कई वर्षों से, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग भारत और विदेशों में सबसे लोकप्रिय डिग्री में से एक रही है। जैसे-जैसे भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ती है, हर दिन नए अवसर बढ़ते हैं। अध्ययन के इस क्षेत्र में बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग एक प्रमुख कोर्स है। बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में आप कंप्यूटर हार्डवेयर, बड़े बिजली संयंत्र, औद्योगिक मशीनरी, विद्युत मोटर और कंप्यूटर चिप्स सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं। बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के बारे में अधिक जानने के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।
कोर्स का नाम | बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग |
फुल फॉर्म | बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग |
कोर्स का प्रकार | अंडर ग्रेजुएट |
परीक्षा का प्रकार | सेमेस्टर सिस्टम |
अवधि | 4 साल |
एडमिशन प्रोसीजर | मेरिट बेस्ड या एंट्रेंस एग्जाम |
योग्यता मानदंड | PCM के साथ मुख्य विषयों के रूप में विज्ञान स्ट्रीम के साथ 10+2 |
औसत प्रारंभिक वेतन | INR 3.5 लाख-6.5 लाख प्रतिवर्ष |
जॉब प्रोफाइल्स | इलेक्ट्रिकल मैनेजर, मेंटिनेस इंजीनियर, प्रोफेसर आदि। |
टॉप रिक्रूटिंग सेक्टर्स | एनर्जी एंड पावर सेक्टर्स, फार्मास्यूटिकल सेक्टर्स, केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल प्लांट, वाटर ट्रीटमेंट फैकेल्टीज़ आदि। |
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बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग क्या है?
यह चार साल का बैचलर्स कोर्स है जो इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के डिजाइन और रखरखाव में बिजली, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक के अध्ययन और उपयोग पर केंद्रित है ।
बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग क्यों करें?
बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग क्यों करनी चाहिए यह जानने के लिए नीचे दिए गए पॉइंट्स को पढ़ें:
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार के मुख्य कांसेप्ट्स को शामिल करता है तथा अन्य प्रमुख विषयों में मैग्नेटोस्टैटिक्स और इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, ऊर्जा उत्पादन और ट्रांसमिशन, इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशन इत्यादि शामिल हैं। जो आपके ज्ञान और कौशल को अधिक बढ़ाते हैं।
- बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स अत्यधिक विशिष्ट है जो छात्रों को डिजिटल और एनालॉग सर्किट डिजाइन और कंप्यूटर टेक्नोलॉजीज, डिजिटल कम्युनिकेशन, वायरलेस टेक्नोलॉजीज की समझ प्रदान करता है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स हमारे जीवन का दैनिक हिस्सा बन गया है। इससे पावर सिस्टम और कंप्यूटर सिस्टम में ज्ञान हासिल करने में मदद मिलती है और इलेक्ट्रॉनिक सामानों का बाजार दिन-ब-दिन बढ़ रहा है, इसलिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों के लिए करियर की अच्छी संभावनाएं हैं।
- बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग कांसेप्ट्स की एक बेसिक समझ और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और इसके एप्लीकेशन्स की गहरी समझ प्रदान करता है।
स्किल्स
तकनीकी कौशल के अलावा, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों को अपने काम में सफल होने के लिए कई तरह के कौशल की आवश्यकता होती है। इनमें से कुछ प्रमुख कौशलों का उल्लेख नीचे किया गया है:
- प्रॉब्लम सॉल्विंग
- क्रिटिकल थिंकिंग
- ऑर्गेनाइजेशनल स्किल्स
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- सर्किट नॉलेज
- प्रोग्रामिंग
सिलेबस
इस कोर्स का सिलेबस भी विदेशों और भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों के आधार पर अलग-अलग होगा। हालांकि, बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का सामान्य सिलेबस यहां दिया गया है:
फर्स्ट ईयर
सेमेस्टर I | सेमेस्टर II |
कम्युनिकेटिव इंग्लिश I | ह्यूमैनिटीज़ इलेक्टिव I |
कैलकुलस, मैट्रिक्स अलजेब्रा | वेक्टर कैलकुलस एंड ऑर्डिनरी डिफरेंशियल इक्वेशंस |
