मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बनाएं करियर

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मैकेनिकल इंजीनियरिंग

Statista.com की 2019 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल 7,82,000 छात्र मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच में एडमिशन लेते हैं। मैकेनिकल इंजीनियर ऑटोमेशन इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियरिंग, रोबोटिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ काम करते हैं। इस ब्लॉग में आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग के बारे में विस्तार से जानेंगे।

विवरणविवरण
कोर्स स्तरअंडरग्रेजुएट
अवधिचार वर्ष
परीक्षा प्रकारसेमेस्टर
प्रवेश प्रक्रियाप्रवेश परीक्षा
पाठ्यक्रम शुल्कINR 1 – 15 लाख
औसत वेतनINR 2 – 7 लाख
शीर्ष कैरियर संभावनाएंमैकेनिकल इंजीनियर, डिजाइन इंजीनियर, सहायक मैकेनिकल इंजीनियर, खरीद और गुणवत्ता नियंत्रण कार्यकारी।
शीर्ष भर्तीकर्ताबीएमडब्ल्यू, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, टाटा मोटर्स, तोशिबा, जीई ग्लोबल रिसर्च आदि।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या है?

मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग की सबसे पुरानी और बड़ी शाखाओं में से एक है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में छात्रों को मशीनों की बनावट निर्माण आदि के बारे में अध्ययन कराया जाता है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग दुनिया की सबसे पुरानी इंजीनियरिंग शाखा है। क्योंकि मैकेनिकल उपकरणों का अविष्कार सबसे पहले होना शुरू हो गया था इसके लिए किसी तरह की बिजली या किसी अन्य वस्तु की जरुरत नहीं पड़ती थी। इसीलिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग की शाखा बहुत बड़ी है और बहुत ही पुरानी है।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में करियर: कोर्स वर्क और ट्रेनिंग

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में करियर बनाने से पहले, आपको प्रोपोसड डिग्री प्रोग्राम का एक ओवरव्यू देना महत्वपूर्ण है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स इंजीनियरिंग, गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान के बुनियादी सिद्धांत के साथ-साथहीट ट्रांसफर इंजीनियरिंग, उत्पाद डिजाइन, मेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग, प्रबंधन जैसे उन्नत विषयों को कवर करता है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग कॉलेज में कोर्स डेवलपमेंट के अलग-अलग तरीके को प्रोत्साहित करने के लिए रिसर्च गतिविधियाँ, वर्कशॉप, औद्योगिक प्लेसमेंट आदि के लिए कई अवसर भी प्रदान करते हैं।

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मैकेनिकल इंजीनियर क्या करते हैं?

एक मैकेनिकल इंजीनियर के कार्य नीचे दिए गए हैं।

  • मैकेनिकल इंजीनियर मैकेनिकल डिवाइस की समस्याओं का एनालिसिस करते हैं और उन समस्याओं को हल करते हैं।
  • डिवाइस का एक प्रोटोटाइप विकसित करते हैं।
  • प्रोटोटाइप का टेस्ट करते हैं।।
  • मैकेनिकल डिवाइस को डिज़ाइन या नया स्वरूप देते हैं।
  • डिवाइस के लिए ब्लूप्रिंट तैयार करते हैं।
  • टेस्ट के परिणामों का विश्लेषण और आवश्यकतानुसार डिज़ाइन में बदलाव करते हैं।
  • निर्माण प्रक्रिया के लिए काम करते हैं।

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योग्यता

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में सफलतापूर्वक अपना करियर बनाने के लिए प्रोफेशनल क्वालिफिकेशन होनी आवश्यक है। इस प्रकार, मैकेनिकल इंजीनियरिंग या किसी अन्य संबंधित क्षेत्र के क्षेत्र में डिग्री होना ज़रूरी है।

  • यूजी कोर्स के लिए: किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से साइंस स्ट्रीम के साथ 10+2 की औपचारिक शिक्षा 55% अंकों के साथ पूरी की होनी ज़रूरी है।
  • पीजी कोर्स के लिए: न्यूनतम 3.0 GPA के साथ मैकेनिकल इंजीनियरिंग में BTech या BE जैसी डिग्री 50% अंकों के साथ पूरी की होनी ज़रूरी है।
  • उम्मीदवारों को इस क्षेत्र में पोस्टग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन पाने के लिए GRE स्कोर प्राप्त करने की आवश्यकता है।
  • अगर आप विदेश में मैकेनिकल इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो अंग्रेजी भाषा प्रवीणता परीक्षा जैसे IELTS, TOEFL, आदि में एक अच्छा स्कोर।
  • LOR और SOP

