जानिए बॉटनिस्ट कैसे बनें ?

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जब भी हमारे ख्याल में प्रकृति का चित्रण होता है तो हरियाली, पौधे और फूलों का दृश्य ही ध्यान में आता है। फूलों की सुगंध और प्रकृति का सुहाना दृश्य मन को अलग ही सुकून की और लेकर जाता है। कुछ लोग अपने प्रकृति प्रेम के चलते पौधे उगाने, उनके बारे में गहन रिसर्च करने और फूलों के बारे में जानकारी प्राप्त करने को रूचि के तौर पर अपने साथ रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अपनी इस रूचि को प्रोफेशन में भी बदल सकते हैं। आप इसे ये न समझें की इस प्रोफेशन में आपका काम सिर्फ पौधों से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना होगा। अपने अपने आस पास ज़रूर ऐसी जगाहें देखी होंगी जहाँ आपको खूबसूरत फूल और लहलहाती हरियाली देखने को मिले होंगे। इन्हे आप बोटैनिकल गार्डन भी कह सकते हैं। इन बोटैनिकल गार्डन्स की की पूरी देख रेख एक बॉटनिस्ट करता है। इस देख रेख में गार्डन से जुड़ी हर चीज़ की गहन रिसर्च, पौधे के उगने की प्रक्रिया से लेकर हर बारीक चीज़ का ध्यान रखना शामिल होता है जो एक बॉटनिस्ट की ज़िम्मेदारी होती है। Botanist in Hindi के इस ब्लॉग में हम जानेंगे बॉटनिस्ट कैसे बनें, कौनसे कोर्स रहेंगे लाभदायक और किन यूनिवर्सिटीज से डिग्री प्राप्त करना होगा फायदेमंद। जानने के लिए ब्लॉग को आखिर तक पढ़ें।  

टॉपिक बॉटनिस्ट 
कोर्स लेवल्स बैचलर्स मास्टर्स PhD 
टॉप कोर्स -B.Sc. Botany
-Bachelors of Science in Botany
-Master of Science in Plant Breeding
-MSc in Sustainable Plant Health
-PhD in Plant Sciences
-PhD in Botany
टॉप यूनिवर्सिटीयूनिवर्सिटी ऑफ़ केंट 
द यूनिवर्सिटी ऑफ़ क्वींसलैंड 
क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी ऑफ़ लंदन 
द ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी 
यूनिवर्सिटी ऑफ़ फ्लोरिडा 
यूनिवर्सिटी ऑफ़ एडिनबरा
यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑक्सफ़ोर्ड 
यूनिवर्सिटी ऑफ़ यॉर्क 
यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैम्ब्रिज 
यूनिवर्सिटी ऑफ़ लीड्स   
टॉप जॉब प्रोफाइल्स -प्लांट फिज़िओलॉजिस्ट 
-इकोलोजिस्ट 
-वीड साइंटिस्ट 
-टैक्सोनॉमिस्ट 
-हॉर्टीकल्चरिस्ट 
-बायोफिज़ीसिस्ट 
-मायकोलॉजिस्ट  
-फ्रूट ग्रोअर आदि। 

बॉटनी क्या है?

बॉटनी, साइंस बायोलॉजी की एक शाखा है जो मुख्यतः पौधों की पढ़ाई, उनकी बनावट, प्रॉपर्टीज़ और बायोकेमिकल प्रोसेसिस पर केंद्रित है। इसके साथ इसमें पौधों में आने वाली दिक्कतें समझने और उनसे डील करने के पैतरे भी मौजूद होते हैं। बॉटनी को बेहतर तरीके से समझा जाए तो प्रकृति के महत्वपूर्ण हिस्से यानी पेड़ पौधो और फूलो आदि के बारे में रिसर्च और उनसे जुड़ी समस्यायों को समझकर उनका इलाज करना बॉटनी के भीतर आता है। 

बॉटनी से जुड़ी पढ़ाई की बात की जाए तो पौधों की साइंटिफिक स्टडी जिसमें पौधों के काम करने का तरीका, पौधों की प्रजातियों को देखकर पहचानने की कला, पौधों में आपस में समानता, उनके उगने की जगह, कैसे इस्तमाल में लाया जाए और उनके विकसित होने की प्रक्रिया शामिल है। 

बॉटनिस्ट क्या है?

