फिजिकल एजुकेशन में बदलते ट्रेंड क्या है?

2 minute read

आजकल हेल्थ और स्पोर्ट्स के क्षेत्र में लोगों की इंटरेस्ट और अवेयरनेस बढ़ने के कारण इस क्षेत्र में युवाओं के लिए करियर के कई मार्ग उपलब्ध हैं। फिजिकल एजुकेशन में बदलते ट्रेंड ने फिजिकल एजुकेशन की मांग को काफ़ी बढ़ाया है। यदि आप भी फिजिकल एजुकेशन में इंटरेस्टेड हैं और इसी क्षेत्र में करियर की शुरुआत करना चाहते हैं, तो इस ब्लॉग में हमने सभी Changing trends and career in physical education in Hindi से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी हैं, जो आपके career के लिए काफ़ी अच्छी साबित हो सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं changing trends and career in physical education in Hindi के बारे में।

शारीरिक शिक्षा में बदलते रुझान और करियर क्या है?

फिजिकल एजुकेशन छात्रों को फिजिकल स्ट्रेंथ, स्टैमिना, सहनशीलता देता है। कॉमनवेल्थ कन्ट्रीज में यह स्कूल सिलेबस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। शारीरिक शिक्षा छात्रों को थ्योरेटिकल सब्जेक्ट्स से हटकर खेलकूद में सफल होने के अवसर देती है और साथ ही फिजिकल एक्टिविटीज का आनंद लेने में मदद करती है।

आजकल, लोग अपने घरों में पढ़ाई या अपने काम को लेकर बिजी हैं और एक्सरसाइज या मूवमेंट नहीं कर पा रहे हैं। इस स्थिति में, लोग अपने फिटनेस रूटीन को छोड़ने पर मजबूर हैं, जिसके कारण उन्हें बहुत सी शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। फिजिकल एजुकेशन केवल हेल्थ नहीं है, बल्कि अब यह हैल्थी लाइफ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। यहां changing trends and career in physical education in Hindi के प्रमुख फायदे दिए गए हैं:

  • फिजिकल एजुकेशन, फिजिकल फिटनेस और स्किल डेवलपमेंट का एक हैल्थी तरीका है।
  • इससे छात्र अलग-अलग गतिविधियों में व्यस्त हो कर खेल में अपनी रुचि का अंदाजा लगाते हैं।
  • छात्रों को हैल्थी लाइफस्टाइल के लिए मोटीवेट करता है।
  • खेलों के अलावा, फिजिकल एजुकेशन छात्रों को टीमवर्क, ट्रांसपेरेंसी, ग्रुप में रेस्पोंसिबिलिटी और अन्य आवश्यक स्किल्स सिंपल तरीकों से बेहतर बनाता है।

शारीरिक शिक्षा में बदलते रुझान और करियर के लक्ष्य और उद्देश्य

फिजिकल एजुकेशन किसी भी लेवल पर स्कूल और कॉलेज में कोर्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। changing trends and career in physical education in Hindi इस प्रकार हैं: 

  • फिजिकल एजुकेशन छात्रों को स्कूल लाइफ के बाद भी एक्टिव और हैल्थी लाइफस्टाइल के लिए प्रोत्साहित करती है।
  • यह बच्चों में हैल्थी प्रतियोगिता को बढ़ावा देती है।
  • फिजिकल एजुकेशन छात्रों को सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग देती है और उनका आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करता है।
  • इसका उद्देश्य खेल और आउटडोर एक्टिविटीज के लिए पैशन पैदा करना है। 
  • यह छात्रों को साथ मिलकर खेलने और काम करने के साथ-साथ अचानक स्थितियों में सही निर्णय लेना सिखाता है। 
  • फिजिकल एजुकेशन के कई शारीरिक और मानसिक फायदे हैं, जो गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने में भी मदद करते हैं।

यह भी पढ़ें: खेल का महत्व

राष्ट्रीय स्तर के खेल

राष्ट्रीय स्तर के खेलों के बारे में विस्तार से नीचे बताए गया है-

IPL (Cricket)

इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) एक नेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट है, जिसे हर साल मार्च और मई के बीच आयोजित किया जाता है। 2008 में इस लीग की शुरुआत बोर्ड ऑफ़ कण्ट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) द्वारा की गई थी। इस टूर्नामेंट में कुल 8 टीमें हिस्सा लेती हैं, जिसमें किंग्स XI पंजाब, दिल्ली कैपिटल्स, राजस्थान रॉयल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, मुंबई इंडियंस, सनराइजर्स हैदराबाद, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर एंड चेन्नई सुपर किंग्स शामिल हैं।