केंद्रीय विद्यालय एडमिशन

मैकेनिकल इंजीनियरिंग सब्जेक्ट्स

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पढ़ाए जाने वाले विषय इस प्रकार हैं।

  • कम्प्यूटेशनल फ्लूड डायनेमिक्स और हीट ट्रांसफर
  • थर्मल सिस्टम का कंप्यूटर एडेड डिजाइन
  • बेसिक्स ऑफ़ कास्टिंग एंड सॉलिडिफिकेशन
  • इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग एंड ऑपरेशन्स रिसर्च
  • मॉडलिंग ऑफ़ टर्बुलेंट कंबस्शन
  • प्रिंसिपल ऑफ़ वाइब्रेशन कंट्रोल
  • रेलरोड वेहिकल मोबिलिटी
  • रोबोट मैनिपुलेटर्स डायनेमिक्स एंड कंट्रोल
  • चेंज एंड टर्मोइल
  • वेव प्रोपगेशन इन सॉलिड्स

मुख्य विदेशी यूनिवर्सिटीज

विदेश की टॉप 10 यूनिवर्सिटीज के नाम इस प्रकार हैं।

यूनिवर्सिटी फीस (सालाना /रुपये)
यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो, कनाडा 35,45,445 (CAD 58,680)
क्वींस यूनिवर्सिटी, कनाडा 25,49,542 (CAD 42,197)
टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ़ बर्लिन, जर्मनी 19,07,709 (Euro 21,900)
RWTH आकिन विश्वविद्यालय, जर्मनी10,00,000 (Euro 11,494)
मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, यूएसए54,87,000 (USD 73,160)
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए21,11,453 (USD 28,152)
मेलबर्न विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया24,09,928 (AUD 42,782)
न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया3,36,290 (AUD 5,970)
बीजिंग इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, चीन3,59,281 (RMB 30,600)
शंघाई जिओ टोंग यूनिवर्सिटी, चीन 3,33,123 (RMB 28,375)

टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज

मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स ऑफर करने वाली देश की टॉप 10 यूनिवर्सिटी के नाम नीचे दिए गए हैं।

कॉलेज कोर्स फीस (सालाना /रुपये)
IIT मद्रास B.Tech 75,116
M.Tech 23,070
IIT दिल्ली B.Tech 2,20,300
M.Tech 1,32,900
IIT मुंबई B.Tech 2,28,000
M.Tech 32,000
IIT खड़गपुर B.Tech 82,070
M.Tech 2,31,500
कलासलिंगम एकेडमी ऑफ रिसर्च एंड एजुकेशनB.Tech 1,20,600
M.Tech 80,600
IIT कानपूर B.Tech 2,15,600
M.Tech 2,14,050
IIT रूडकी B.Tech 2,21,700
M.Tech 6,50,000 (Total Fees)
BITS पिलानी B.Tech 5,08,475
M.Tech 5,12,775
IIT गुवाहाटी B.Tech 2,19,350
M.Tech 2,01,800
वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजीB.Tech 1,98,000
M.Tech 1,53,000

आवदेन प्रक्रिया

किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको उसकी प्रक्रिया पता होनी चाहिए। भारत और विदेश में मकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए आपको नीचे बतायी गई प्रक्रिया को चरण दर चरण फॉलो करना होगा।

विदेश में मकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया

  • विश्वविद्यालय की ऑफिशियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करें। यूके में एडमिशन के लिए आप यूसीएएस वेबसाइट (UCAS) पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें। यहाँ से आपको यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होंगे।
  • यूजर आईडी से साइन इन करें और कोर्स चुनें जिसे आप चुनना चाहते हैं। 
  • अगली स्टेप में अपनी शैक्षणिक जानकारी भरें।  
  • शैक्षणिक योग्यता के साथ  IELTS, TOEFL, प्रवेश परीक्षा स्कोर, SOP, LOR की जानकारी भरें। 
  • पिछले सालों की नौकरी की जानकारी भरें। 
  • रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करें।
  • अंत में आवेदन पत्र जमा करें।
  • कुछ यूनिवर्सिटी, सिलेक्शन के बाद वर्चुअल इंटरव्यू के लिए इनवाइट करती हैं।

