इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को इंजीनियरिंग की मुख्य ब्रांचेस में से एक माना जाता है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग इलेक्ट्रिकल टेक्नोलॉजी की एक महत्वपूर्ण ब्रांच है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियर इस क्षेत्र में कई तरह के डिवाइस, सिस्टम और इलेक्ट्रिकल कंपोनेंट्स पर काम करते हैं। वे बड़े पावर स्टेशन जनरेटर और छोटे माइक्रोचिप्स पर काम करते हैं। जॉर्ज वेस्टिंगहाउस (अल्टरनेटिंग करंट), गुग्लिल्मो मार्कोनी (रेडियो), और थॉमस एडिसन (इलेक्ट्रिक बल्ब) इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के कुछ महत्वपूर्ण पायनियर हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जबरदस्त विकास हुआ है और इसे विभिन्न स्पेशलाइजेशन जैसे ट्रांसमिशन सिस्टम, बैटरी, इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन, कंट्रोल सिस्टम और मोटर्स में बांटा गया है। नौकरी के अपार अवसरों और अध्ययन के विकल्पों के साथ, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक लोगों के लिए सबसे अच्छा विकल्प माना जा सकता है। इस ब्लॉग में आपको इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बारे में बताने जा रहें हैं।
कोर्स का नाम | डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग |
कोर्स का लेवल | डिप्लोमा |
एग्जामिनेशन टाइप | ईयरली/सेमेस्टर वाइस |
भारत में एवरेज ट्यूशन फीस | लगभग INR 15 से 60 हज़ार |
भारतीय कॉलेज | APC पॉलिटेक्निक, जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, जयपुर पॉलिटेक्निक आदि। |
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ | यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन,यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, जॉर्जियन कॉलेज आदि। |
This Blog Includes:
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा क्या होता है?
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा को क्यों चुने?
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
- स्किल्स
- टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़
- टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़
- योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- प्रवेश प्रक्रिया
- आवश्यक पुस्तकें
- करियर स्कोप
- जॉब प्रोफाइल और सैलरी पैकेज
- FAQs
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा क्या होता है?
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा एक पॉलिटेक्निक कोर्स है जिसे कक्षा 10वीं के बाद के छात्र कर सकते हैं। इस कोर्स के अवधि 3 साल की होती है तथा साइंस स्ट्रीम से 12वीं कक्षा करने के बाद आवेदन करने पर इसकी अवधि 2 वर्ष होती है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा इलेक्ट्रिक के बुनियादी सिद्धांतों को लागू करके इसके उपकरणों के डिजाइन, निर्माण और रखरखाव से संबंधित है। 10वीं या 12वीं कक्षा की परीक्षा के तुरंत बाद उम्मीदवारों को इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा या इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग पॉलिटेक्निक कोर्स प्रदान किया जाता है। इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा कोर्सेज के लिए योग्यता कक्षा 10 में न्यूनतम 55% अंक है। इस कोर्स में रिजर्व कैटेगरी के उम्मीदवारों को 5% की छूट प्रदान की जाती है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा को क्यों चुने?
मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा को चुनने के कुछ मुख्य कारण नीचे दिए गए हैं:
- विद्यार्थी इस डिप्लोमा के पूर्ण होने के बाद डायरेक्ट बीटेक के सेकंड ईयर में प्रवेश ले सकते हैं।
- विद्यार्थियों को उनकी पढ़ाई पूरी होने के बाद में किसी भी सरकारी या प्राइवेट संस्थान में आसानी से जॉब मिल जाती है।
- विद्यार्थी इस कोर्स में ग्रेजुएशन डिग्री के बराबर सीखते हैं।
- विद्यार्थी मैकेनिकल पार्ट्स को डिजाइन और उन्हें मेंटेन करने के बारे में सीखते हैं।
- विद्यार्थी इस कोर्स को करने के बाद में एविएशन इंडस्ट्री में टेक्नीशियन के तौर पर भी कार्य कर सकते हैं।
- एक और खास बात यह भी है की छात्र प्रशिक्षित हो जाते हैं और मैकेनिक्स के रूप में अपनी पहल शुरू करने और अपनी खुद की रिसर्च लैब शुरू करने की स्किल्स रखते हैं।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे दी गई है। जिसकी सहायता से आप अपनी तैयारी कर सकते हैं:
- स्टेप 1: आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स के लिए अपनी 10वीं कक्षा को 55% अंको के साथ पूर्ण करें। 10वीं के बाद आप इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। तब इसकी अवधि 3 वर्ष होगी।
- स्टेप 2: 11वीं कक्षा में मैथमेटिक्स के स्ट्रीम को चुनकर आप अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। 12वीं के बाद आपके लिए इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष ही होगी।
- स्टेप 3: आप अपने लिए किसी कॉलेज को चुनकर उसमें एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। कई सारे ऐसे संस्थान हैं जो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा ऑफर करते हैं।
- स्टेप 4: आप अपने डिप्लोमा कोर्स की अवधि पूर्ण होने के बाद में आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं। कई बार कंपनीज के प्लेसमेंट कॉलेजों में आयोजित होते हैं।
स्किल्स
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने के लिए आपको जिन स्किल्स की आवश्यकता होती है वह नीचे दी गई हैं:
- क्रिटिकल थिंकिंग
- टेक्नोलॉजिकल नॉलेज
- एक्टिव लर्निंग
- इंटरपर्सनल स्किल्स
- ऑर्गेनाइजेशनल स्किल्स
- कांप्लेक्स प्रोब्लम-सोप्विंग
- मैथमेटिक्स एंड फिजिक्स स्किल्स
- इनोवेटिव थिंकिंग
