G20 Paragraph in Hindi: G-20 विश्व का सबसे शक्तिशाली आर्थिक मंच है। यह एक ऐसा मंच है जो विविधता और संपूर्णता में विश्वास रखता है। इस बार G-20 का 19वाँ शिखर सम्मेलन ब्राजील के शहर ‘रियो-डी-जेनेरियो’ में 19 नवंबर, 2024 को संपन्न हुआ है। वहीं ब्राजील के राष्ट्रपति ‘लूला दा सिल्वा‘ ने संगठन की बागडोर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ‘सिरिल रामफोसा‘ को सौंपी हैं। ब्राजील की अध्यक्षता के बाद G-20 के सभी देशों को बारी-बारी से कम से कम एक बार संगठन का नेतृत्व करने का अवसर मिलेगा।
इस वर्ष G-20 शिखर सम्मेलन का फोकस भूख, गरीबी और असमानता के खिलाफ लड़ाई, सतत विकास और वैश्विक शासन सुधारों पर है। बता दें कि इस लेख में विद्यार्थियों के लिए आगामी परीक्षाओं की तैयारी के लिए G20 शिखर सम्मेलन से जुड़े सवाल और पैराग्राॅफ लिखने के टाॅपिक्स दिए जा रहे हैं। साथ ही (G20 Paragraph in Hindi) इस लेख में 200, 300 और 500 शब्दों में पैराग्राॅफ की जानकारी दी जा रही है।
G20 (ग्रुप ऑफ़ 20) | G20 शिखर सम्मेलन |
G20 आयोजन तिथि | 18 और 19 नवंबर 2024 |
G20 आयोजनकर्ता देश | ब्राजील 2024 |
G20 स्थापना वर्ष | 1999 |
G20 का उद्देश्य | कई विश्व आर्थिक संकटों पर प्रतिक्रिया। |
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G20 के बारे में हिंदी में
G20 का पूरा नाम ग्रुप ऑफ़ 20 (The Group of Twenty) है और इसकी स्थापना वर्ष 1999 में की गई थी। इसकी स्थापना का उद्देश्य एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक एवं वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने हेतु एक मंच के रूप में की गई थी। इसका मुख्यालय मेक्सिको में है और भारत G20 का सदस्य है। इस मंच का एक मुख्य उद्देश्य उन सभी अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ लाना है जो दुनिया की उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के साथ उभर रही हैं। आपको बता दें कि G-20 की पहली बैठक वर्ष 2008 में अमेरिका के वॉशिंगटन में हुई थी। अब तक इसकी कुल 19 बैठकें हो चुकी हैं।
G20 पर पैराग्राफ 200 शब्दों में
200 शब्दों में G20 Paragraph in Hindi इस प्रकार हैः
ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी (G20) अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है। यह सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक वास्तुकला और शासन को आकार देने और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारत के पास 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक G20 की अध्यक्षता है। G20 की स्थापना 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में की गई थी।
2007 के वैश्विक आर्थिक और वित्तीय संकट के तहत G20 को राज्य/सरकार के प्रमुखों के स्तर तक इनोवेट किया गया था, और 2009 में इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए प्रमुख मंच नामित किया गया था।
G20 शिखर सम्मेलन प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। जी20 ने शुरू में बड़े पैमाने पर व्यापक आर्थिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया था, लेकिन बाद में इसने अपने एजेंडे का विस्तार करते हुए अन्य बातों के साथ-साथ व्यापार, सतत विकास, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और भ्रष्टाचार विरोधी को भी शामिल किया है।
G20 शिखर सम्मेलन वैश्विक आर्थिक वास्तुकला और संबंधित शासन (Economic Architecture and Related Governance) को आकार देता है और मजबूत करता है। साल 2023 में होने वाला G20 शिखर सम्मेलन भारत के लिए काफी अहम होगा।
G20 पर पैराग्राफ 300 शब्दों में
300 शब्दों में G20 Paragraph in Hindi इस प्रकार हैः
G20 का पूरा नाम “Group of Twenty” है। G20 की स्थापना वर्ष 1999 में की गई थी। इसके स्थापना का उद्देश्य एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिये वैश्विक आर्थिक एवं वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने हेतु एक मंच के रूप में की गई थी। G20 शिखर सम्मेलन हर साल एक बार आयोजित किया जाता है और राष्ट्रपति के नेतृत्व में आयोजित किया जाता है जिसे सभी भाग लेने वाले देशों के बीच घुमाया जाता है।