यह भी करें: विराट कोहली की जीवनी

इंडियन सुपर लीग (Football)

इंडियन सुपर लीग, इंडिया का नेशनल फुटबॉल टूर्नामेंट है, जो हर साल नवंबर से मार्च के बीच होती है। इंडियन सुपर लीग को 2013 में स्टार स्पोर्ट्स, ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) और फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (FSDL) द्वारा स्थापित किया गया था। इस प्रतियोगिता में 11 टीमें हिस्सा लेती हैं, जिसमें ATK Mohun Bagan FC, Bengaluru FC, Chennaiyin FC, SC East Bengal, FC Goa, Hyderabad FC, Jamshedpur FC, Kerala Blasters FC, Mumbai City FC, NorthEast United FC and Odisha FC शामिल हैं।

प्रो कबड्डी लीग (Kabaddi)

2014 में शुरू की गई प्रो कबड्डी लीग, इंडिया का नेशनल कबड्डी टूर्नामेंट है। कबड्डी भारत में वर्षों से खेला जा रहा है, इसलिए इस टूर्नामेंट ने पिछले कुछ वर्षों में काफी लोकप्रियता हासिल कर ली है। शुरुआत में, चैंपियनशिप ट्रॉफी के लिए 8 टीमें खेलती थीं लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 12 हो गई है। बारह टीमों में Bengal Warriors, Bengaluru Bulls, Dabang Delhi KC, Gujarat Fortune Giants, Haryana Steelers, Jaipur Pink Panthers, Patna Pirates, Puneri Paltan Hai, Tamil Thalaivas, Telugu Titans, U Mumba और UP Yoddha शामिल हैं।

हॉकी इंडिया इंडिया लीग (Hockey)

हॉकी इंडिया इंडिया लीग (HIL), इंडिया की प्रोफेशनल हॉकी चैंपियनशिप लीग है। इसका आयोजन जनवरी और फरवरी के महीने में होता है, और यह दो महीने तक चलती है। इस टूर्नामेंट में कुल 6 टीमें हिस्सा लेती हैं, जिसमें Dabang Mumbai, Delhi Waveriders, Kalinga Lancers, Punjab Warriors, Ranchi Rays और Uttar Pradesh Wizards शामिल हैं। टूर्नामेंट की विजेता टीम को 3 करोड़ रुपये का पुरस्कार मिलता है, और पहली रनर अप टीम को 1.5 करोड़ रुपये की रकम से सम्मानित किया जाता है।

प्रीमियर बैडमिंटन लीग (Badminton)

बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रीमियर बैडमिंटन लीग, इंडिया की प्रोफेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप है। प्रीमियर बैडमिंटन लीग की शुरुआत जनवरी 2016 में हुई थी। इस टूर्नामेंट में कुल 7 टीमें भाग लेती हैं, जिसमें Awadh Warriors, North Eastern Warriors, Mumbai Rockets, Pune 7 Aces, Hyderabad Hunters, Bengaluru Raptors और Chennai Superstars शामिल हैं।

प्रो रेसलिंग लीग (Wrestling)

प्रो रेसलिंग लीग, इंडिया की नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप लीग है, जिसे इंडिया की रेसलिंग फेडरेशन द्वारा एडमिनिस्टर्ड किया जाता है। इस चैंपियनशिप का उद्घाटन 2015 में किया गया था। इस प्रतियोगिता में कुल 6 टीमों के सदस्य भाग लेते हैं। उन टीमों में Delhi Sultans, Haryana Hammers, Mumbai Maharathi, NCR Punjab Royals, UP Dangal और MP Yoddha शामिल हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्पोर्ट्स इवेंट्स

अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्पोर्ट्स इवेंट्स की विस्तृत जानकारी नीचे दी गई है:

एशियन गेम्स

एशियन गेम्स फेडरेशन द्वारा आयोजित एशियन गेम्स एक कॉन्टिनेंटल मल्टी स्पोर्ट इवेंट है, जो पूरे एशिया के एथलिट को एक कॉम्पिटिटिव प्लेटफार्म देता है। पहली बार एशियन गेम्स 1951 में नई दिल्ली में हुआ था और उसके बाद यह हर चार साल में आयोजित किया जाता है। 2022 में अगला एशियन गेम्स हांग्झोउ, चीन में होगा। एशियन गेम्स में अलग-अलग प्रकार के एथलेटिक फील्ड में कई स्पोर्टिंग इवेंट्स होते हैं, जिनमें बेसबॉल, आर्चरी, रोलर स्पोर्ट्स, कराटे, बोलिंग, क्रिकेट, साइकिलिंग आदि शामिल हैं। इस टूर्नामेंट का आयोजन एशियन एथलिट को सपोर्ट करने और एशियन कॉन्टिनेंट के देशों के लिए मल्टी स्पोर्ट इवेंट बनाने के लिए किया जाता है।