बॉटनिस्ट वे साइंटिस्ट्स होते हैं जो पौधों की स्टडी, फूलों की गहराई, उनका स्ट्रक्चर, विकास और इस्तेमाल को  देखते हैं। वे प्लांट टेक्सोनोमी, प्लांट इकोलॉजी साथ ही साथ पौधों की केमिकल बायोलॉजी की गहन रिसर्च करने में सक्षम होते हैं। इस रिसर्च में भिन्न-भिन्न पौधों की काबिलियत का भी अंदाज़ा हो पाता है जिसके बाद उन्हें उनकी क्षमता अनुसार इस्तेमाल में भी लाया जाता है। ऐसे इंटरेस्टिंग करियर को एक्सप्लोर करने से एक बॉटनिस्ट होते हुए आप भविष्य में मिलने वाले मौकों के लिए तैयार रहते हैं। 

करियर में उन्नत्ति की बात की जाए तो बॉटनिस्ट बनने की मांग इस समय में काफी बढ़ती नज़र आई है। प्रकृति के हालात और भविष्य, वर्तमान समय में काफी बदतर स्थिति में देखने को मिले हैं जिससे सरकार पेड़, पौधों आदि पर ख़ास ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित है। पौधें लगाना और उनसे जुड़ी समस्यायों का निवारण होना आवश्यक बन गया है। इन बातों के चलते बॉटनिस्ट बनने के क्षेत्र की काफी मांग है जो भविष्य में भी काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। Botanist in Hindi के इस ब्लॉग में यह जानना भी आवश्यक है कि इस फील्ड में जाना क्यों है आज के समय के लिए अनिवार्य और क्या बेहतरीन फायदे आपका भविष्य में इंतज़ार कर रहे हैं जानने के लिए पढ़ना जारी रखें। 

बॉटनिस्ट क्यों बनें?

विश्व में प्रकृति की खूबसूरती और उसकी महत्वता हर जगह सराहनीय है लेकिन बढ़ते समय के साथ जैसे जैसे हम टेक्नोलॉजी और डिजिटल होने की तरफ आकर्षित हो रहे हैं प्रकृति का स्तर नीचे गिर रहा है। ऐसे में हमारा कर्त्तव्य भी है कि हर व्यक्ति अपनी क्षमता अनुसार कुछ करे जिससे इस बढ़ती बरबादी के स्तर को कम किया जा सके। आइए कुछ पॉइंट्स के ज़रिए इस बात को बेहतर तरीके से समझने का प्रयास करते हैं –

  • वर्तमान और भविष्य में वातावरण को लेकर समस्यायों का निवारण की क्षमता आपका करियर एवर लास्टिंग बना सकती है। 
  • गहन रिसर्च की यह कला हर क्षेत्र में बेहद सराहनीय है। रिसर्च के दौरान मिलने वाला ज्ञान आपको कई मामलों में भीड़ से अलग बनाता है। 
  • यह प्रोफेशनल कोर्स आपको आपकी रूचि को आकार देगा जिससे आप वातावरण की सहायता के साथ साथ वर्तमान पीढ़ी के लिए एक बेहतर भविष्य की और कार्य करेंगे। 
  • मेडिकल फील्ड से इंटरकनेक्टेड होने के कारण आप मेडिसिन और उससे जुड़े कई पहलुओं को बेहतर तरीके से जान सकेंगे और खुदसे जुड़ने वाले व्यक्तियों को भी वातावरण को लेकर जागरूक कर पाएंगे।   