भारत के लिए आवेदन प्रक्रिया 

  • चरण 1: सबसे पहले आवेदक को 12 साल की बेसिक शिक्षा पूरी करनी होगी और 12वीं में साइंस स्ट्रीम होनी आवश्यक है।
  • चरण 2: सिंचाई इंजीनियर बनने के लिए आपको सबसे पहले एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन करना होगा। छात्र को राष्ट्रीय स्तर की एग्जाम जैसे JEE Main या राज्य स्तर के एग्जाम जैसे KCET या यूनिवर्सिटी स्तर के एग्जाम जैसे SRMJEEE, VITEEE आदि के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • चरण 3: आपको अपने एग्जाम के तरीके ऑनलाइन या ऑफलाइन के आधार पर एग्जाम देना होगा। 
  • चरण 4: एंट्रेंस एग्जाम प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों का आंकलन किया जाएगा। शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों की एक मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
  • चरण 5: शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है, जिसके बाद छात्रों का एडमिशन सुनिश्चित होता है। 

आवश्यक दस्तावेज़

मैकेनिकल इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में करियर

मैकेनिकल इंजीनियरिंग केग्रेजुएट्स या तो निर्माण, सिस्टम, उत्पादन या डिजाइनिंग की इंडस्ट्री में काम कर सकते हैं। वहीं B.Tech के बाद PhD का विकल्प भी आप चुन सकते हैं या फिर विश्वविद्यालयों और संगठनों में रिसर्चर बन सकते हैं।

इसके अलावा, इंडस्ट्री में कुछ वर्षों के अनुभव के बाद हायर पद के लिए एमबीए या मास्टर ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज जैसी डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं। आइए इस क्षेत्र में करियर के विकल्पों पर एक नजर डालते हैं। 

मैकेनिकल इंजीनियरिंग करियर सूची

मैकेनिकल इंजीनियरिंग करियर सूची निम्नलिखित है :-

ऑटोमोटिव इंजीनियर

मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद, आप इस क्षेत्र में वाहनों के डिज़ाइन, प्रोडक्शन और डेवलपमेंट के क्षेत्रों में काम करने का विकल्प चुन सकते हैं। निकास, हाइड्रोलिक्स, वायुगतिकी, उत्सर्जन के सिस्टम में सुधार की जिम्मेदारियों को संभालने के साथ-साथ वित्तीय और कॉस्ट मैनेजमेंट का ध्यान रख सकते हैं।

CLAT की परीक्षा

एयरोस्पेस इंजीनियर

एक एयरोस्पेस इंजीनियर के रूप में काम करते हुए आप विमान, उपग्रह, हथियार प्रणाली, मिसाइल आदि के डिज़ाइन और मैकेनिकल सिस्टम के निर्माण और सुधार में काम करते हैं। इसके अलावा, कोई भी विमान के विशिष्ट घटक में विशेषज्ञता का चयन कर सकते हैं। एयरोस्पेस इंजीनियर विमान दुर्घटनाओं की जांच में भी काम करते हैं। इस क्षेत्र में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए, एकएडवांस्ड डिग्री के साथ-साथ कुछ वर्षों के उद्योग के अनुभव के कॉम्बिनेशन की आवश्यकता होती है।

E Kalyan Jharkhand Scholarship

मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम्स इंजीनियर

कई इंडस्ट्रीज में मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस सिस्टम और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए कई तरह के अवसर प्रदान करती हैं। सामान्य कार्यों में शामिल हो सकते हैं, कच्चे माल की गुणवत्ता की जाँच, माल की बर्बादी की जाँच और कई अन्य जिम्मेदारियां होती हैं।

इंजीनियरिंग एडवाइज़र

आमतौर पर प्रबंधन में एक वरिष्ठ भूमिका मानी जाती है, इंजीनियरिंग सलाहकार बड़े पैमाने पर परियोजनाओं के प्रभारी होते हैं जिनमें कोर इंजीनियरिंग और प्रबंधकीय कौशल दोनों का भारी उपयोग शामिल होता है।

जियो स्कॉलरशिप (Jio Scholarship)

न्यूक्लियर इंजीनियर

एक परमाणु इंजीनियर के रूप में सेवा करते हुए, आप एफिशिएंसी और स्टेबिलिटी बनाए रखने के लिए परमाणु ऊर्जा प्लांट के डिज़ाइन और रखरखाव के लिए काम करते हैं। इसके अलावा, कार्यों में स्वास्थ्य, सुरक्षा, सुपरविजन, ​​ऑपरेशनल समस्या को हल करना आदि शामिल हो सकते हैं। परमाणु इंजीनियर भी अक्सर सरकार के संपर्क में रहते हैं।

