जानिए एमए सोशियोलॉजी के सिलेबस के बारे में

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MA Sociology Syllabus in Hindi

सोशियोलॉजी दो शब्दों से मिलकर बना है, socio यानी सोशल और ology यानी साइंस। सोशियोलॉजी में हम संस्कृति, वर्ग, जाति, धर्म, क्राइम, डिस्क्रिमिनेशन, परिवार, लिंग, पापुलेशन एजुकेशन आदि क्षेत्रों का अध्ययन करते हैं। मानव समाज अब तक की सबसे जटिल, अनोखी और पेचीदा सभ्यता है। मानव समाज में सामाजिक व्यवहार और सोसाइटी डेवलपमेंट के बारे में खोज में रुचि रखने वालों के लिए, समाजशास्त्र मानव समाज के साथ-साथ मानव संस्कृति और रीति-रिवाजों के कामकाज की एक व्यावहारिक समझ प्रदान करता है। अगर आप भी सोशियोलॉजी में रुचि रखते हैं और MA sociology syllabus in Hindi में जानना चाहते हैं तो इस ब्लॉग को पूरा जरूर पढ़े। 

This Blog Includes:
  1. एमए सोशियोलॉजी क्या हैं? 
  2. एमए सोशियोलॉजी के लिए योग्यता  
  3. एमए सोशियोलॉजी सिलेबस इन हिंदी
  4. वैकल्पिक विषय
  5. एमए सोशियोलॉजी प्रोजेक्ट के लिए सैंपल टॉपिक
  6. विदेश में एमए सोशियोलॉजी सिलेबस
  7. अलग-अलग यूनिवर्सिटीज के लिए एमए सोशियोलॉजी सिलेबस
    1. एमए सोशियोलॉजी सिलेबस इग्नू
    2. जेएनयू के लिए एमए सोशियोलॉजी सिलेबस
    3. एमए समाजशास्त्र एचपीयू के लिए सिलेबस
    4. एमजेपीआरयू के लिए एमए समाजशास्त्र सिलेबस  
    5. एमए सोशियोलॉजी सिलेबस बीएचयू 
  8. विश्व के शीर्ष रैंक वाले विश्वविद्यालय 
  9. भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज  
  10. आवेदन प्रक्रिया
  11. आवश्यक दस्तावेज़
  12. सोशियोलॉजी की बेस्ट बुक्स
  13. करियर के अवसर एमए सोशियोलॉजी के बाद 
  14. FAQ

एमए सोशियोलॉजी क्या हैं? 

एमए सोशियोलॉजी सोशल साइंस की एक ब्रांच है। एमए सोशियोलॉजी में छात्रों को किसी भी व्यक्ति या समाज के प्रति सोशल रिलेशन और सोशल ग्रुप्स के साथ उनके व्यवहार के बारे में वैज्ञानिक अध्ययन करते है। अगस्टे कॉम्टे वह पहले विद्वान थे, जिन्होंने ह्यूमन सोशल रिलेशन का वैज्ञानिक नाम ‘समाज विज्ञान’ यानी sociology शब्द का प्रयोग किया था। आसान शब्दों में कहा जाये तो ये एक ऐसा विज्ञान है जिसमें मानव और सामाजिक सम्बन्धों के बीच अध्ययन किया जाता है। 

एमए सोशियोलॉजी के लिए योग्यता  

एमए सोशियोलॉजी करने के लिए छात्रों के लिए सामान्य योग्यता नीचे दी गई है, जो कुछ इस प्रकार हैं:

  1. छात्र को 10+2 किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम से पास करनी होगी। 
  2. बैचलर डिग्री प्रोग्राम में छात्र के पास न्यूनतम 50% – 55% अंक होने आवश्यक हैं ।
  3. विदेश में पढ़ाई करने के लिए अंग्रेजी भाषा दक्षता प्रमाण के लिए TOEFL / IELTS/ PTE स्कोर की आवश्यकता होती है।
  4. लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन 
  5. स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस 