बॉटनिस्ट के रोल और ज़िम्मेदारियां

एक प्रोफेशनल बॉटनिस्ट वातावरण का स्वास्थ बनाएं रखने में एक बहुत ही महत्वपूर्ण किरदार अदा करता है। वे यह काम ज़्यादा से ज़्यादा पौधे उगाने और उनकी हर तरह से देख रेख करने से करते हैं। इस किरदार के साथ कुछ ज़िम्मेदारियां भी आती हैं आइए उन पर डालते है एक नज़र –

  • पौधों के विकास और खाद्य संसाधन हेतु गहन रिसर्च का संचालन करना। 
  • कंप्यूटर के इस्तमाल से यह पता लगाना कि किसी दिए गए क्षेत्र में बॉयोमास का प्रबंधन कैसे किया जा सकता है। 
  • बायोमास आपदाओं से जुड़ी समस्यायों जैसे सूखा, आग लगना, बाड़ और सुपरस्टॉर्म के लिए निवारण खोजना। 
  • पौधों को मिलने वाली खाद्य, मिट्टी,पानी और हवा की क्वालिटी को ध्यान में रखना। 
  • रिसर्चर्स, यूनिवर्सिटी ऑथॉरिटीज़, कंसल्टेंट्स और वातावरण से जुड़ी कपनियों के साथ रिसर्च प्रोजेक्ट्स और कंसल्टेशन प्रोजेक्ट्स को लीड करना एक बॉटनिस्ट के रोल और ज़िम्मेदारियों में आता है।  

अनिवार्य स्किल्स 

एक बॉटनिस्ट बनने के लिए आपको कुछ स्किल्स की भी आवश्यकता होती है जो भविष्य में आपके बॉटनिस्ट के करियर को सुखद और बेहतरीन बनाने में कारगर साबित होगी आइए डालते है उन स्किल्स पर एक नज़र –

  • पौधों और वातावरण के विकास की और रूचि होना। 
  • बॉटनी से सम्बन्धित होने के कारण आपको मैथमेटिक्स, केमिस्ट्री, साथ ही साथ बायोलॉजी की अच्छी समझ होना अनिवार्य है। 
  • स्ट्रांग एनालिटिकल स्किल्स
  • कम्युनिकेशन स्किल्स 
  • कंप्यूटर एप्टीट्यूड स्किल्स 
  • प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स 
  • टीमवर्क और सब्र 

सब्जेक्ट और सिलेबस 

बॉटनी के अंदर आने वाले प्रोग्राम्स के अंतर्गत सभी कोर्सेज के विषय और सिलेबस में अंतर देखने को मिल सकता है। बैचलर, मास्टर और डॉक्टोरल डिग्री अनुसार सब्जेक्ट्स और सिलेबस निम्नलिखित है –  

बैचलर लेवल 

बैचलर डिग्री के लिए अप्लाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए वार्षिक जानकारी अनुसार सिलेबस नीचे दिया गया है –

पहला वर्ष दूसरा वर्ष तीसरा वर्ष 
इंट्रोडक्शन टू बायोलॉजी प्लांट रिसोर्स युटीलाईज़ेशन प्लांट सिस्टेमेटिक एंड इवोल्यूशन 
एलगी एंड माइक्रोबॉयोलॉजी मैथमेटिक्स एंड स्टेटिस्टिक्स प्लांट फिज़िओलॉजी 
केमिस्ट्री-1 सेल बायोलॉजी -1 एनवायर्नमेंटल मैनेजमेंट/ बायोइंफॉर्मेटिक्स 
टेक्निकल राइटिंग एंड कम्युनिकेशन इन इंग्लिश /कंप्यूटेशन स्किल्स मॉलिक्युलर बायोलॉजी -1 जेनेटिक्स एंड जेनोमाइक्स -I 
माइकोलॉजी एंड फिटोपथोलॉजी प्लांट डेवलपमेंट एंड एनाटोमी प्लांट मेटाबॉलिज़्म 
आरकेगोनियाते इकोलॉजी एंड फीटोजिओग्राफ़ी रिप्रोडक्शन बायोलॉजी ऑफ़ एंजिओसपरंस 
केमिस्ट्री -II सेल बायोलॉजी II प्लांट बायोटेक्नोलॉजी 
बायोकेमिस्ट्री मोलेक्यूलर बायोलॉजी -II जैनेटिक्स एंड जैनोमाइक्स-II 

