MBA के बाद PhD क्यों करें?

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एमबीए के बाद पीएचडी

स्टडी अब्रॉड के लिए अक्सर स्टूड़ेट्स ग्रेजुएशन,मास्टर और डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त करने का निर्णय लेते हैं। कॉमर्स की बात आती है तो PhD आमतौर पर अकादमिक क्षेत्र में जाने के इच्छुक लोगों द्वारा चुना जाता है। वर्किंग प्रोफेशनल्स आमतौर पर पीएचडी का विकल्प नहीं चुनते, क्योंकि यह अधिक समय की मांग करता है और इसलिए भी कि इसका ऐकडेमिक उपयोग अधिक है। यदि आप भी अकादमिक में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो MBA के बाद PhD एक अच्छा विकल्प है। इस ब्लॉग में एमबीए के बाद PhD करने की जरूरत और करियर में आगे बढ़ने में पीएचडी के योगदान को विस्तृत रूप से समझाया गया है।

PhD क्या है?

PhD की फुल फॉर्म Doctor of Philosophy है। PhD विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान की जाने वाली विद्या-संबंधी डिग्री में सबसे ऊंची डिग्री मानी जाती हैं । PhD साथ-साथ एक पोस्ट ग्रेजुएट कि डॉक्टरेट डिग्री हैं जिसकी पूर्ती के बाद PhD करने वाले के नाम से पहले डॉ लग जाता हैं। वो विद्यार्थी जो अपने पसंद के विषय में महारथ हासिल करना चाहतें हैं। पीएचडी को चुनते हैं जिसमें उन्हें उस विषय पर रीसर्च कर उसकी बेहतर जानकारी होना और उस पर लिखना शामिल होता हैं। एक पीएचडी होल्डर अपना करियर किसी भी तरह से शुरू कर सकता हैं। मूलतः विद्यार्थीओ का पीएचडी करने का उद्देश्य प्रोफेसर बनना या रिसर्चर बनना होता हैं। 

MBA के बाद PhD क्यों करें?

एमबीए के बाद PhD के कई लाभ हैं जो आपको मैनज्मन्ट और बिजनेस की दुनिया में अपनी पहचान बनाने के साथ-साथ आवश्यक रिसर्च और पेशेवर एक्सपोजर दिलाता है ताकि भारत और विदेशों में आपको उच्च-वेतन वाली जॉब प्रोफाइल मिल सके।

PhD शिक्षा प्रणाली का एक महत्पूर्व अंग हैं। PhD का मूल उद्देश्य ही नई खोज को जन्म देना और अलग अलग विषयो के बारे में गहरायी से ज्ञान अर्जित कर उसे सब तक पहुँचाना हैं। नई स्किल्स को उभारना और विकसित करना , नई चीज़ो को जान पाना और समझ पाना इसकी असल परिभाषा हैं। तो अगर आप वे व्यक्ति हैं जो किसी विषय कि गहराई में जाने में दिलचस्पी रखता हैं तो पीएचडी आपके लिए हैं।

MBA के बाद PhD के लाभ

थियोरेटिकल विषयों में उच्चतम एकेडमिक डिग्री के रूप में,पीएचडी या डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी उन लोगों के लिए एकदम सही है जो विशिष्ट क्षेत्र में रिसर्च करने की इच्छा रखते हैं। एमबीए के बाद पीएचडी करने के बहुत सारे फायदे हैं, जिनमें से कुछ नीचे दिए गए है:

  1. आप मार्केटिंग और बिज़नेस मैनेजमेंट के एक्सपर्ट बन जाते हैं।
  2. अगर आपने NET या GATE क्लीयर किया है तो पीएचडी करते हुए अच्छी स्टाइपेंड मिलती है।
  3. आपके रिसर्च पेपर इंटरनेशनल लेवल पर छप सकते हैं।
  4. इससे आपको दुनियाभर में पहचान मिलती है।
  5. आपके पास देश-विदेश में काम करने के मौके आ जाते हैं।
  6. आप नाम के पहले डॉक्टर लिखने लगते हैं।
  7. जरूरी नहीं है कि आप मास्टर की पढ़ाई पूरी करके तुरंत पीएचडी करें। आप कुछ समय का गैप रख सकते हैं। इससे यह फायदा होता है कि पहले आप एक जॉब कर सकते हैं। इससे कुछ एक्सपीरियंस हो जाता है। बाद में जॉब से थोड़ा ब्रेक लेकर आप पीएचडी कर सकते हैं।
  8. इस तरह से आपके पास अपनी जॉब में तरक्की और सैलरी बढ़ाने का बहुत अच्छा रास्ता बन जाता है।