एमए सोशियोलॉजी सिलेबस इन हिंदी

MA sociology syllabus in Hindi में नीचे कुछ सामान्य विषयों की लिस्ट दी गई हैं, जो छात्रों को उनके शैक्षणिक सत्र के दौरान पढ़ाए जाते हैं। यह विषय यूनिवर्सिटी के अनुसार और राज्य के अनुसार थोड़े अलग हो सकते हैं ।

सेमेस्टर कवर किए गए प्रमुख विषय
सेमेस्टर I -बेसिक सोशियोलॉजी
-सोशियोलॉजिकल थ्योरी
-जनरल सोशियोलॉजी
-रिलिजन एंड सोसाइटी
-पॉलिटिकल सोशियोलॉजी
-कंटेम्पररी सोशल थ्योरी
सेमेस्टर II -मेथोडोलॉजी ऑफ़ सोशियोलॉजिकल रिसर्च
-सोशियोलॉजी ऑफ़ डेवलपमेंट
-इकोनॉमिक सोशियोलॉजी
-मॉडर्न सोशियोलॉजिकल थ्योरी
सेमेस्टर III -एडवांस्ड सोशल थ्योरी
-जेंडर एंड सोसाइटी
-सोशल चेंज एंड पॉलिटिकल सिस्टम
-सोशियोलॉजी ऑफ़ एजुकेशन
-सोशियोलॉजी ऑफ़ द एनवायरनमेंट
सेमेस्टर IV -पापुलेशन एंड सोसाइटी
-अर्बन सोशियोलॉजी
-सोशल प्रॉब्लम्स
-सोशियोलॉजी ऑफ़ वायलेंस
-द डिज़ाइन ऑफ़ सोशल रिसर्च
-एस्से

वैकल्पिक विषय

MA sociology syllabus in Hindi में छात्रों के लिए कुछ वैकल्पिक विषय की सूची दी गई हैं, जिन्हें छात्र अपनी स्पेशलाइजेशन के अनुसार चुन सकते हैं। 

  • सोशल पेन
  • एनवायर्नमेंटल पॉलिटिक्स एंड सोशियोलॉजी
  • क्रिटिकल सोशल रिसर्च : ट्रुथ, एथिक्स एंड पॉवर
  • क्वालिटेटिव रिसर्च
  • क्वांटिटेटिव डेटा एनालिसिस
  • सोशल चेंज एंड द पॉलिटिकल सिस्टम
  • सोशियोलॉजी ऑफ़ वायलेंस
  • सोशल रिसर्च डिज़ाइन

एमए सोशियोलॉजी प्रोजेक्ट के लिए सैंपल टॉपिक

छात्रों के लिए नीचे कुछ प्रोजेक्ट सैंपल की लिस्ट दी गई हैं जो छात्रों को अपने फाइनल ईयर में अपनी विशेषज्ञता के अनुसार करने होते हैं। 