मास्टर लेवल 

मास्टर लेवल डिग्री में आने वाले विषय कुछ इस प्रकार हैं –

सेमेस्टर 1 सेमेस्टर 2 
माइक्रोबॉयोलॉजी पलिओबॉटनी एंड पालीनोलॉजी 
ब्रयोफाइट्स, टेरीडोफाइट्स और जिम्नोस्पर्मस टेक्सोनोमी ऑफ़ एंजियोस्पर्म 
फीकोलॉजी माएकोलॉजी एंड प्लांट  पैथोलॉजी 
सेल बायोलॉजी और बायोमोलेक्यूल्स जेनेटिक्स एंड जेनोमिक्स 
प्लांट एनाटोमी एंड डेवलपमेंटल बायोलॉजी 
सेमेस्टर 3 सेमेस्टर 4 
माइक्रोबियल बायोटेक्नोलॉजी कंप्यूटर ऍप्लिकेशन एंड बायोइंफॉर्मेटिक्स 
प्लांट फिज़िओलॉजी एंड फार्माकोग्नॉसी 
प्लांट मॉलिक्युलर बायोटेक्नोलॉजी एंड बायोलॉजी 
प्लांट फिज़िओलॉजी 

कोर्सेज 

एक बेहतरीन करियर होने के साथ बॉटनी आपको बेहतरीन कोर्सेज की रेंज भी प्रदान करती है जिनमें से एक चुनकर आप बॉटनिस्ट बनने की राह पर आगे बढ़ सकते हैं। यह कोर्सेज बैचलर, मास्टर्स और डॉक्टरेट तीनों लेवल्स पर मौजूद हैं आइए कोर्सेज की लिस्ट पर डालते हैं एक नज़र। 

बैचलर लेवल कोर्सेज 

बॉटनिस्ट बनने के लिए बैचलर लेवल पर मिलने वाले कोर्सेज की लिस्ट निम्नलिखित है –

  • B.Sc. Botany 
  • Bachelors of Science in Botany
  • Graduate Certification in Science (plant breeding innovation)
  • Bachelor of Science and bachelors of laws in plant production 
  • Bachelors of Science in Plant Science 
  • Bachelors of science computational science and plant science 
  • Bachelor of Science in plant biology 
  • Bachelor of Natural Environment and Wilderness Studies – Plant Ecology
  • Bachelors of Science (Honours) in Plant Science 
  • Bachelors of Biomedical Science in Plant science 
  • Bachelor of liberal arts and plant production
  • Bachelor of Arts and Science – Botany

मास्टर लेवल कोर्सेज 

बॉटनिस्ट बनने के लिए मास्टर लेवल पर मिलने वाले कोर्सेज की लिस्ट निम्नलिखित है –

  • Master of Science in Plant Breeding
  • Master of Science in Botany and Plant Pathology
  • MSc in Sustainable Plant Health
  • MSc in Biodiversity & taxonomy of plants 
  • Ethnobotany in  MSc
  • Master of Science in Botany
  • MSc in Plant Diversity
  • MSc Plant and Fungal Taxonomy, Diversity and Conservation
  • MSc in Botany
  • MSc in Plant and Fungal Taxonomy Diversity and Conservation
  • MSc in Plant Pathology
  • MSc Plant Genetics and Crop Improvement