2023 में यह नई दिल्ली में होगा। यह भारत की अध्यक्षता में ही आयोजित किया जाएगा। जी20 शिखर सम्मेलन 2023 भारत के लिए कई दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होगा। G20 की थीम भारत सरकार की लोककल्याणकारी और दूरगामी सोच का प्रत्यक्ष प्रमाण है, जो ‘वसुधैव कुटुंबकम’ अर्थात ‘विश्व एक परिवार है’ की भावना को मजबूत करता है।
G20 में शामिल देशों में कनाडा, चीन, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। G20 का पहला शिखर सम्मेलन वर्ष 2008 में आयोजित किया गया था और इसकी मेजबानी अमेरिका ने वाशिंगटन में की थी। दूसरा शिखर सम्मेलन अप्रैल 2009 में लंदन में आयोजित किया गया था।
G20 प्रेसीडेंसी एक वर्ष के लिए G20 एजेंडा का संचालन करती है और शिखर सम्मेलन की मेजबानी करती है। G20 में दो समानांतर ट्रैक शामिल हैं: फाइनेंस ट्रैक और शेरपा ट्रैक। वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर वित्त ट्रैक का नेतृत्व करते हैं जबकि शेरपा वित्त ट्रैक के बाद शेरपा ट्रैक का नेतृत्व करते हैं। शेरपा की ओर से जी20 प्रक्रिया का समन्वय सदस्य देशों के शेरपाओं द्वारा किया जाता है, जो नेताओं के निजी दूत होते हैं। फाइनेंस ट्रैक का नेतृत्व सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों द्वारा किया जाता है।
G20 पर पैराग्राफ 500 शब्दों में
इस बार यानी 2023 में G20 समिट भारत में आयोजित हो रहा है और यह काफी महत्वपूर्ण भी माना जा रहा है। भारत की G20 में भूमिका पर 500 शब्दों में G20 Paragraph in Hindi इस प्रकार हैः
ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी (G20) में 19 देश अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ़्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका) और यूरोपीय संघ शामिल हैं। G20 के सदस्य ग्लोबल ग्राॅस डोमेस्टिक प्रोडक्ट का लगभग 85प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75प्रतिशत से अधिक और इसके बारे में प्रतिनिधित्व करते हैं।
G20 अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है और इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है
सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर वैश्विक वास्तुकला और शासन को आकार देना और मजबूत करना है। प्रत्येक वर्ष एक अलग समूह का कोई अन्य देश G20 की अध्यक्षता ग्रहण करता है। हालाँकि, जब उनके समूह की बारी आती है तो प्रत्येक समूह राष्ट्रपति पद संभालने का समान रूप से हकदार होता है।
भारत 1 दिसंबर 2022 से 30 तक G20 की वर्तमान अध्यक्षता रखे हुए है। G20 प्रेसीडेंसी दूसरों के परामर्श से G20 एजेंडा को एक साथ लाने के लिए जिम्मेदार है। भारत की अध्यक्षता के दौरान, G20 ट्रोइका के सदस्य इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील हैं। 2023 G20 शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित किया जाएगा और यह 18वां G20 शिखर सम्मेलन होगा। G20 शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में ITPO कन्वेंशन सेंटर, प्रगति मैदान के ‘भारत मंडपम’ में आयोजित किया जाएगा।17वां G20 शिखर सम्मेलन यानी 2022 का G20 शिखर सम्मेलन बाली में आयोजित किया गया।
G20 की अध्यक्षता मिलने के समय से ही भारत समावेशी विकास, डिजिटल नवाचार, जलवायु लचीलापन और समान वैश्विक स्वास्थ्य पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। भारत अपनी आबादी के साथ-साथ विश्व की आबादी को लाभान्वित करना चाहता है। G20 की अध्यक्षता के माध्यम से भारत विश्व के समक्ष मानवता को प्राथमिकता से रखना चाहता है, जिसके माध्यम से विश्व आर्थिक और सौहार्द के मद्देनज़र संतुलन बना रहे।