  • श्रमिकों के मुखर व्यवहार को प्रभावित करने वाले कारकों के रूप में लिंग और परिवार का प्रकार
  • नाइजीरियाई पुलिस और नागरिक सुरक्षा वाहिनी के बीच संघर्ष प्रबंधन की संस्थागत भूमिकाएँ
  • नाइजीरिया में पुलिस तनाव का असर
  • नाइजीरियाई पुलिस अधिकारी पर रात की पाली का प्रभाव
  • पुलिस का तनाव : समस्या और समाधान
  • पुलिस अधिकारियों में अवसाद, चिंता और तनाव का स्तर
  • पुलिस तनाव: तनाव के लक्षणों की पहचान और प्रबंधन
  • कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर तनाव और थकान का प्रभाव 
  • पर्यावरणीय गिरावट पर ग्रामीण गरीबी का प्रभाव
  • नाइजीरिया में महिला आपराधिकता का सामाजिक-आर्थिक संबंध [कडुना जेल का एक केस स्टडी]
  • बेन्यू स्टेट यूनिवर्सिटी, मकुरदी में छात्रों के अकादमिक प्रदर्शन पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग का प्रभाव
  • मकुर्दी स्थानीय शासन क्षेत्र में एकल पितृत्व की समाजशास्त्रीय परीक्षा
  • तृतीयक संस्थाओं में भूतपूर्व कृषकों का पुनर्वास
  • नाइजीरियाई होम वीडियो: फिल्में: एक समाजशास्त्रीय सर्वेक्षण
  • कोल्बेन में एक पाठ्यक्रम के रूप में प्रारंभिक बाल शिक्षा के अध्ययन के प्रति प्रारंभिक बचपन देखभाल शिक्षा के छात्रों का ज्ञान और दृष्टिकोण
  • नाइजीरिया में जनसंख्या में कमी के एक एजेंट के रूप में परिवार नियोजन: बेनिन शहर में ओविया उत्तर पूर्व स्थानीय सरकार क्षेत्र में कुछ चयनित समुदाय का एक केस स्टडी
  • नाइजीरिया तृतीयक संस्थानों में महिला वेश्यावृत्ति के कारणों, प्रसार और प्रभाव की जांच: एक केस स्टडी के रूप में शिक्षा कॉलेज, एकियाडोलोर-बेनिन
  • टूटे हुए घरों पर सामाजिक कल्याण सेवाओं की भूमिका ईदो राज्य के ओरेडो स्थानीय सरकार क्षेत्र का एक केस स्टडी
  • नाइजीरिया में बढ़ती जनसंख्या के नियंत्रण में परिवार नियोजन का महत्व: ईदो राज्य के ओरेडो स्थानीय सरकार क्षेत्र का एक केस स्टडी
  • नाइजीरिया में एक बहुविवाहित परिवार में बालिकाओं को शिक्षित करना: ईदो राज्य के ओरेडो स्थानीय सरकार क्षेत्र का एक केस स्टडी
  • एसन पश्चिम स्थानीय सरकारी क्षेत्र में अनपढ़ माताओं में बच्चों के टीकाकरण से जुड़ी समस्याएं
  • ईदो राज्य के ओरेडो स्थानीय सरकार क्षेत्र में स्ट्रीट ट्रेडिंग और बलात्कार: कारण और प्रभाव

विदेश में एमए सोशियोलॉजी सिलेबस

नीचे विदेश में  यूएसए, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूके में पढ़ाए जाने वाले सोशियोलॉजी सिलेबस की लिस्ट दी गई हैं जो कुछ इस प्रकार हैं:

  • क्वांटिटेटिव मेथड्स ऑफ़ सोशियोलॉजी
  • क्वालिटेटिव मेथड्स ऑफ़ सोशियोलॉजी
  • रिसर्च मेथड्स ऑफ़ सोशियोलॉजी
  • ग्रोथ एंड सस्टेनेबिलिटी
  • कंटेम्पररी मॉड्यूल्स ऑफ़ सोशियोलॉजी
  • हेल्थ एंड सोसाइटी
  • वर्ल्ड इश्यूस एंड आस्पेक्ट्स ऑफ़ सोशियोलॉजी
  • एथनोग्राफी

अलग-अलग यूनिवर्सिटीज के लिए एमए सोशियोलॉजी सिलेबस

नीचे अलग अलग भारतीय यूनिवर्सिटी के द्वारा फॉलो किए जाने वाले सिलेबस की जानकारी दी गई हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:

एमए सोशियोलॉजी सिलेबस इग्नू

वर्ष 1
विषय क्रमांक कोर्स का नाम क्रेडिट
एमएसओ-001 सोशियोलॉजिकल थेओरीज़ एंड कॉन्सेप्ट्स 8
एमएसओ-002 रिसर्च मेथड्स एंड मेथड्स 8
एमएसओ-003 सोशियोलॉजी ऑफ़ डेवलपमेंट 8
एमएसओ-004 सोशियोलॉजी इन इंडिया 8
वर्ष 2
विषय क्रमांक कोर्स का नाम क्रेडिट
एमएसओई-001 सोशियोलॉजी ऑफ़ एजुकेशन 8
एमएसओई-002 एक्सपैट्रिएट एंड इंटरनेशनल कम्युनिटी 8
एमएसओई-003 सोशियोलॉजी ऑफ़ रिलिजन 8
एमएसओई-004 अर्बन सोशियोलॉजी 8
एमपीएस-003 इंडिया: डेमोक्रेसी एंड डेवलपमेंट 8
एमपीए-016 डिसेंट्रलाइज़ेशन एंड लोकल गवर्नेंस 8

जेएनयू के लिए एमए सोशियोलॉजी सिलेबस

  • एसएस 451N – सामाजिक विज्ञान की पद्धति
  • एसएस 452N – समाजशास्त्रीय विचारक
  • एसएस 453N – संस्कृति, व्यक्तित्व और समाज
  • एसएस 454एन – भारत में पारिवारिक जीवन और नातेदारी
  • एसएस 455N – मानवशास्त्रीय सिद्धांत
  • एसएस 456N – भारत में अर्थव्यवस्था और समाज
  • एसएस 457N – भारत में सामाजिक स्तरीकरण का समाजशास्त्र
  • एसएस 458N – भारत में धर्म और समाज
  • एसएस 459N – समाजशास्त्रीय सिद्धांत
  • एसएस 460एन – सामाजिक अनुसंधान की तकनीक
  • एसएस 461N – भारत में राजनीति और समाज
  • एसएस 413एन – भारत में उद्योग और समाज
  • एसएस 414एन – ज्ञान का समाजशास्त्र
  • एसएस 415N – भारत में कानून और समाज
  • एसएस 416एन – मेडिसिन का समाजशास्त्र
  • एसएस 417N – विज्ञान का समाजशास्त्र
  • एसएस 418N – अल्पसंख्यकों और जातीय समूहों का समाजशास्त्र
  • एसएस 419N – भारत में नौकरशाही और विकास
  • एसएस 420N – भारत में शिक्षा का समाजशास्त्र
  • एसएस 421एन – भारत में जनजातीय समाजशास्त्र
  • एसएस 422एन – भारत में किसान समाजशास्त्र
  • एसएस 423एन – भारत में शहरी जीवन का समाजशास्त्र
  • एसएस 424N – व्यवसायों का समाजशास्त्र
  • एसएस 425N – सामाजिक नृविज्ञान में विषय – मोनोग्राफ का विश्लेषण
  • एसएस 426एन – सामाजिक विज्ञान में सांख्यिकी
  • एसएस 427N – भारत में जनसंख्या और समाज

एमए समाजशास्त्र एचपीयू के लिए सिलेबस

सेमेस्टर 1 -शास्त्रीय समाजशास्त्रीय परंपरा- I
– सामाजिक अनुसंधान की पद्धति
-सामाजिक स्तरीकरण और परिवर्तन
सेमेस्टर 2 -शास्त्रीय समाजशास्त्रीय परंपरा- II
– भारतीय समाज पर परिप्रेक्ष्य
-पर्यावरण का समाजशास्त्र
सेमेस्टर 3 -समाजशास्त्र में सैद्धांतिक परिप्रेक्ष्य- I
-विकास का समाजशास्त्र
-ग्रामीण समाजशास्त्र या शहरी समाजशास्त्र या सामाजिक जनसांख्यिकी या अपराध विज्ञान
सेमेस्टर 4 -समाजशास्त्र में सैद्धांतिक परिप्रेक्ष्य- II
-तुलनात्मक समाजशास्त्र
-सामाजिक मनोविज्ञान या विज्ञान, प्रौद्योगिकी और सूचना समाज या स्वास्थ्य और वृद्धावस्था का समाजशास्त्र या रिश्तेदारी, विवाह और परिवार का समाजशास्त्र