फिजिक्स/केमिस्ट्री | केमिस्ट्री/फिजिक्स |
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग | इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग |
इंजीनियरिंग मैकेनिक्स/इंट्रोडक्शन टू थर्मोडायनेमिक्स | इंजीनियरिंग मैकेनिक्स/इंट्रोडक्शन टू थर्मोडायनेमिक्स |
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग | ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग |
इंजीनियरिंग ड्राइंग I | इंजीनियरिंग ड्राइंग II |
फिजिक्स लैब/केमिस्ट्री लैब | फिजिक्स लैब/केमिस्ट्री लैब |
कल्चरल एजुकेशन | कल्चरल एजुकेशन |
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैब | ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैब |
सेकंड ईयर
सेमेस्टर III | सेमेस्टर IV |
इंटीग्रल ट्रांसफॉरमेशन एंड कॉम्प्लेक्स एनालिसिस | मैथमेटिकल स्टैटिसटिक्स एंड न्यूमेरिकल मेथड्स |
डिजिटल सिस्टम्स | इलेक्ट्रिकल मशीन्स I |
इलेक्ट्रिकल सर्किट्स | इलेक्ट्रिकल मेजरमेंट एंड इंस्ट्रूमेंटेशन |
मैकेनिकल इंजीनियरिंग | इलेक्ट्रोमैग्नेटिक थ्योरी |
ह्यूमैनिटीज़ इलेक्टिव I | ह्यूमैनिटीज़ इलेक्टिव II |
साइंस इलेक्टिव I | साइंस इलेक्टिव II |
इलेक्ट्रिक सर्किट्स लैब | मेजरमेंट एंड डिजिटल सर्किट्स लैब |
सिमुलेशन लैब एंड इलेक्ट्रिकल वर्कशॉप | इलेक्ट्रिकल मशीन्स लैब I |
थर्ड ईयर
सेमेस्टर V | सेमेस्टर VI |
इंट्रोडक्शन टू माइक्रोकंट्रोलर्स एंड एप्लीकेशन्स | VLSI डिज़ाइन |
माइक्रोप्रोसेसर्स | ट्रांसमिशन लाइंस एंड रेडिएटिंग सिस्टम्स |
इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स II | डिजिटल कम्युनिकेशन |
एनालॉग कम्युनिकेशन | इलेक्टिव I |
कंट्रोल इंजीनियरिंग | एनवायरमेंटल स्टडीज |
इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स लैब II | डिजिटल कम्युनिकेशन लैब |
माइक्रोकंट्रोलर लैब | सेमिनार |
सॉफ्ट स्किल्स II | VLSI डिजाइन लैब |
फोर्थ ईयर
सेमेस्टर VII | सेमेस्टर VIII |
पावर सिस्टम प्रोटेक्शन एंड स्विचगियर | प्रोजेक्ट |
एनवायरमेंटल स्टडीज | मैनेजमेंट इलेक्टिव्स |
इलेक्ट्रिकल डिवाइसेज एंड कंट्रोल | – |
इलेक्टिव II | – |
इलेक्टिव III | – |
पावर सिस्टम सिमुलेशन लैब | – |
प्रिंसिपल्स ऑफ़ मैनेजमेंट | – |
पावर इलेक्ट्रॉनिक्स लैब | – |
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़
विदेशों के कुछ टॉप और लोकप्रिय विश्वविद्यालयों की लिस्ट नीचे दी गई है जो उम्मीदवारों को बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग या इसी तरह की डिग्री प्रदान कर रहे हैं:
- ग्रीनविच विश्वविद्यालय
- कोवेंट्री विश्वविद्यालय
- टीसाइड विश्वविद्यालय
- मैनचेस्टर विश्वविद्यालय
- ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय
- मेमोरियल यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यूफाउंडलैंड
- यॉर्क विश्वविद्यालय
- आरएमआईटी विश्वविद्यालय
- मोनाश विश्वविद्यालय
- ETH ज्यूरिख (स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी)
- नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (एनटीयू)
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़
नीचे सूचीबद्ध भारत के कुछ सबसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालय और कॉलेज हैं जो उम्मीदवारों को बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स प्रदान कर रहे हैं:
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मद्रास
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी कानपुर
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी रुड़की
- CEG अन्ना यूनिवर्सिटी
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, राउरकेला
- जादवपुर यूनिवर्सिटी
- जामिया मिलिया इस्लामिया न्यू दिल्ली
- BITS पिलानी
- RIT बैंगलोर
- दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी
योग्यता
हालांकि विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में छात्रों के लिए अलग-अलग पात्रता मानदंड हैं, भारत और विदेशों में बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का अध्ययन करने के लिए उम्मीदवारों को नीचे दिए गए सामान्य पात्रता मानदंड को पूरा करना होगा।
- अगर आप बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लेना चाहते हैं तो आपको न्यूनतम 50% अंकों के साथ 10+2 करना होगा।