G20 की अध्यक्षता के माध्यम से भारत विश्व को, विश्व की प्राचीन भारतीय संस्कृति से परिचित करवाना चाहता है। 2023 के शिखर सम्मेलन आयोजित होगा और इसमें वैश्विक आर्थिक स्थिरता के साथ-साथ सतत विकास से संबंधित नीतियों पर चर्चा करना। जलवायु के संकट पर चर्चा के लिए और महामारी से कई देशों के उबरने और नौकरियों पर महामारी के प्रभाव पर चर्चा करने की उम्मीद है।
G20 का पहला शिखर सम्मेलन वर्ष 2008 में आयोजित किया गया था और इसकी मेजबानी अमेरिका ने वाशिंगटन में की थी। दूसरा शिखर सम्मेलन अप्रैल 2009 में लंदन में आयोजित किया गया था। तीसरा शिखर सम्मेलन सितंबर 2009 में पिट्सबर्ग में आयोजित किया गया था। चौथा शिखर सम्मेलन जून 2010 में टोरंटो में आयोजित किया गया था। पांचवां शिखर सम्मेलन नवंबर 2010 में सियोल में आयोजित किया गया था।
G20 का छठा शिखर सम्मेलन नवंबर 2011 में कान्स में आयोजित किया गया था। G20 का सातवां शिखर सम्मेलन जून 2012 में मैक्सिको में आयोजित किया गया था। इसमें शिखर सम्मेलन 2012 में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन हैं। हालांकि 2012 के बाद भी G20 शिखर सम्मेलन हर साल आयोजित किया गया था। दुनिया जलवायु परिवर्तन, सामाजिक-आर्थिक असमानता, गरीबी और संघर्ष जैसे कई संकटों का सामना कर रही है। इसलिए G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हर साल होता है।
G20 पर 10 लाइन्स
G20 पर 10 लाइन्स इस प्रकार हैंः
- G20 की स्थापना 1999 में हुई थी।
- G20 19 देशों और यूरोपीय संघ का एक समूह है।
- G20 व्यापार, वित्त और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर केंद्रित है।
- G20 उद्देश्य वैश्विक आर्थिक स्थिरता और सहयोग को बढ़ावा देना है।
- महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा के लिए G20 वार्षिक बैठकें आयोजित करता है।
- जी20 का लक्ष्य दुनिया भर में गरीबी, असमानता और बेरोजगारी को कम करना है।
- G20 वैश्विक आर्थिक नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह सदस्य देशों के बीच सहयोग और संवाद को प्रोत्साहित करता है।
- G20 के माध्यम से, देश बेहतर भविष्य के लिए समाधान खोजने के लिए मिलकर काम करते हैं।
- G20 एक अधिक समावेशी और टिकाऊ दुनिया बनाने का प्रयास करता है।
G20 से जुड़े कुछ तथ्य
G20 से जुड़े कुछ तथ्य इस प्रकार हैंः
- G20 का पूरा नाम “Group of Twenty” है।
- G20 का मुख्यालय मेक्सिको में है।
- G20 राष्ट्र दुनिया की लगभग दो-तिहाई आबादी, 85% वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद और 75% से अधिक वैश्विक व्यापार का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- पहली G20 बैठक में वित्त मंत्री और प्रत्येक देश के केंद्रीय बैंक के प्रमुख शामिल हुए।
- प्रत्येक वर्ष मेजबान देश अन्य अतिथि देशों या संगठनों को आमंत्रित करता है।
- 2008 में, ब्राजील के वित्त मंत्री गुइडो मोंटेगा जी20 के वक्ता थे।
- शिखर सम्मेलन के विषय समय-समय पर भिन्न-भिन्न होते रहे हैं।
- 2006 G20 लिपिक बैठक का विषय “निर्माण और टिकाऊ पदार्थ” था।
- 2007 में, दक्षिण अफ्रीका ने ट्रेवर के साथ सचिवालय की मेजबानी की।
संबंधित ब्लाॅग्स
FAQs
अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है। इसके कार्यों में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक चर्चा शामिल है।
G20 का पूरा नाम “Group of Twenty” है।
G20 का मुख्यालय मेक्सिको में है।
G20 की स्थापना 1999 में हुई थी।
वर्ष 2024 में G-20 की अध्यक्षता ब्राजील ने की है।
G20 सदस्य देश- अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया, मैक्सिको, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, रूस, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका और यूरोपीय संघ है।
आशा है कि आपको इस ब्लॉग में G-20 पर पैराग्राफ (G20 Paragraph in Hindi) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही ट्रेंडिंग इवेंट्स और सामान्य ज्ञान से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।