटरप्राइज मैनेजमेंट
- मेडिकल टर्मिनोलॉजीज़
- कॉन्फ्लिक्ट मैनेजमेंट
- एपिडेमियोलॉजी
- हेल्थ मैनेजमेंट
- प्रिंसिपल्स ऑफ़ मैनेजमेंट
हेल्थ केयर मैनेजमेंट कोर्स की फीस
हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए फीस का कितना खर्च लग उसका एक बेसिक आईडिया हमने नीचे टेबल में मेंशन किया है-
प्रोग्राम्स | सालाना फीस (INR) |
अंडरग्रेजुएट | 4-5 लाख |
पोस्टग्रेजुएट | 2-3 लाख |
डॉक्टरल | 3-4 लाख |
डिप्लोमा | 1-2 लाख |
हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज
हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- ऑकलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ साउथ वेल्स
- लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी
- कार्डिफ यूनिवर्सिटी
- ब्रुनेल यूनिवर्सिटी लंदन
- मैकमास्टर यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ साउथर्न कैलिफ़ोर्निया
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ एरिज़ोना
- द यूनिवर्सिटी ऑफ़ ब्रिटिश कोलंबिया
- डबलिन सिटी यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ हल
हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए आवश्यक योग्यताएं (अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट)
यदि आप हेल्थ केयर मैनेजमेंट के क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करना होगा। ये आवश्यकताएं कोर्सेज के स्तर के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे बैचलर, मास्टर या डिप्लोमा। हेल्थ केयर मैनेजमेंट में कोर्स के लिए कुछ सामान्य योग्यताएं इस प्रकार हैं:
- बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 में कम से कम 50 % मार्क्स अर्जित किए हों।
- कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
- विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
- साथ ही मास्टर्स में एडमिशन के लिए आपकी अंडरग्रेजुएट डिग्री में कम से कम 50 % मार्क्स का होना आवश्यक है।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
- विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की ज़रूरत होती है।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं:
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
हेल्थ केयर मैनेजर बनने में स्कोप
मेडिकल इंडस्ट्री की बढ़ती ग्रोथ इस फील्ड को काफी चर्चा में लाती है। हेल्थ केयर मैनेजमेंट टर्म की जब हम बात करते है तो हम सिर्फ हॉस्पिटल की बात नहीं करते। हम उन सभी आस्पेक्ट्स की भी बात करते है जो स्वास्थ से जुड़े हैं। पिछले कुछ वर्षों से अबतक अगर आप गौर करें तो लोग अपने स्वास्थ को लेकर ज़्यादा जागरुक हैं। इसके साथ साथ वे अपनी हेल्थ पर पड़ने वाले चीज़ों के इम्पैटस जान्ने के लिए भी उत्सुक है। ऐसे में मैनेजर जैसी प्रोफाइल आपके लिए और आपके बढ़ते करियर के लिए काफी द्वार खोल देती है। \
आने वाले समय में यह इंडस्ट्री काफी ग्रो करेगी जिसका फायदा आपको देखने को ज़रूर मिलेगा। वो कैंडिडेट्स जो फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्री, हॉस्पिटल्स, इन्शुरन्स फर्म्स या सरकारी हेल्थ केयर सेक्टर में रुचि रखते हैं वो हेल्थ केयर इंडस्ट्री में हेल्थ केयर मैनेजर बनने का विचार कर सकते हैं। हेल्थ केयर मैनेजमेंट में पढ़ाई पूरी करने के बाद आप निम्नलिखित प्रोफाइल्स के लिए अप्लाई कर सकते हो-
- मेडिकल रिकार्ड्स मैनेजर
- हेल्थ एंड सोशल सर्विसेज मैनेजर
- क्लीनिकल डायरेक्टर
- हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर
- डायरेक्टर ऑफ़ नर्सिंग
- हॉस्पिटल चीफ फाइनेंशियल अफसर
- हॉस्पिटल चीफ एग्जीक्यूटिव अफसर
हेल्थ केयर मैनेजमेंट में टॉप रिक्रूटर्स
हेल्थ केयर मैनेजमेंट में टॉप रिक्रूटर्स की लिस्ट निम्नलिखित है-
- Apollo Life
- Cadila Healthcare
- Cipla
- WIPRO GE Healthcare
- Columbia Asia Hospitals
- Fortis Hospitals
- AstraZeneca
- Aurobindo Pharma
- Sun Pharma
- Nectar life
- HDFC Health Insurance
- Bajaj Allianz General Insurance Company
हेल्थ केयर मैनेजर की सैलरी
हेल्थ केयर मैनेजर के अंदर आने वाली कुछ प्रोफाइल्स के नाम और सैलरी निम्नलिखित हैं :-
जॉब प्रोफाइल्स | एनुअल सैलरी (INR) |
हेल्थ केयर डिपार्टमेंट मैनेजर | 6-7 लाख |
हेल्थ केयर एडमिनिस्ट्रेटर | 5-6 लाख |
हेल्थ केयर फाइनांस मैनेजर | 5-6 लाख |
फिजिशियन प्रैक्टिस मैनेजर | 5-6 लाख |
क्वालिटी एंड इम्प्रूवमेंट मैनेजर | 14-16 लाख |
FAQs
एक हेल्थ केयर मैनेजर हेल्थ केयर इंडस्ट्री का हिस्सा है जो हॉस्पिटल, क्लिनिक आदि जैसी जगहों की एक्टिविटीज को मैनेज करना, स्टेकहोल्डर्स से बात करना, सभी चीज़ों की रिपोर्ट बनाना आदि जैसे कार्य करते हैं।
हेल्थ केयर मैनेजर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स जिनका होना आपके प्रोफेशन के लिए काफी ज़रूरी है वो निम्नलिखित है:- मैनेजमेंट स्किल्स, मैनेजमेंट स्किल्स, कम्युनिकेशन स्किल्स और ऑर्गनाइजिंग स्किल्स आदि।
टॉप रिक्रूटर्स के नाम इस प्रकार हैं: Apollo Life, Cadila Healthcare, Cipla, WIPRO GE Healthcare , Columbia Asia Hospitals आदि।
हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि हेल्थ केयर मैनेजर कैसे बनें। अन्य तरह के हिंदी ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।