डॉक्टोरल लेवल कोर्सेज 

बॉटनिस्ट बनने के लिए डॉक्टोरल लेवल पर मिलने वाले कोर्सेज की लिस्ट निम्नलिखित है-

  • PhD in Plant Sciences
  • PhD in Botany
  • Doctor of philosophy in plant biology and plant pathology
  • Doctor on Philosophy in Plant science 
  • PhD in Agri Bioscience
  • PhD in Molecular Plant Sciences
  • Doctor of Philosophy in Botany
  • PhD in Animal and Plant Science
  • PhD in plant diversity and taxonomy

टॉप वर्ल्ड यूनिवर्सिटी 

बॉटनी में शिक्षा के लिए विदेश की बहुत सी यूनिवर्सिटीज और इंस्टिट्यूशन कोर्सेज की वाइड रेंज प्रदान करते हैं। हमने नीचे ऐसी ही विदेश की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज का नाम मेंशन किया है जो आपके बॉटनिस्ट बनने के करियर में चार चाँद लगा देंगी-

टॉप इंडियन यूनिवर्सिटी 

बॉटनिस्ट बनने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गयी है –

  • हिन्दू कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी 
  • मिरांडा हॉउस, दिल्ली यूनिवर्सिटी 
  • मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज, चेन्नई 
  • हंसराज कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी 
  • दौलत राम कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी 
  • क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर 
  • दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी 
  • SJC बैंगलोर- सेंट जोसेफ कॉलेज 
  • गार्गी कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी 
  • रामजस कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी आदि। 

योग्यता 

Botanist in Hindi बनने से जुड़ी जानकारी और उससे जुड़े प्रकारों में रूचि रखने वाले विद्यार्थियों का निम्नलिखित योग्यताओं को पूर्ण करना आवश्यक है –

  • बैचलर डिग्री के लिए अप्लाई कर रहे कैंडिडेट की बारहवीं किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से होना आवश्यक है। जिसमें कम से कम 50 % मार्क्स होना अनिवार्य माना गया है। 
  • बॉटनिस्ट बनने के लिए मेडिकल स्ट्रीम को प्राथमिकता दी गई है। कैंडिडेट की बारहवीं केमिस्ट्री, बॉयोलॉजी और मैथ्स के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। 
  • बॉटनी में मास्टर डिग्री के लिए अप्लाई कर रहे विद्यार्थी की बैचलर डिग्री को ख़ास महत्वता दी जाती है। यह 

बैचलर डिग्री आप बॉटनी से जुड़े जैसे B.Sc. Botany और Bachelors of Science in Plant Science या अन्य मेडिकल क्षेत्र में उत्तीर्ण कर सकते हैं।

  • डॉक्टोरल डिग्री के लिए अप्लाई कर रहे विद्यार्थी का मास्टर डिग्री उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। 
  • एक कॉम्पटेटिव GRE स्कोर या यूनिवर्सिटी द्वारा निर्धारित कोई अन्य एंट्रेंस टेस्ट क्लियर करना आवश्यक। 
  • विदेश में अपनी बैचलर, मास्टर या डॉक्टोरल डिग्री अप्लाई कर रहे छात्रों का इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट का स्कोर माईने रखता है। इसमें  IELTS, TOEFL, PTE आदि टेस्ट शामिल हैं। 
  • विदेश में पढ़ने के इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों को SOP और  LOR जमा कराना अनिवार्य है। 

नोट : यह योग्यताएं Botanist in Hindi बनने से जुड़े प्रोग्राम्स के लिए एक बेसिक मापदंड है। आपकी चुनी गई यूनिवर्सिटी अनुसार इसमें बदलाव देखने को मिल सकते हैं। पूर्ती के लिए अपनी चुनी गयी यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट को भी विज़िट करें और विस्तार से जानें। 

आवेदन प्रक्रिया 

Botanist in Hindi बनने से जुड़े प्रोग्राम्स में एडमिशन के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करना आवश्यक है। यह आवेदन प्रक्रिया आपको आपके मन चाहे कॉलेज में एडमिशन दिलाने के लिए महत्वपूर्ण है-