कॉमनवेल्थ गेम्स

कॉमनवेल्थ गेम्स एक मल्टी-स्पोर्ट टूर्नामेंट है, जिसे विशेष रूप से कॉमनवेल्थ कन्ट्रीज के लिए बनाया गया है। इस खेल में 54 मेंबर कन्ट्रीज शामिल हैं। इसे पहले ब्रिटिश अंपायर गेम्स, द ब्रिटिश एम्पायर कॉमनवेल्थ गेम्स एंड ब्रिटिश कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे कई दूसरे नामों से जाना जाता था। कॉमनवेल्थ गेम्स को कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन द्वारा प्रशासित किया जाता है। 2022 में कॉमनवेल्थ खेलों का अगला आयोजन बिर्मिंघम में होगा। इस टूर्नामेंट का उद्घाटन पहली बार ब्रिटिश द्वीप के विभिन्न देशों के बीच यूनिटी की भावना पैदा करने के लिए किया गया था।

यह भी पढ़ें: क्रिकेटर कैसे बने?

ओलंपिक गेम्स

ओलंपिक गेम्स, इंटरनेशनल स्पोर्ट्स इवेंट है, जिसमें 200 से अधिक देश ग्लोबल लेवल पर भाग लेते हैं। इसका आयोजन हर 4 साल में किया जाता है, जिसमें एथलेटिक्स, स्विमिंग, फेन्सिंग, बास्केटबॉल, बेसबॉल आदि जैसे कई खेलों के कम्पीटीशन्स होते हैं। ओलंपिक खेलों का ऑपरेशन्स इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा किया जाता है। 2024 में अगला ओलंपिक्स पेरिस, फ्रांस में होगा।

ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप

ICC वर्ल्ड कप एक इंटरनेशनल क्रिकेट चैंपियनशिप है, जो दुनिया में सबसे पॉपुलर स्पोर्ट्स टूर्नामेंट में से एक है। इसका आयोजन इंटरनेशनल क्रिकेट कॉउन्सिल (ICC) द्वारा किया जाता है, जिसका पहला एडिशन 1975 में हुआ था। इसमें कुल 20 टीमें, अपने-अपने देशों को रिप्रेजेंट करती हैं। 2023 में इंडिया, ICC मेन्स क्रिकेट वर्ल्ड कप के 13वें एडिशन को होस्ट करेगा।

खेलो इंडिया

खेलो इंडिया प्रोग्राम भारतीय युवा और मिनिस्ट्री ऑफ़ स्पोर्ट्स द्वारा इंडियन सिटीजन के बीच खेलों को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। इस खेल के आयोजन का उद्देश्य इंडिया के लोगों में यूनिटी का भाव पैदा करना और हैल्थी लाइफस्टाइल को बढ़ावा देना है। यह खेल नागरिकों और देश के होलिस्टिक डेवलपमेंट में योगदान देता है। इसके जरिए, लोगों को एक मंच प्रदान किया जाएगा, जो न केवल एथलेटिक प्रोवेस को बढ़ाएगा, बल्कि उनके अक्वायर्ड टैलेंट को भी डिसप्ले करेगा। इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए, मिनिस्ट्री आवश्यक बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करके उन्हें एडिक्वेट ट्रेनिंग देगी।

इस कार्यक्रम द्वारा नीचे दिए गए क्षेत्रों में काम किया जाएगा:

  1. स्पोर्ट्स फील्ड का विकास
  2. कम्युनिटी कोचिंग विकास
  3. स्टेट लेवल खेलो-इंडिया सेंटर
  4. एनुअल स्पोर्ट्स प्रतियोगिता
  5. टैलेंट सर्च एंड डेवलपमेंट
  6. स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल और क्रिएशन/अपग्रेशन
  7. नेशनल/रीजनल/स्टेट स्पोर्ट्स अकडेमिएस को सहायता देना।
  8. स्कूल चिल्ड्रन को फिजिकल फिटनेस देना।
  9. स्पोर्ट्स फॉर वीमेन
  10. डिसेबल्ड लोगों में खेल को बढ़ावा देना
  11. पीस और डेवलपमेंट के लिए खेल
  12. रूरल और इंडिजेनस/ट्राइबल गेम्स को बढ़ावा देना।