- आपको 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित को मुख्य विषयों के रूप में रखना आवश्यक है।
- भारत और विदेशों में कई विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं जिसके माध्यम से छात्र एक अच्छे कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रवेश ले सकते हैं।
- विदेश में अध्ययन करने के लिए IELTS/TOEFL/PTE/Duolingo जैसे इंग्लिश लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट स्कोर
- उपर्युक्त आवश्यकताओं के अलावा, आवेदकों को एक SOP (स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पज) LOR (सिफारिश पत्र), ट्रांसक्रिप्ट आदि भी जमा करने की आवश्यकता होती है।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
प्रवेश परीक्षाएं
उम्मीदवारों द्वारा दी जाने वाली कुछ प्रवेश परीक्षाओं का उल्लेख नीचे किया गया है:
बुक्स
बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की कुछ बुक्स नीचे दी गई हैं:
- Electromagnetic Field, B.Tech. IV Semester, Electrical Engineering CBCS by Prof A Badar
- Transmission and Distribution, B.E/B.Tech IV-Semester (R-17) (Anna University) Electrical and Electronics Engineering (EEE) by Dr. M. Panneer Selvam
- Quantum Series B.Tech Semester 8 Electrical And Electronics Engineering
- Electrical & Hybrid Vehicles B.Tech IV-Year I-Sem (EEE) R18 Professional Elective-III JNTU-Hyderabad by SIA
करियर स्कोप
समय के साथ, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग उद्योग जबरदस्त गति से विकसित हुआ है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पेशेवरों का भविष्य उज्ज्वल है। उनके पास अपने भविष्य को आकार देने के बहुत सारे मौके हैं। बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग क्षेत्रों में प्रसिद्ध पदों पर काम करने का अवसर मिलता है। बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए ऊर्जा, तेल और पेट्रोलियम, बिजली उत्पादन, इंजीनियरिंग परामर्श और फार्मास्यूटिकल्स कुछ सबसे पसंदीदा क्षेत्र हैं। उम्मीदवार आगे की शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। अपना बीटेक प्रोग्राम पूरा करने के बाद, कई इंजीनियरिंग छात्र एमटेक या एमबीए करते हैं. यह विशेष रूप से उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो अकादमिक क्षेत्र में रहना चाहते हैं और शोध करना चाहते हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने वाले छात्र सरकारी और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों के लिए काम कर सकते हैं। कोर्स पूरा करने के बाद, वे निजी फर्मों में पदों की तलाश कर सकेंगे।
जॉब प्रोफ़ाइल और सैलरी
बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग पूरा करने के बाद ग्रेजुएट्स के लिए कुछ लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल इस प्रकार हैं:
जॉब प्रोफ़ाइल | अनुमानित सालाना सैलरी (Payscale के अनुसार) |
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर | INR 1.96 लाख-8.30 लाख |
सॉफ्टवेयर इंजीनियर | INR 3.94 लाख-20 लाख |
सीनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर | INR 3.28 लाख-10 लाख |
इलेक्ट्रिकल डिज़ाइन इंजीनियर | INR 2.21 लाख-9.08 लाख |
टेक्निकल कंसलटेंट | INR 2.73 लाख-20 लाख |
FAQs
यह चार साल का बैचलर्स कोर्स है जो इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के डिजाइन और रखरखाव में बिजली, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक के अध्ययन और उपयोग पर केंद्रित है।
यह चार साल का बैचलर्स कोर्स है।
बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिए टॉप रिक्रूटिंग सेक्टर्स एनर्जी एंड पावर सेक्टर्स, फार्मास्यूटिकल सेक्टर्स, केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल प्लांट, वाटर ट्रीटमेंट फैकेल्टीज़ आदि हैं।
उम्मीद है, बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के बारे में सारी जानकारियां आपको इस ब्लॉग में मिल गई होंगी। यदि आप विदेश में बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो 1800572000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।