एमजेपीआरयू के लिए एमए समाजशास्त्र सिलेबस  

वर्ष 1

  • शास्त्रीय समाजशास्त्रीय परंपराएं 
  • सामाजिक अनुसंधान की पद्धति
  • लिंग और समाज (वैकल्पिक)
  • पर्यावरण और समाज (वैकल्पिक)
  • भारत में रॉयल सोसाइटी (वैकल्पिक)
  • सीमांत समुदायों का समाजशास्त्र (वैकल्पिक) 
  • वैश्वीकरण और समाज (वैकल्पिक)

वर्ष 2

  • समाजशास्त्र में सैद्धांतिक परिप्रेक्ष्य
  • भारतीय समाजों पर परिप्रेक्ष्य 
  • भारत में शहरी समाज (वैकल्पिक)
  • उम्र बढ़ने का समाजशास्त्र (वैकल्पिक)
  • भारत में उद्योग और समाज (वैकल्पिक)
  • भारतीय डायस्पोरा का अध्ययन (वैकल्पिक)
  • राजनीतिक समाजशास्त्र (वैकल्पिक)

एमए सोशियोलॉजी सिलेबस बीएचयू 

सेमेस्टर 1 

  • पेपर S1:01 सोशल एंथ्रोपोलॉजी
  • पेपर S1:02 सामाजिक विज्ञान की कार्यप्रणाली
  • पेपर S1:03 समूह प्रक्रियाएं और गतिशीलता
  • पेपर S1:04 शास्त्रीय सामाजिक विचारक
  • पेपर S1:05 पर्यावरण का समाजशास्त्र

सेमेस्टर 2

  • पेपर S2:01 जनजातीय अर्थव्यवस्था और समाज
  • पेपर S2:02 सामाजिक सांख्यिकी
  • पेपर S2:03 ग्रुप इंटरेक्शन के सिद्धांत
  • पेपर S2:04 पारंपरिक सैद्धांतिक नींव
  • पेपर S2:05 समाजशास्त्रीय समीक्षा और चिरायु- Voce               

सेमेस्टर 3 

  • अनिवार्य कागजात
  • पेपर S3:01 आधुनिक समाजशास्त्रीय सिद्धांत
  • पेपर S3:02 भारत का समाजशास्त्र
  • वैकल्पिक पेपर
  • समूह ए – ग्रामीण और शहरी प्रणाली
    • पेपर S3:03 रूरल सोशियोलॉजी
    • पेपर S3:04 अर्बन सोशियोलॉजी   
  • ग्रुप बी – सामाजिक जनसांख्यिकी और सामुदायिक स्वास्थ्य के जनसांख्यिकीय आयाम
    • पेपर S3:03 सामाजिक जनसांख्यिकी
    • पेपर S3:04 सामुदायिक स्वास्थ्य के जनसांख्यिकीय आयाम
  • ग्रुप सी – महिला अध्ययन
    • पेपर S3:03 महिलाएं और समाज
    • पेपर S3:04 भारत में महिलाएं और सामाजिक परिवर्तन
  • ग्रुप डी – औद्योगिक संगठन और प्रबंधन
    • पेपर S3:03 औद्योगिक समाजशास्त्र
    • पेपर S3:04 औद्योगिक प्रबंधन
  • ग्रुप ई – जनजातीय अध्ययन
    • पेपर S3:03 सामाजिक नृविज्ञान: वैचारिक और पद्धति संबंधी मुद्दे
    • पेपर S3:04 भारत में जनजातियाँ
    • पेपर S3:05 निबंध

