पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स क्या है और कैसे करें?

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पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स सांइस की वह ब्रांच है जिसमें जियो सांइस, कार्टोग्राफी, ज्योग्राफी और सांइस, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी से संबंधित अन्य स्ट्रीम्स के मुद्दों से संबंधित है। यह एक मल्टी डिसिप्लिनरी सब्जेक्ट है। इसमें जो फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स आदि सहित साइंस के विभिन्न एस्पेक्ट शामिल हैं। यह कोर्स स्थानिक जानकारी से संबंधित है और जियो-विज़ुअलाइज़ेशन का उपयोग करके लोगों, स्थानों आदि के बीच संबंध स्थापित करने में सहायता प्रदान करता है। इस ब्लॉग में पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स के बारे जानकारी दी गई है, इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में जानने के लिए आगे पढ़ते रहिए। 

कोर्स का नामपीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स
कोर्स का लेवलडॉक्टरेट लेवल 
अवधि3 से 5 वर्ष
योग्यतामान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 
एग्जामिनेशन टाइप सेमेस्टर सिस्टम
एडमिशन प्रक्रिया एंट्रेंस एग्जाम 
कोर्स की एवरेज फीस INR 2 लाख से 10 लाख
एंट्रेंस एग्जाम GATE, UGC NET
विदेशी एंट्रेंस एग्जाम SAT, ACT
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो यूके,जॉर्ज मेसन यूनिवर्सिटी अमेरिका, न्यू कैसल यूनिवर्सिटी यूके,फ्लेमिंग कॉलेज कनाडा आदि। 
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ यूनिवर्सिटी ऑफ मैसूर, मैसूर,पंजाब यूनिवर्सिटी, जालंधर,एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा,इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग, देहरादून आदि। 
जॉब प्रोफाइल सर्वेयर,प्रोफेसर,जियोइंफॉर्मेटिक्स इंजीनियर,रिसर्चर,ज्योग्राफर आदि। 
टॉप रिक्रूटर्सReliance Industries,Reliance Jio,Lavasa Corp,L&T,Infosys आदि। 

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स क्या होता है?

जियोइंफॉर्मेटिक्स साइंस में पीएचडी डॉक्टरेट स्तर का रिसर्च-आधारित प्रोग्राम है। इस कोर्स का पूरा नाम डॉक्टर ऑफ फिलोसॉफी इन जियोइन्फॉर्मेटिक्स है। इस कोर्स की अवधि 3 से 5 वर्ष तक है। इस कोर्स में मुख्य रूप से रिसर्च और थीसिस रिसर्च के साथ-साथ प्रेजेंटेशन भी शामिल है। इस कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने के लिए आपके पास जियोइंफॉर्मेटिक्स में 2 वर्ष की मास्टर डिग्री होना आवश्यक है। यह कोर्स मुख्य रूप से छात्रों के बीच में रिसर्च की भावना पैदा करने की दिशा में निर्देशित करता है। इस कोर्स की अवधि के दौरान छात्रों को पढ़ाई जाने वाले विषय जियोइंफॉर्मेटिक्स में टूल्स और टेक्नीक्स, क्वांटिटेटिव एनालिसिस टेक्निक्स, लिटरेचर और रिव्यू है।

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स को क्यों चुनें?

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स को चुनने के मुख्य कारण नीचे दिए गए हैं:

  • मजबूत प्रतिष्ठा: पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स कोर्स करने के बाद आपकी प्रतिष्ठा किसी सामान्य विद्यार्थी की कई गुना अधिक होगी। स्कूल ऑफ इंफॉर्मेटिक्स के सहयोग से, स्कूल ऑफ जियोइनफॉर्मेटिक साइंसेज से पीएचडी आपको इन क्षेत्रों में कोर्सेज और अवसरों का एक अनूठा विकल्प प्रदान करता है।
  • लेटेस्ट टेक्नोलॉजी में ट्रेनिंग: जैसा कि आप जानते हैं पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स पूरी तरह से रिसर्च आधारित कोर्स है। आधुनिक टेक्नोलॉजीज द्वारा उत्पन्न बड़ी मात्रा में डेटा की व्याख्या करने के लिए उपयोग की जाने वाली वर्तमान विधियों से आप आसानी से परिचित हो पाएंगे। 
  • भविष्य में करियर विकल्प: पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स एक बहुत ही सम्मानित डिग्री मानी जाती है। आपके पास इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद में करियर विकल्पों की भरमार होगी। 
  • प्रोफेसर/लेक्चरर बनने का मौका: पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स  के बाद में आप आसानी से किसी भी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में पढ़ने योग्य हो जायेंगे। आप किसी संस्थान में प्रोफेसर या लेक्चरर का पद ग्रहण कर सकते हैं।  