  • पहले बॉटनी से जुड़े सभी कोर्सेज को जानें और अपने लिए एक बेहतर विकल्प चुनें। 
  • उसके बाद कौन से कॉलेजेस आपका चुना कोर्स उपलब्ध करातें है पता लगाएं। 
  • ध्यान से कोर्स और कॉलेज के लिए दी गई योग्यता को पढ़ें। 
  • बॉटनी में आपके चुनें विकल्प के लिए देने वाले एंट्रेंस एग्ज़ाम्स का पता लगाएं और आपके कॉलेज द्वारा स्वीकार किया जाने योग्य एग्ज़ाम चुनें। 
  • Botanist in Hindi बनने से जुड़े प्रोग्राम के लिए एनरोल कर रहे कैंडिडेट का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना आवश्यक है क्योकि बैचलर और मास्टर डिग्री देने वाली ज़्यादा तर यूनिवर्सिटीज  और इंस्टिट्यूट्स एंट्रेंस टैस्ट के स्कोर के हिसाब से ही एडमिशन लेते है। 
  • कई यूनिवर्सिटीस आपके एंट्रेंस एग्ज़ाम रिज़ल्ट अनुसार डायरेक्ट एडमिशन भी देतीं हैं जबकि कुछ उसके  बाद भी एडिशनल चीज़ों के मुताबिक़ सेलेक्शन किया करतीं हैं जिसमें ज़्यादातर ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू शामिल होतें हैं। 
  • रिजल्ट आने के बाद,काउंसिलिंग के लिए रजिस्टर करें और प्रोसेस फॉलो करें। 
  • अपने चुनें गए कॉलेज और कोर्स को काउंसिलिंग में सेलेक्ट करें। 
  • रजिस्टर करें और दस्तावेज़ जमा कराएं।

विदेश में आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में आवेदन करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अपनी आवेदन प्रक्रिया का ख़ास ध्यान रखना होगा, नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यान से पढ़ें-

  • कोर्सेज़ और यूनिवर्सिटीज  को शॉर्टलिस्ट करें: आवेदन प्रक्रिया में पहला स्टेप आपके शैक्षणिक प्रोफ़ाइल के अनुसार कोर्सेज़ और यूनिवर्सिटीज को शॉर्टलिस्ट करना है। छात्र AI Course Finder के माध्यम से कोर्स और यूनिवर्सिटी को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं और उन यूनिवर्सिटीज की एक लिस्ट तैयार कर सकते हैं, जहां उन्हें अप्लाई करना सही लगता है।
  • अपनी समय सीमा जानें: अगला कदम विदेश में उन यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों की समय सीमा जानना है, जिनमें आप आवेदन करने का सोच रहे हैं। अंतरराष्ट्रिय छात्रों को आवेदन प्रक्रिया के लिए काफी पहले (वास्तविक समय सीमा से एक वर्ष से 6 महीने पहले) ध्यान देना होता है। यह सुनिश्चित करता है कि छात्र कॉलेज की सभी आवश्यकताओं जैसे SOP, सिफारिश के पत्र, फंडिंग/ स्कॉलरशिप का विकल्प और आवास को पूरा कर सकते हैं।
  • प्रवेश परीक्षा लें: विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया के तीसरे स्टेप मे छात्रों को IELTS, TOEFL, PTE और यूनिवर्सिटी क्लिनिकल एप्टीट्यूड टेस्ट (UCAT) जैसे टेस्ट देने होते हैं। इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट में एक नया Duolingo टेस्ट है जो छात्रों को अपने घरों से परीक्षा में बैठने की अनुमति देता है और दुनिया भर में स्वीकार किया जाता है।
  • अपने दस्तावेज़ कंप्लीट करें: अगला कदम आवेदन प्रक्रिया के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज़ो और स्कोर को पूरा करके एक जगह पर संभल लें। इसका मतलब है कि छात्रों को अपना SOP लिखना शुरू कर देना चाहिए, शिक्षकों और सुपरवाइज़र्स से सिफारिश के पत्र प्राप्त करना चाहिए और अपने फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स को अन्य दस्तावेज़ों जैसे टेस्ट स्कोरकार्ड के साथ सिस्टेमैटिक तरह से रखलें। COVID-19 महामारी के साथ, छात्रों को अपना वैक्सीन प्रमाणपत्र डाउनलोड करना होगा। 
  • अपने आवेदन करने की प्रक्रिया प्रारंभ करें: एक बार जब आपके पास सभी दस्तावेज़ मौजूद हों, तो छात्र सीधे या UCAS के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। UCAS उन छात्रों के लिए लाभदायक साबित होगा जो अपना भविष्य UK की किसी यूनिवर्सिटी द्वारा डिग्री पाकर आगे बढ़ाना चाहते हैं। विदेश की यूनिवर्सिटीज  में आवेदन करने वाले छात्र जो सीधे आवेदन स्वीकार करते हैं, वे यूनिवर्सिटी वेबसाइट के माध्यम से आवेदन करके शुरू कर सकते हैं। उन्हें कोर्सेज़ का चयन करना होगा, आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करनी होगी।