सेमेस्टर 4

  • अनिवार्य कागजात
  • पेपर S4:01 उन्नत समाजशास्त्रीय सिद्धांत
  • पेपर S4:02 भारत में निरंतरता और परिवर्तन
  • वैकल्पिक पेपर
  • समूह ए – ग्रामीण और शहरी प्रणाली
    • पेपर S4:03 किसान समाज और सामाजिक परिवर्तन
    • पेपर S4:04 शहरीकरण और सामाजिक परिवर्तन
  • ग्रुप बी – सामाजिक जनसांख्यिकी और सामुदायिक स्वास्थ्य के जनसांख्यिकीय आयाम
    • पेपर S4:03 जनसंख्या वृद्धि और नीतियां
    • पेपर S4:04 सामुदायिक स्वास्थ्य प्रबंधन
  • ग्रुप सी – महिला अध्ययन
    • पेपर S4:03 लिंग और विकास
    • पेपर S4:04 जेंडर मोबिलिटी और चेंज
  • ग्रुप डी – औद्योगिक संगठन और प्रबंधन
    • पेपर S4:03 श्रमिक वर्ग और औद्योगिक विकास
    • पेपर S4:04 औद्योगिक संबंध और कार्मिक प्रबंधन
  • ग्रुप ई – जनजातीय अध्ययन
    • पेपर S4:03 जनजातीय संस्थान
    • पेपर S4:04 जनजातीय विकास के दृष्टिकोण
    • पेपर S4:05 चिरायु -आप

विश्व के शीर्ष रैंक वाले विश्वविद्यालय 

छात्रों द्वारा मोस्ट प्रिफर्ड और QS 2022 वर्ल्ड रैंकिंग यूनिवर्सिटीज की लिस्ट कुछ इस प्रकार हैं:

भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज  

आइए जानते हैं NIRF की रिपोर्ट 2021 के अनुसार भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज के बारे में जहां एमए सोशियोलॉजी कोर्स करने के लिए प्रवेश ले सकते हैं। 

  • पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
  • गलगोटिया विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा
  • निम्स विश्वविद्यालय, जयपुर
  • उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर
  • तेजपुर विश्वविद्यालय, तेजपुर
  • आरटीएमएनयू नागपुर – राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय
  • गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद
  • एसएनडीटी महिला विश्वविद्यालय, मुंबई
  • दिल्ली विश्वविद्यालय 
  • एलपीयू जालंधर – लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
  • इग्नू दिल्ली – इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय
  • एमएसयू बड़ौदा – महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा
  • क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
  • बीएचयू वाराणसी – बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
  • हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद
  • डॉ बीआर अंबेडकर मुक्त विश्वविद्यालय, हैदराबाद
  • मणिपाल विश्वविद्यालय (एमएएचई) – मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी
  • प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय, कोलकाता
  • हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय
  • महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय, बरेली
  • जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय

आवेदन प्रक्रिया

किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको उसकी प्रक्रिया पता होनी चाहिए। भारत और विदेश में एमए सोशियोलॉजी करने के लिए नीचे बतायी गई प्रक्रिया को चरण दर चरण फॉलो करना होगा।

भारत और विदेश में एमए समाजशास्त्र करने के लिए आवेदन प्रक्रिया

  • विश्वविद्यालय की ऑफिशियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करें। यूके में एडमिशन के लिए आप यूसीएएस वेबसाइट (UCAS) पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें। यहाँ से आपको यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होंगे।
  • यूजर आईडी से साइन इन करें और कोर्स चुनें जिसे आप चुनना चाहते हैं। 
  • अगली स्टेप में अपनी शैक्षणिक जानकारी भरें।  
  • विदेश में शैक्षणिक योग्यता के साथ  IELTS, TOEFL, प्रवेश परीक्षा स्कोर, SOP, LOR की जानकारी भरें। 
  • पिछले वर्षों की नौकरी की जानकारी भरें। 
  • रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करें।
  • अंत में आवेदन पत्र जमा करें।
  • कुछ यूनिवर्सिटी, सिलेक्शन के बाद वर्चुअल इंटरव्यू के लिए इनवाइट करती हैं।