स्किल्स

जियोइंफॉर्मेटिक्स प्रोफेशनल्स के लिए टॉप स्किल्स निम्न है:

  • डाटा कलेक्शन एंड इवेलुएशन
  • विजुलाइजेशन 
  • एनालिसिस 
  • मॉडलिंग
  • जियोस्पेशल इंटेलिजेंस
  • रिमोट सेंसिंग
  • फोटोग्रामेट्री
  • स्ट्रक्चर्ड क्वेरी लैंग्वेज
  • पाइथन
  • लीडरशिप स्किल्स

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स कैसे करें? स्टेप बाय स्टेप गाइड

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स की डिग्री हासिल करने के लिए नीचे स्टेप बाय स्टेप गाइड दी गई है। इन स्टेप्स को फॉलो करके आप जियोइंफॉर्मेटिक्स के क्षेत्र में शानदार करियर बना सकते हैं:

  • स्टेप 1: स्कूलिंग कंप्लीट करें: आप अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी करें और खासकर इस चीज़ का ध्यान रखें कि आपके मुख्य विषय फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स होने चाहिए।
  • स्टेप 2: एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करें: आप अपनी स्कूली शिक्षा पूर्ण होने के बाद एंट्रेस एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं तथा बैचलर डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।
  • स्टेप 3: ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करें: आप जियोइनफॉर्मेटिक्स में बैचलर डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। ये कोर्स सामान्यत: 3 से 4 वर्ष का होता है।
  • स्टेप 4: पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करें: आप अपनी जॉब में बेहतर अवसरों के लिए एक पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं। आप जियोइनफॉर्मेटिक्स में मास्टर्स डिग्री प्राप्त कर सकते हैं इस कोर्स की अवधि सामान्यत: 2 वर्षों की होती है। 
  • स्टेप 5: जॉब प्राप्त करें:  जियोइनफॉर्मेटिक्स में बैचलर डिग्री प्राप्त करने के बाद आप अपनी डिग्री और स्किल्स के आधार पर जॉब के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक जॉब प्राप्त के लिए कोशिश करें और जॉब प्राप्त करें जो आपको इस क्षेत्र में काम सीखने में अत्यधिक मदद करेगी क्योंकि जितना आप एक्सपीरियंस से सीखते हैं आप उतने ही उस क्षेत्र में एक्सपर्ट होते जाते हैं। 
  • स्टेप 6: पीएचडी  जियोइनफॉर्मेटिक्स के लिए आवेदन: कुछ वर्षों तक इस क्षेत्र में कार्य करने के बाद में आप अपनी जॉब प्रोफाइल में अपडेशन तथा अन्य करियर विकल्पों को प्राप्त करने के लिए जियोइनफॉर्मेटिक्स में डॉक्टरेट डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। इस कोर्स के दौरान आपको इस क्षेत्र में रिसर्च करने का अवसर मिलेगा तथा आप अपने शोध पत्र भी जारी कर सकते हैं।  

सिलेबस

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स कोर्स में पढ़ाए जाने वाले कुछ मुख्य विषय नीचे दिए गए हैं:

  • प्रिंसिपल्स ऑफ रिमोट सेंसिंग एंड जियोइंफॉर्मेटिक्स
  • डेवलपमेंट इन रिमोट सेंसिंग एंड जियो इनफॉर्मेटिक्स 
  • रिसर्च मेथाडोलॉजी 
  • कार्टोग्राफी स्टडीज 
  • प्रेजेंटेशन एंड रिपोर्ट्स 
  • प्रैक्टिकल 
  • रिव्यू एंड राइटिंग ऑफ रिसर्च पेपर्स

टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स की डिग्री प्राप्त करने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज की सूची नीचे दी गई है:

टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज निम्न प्रकार से हैं:

  • यूनिवर्सिटी ऑफ मैसूर, मैसूर
  • पंजाब यूनिवर्सिटी, जालंधर
  • एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग, देहरादून
  • आईआईटीएम, केरेला
  • एसजीवीयू, जयपुर

योग्यता

विदेश के शीर्ष विश्वविद्यालयों से पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स का कोर्स करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:

  • आवेदक के बारहवीं में अंक कम से कम 50% से अधिक होने अनिवार्य हैं।
  • आवेदक के बारहवीं कक्षा में विषय फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स  होने चाहिए।
  • किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से बैचलर डिग्री पूर्ण होने का प्रमाण।
  • बैचलर डिग्री के बाद में 2 वर्ष की मास्टर्स डिग्री पूर्ण होने का प्रमाण पत्र।  
  • किसी भी यूनिवर्सिटी एडमिशन के लिए SAT/ACT की मांग भी की जा सकती है।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।

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आवेदन प्रक्रिया विदेशी यूनिवर्सिटी के लिए

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।

आवश्यक दस्तावेज़

आपको निम्न आवश्यक दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया 

भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

छात्र वीज़ा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu  विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

प्रवेश परीक्षाएं 

अलग-अलग कॉलेजों में एडमिशन प्राप्त करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं अलग प्रकार की होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं है जो अधिकतर सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटीज़ के द्वारा मान्य होती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं: 

विदेशी प्रवेश परीक्षाएं

भारतीय प्रवेश परीक्षाएं 

  • GATE 
  • UGC NET 

लैंग्वेज रिक्वायरमेंट

करियर स्कोप

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स कोर्स करने के बाद में आपके पास विकल्पों की भरमार रहती है। टॉप जॉब एरियाज, टॉप रिक्रूटर्स और सरकारी ऑर्गनाइजेशंस की लिस्ट नीचे दी गई है:

टॉप जॉब एरियाज

  • हैल्थ केयर सेक्टर
  • इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
  • कंसल्टिंग
  • मैन्युफैक्चरिंग
  • रिसर्च सेंटर्स
  • बिज़नेस मैनेजिंग ऑपरेशंस
  • टीचिंग

टॉप रिक्रूटर्स

  • Reliance Industries
  • Reliance Jio
  • Lavasa Corp
  • L&T
  • Infosys
  • Accenture
  • Tech Mahindra
  • HCL
  • Google
  • iGate

सरकारी ऑर्गनाइजेशन 

  • नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर इन हैदराबाद
  • नॉर्थ ईस्ट स्पेस एप्लीकेशन सेंटर
  • रीजनल रिमोट सेंसिंग एरिया इन खरगपुर, देहरादून, जोधपुर, नागपुर, बैंगलोर
  • इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, इसरो 

जॉब प्रोफाइल और सैलरी पैकेज

Glassdoor.in के अनुसार पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स कोर्स के बाद में प्राप्त होने वाली टॉप जॉब प्रोफाइल और अनुमानित सालाना सैलरी निम्न प्रकार से है:

जॉब प्रोफाइल एवरेज सैलरी पैकेज 
सर्वेयरINR 4 लाख से 8 लाख
प्रोफेसरINR 6 लाख से 12 लाख
जियोइंफॉर्मेटिक्स इंजीनियरINR 6 लाख से 8 लाख
रिसर्चरINR 8 लाख से 10 लाख
ज्योग्राफरINR 5 लाख से 6 लाख
ज्योग्राफिकल इनफॉरमेशन सिस्टम मैनेजरINR 8 लाख से 10 लाख
ड्राफ्टरINR 4 लाख से 6 लाख

FAQs

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स कोर्स का पूरा नाम क्या है?

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स कोर्स का पूरा नाम डॉक्टर ऑफ फिलोसॉफी इन जियोइंफॉर्मेटिक्स है। 

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स कोर्स की अवधि कितनी है?

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स कोर्स की अवधि 3 से 5 वर्ष तक की होती है। 

जियोइंफॉर्मेटिक्स क्या होता है?

जियोइनफॉर्मेटिक्स को सामान्य शब्दों में समझें तो यह दो टर्म्स का कॉन्बिनेशन है जो कि जियोलॉजी और इनफॉर्मेटिक्स है। जियोइनफॉर्मेटिक्स साइंस की एक ब्रांच है जिसमें ज्योग्राफी, जियोसाइंसेज, कार्टोग्राफी और अन्य ब्रांचेज की समस्याओं का समाधान किया जाता है। 

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स के लिए कब अप्लाई कर सकते हैं?

पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स के लिए इस क्षेत्र में मास्टर्स डिग्री प्राप्त करने के बाद में अप्लाई किया जा सकता है। 

उम्मीद है पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग आपको पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से पीएचडी जियोइंफॉर्मेटिक्स की पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu  के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

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