दस्तावेज़ 

Botanist in Hindi कैसे बनें जानने के साथ उससे जुड़े कोर्स में अप्लाई करने के लिए छात्र को नीचे दिए गए दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी-

  • 10वीं और 12वीं उत्तीर्ण की मार्कशीट। 
  • ग्रेजुएशन उत्तीर्ण की मार्कशीट। 
  • कॉलेज छोड़ने का सर्टिफिकेट। 
  • भारतीय नागरिकता का प्रमाण जिसमें जन्म पत्री या पासपोर्ट हो सकता है। 
  • किसी मान्यता प्राप्त डॉक्टर द्वारा दिया गया ‘फिज़िकल फिटनेस सर्टिफिकेट’
  • कैंडिडेट की 5 पासपोर्ट साइज़ फोटो। 
  • लैंग्वेज टेस्ट स्कोर शीट IELTS, TOEFL आदि। 
  • Statement of Purpose (SOP) जमा कराएं। 
  • Letters of Recommendation (LORs). जमा कराएं। 

एंट्रेंस एग्ज़ाम 

बॉटनी में एडमिशन के लिए कई यूनिवर्सिटीज एंट्रेंस एग्ज़ाम के स्कोर अनुसार एडमिशन स्वीकार करती हैं जबकि कई आपकी बारहवीं के स्कोर को नज़र में रखकर आवेदन को स्वीकार कर लिया करती हैं। Botanist in Hindi बनने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए भारत और विदेश में होने वाली प्रवेश प्रक्रियाओं की लिस्ट नीचे दी गई है –

  • DUET 
  • JNUEE 
  • IPU CET 
  • OUCET 
  • BITSAT 
  • BHU PET 
  • BHU UET 
  • PUBDET 
  • APU UG NET 
  • UPSEE 
  • TS EAMCET 
  • CUCET 
  • AUCUT 
  • PUET 
  • NEST 
  • OUAT 
  • GSAT 

करियर स्कोप 

बॉटनी में पढ़ाई करने के अलग-अलग लेवल्स में आप अपने स्कोप की गहराई को ध्यान से समझ पाएंगे। जैसे अगर आप बॉटनिस्ट बनने के प्रथम चरण यानी ग्रेजुएट हो चुकें है और आगे पढ़ाई करना चाहते है तो मास्टर्स कर बेहतर पैकेज के हकदार बन सकते हैं। इसी के साथ अगर आप मास्टर्स कर चुके हैं और बेहतर मौके की तलाश में है तो डॉक्टोरल डिग्री के साथ अपने चुने गए विषय में महारथ हासिल कर उच्च प्रोफाइल्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। एक बॉटनिस्ट की नौकरी उसक चुने गए क्षेत्र और डिग्री के आधार पर निर्धारित की जाती है। बॉटनिस्ट के एरियाज़ कुछ इस प्रकार है –