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के नाम नीचे दिए गए हैं:
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन
- यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज
- सेंटेनियल कॉलेज कनाडा
- साउदर्न इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी न्यूजीलैंड
- एशिया पेसिफिक यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़
आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के साथ-साथ अन्य इंजीनियरिंग फील्ड में डिप्लोमा के लिए भी नीचे दिए गए कॉलेजों में से किसी कॉलेज को चुन सकते हैं:
- दिल्ली पॉलिटेक्निक कॉलेज
- जयपुर पॉलिटेक्निक कॉलेज
- वालचनाड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
- GLA यूनिवर्सिटी
- जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी
- संदीप यूनिवर्सिटी
- पिल्लई HOC कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
- संगम यूनिवर्सिटी
योग्यता
विदेश के शीर्ष विश्वविद्यालयों से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा का कोर्स करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:
- यदि आपको 10वीं कक्षा के आधार पर एडमिशन लेना है 10वीं कक्षा मे आपके कम से कम 55% अंक होने चाहिए।
- आवेदक के बारहवीं में अंक कम से कम 50% से अधिक होने अनिवार्य हैं।
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेज के लिए एलिजिबल हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स के लिए GRE और GMAT स्कोर की अवश्यकता होती है।
- साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
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आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।
भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
आपको निम्न आवश्यक दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- वीज़ा
- अपडेट किया गया रिज्यूमे
- इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट स्कोर
- लेटर आफ रिकमेंडेशन या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस SOP
- पोर्टफोलियो
छात्र वीज़ा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
प्रवेश प्रक्रिया
अलग-अलग कॉलेजों में एडमिशन प्राप्त करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं अलग प्रकार की होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं है जो अधिकतर सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटीज़ के द्वारा मान्य होती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
विदेशी प्रवेश परीक्षाएं
लैंग्वेज रिक्वायरमेंट
भारतीय प्रवेश परीक्षाएं
- JEECUP
- JEXPO
- Odisha DET
- AP POLYCET
- Assam PAT
- BCECE
- HP PAT
- Delhi CET
आवश्यक पुस्तकें
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिए आप नीचे दी गई पुस्तकों में से किसी पुस्तक को पढ़ सकते हैं:
आवश्यक पुस्तकें | लेखक का नाम | यहां से खरीदें |
फाउंडेशन ऑफ़ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग | लियोनार्ड एस बॉबरोव | यहां से खरीदें |
बेसिक इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग | आर सर्वांकुमार, वी जगथसेन, के विनोथ कुमार | यहां से खरीदें |
इलेक्ट्रिक मशीनरी एंड ट्रांसफॉमर्स | भाग एस गुरु | यहां से खरीदें |
इलेक्ट्रिकल प्रॉपर्टीज ऑफ मटेरियल | लैस्जलो सोल्यमार | यहां से खरीदें |
पावर सिस्टम एनालिसिस | T.K. नाग सरकार | यहां से खरीदें |
करियर स्कोप
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त करने के बाद आप विभिन्न कंपनीज़ में वैरियस जॉब प्रोफाइल के लिए आवेदन कर सकते हैं। नीचे कुछ टॉप एंप्लॉयर कंपनीज़ के नाम दिए गए हैं:
- Mentor Graphics – Noida
- RGF Select India Pvt. Ltd. – Gurgaon
- Genlite Engineering Pvt. Ltd.– Kochi
- Centre for Development of Advanced Computing C-DAC – Pune
- Vijai Electricals Ltd. – Haridwar
- Abacus Consultants – Pune
- Emerson
- Servomax
- Mitsubishi Electric
- Fuji Electric
- Eon electric
- Cable Corporation of India Ltd
जॉब प्रोफाइल और सैलरी पैकेज
Glassdoor.in इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बाद प्राप्त होने वाली जॉब प्रोफाइल और अनुमानित सैलरी पैकेज निम्न है:
जॉब प्रोफाइल | एवरेज सैलरी पैकेज |
इलेक्ट्रिक डिजाइन इंजीनियर | INR 2.5 से 3 लाख |
जूनियर इंजीनियर | INR 3 से 4 लाख |
टेक्निकल ट्रेनर | INR 2 से 3 लाख |
CAD इंजीनियर | INR 3 से 3.5 लाख |
फील्ड इंजीनियर | INR 3 से 5 लाख |
FAQs
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को कठिन सब्जेक्ट नहीं कहा जा सकता है लेकिन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में आपको इस क्षेत्र में सभी पहलुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है क्योंकि आप इस क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाते हैं।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त करने के बाद आप इस क्षेत्र में जॉब करने के साथ किसी संस्थान से बीटेक कर सकते हैं इससे आपको जॉब प्रोफाइल तथा सैलरी को बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
यदि आपने हाल ही में अपनी 10वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की है और आपको किसी अच्छी यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल गया है तो आप इस डिप्लोमा को जारी रख सकते हैं। लेकिन यदि आपने अपनी बारहवीं की पढ़ाई पूरी कर ली है और आप अपने लिए किसी प्रोफेशनल जॉब को पाने के इंतजार में हैं। तो इस कोर्स की सहायता से ऐसा किसी जा सकता है।
उम्मीद है कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग आपको पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आज ही आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।