अन्य विकल्प

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में आपके लिए अन्य करियर विकल्प इस प्रकार हैं।

  • सीएडी टेक्नीशियन
  • इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियर
  • मेंटेनेंस इंजीनियर
  • टेक्निकल सेल्स इंजीनियर
  • प्रोडक्शन मैनेजर

Sitaram Jindal Scholarship (सीताराम जिंदल स्कॉलरशिप)

टॉप रिक्रूटर्स

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में करियर शुरू करने के लिए नौकरी के अच्छे अवसर खोजने के लिए, नीचे दिए गए कुछ शीर्ष संगठन हैं जिन्हें आप लक्षित कर सकते हैं- 

  • Tata Group
  • Hindustan Petroleum Corporation Limited
  • Honda Siel Car Division
  • Larsen and Toubro
  • National Aluminum Company Limited
  • Indian Oil Corporation Limited
  • Bosch India
  • Siemens
  • Thermax
  • Oil and Natural Gas Corporation Limited
  • Godrej Group
  • Thyssen Group

मैकेनिकल इंजीनियरिंग गवर्नमेंट जॉब्स

नीचे मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए सरकारी नौकरी आयोजित करने वाली संस्थाओं की लिस्ट दी गई है।

  • भारतीय रेल
  • डीआरडीओ
  • एनटीपीसी
  • ऑयल इंडिया
  • हवाई अड्डा प्राधिकरण
  • इसरो
  • भेल
  • कोल इंडिया
  • जलयात्रा
  • एयरोनॉटिक्स लिमिटेड

MPTAAS – मध्‍यप्रदेश ट्राइबल अफेयर आटोमेशन सिस्‍टम

जॉब प्रोफाइल और सैलरी

मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद मिलने वाले जॉब प्रोफाइल और सैलरी/सालाना इस प्रकार हैं।

जॉब प्रोफाइल स्टार्टिंग लेवल सैलरी मिड लेवल सैलरी सीनियर लेवल सैलरी
ऑटोमोटिव इंजीनियर 4,00,0005,20,2008,20,000
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग 6,75,0008,50,00020,00,000
मैकेनिकल इंजीनियर 3,00,0005,50,0008,00,000
मेंटेनेंस इंजीनियर 2,50,0004,50,0005,00,000
सिविल इंजीनियर 3,00,0005,50,0007,00,000
इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग 3,00,0004,50,00010,00,000

FAQs

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में क्या काम होता है?

मैकेनिकल इंजीनियरिंग सबसे पुराने और व्यापक विषयों में से एक इंजीनियरिंग विषय है। यह मशिन और टूल्स की डिजाइनिंग, प्रोडक्शन और ऑपरेशन के लिए हीट और मैकेनिकल पावर से सम्बंधित है।

मैकेनिकल इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है?

मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद एक मैकेनिकल इंजीनियर की सैलेरी की बात की जाए तो यह जॉब प्रोफाइल के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। पर अनुमानित सैलेरी की बता की जाए तो 18,000 से 50,000 रूपए प्रति महीने से भी अधिक हो सकती है। इसके अलावा मैकेनिकल इंजीनियर के रूप में विदेश में भी कार्य कर सकते हैं।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स कितने साल का होता है?

10वीं कक्षा के बाद में मैकेनिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपको पॉलिटेक्निक में एडमिशन लेना होगा। जिससे आप 3 साल का डिप्लोमा ले सकेंगे। 3-4 साल की डिग्री हासिल करने के बाद आप एक अच्छे पद पर अच्छी नौकरी मिल सकती है।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग कैसे बनें?

मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए स्टूडेंट PCM विषय से 12वीं पास होना चाहिए। 12वीं के बाद स्टूडेन्ट मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी टेक या डिप्लोमा कोर्स कर मैकेनिकल इंजीनियर बनने का सपना पूरा कर सकता है।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में कितने सब्जेक्ट होते है?

6 महीने का एक सेमेस्टर होता है और एक सेमेस्टर में हमें 5 सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं।

आशा करते हैं कि आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग का ब्लॉग अच्छा लगा होगा। यदि आप विदेश में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट से दिए गए नंबर 1800 572 000 पर कॉल कर आज ही फ्री सेशन बुक कीजिए।

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