  • एग्रीकल्चरल रिसर्च सर्विसिज़ 
  • बोटैनिकल सर्वे सेंटर्स 
  • इको-बॉटनी 
  • बायोटेक्नोलॉजी फर्मस 
  • फर्मेन्टेशन इंडस्ट्रीज 
  • एनवायर्नमेंटल मैनेजमेंट यूनिट्स 
  • फ़ूड इंडस्ट्री एंड हर्बल इंडस्ट्री 

टॉप रिक्रूटर्स 

बॉटनी में डिग्री होल्डर्स को नौकरी देने वाली कंपनियों की लिस्ट नीचे दी गई है –

  • National Chemical Laboratory
  • Wildlife SOS
  • Indian Institute of Ecology
  • Wildlife Conservation Society
  • Centre for Science and Environment
  • Environmental Education
  • Nature Conservation Foundation

जॉब प्रोफाइल्स एंड सैलरी 

Botanist in Hindi बनने के इरादे से की गई पढ़ाई पूरी करने के बाद अगर आप नौकरी करने का सोचते हैं तो हर क्षेत्र में आपको एक बेहतरीन ऑफर देखने को मिल सकता है। सैलरी की बात की जाए तो एक बैचलर डिग्री प्राप्त किए कैंडिडेट की सैलरी 4-8 LPA तक पाई जा सकती है जिसमें की अगर आप मास्टर्स या डॉक्टोरल डिग्री प्राप्त कर चुके हैं तो यह राशि 10 LPA तक जा सकती है। बॉटनी में डिग्री प्राप्ति के बाद आप निम्नलिखित प्रोफाइल्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं:

ग्रेजुएट्स के बाद मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स 

बॉटनी में ग्रेजुएशन के बाद निम्नलिखित प्रोफाइल के लिए करें अप्लाई:

  • फॉरेस्टर 
  • इकोलॉजिस्ट 
  • बायोलॉजिकल टेक्नीशियन 
  • बॉटनिस्ट 
  • हॉर्टिकल्चरिस्ट 

बॉटनी में मास्टर्स या डॉक्टोरल डिग्री प्राप्त किए कैंडिडेट्स के लिए निम्नलिखित पोस्ट एक अच्छा ऑप्शन हो सकती हैं –

  • टीचर 
  • डेटा एनालिस्ट 
  • मेडिकल कॉडर 
  • इंसिडेंट मैनेजर 
  • कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन मैनेजर 

FAQ 

एक बॉटनिस्ट का क्या काम होता है?

एक बॉटनिस्ट वह व्यक्ति होता है जिसे पौधों और फूलों की देख रेख के साथ उनपर होने वाली रिसर्च पर ध्यान केंद्रित करना होता है। वह उनसे उपलब्ध दवाईओं और अन्य चीज़ों की जांच से लेकर उपजाऊ ज़मीन की पैदावार में आने वाली बाधा का भी ज्ञान रखता है। 

क्या बॉटनी एक अच्छा करियर ऑप्शन है?

कैंडिडेट्स जिन्हे पौधों, वातावरण और फूलों में रूचि है उनके लिए यह करियर काफी अच्छा साबित हो सकता है। वह इस क्षेत्र में अपने आपको काफी विक्सित और एनालिटिकल रिसर्च में माहिर बनने का प्रयास क्र सकते हैं। 

एक बॉटनिस्ट बनने के लिए कितना समय लगता है?

बॉटनी में कम से कम ग्रेजुएट होना अनिवार्य माना गया है। चार साल एक बॉटनिस्ट बनने की अवधि मानी जा सकती हैं। इसके साथ कैंडिडेट के द्वारा की गयी ट्रेनिंग और मेहनत के अनुसार आगे के अवसर का पता लगाया जा सकता है। 

उम्मीद है आपको हमारा Botanist in Hindi  पर ब्लॉग पसंद आया होगा। यदि आप विदेश में पढ़ना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कांटेक्ट कर आज ही 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

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