APJ Abdul kalam Death Anniversary: एपीजे अब्दुल कलाम अपने कार्यों और अपनी प्रेरणादायक बातों के लिए आज भी याद किए जाते है। आज यानी 27 जुलाई 2023 को एपीजे अब्दुल कलाम की आठवीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है। आज ही के दिन वर्ष 2015 में उन्होंने शिलांग (मेघालय) में भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) के एक कार्यक्रम के दौरान दुनिया को अचानक अलविदा कह दिया था। लेकिन आज भी उनकी प्रेरक बातें हमारा मार्गदर्शन करती हैं। आइए जानते हैं उनकी पुण्यतिथि पर उनके अनमोल विचार और उपलब्धियां के बारे में।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का संक्षिप जीवन परिचय
APJ Abdul Kalam Death Anniversary: भारत के 11वें राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इनका पूरा नाम “अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम” था। लेकिन दुनिया उन्हें मिसाइलमैन के नाम से ही जानती हैं। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारत के राष्ट्रपति होने के साथ-साथ वैज्ञानिक, लेखक और महान विचारक भी थे। उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 में तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था।
डॉ. कलाम ने विज्ञान और अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपना अतुलनीय योगदान दिया है, जिसकी वजह से उन्हें वर्ष 1997 में भारत के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से भी सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने जीवन के बहुत से वर्ष रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के लिए काम करते हुए बिताए थे।
देश का सर्वोच्च पद पर रहने के बाद भी डॉ. कलाम हमेशा अपना जीवन सादगी के साथ जीते रहे उनका स्वभाव बेहद सहज, सरल और विनम्र था। वे हमेशा खुद को एक वैज्ञानिक और शिक्षक की तरह ही देखा करते थे। लेकिन 27 जुलाई 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) शिलांग में व्याख्यान देते समय हृदय गति रुकने से अचानक उनका निधन हो गया।
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डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की उपलब्धियां
डॉ. कलाम को उनके कार्यों के लिए बहुत से पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। जिन्हें नीचे दिए गए टेबल में बताया जा रहा हैं:-
सम्मान का वर्ष | पुरस्कार का नाम |
2014 | डॉक्टर ऑफ़ साइंस |
2012 | डॉक्टर ऑफ़ लॉज़ (मानद उपाधि) |
2011 | आई.ई.ई.ई. मानद सदस्यता |
2010 | डॉक्टर ऑफ इंजीनियरिंग |
2009 | मानद डॉक्टरेट |
2009 | हूवर मेडल |
2009 | वॉन कार्मन विंग्स अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड |
2008 | डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग (मानद उपाधि) |
2008 | डॉक्टर ऑफ साइन्स (मानद उपाधि) |
2007 | डॉक्टर ऑफ साइन्स एण्ड टेक्नोलॉजी की मानद उपाधि |
2007 | किंग चार्ल्स II मेडल |
2007 | डॉक्टर ऑफ साइन्स की मानद उपाधि |
2000 | रामानुजन पुरस्कार |
1998 | वीर सावरकर पुरस्कार |
1997 | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार |
1997 | भारत रत्न |
1994 | विशिष्ट शोधार्थी |
1990 | पद्म विभूषण |
1981 | पद्म भूषण |
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने जीवन में बहुत सी विपरीत परिस्थितियों का सामना किया था। लेकिन जीवन में उन्होंने कभी भी कठिन परिस्थितियों के आगे हार नहीं मानी। यही वजह रही है कि उनका जीवन आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहा हैं।
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