MBA के बाद PhD के कोर्स

MBA के बाद PhD के कोर्स नीचे दिए गए हैं-

  • PhD in Management
  • PhD in Organizational Behavior/Management
  • PhD in Behavioral Finance
  • PhD in Applied Statistics
  • PhD in Information Technology/Data Analytics
  • PhD in Market Analysis and Research

MBA के बाद टॉप PhD कोर्स

पीएचडी की औसत अवधि लगभग 5-7 साल है जहाँ पहला वर्ष अधिक थियोरेटिकल है लेकिन दूसरे वर्ष की शुरुआत से आप अपनी पसंद के अनुसार विशेषज्ञताएं चुन सकते हैं। बिजनेस और मैनेजमेंट में पीएचडी कोर्स की सूची नीचे दी गई है, जिसमें से आप कोई भी चुन सकते हैं। एमबीए के बाद पीएचडी के लिए टॉप विशेषज्ञताएं हैं:

  • PhD in Entrepreneurship
  • PhD in Commerce
  • PhD in Accounting
  • PhD in Management
  • PhD in Economics
  • PhD in Commercial Law
  • PhD in Human Resource Management
  • PhD in Operational Research
  • PhD in Marketing
  • PhD in Healthcare and Management
  • PhD in Organizational Behavior
  • PhD in Finance
  • PhD in Chemistry
  • PhD in Computer Science
  • PhD in Law
  • PhD in IT
  • PhD in Engineering
  • PhD in Political Science
  • PhD in Education
  • PhD in Statistics
  • PhD in Psychology

MBA के बाद PhD कैसे करें? 

एमबीए के बाद पीएचडी के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे दिया गया है-

  • स्टेप 1: कैंडिडेट को 12 साल की बुनियादी शिक्षा ( कक्षा 1st -12th ) पूरी होना अनिवार्य हैं।
  • स्टेप 2: PhD करने के लिए किसी भी विषय से बैचलर डिग्री में पास होना अनिवार्य हैं।
  • स्टेप 3: आपको कम से कम 50%-55% के साथ मास्टर डिग्री में पास होना ज़रूरी है। मास्टर डिग्री में पास होने के बाद ही आप PhD के लिए योग्य साबित होते हैं। 
  • स्टेप 4:  मास्टर डिग्री के बाद PhD में एडमिशन लेने के लिए आपको UGC-NET, TIFR,JRF-GATE या स्टेट लेवल के एंट्रेंस एग्ज़ाम पास करने होंगे।
  • स्टेप 4: एंट्रेंस एग्ज़ाम पास करने के बाद आप अपनी पसंद और कोर्स के अनुसार PhD के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
  • स्टेप 5: अधिकतर PhD कॉलेजेस में एडमिशन लेने के लिए व्यक्तिगत इंटरव्यू आयोजित किया जाता है। वह क्लियर करने के बाद ही आपको PhD में एडमिशन मिलता है।

योग्यता

हालांकि विशिष्ट आवश्यकताएं एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में अलग हो सकती हैं। MBA या अन्य किसी ग्रेजुएशन प्रोग्राम के बाद पीएचडी के लिए कुछ सामान्य मानदंड हैं जिन्हें हर उम्मीदवार को पूरा करने की आवश्यकता है-