भारत में शारीरिक शिक्षा में बदलते रुझान और करियर

स्टूडेंट्स अक्सर फिजिकल एजुकेशन सब्जेक्ट्स को अवॉयड कर देते हैं और इसे सिलेबस का एक एक्स्ट्रा सब्जेक्ट समझते हैं। इस क्षेत्र में सिविलाइज़ेशन के विकास के साथ-साथ लोगों के mindset का भी विकास हुआ है। लोगों ने अब आम शिक्षा पर कम ज़ोर देकर फिजिकल एजुकेशन को एक ब्राइट आउटलुक के साथ देखना शुरू कर दिया है। आजकल शारीरिक शिक्षा एंटरटेनमेंट के साधन के साथ-साथ कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ में एक पूरा कोर्स बन गया है। भारत सरकार भी changing trends and career in physical education in Hindi, शारीरिक शिक्षा सिस्टम के लिए उपयुक्त सुविधाएं प्रदान करके इसे बेहतर बनाने में योगदान दे रही है। कॉलेजेस में खेल में दिलचस्पी रखने वाले छात्रों के लिए स्पेशल सीट्स रिजर्व्ड रखी जाती हैं।

स्किल्स

फिजिकल एजुकेशन में करियर वाले छात्रों के पास नीचे दी हुई स्किल्स का होना ज़रूरी है।

  • फिजिकल की अच्छी समझ
  • डाइवर्स स्पोर्ट्स की प्रैक्टिस के बारे में नॉलेज
  • मैनेजमेंट और कम्युनिकेशन
  • हैल्थी लिविंग के प्रिंसिपल्स
  • न्यूट्रिशन के बारे में नॉलेज
  • फर्स्ट ऐड स्किल्स

इन स्किल्स के अलावा, इन फिजिकल ट्रेनर को इफेक्टिव और कोओपरेटिव रहने के लिए अपने छात्रों के आसपास होना चाहिए।

दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़

दुनिया में कई कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं, जो शारीरिक शिक्षा में बदलते रुझानों और करियर के अनुसार कोर्स प्रदान करते हैं। ऐसे कोर्स इन्वेस्टमेंट के लायक माने जाते हैं। यहां कुछ कॉलेजों की सूची दी गई है, जो शारीरिक शिक्षा या विभिन्न विशेषज्ञताओं में कोर्स के अलावा स्पोर्ट्स में मैनेजमेंट की डिग्री की पेशकश करते हैं। जिनमें से कुछ हैं:

टॉप इंडियन यूनिवर्सिटीज़

देश में फिजिकल एजुकेशन कोर्स ऑफर वाली इंडियन यूनिवर्सिटीज़ के नाम इस प्रकार हैं।

  • लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान, ग्वालियर
  • एसईएस कॉलेज ऑफ फिजिकल एंड कॉलेज ऑफ एजुकेशन, जलगांव
  • वाईएमसीए कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, चेन्नई
  • शारीरिक शिक्षा कॉलेज, पुणे
  • इंदिरा गांधी शारीरिक शिक्षा और खेल विज्ञान संस्थान, दिल्ली
  • वाईएमसीए कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, बैंगलोर
  • सविता देवी महाविद्यालय, मेरठ
  • शारीरिक शिक्षा के बालीपाल कॉलेज, बालासोर
  • ज्योतिबा कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, नागपुर

योग्यता

फिजिकल एजुकेशन के लिए कुछ सामान्य योग्यताओं के बारे में नीचे बताया गया है–

  • फिजिकल एजुकेशन में बैचलर्स डिग्री और डिप्लोमा कोर्स के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 अच्छे अंकों से पास किया हो।
  • मास्टर डिग्री के न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ बैचलर की डिग्री आवश्यक है, हालांकि प्रतिशत एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में भिन्न हो सकती है।
  • विदेश के कुछ यूनिवर्सिटी के लिए ACT, SAT आदि के स्कोर जरूरी होते हैं।
  • विदेश में ऊपर दी गई रिक्वायरमेंट्स के साथ IELTS या TOEFL टेस्ट अंक ज़रूरी होते हैं।
  • साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटीों में आवेदन के लिए SOP, LOR और CV/Resume तथा Portfolio की भी ज़रूरत होती है।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़ 

न्यूक्लियर इंजीनियर कैसे बनें के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