आवश्यक दस्तावेज़

विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:

सोशियोलॉजी की बेस्ट बुक्स

  • एमाजशास्त्र (मक्ग्रॉ हिल एजुकेशन) – एस. एस. पाण्डेय
  • समाजशास्त्र – एम. एल. गुप्ता एवं डी. डी. शर्मा
  • IGNOU समाजशास्त्र (हिंदी) BA अध्ययन सामग्री
  • मुख्य समाजशास्त्रीय विचारक (पाश्चात्य एवं भारतीय चिंतक) – एस. एल. दोषी एवं पी. सी. जैन समाजशास्त्र नोट्स (हिंदी माध्यम) (सम्पूर्ण पाठ्यक्रम) – एस. एस. पाण्डेय
  • 11वीं और 12वीं कक्षा की NCERT किताबें

करियर के अवसर एमए सोशियोलॉजी के बाद 

एमए सोशियोलॉजी करने के बाद छात्रों के पास कई जॉब अवसर उपलब्ध हैं जहां वह अपना सुनहरा करियर बना सकते हैं। 

  • शिक्षण संस्थान 
  • परामर्श और चिकित्सा
  • समाज सेवा एनजीओ
  • परिवीक्षा और जेल सेवा
  • सामुदायिक विकास 
  • मानव संसाधन प्रबंधक
  • प्रोजेक्ट मैनेजर
  • सार्वजनिक संबंधो के विशेषज्ञ
  • पार्षद मार्गदर्शन
  • प्रबंधन सलाहकार
  • सर्वेक्षण शोधकर्ता
  • समाज सेवक
  • सामाजिक और सामुदायिक सेवा प्रबंधक
  • सहयोगी सलाहकार
  • बाज़ार अनुसंधान विश्लेषक
  • शहरी और क्षेत्रीय योजनाकार
  • नीति अधिकारी
  • मादक द्रव्यों के सेवन, और मानसिक स्वास्थ्य परामर्शदाता
  • अर्धन्यायिक

FAQ

सोशियोलॉजी क्या है समझाइए?

यह सामाजिक विज्ञान की एक शाखा है, जो मानवीय सामाजिक संरचना और गतिविधियों से सम्बन्धित जानकारी को परिष्कृत करने और उनका विकास करने के लिए, अनुभवजन्य विवेचन और विवेचनात्मक विश्लेषण की विभिन्न पद्धतियों का उपयोग करता है, अक्सर जिसका ध्येय सामाजिक कल्याण के अनुसरण में ऐसे ज्ञान को लागू करना होता है।

सोशियोलॉजी के पितामह कौन है?

सोशियोलॉजी के जनक ऑगस्त कॉम्त का पूरा नाम था इज़िदोर मारी ऑगस्त फ़्रांस्वा हाविए कॉम्त. उनका जन्म दक्षिण पश्चिम फ़्रांस के मॉन्टपैलिए नगर में 1798 में हुआ था।

सोशियोलॉजी कितने प्रकार के होते हैं?

सोशियोलॉजी को इस प्रकार दो भाग में बाँटकर देखा जा सकता है जिसमें सामाजिक घटना का एक स्थायी स्वरूप होता है और उसका एक गतिशील स्वरूप होता है | समाजिक क्रियाओं के इन दो स्वरूपों अर्थात् स्थायी (Static) और गतिशील (Dynamic) दोनों प्राकृतिक नियमों द्वारा परिचालित होते हैं।

भारत के प्रथम सोशियोलॉजी कौन थे?

प्रोफेसर मुकर्जी के ही नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में सर्वप्रथम लखनऊ विश्वविद्यालय में 1921 में सोशियोलॉजी का अध्ययन प्रारम्भ हुआ इसलिए वे उत्तर प्रदेश में सोशियोलॉजी के प्रणेता के रूप में भी विख्यात हैं। प्रोफेसर मुकर्जी इतिहास के अत्यन्त मौलिक दार्शनिक थे।

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