  • PhD कोर्स में अप्लाई करने के लिए विद्यार्थीयों को 10+2 में कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना आवश्यक है।
  • PhD के लिए आपको संबंधित कोर्स में मास्टर डिग्री कम से कम 50%-55% अंकों के साथ पास करनी ज़रूरी है।
  • भारत में PhD कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको UGC-NET, TIFR, JRF-GATE या स्टेट लेवल के एंट्रेंस परीक्षा पास करने होंगे।
  • विदेश में PhD करने के लिए कोई विशेष एंट्रेंस परीक्षा नहीं है, हालाँकि कुछ यूनिवर्सिटीज़ द्वारा एंट्रेंस परीक्षा संचालित करवाई भी जाती है।
  • इंटरनेशनल विद्यार्थियों को भी PhD में एडमिशन लेने के लिए एक रिसर्च प्रपोज़ल,  रिसर्च इंटरेस्ट एंड मेथोडोलॉजी की आवश्यकता होती है।  जिससे आपके रिसर्च में आपकी दिलचस्पी और कार्य की गंभीरता का माप दंड लगाया जाएगा।
  • आपकी अंग्रेजी में कुशलता को मापने के लिए एक अच्छा IELTS/ TOEFLस्कोर महत्व रखता है।
  • स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस यह एक लिखित स्टेटमेंट होती है जो आपके व्यक्तित्व को दर्शाती है।
  • अंग्रेजी में निबंध
  • लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन या LORs
  • अपडेटेड प्रोफेशनल रज़ूमे

विदेश में MBA के बाद PhD के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज

दुनिया भर में कई प्रसिद्ध बिजनेस स्कूल और विश्वविद्यालय बिजनेस,कॉमर्स और मैनज्मन्ट के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष पीएचडी प्रोग्राम प्रदान करते हैं।आपके रिसर्च में मदद करने के लिए,हमने कुछ प्रमुख ऐकडेमिक इन्स्टिटूशन की सूची बनाई है जो उनके प्रस्तावित विशेष कोर्स के लिए एमबीए के बाद पीएचडी करने के इच्छुक लोगों के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय हैं:

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी , यूएसपैसिफिक स्टेट्स यूनिवर्सिटी, यूएस
म्यूनिख के तकनीकी विश्वविद्यालय , जर्मनीइनसीड , फ्रांस
रॉबर्ट गॉर्डन विश्वविद्यालय, यूकेवेल्स विश्वविद्यालय , यूके
दक्षिणी इलिनोइस विश्वविद्यालय , यूएसआईएसईजी, पुर्तगाल
टेलर विश्वविद्यालय , मलेशियाहीडलबर्ग विश्वविद्यालय , जर्मनी
एलायंट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीयूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्केले

डिस्टेंस MBA के बाद PhD

डिस्टेंस एमबीए के बाद पीएचडी के लिए आवेदन करना संभव है लेकिन अगर आपका लक्ष्य डॉक्टरेट कोर्स करना है तो आपको यूजीसी-मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या कॉलेज से एमबीए करना चाहिए। डिस्टेंस एमबीए के बाद पीएचडी के लिए आवेदन करने के लिए, आपको अपने एमबीए के वैध ट्रांसक्रिप्ट और मार्कशीट जमा करने पड़ेंगे इसलिए एमबीए की पढ़ाई करने से पहले इन्स्टिटूशन के सर्टिफिकेशन की जांच करना आवश्यक है।

PhD करने के लिए टॉप देश

कई स्टडी डेस्टिनेशन जैसे ब्रिटेन,अमेरिका,ऑस्ट्रेलिया और कनाडा अपने रिसर्च डॉक्टरेट कोर्स के लिए प्रसिद्ध है इसलिए पीएचडी करने के लिए सही देश का चयन करने का महत्वपूर्ण निर्णय आपको सोच-समझकर कर लेना चाहिए।आइए एमबीए के बाद पीएचडी करने के लिए टॉप देशों और उनके लोकप्रिय रिसर्च विश्वविद्यालयों पर नज़र डालें:

यूके में PhD

यूके में पीएचडी के लिए टॉप विश्वविद्यालय हैं:

यूएसए में PhD

यूएसए में पीएचडी के लिए टॉप विश्वविद्यालय हैं:

कनाडा में PhD

कनाडा PhD कोर्स के लिए एक प्रसिद्ध डेस्टिनेशन है और बिजनेस और मैनेजमेंट में कई विशेषज्ञता प्रदान करता है।यहाँ कनाडा में PhD के लिए लोकप्रिय विश्वविद्यालय दिए गए हैं:

ऑस्ट्रेलिया में PhD

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीवी की भूमि को रिसर्च शिक्षा और उच्च-रैंक उद्यमशील कोर्सों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सराहा जाता है। ऑस्ट्रेलिया में PhD के लिए टॉप विश्वविद्यालय नीचे दिए गए हैं:

न्यूजीलैंड में PhD

अगर आप एमबीए पूरा करने के बाद किफायती पीएचडी कोर्स की तलाश कर रहे हैं तो न्यूजीलैंड आपके लिए सबसे अच्छी जगह है। न्यूजीलैंड में पीएचडी के लिए लोकप्रिय विश्वविद्यालयों पर एक नज़र डालें:

भारत में टॉप पीएचडी कॉलेज

  • फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, दिल्ली विश्वविद्यालय
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईआईएम)
  •   इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी)
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, कोलकाता

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finderकी सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसेSOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसेIELTSTOEFLSATACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTSTOEFLPTEGMATGRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Liveकक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजाऔर छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज 

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है–

करियर स्कोप

पीएचडी की प्रसिद्ध एकेडमिक डिग्री को अपनी योग्यता की सूची में जोड़ने के बाद,आप हजारों करियर अवसर का लाभ उठा सकते हैं। चूंकि बिजनेस-संबंधित डिसिप्लिन में डॉक्टरेट की डिग्री आपको बिजनेस क्षेत्र में व्यावहारिक कौशल प्रदान करती है, इससे आप डेटा एनालिसिस, बिजनेस प्रवृत्तियों और ऑर्गन नेशनल समस्याओं से संबंधित नॉलेज प्राप्त कर सकते हैं।

इसके अलावा आप रिसर्च के तरीकों जैसे इकोनोमेट्रिक्स, प्रायोगिक तरीके, फील्ड स्टडीज, मॉडलिंग आदि में कुशल होंगे। एमबीए के बाद पीएचडी के साथ आप न सिर्फ एकेडमिक प्रोफाइल के लिए परफेक्ट कैंडिडेट होंगे बल्कि आप कॉर्पोरेट जगत में उपलब्ध अवसरों का भी लाभ उठा सकते हैं। MBA के बाद PhD करने के बाद उपलब्ध जॉब प्रोफाइल की लिस्ट नीचे दी गई है:

  • रिसर्च एनालिस्ट
  • बिजनेस एनालिस्ट
  • मैनज्मन्ट कंसल्टेंट 
  • बिजनेस डेवलपमेंट कंसल्टेंट
  • एंटरप्रेन्योर
  • प्रोफेसर/लेक्चरर
  • अकदमीशियन 
  • चीफ फाइनैन्शियल ऑफिसर (CFO)
  • चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO)

सैलरी

भारत में एमबीए के बाद पीएचडी का वेतन सालाना INR 7-17 लाख के बीच है,जो इस बात पर निर्भर करता है कि आप कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करते हैं या अकादमिक डोमेन में लेक्चरर या प्रोफेसर के रूप में काम करते हैं। हमने नीचे ग्रेजुएशन के साथ मैनेजमेंट और कॉमर्स से संबंधित विशेषज्ञताओं में पीएचडी के लिए प्रमुख रोजगार क्षेत्र विस्तार से बताये गए हैं :

शिक्षा

पीएचडी के बाद सबसे लोकप्रिय करियर पथ प्रोफेसर बनने का है। अधिकांश छात्र बिजनेस या मैनेजमेंट में पीएचडी अकादमिक के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए करते हैं। इसके अलावा ज्यादातर रिसर्च यूनिवर्सिटी पीएचडी किये हुए व्यक्ति को बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर के तौर पर हायर करना पसंद करती हैं। यदि आप प्रतिष्ठित अकादमिक संस्थान या विशेष रूप से आइवी लीग स्कूलों का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो आपको निश्चित रूप से एमबीए के बाद पीएचडी करना चाहिए। एमबीए के बाद पीएचडी करने और कुछ वर्षों के अनुभव के साथ आप विश्वविद्यालय के प्रोफेसर या बिजनेस स्कूल में लेक्चरर के लिए आवेदन कर सकते हैं।

रिसर्च 

यदि आप रिसर्च में करियर आगे बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, तो एमबीए एक अच्छा विकल्प है। इससे आपको कॉर्पोरेट और रिसर्च दोनों क्षेत्र की नॉलेज मिल सकती है।