करियर स्कोप

फिजिकल एजुकेशन में बदलते रुझानों और करियर के चलते शारीरिक शिक्षा में एम्प्लॉयमेंट के बहुत से मौके मिलते हैं। यह अवसर ऑफ-फील्ड से ले कर कोच या टीम मैनेजर के होते हैं। स्पोर्ट्स मैनेजमेंट टीम और इवेंट को मैनेज करने के लिए नया और रोमांचक क्षेत्र बन चुका है। नीचे और भी जॉब रोल्स इस प्रकार हैं:

  • ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट
  • ह्यूमन काइनेटिकस स्पेशलिस्ट
  • स्पोर्ट्स ब्रॉडकास्टर
  • रेफ़री/अंपायर
  • चिरोप्रेक्टर
  • एथलेटिक ट्रेनर
  • हेल्थ एजुकेटर
  • जेरियाट्रिक हेल्थ स्पेशलिस्ट
  • एडप्टिव फिजिकल एजुकेशन स्पेशलिस्ट
  • फिजिकल एजुकेशन टीचर
  • रिक्रिएशन वर्कर
  • फिजिकल थेरेपिस्ट
  • स्पोर्ट्स मैनेजमेंट
  • गेरोन्टोलॉजी
  • हेल्थ रिसर्चर
  • एथलेटिक कोच
  • फिटनेस स्पेशलिस्ट- पर्सनल ट्रेनर, फिटनेस डायरेक्टर
  • एक्सरसाइज साइंस
  • एक्सरसाइज फिजियोलॉजिस्ट
  • स्पोर्ट्स मेडिसन

सैलरी

Payscale.com अनुसार भारत में एक स्पोर्ट्स इंस्ट्रक्टर की सालाना औसत सैलरी 3-5 लाख रुपये होती है। वहीं एक सर्टिफाइड एथलेटिक ट्रेनर की सालाना औसत सैलरी 6-10 लाख रुपये होती है।

FAQs

फिजिकल एजुकेशन में करियर के क्या विकल्प हैं?

फिजिकल एजुकेशन में टॉप करियर प्रॉस्पेक्ट्स–
1. एडप्टिव फिजिकल एजुकेशन स्पेशलिस्ट
2. फिजिकल एजुकेशन टीचर
3. रिक्रिएशन वर्कर
4. फिजिकल थेरेपिस्ट
5. स्पोर्ट्स मैनेजमेंट
6. गेरोन्टोलॉजी

फिजिकल एजुकेशन के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़ कौन – कौन सी हैं?

फिजिकल एजुकेशन के लिए दुनिया की टॉप स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है।
1. मिशिगन विश्वविद्यालय – एन अर्बोरो
2. कॉलेज ऑफ हॉस्पिटैलिटी, रिटेल एंड सपोर्ट
3. दक्षिण कैरोलिना विश्वविद्यालय
4. स्कूल ऑफ़ स्पोर्ट्स, एक्सरसाइज
5. स्कूल ऑफ़ एक्सरसाइज एंड न्यूट्रिशन साइंस डीकिन विश्वविद्यालय

changing trends and career in physical education in Hindi के लक्ष्य और उद्देश्य क्या है?

changing trends and career in physical education in Hindi के लक्ष्य और उद्देश्य इस प्रकार है:
1. फिजिकल एजुकेशन छात्रों को स्कूल लाइफ के बाद भी एक्टिव और हैल्थी लाइफस्टाइल के लिए प्रोत्साहित करती है।
2. यह बच्चों में हैल्थी प्रतियोगिता को बढ़ावा देती है।
3. फिजिकल एजुकेशन छात्रों को सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग देती है और उनका आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करता है।
4. इसका उद्देश्य खेल और आउटडोर एक्टिविटीज के लिए पैशन पैदा करना है। 
5. यह छात्रों को साथ मिलकर खेलने और काम करने के साथ-साथ अचानक स्थितियों में सही निर्णय लेना सिखाता है। 
6. फिजिकल एजुकेशन के कई शारीरिक और मानसिक फायदे हैं, जो गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने में भी मदद करते हैं।

उम्मीद है, changing trends and career in physical education in Hindi की सारी महत्वपूर्ण जानकारी आपको ब्लॉग में मिल गई होगी। अगर आप फिजिकल एजुकेशन में करियर बनाने के इच्छुक हैं और आगे कि पढ़ाई विदेश से करना चाहते हैं, तो एक उचित मार्गदर्शन के लिए आप आज ही 180057200 पर कॉल कीजिए और हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*