कॉर्परेट क्षेत्र

पीएचडी आपको उपयुक्त बिजनेस कौशल सिखाता है ताकि आप बिजनेस कंसल्टेंट और एनालिस्ट की भूमिका में फिट हो सके। यह डिग्री उम्मीदवारों को पीएचडी प्राप्त करने की समझ के साथ थियोरेटिकल और अद्वितीय तरीकों से एनालिसिस करने का ज्ञान प्रदान करती है, जिसे एमबीए के दौरान प्राप्त व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ जोड़ा जाता है। आप एसईसी, जेपी मॉर्गन चेस, मैकिन्से और मॉर्गन स्टेनली जैसी कंपनियों में विभिन्न संभावनाओं को एक्सप्लोर कर सकते हैं।

FAQs

क्या मैं एमबीए के बाद पीएचडी कर सकता हूँ?

एमबीए की डिग्री वाला कोई भी व्यक्ति पीएचडी कर सकता है। दरअसल,एमबीए के बाद पीएचडी करना अच्छा आइडिया है इससे आप अकादमिक या रिसर्च के क्षेत्र को एक्सप्लोर कर सकते हैं और आप कॉर्पोरेट सेक्टर में कंसल्टिंग फर्म्स में भी मौका तलाश सकते हैं।

पीएचडी कितने साल की होती है?

पीएचडी की सही अवधि विशेषज्ञता के साथ-साथ विश्वविद्यालय पर निर्भर करता है और इस बात पर भी कि यह पार्ट टाइम है या फुल टाइम। सामान्यत: एमबीए के बाद पीएचडी करने में आमतौर पर 4-5 साल लगते हैं।

क्या बिजनेस में पीएचडी लाभदायक है?

बिजनेस में पीएचडी को अक्सर डीबीए (डॉक्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) के नाम से जाना जाता है जिसे आमतौर पर एमबीए की अगली कड़ी माना जाता है और यह मैनेजमेंट डिग्री का उच्चतम रूप है। बिजनेस में पीएचडी करने से आपको कमर्शियल क्षेत्र में बिजनेस एनालिस्ट से लेकर कंसल्टेंट तक उच्च-स्तर पर करियर बना सकते हैं।

क्या एमबीए पीएचडी के लिए एलिजिबल हैं?

पीएचडी के लिए आवश्यक शर्त यह है कि आपके पास मास्टर डिग्री हो और जिस शैक्षणिक संस्थान में आवेदन कर रहे हैं, उसके द्वारा मांगे गए न्यूनतम अंक हो। एमबीए के साथ, आप कॉमर्स- संबंधित डिसिप्लिन में पीएचडी करने के लिए एलिजिबल हैं।

उम्मीद है कि आपको MBA के बाद PhD का ब्लॉग पसंद आया होगा। अगर आप विदेश में पीएचडी करना चाहते हैं, तो 30 मिनट के फ्री सेशन आप हमारी Leverage Edu की टीम के एक्सपर्ट्स के साथ 1800572000 पर बुक कर सकते हैं।

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11 comments
    1. सूर्यभान जी, आप सेल्स और मार्केटिंग में MBA प्रोग्राम कर सकते हैं, वहीं विदेश में भी आप इस कोर्स को कर सकते हैं। विदेश में MBA सेल्स और मार्केटिंग करने के लिए आप हमारे स्टडी अब्रॉड एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कर सकते हैं।

    1. दुर्गेश जी, एमबीए के बाद आप पीएचडी भारतीय और विदेशी दोनों में से किसी भी यूनिवर्सिटीज से कर सकते हैं। अगर आप विदेश की यूनिवर्सिटीज से पीएचडी करने का सोच रहे हैं तो हमारे स्टडी अब्रॉड एक्सपर्ट्स आपकी मदद कर सकते हैं। आज ही अपना 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। आप यह सैशन 1800572000 पर कॉल करके बुक कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए मै बताना चाहूंगा के विदेश की यूनिवर्सिटी की आवेदन प्रक्रिया काफी पहले ही आरम्भ हो जाती है, तो देरी न करें।

  1. बहुत ही बढ़िया आर्टिकल लगा, आपके इस आर्टिकल से महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई _आप बहुत बहुत धन्यवाद!

  1. बहुत ही बढ़िया आर्टिकल लगा, आपके इस आर्टिकल से महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई _आप बहुत बहुत धन्यवाद!