हर साल विश्वभर में जुलाई के महीने में विश्व ज़ूनोसिस दिवस मनाया जाता है। यह दिवस जूनाेटिक बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इसके साथ ही यह दिन हम सभी को उन खतरों को याद दिलाता है जो ज़ूनोटिक रोग पैदा करते हैं और इन बीमारियों को रोकने और नियंत्रित करने के लिए हम क्या कर सकते हैं, इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है। जूनाेटिक बीमारी और World Zoonoses Day in Hindi के बारे में अधिक जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़ें।
This Blog Includes:
- विश्व ज़ूनोसिस दिवस के बारे में
- विश्व ज़ूनोसिस दिवस का इतिहास क्या है?
- विश्व ज़ूनोसिस दिवस कब मनाया जाता है ?
- विश्व ज़ूनोसिस दिवस का महत्व क्या है?
- विश्व ज़ूनोसिस दिवस क्यों मनाया जाता है ?
- विश्व ज़ूनोसिस दिवस कैसे मनाया जाता है?
- क्या होता है जूनोटिक रोग (What is zoonotic disease)
- जूनोटिक बीमारियों से बचाव के तरीके
- FAQs
विश्व ज़ूनोसिस दिवस के बारे में
दुनियाभर में हर साल 6 जुलाई को विश्व ज़ूनोसिस दिवसमनाया जाता है। यह दिवस लोगों को जूनाेटिक बीमारी के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। आपको बता दें कि जूनोज शब्द का इस्तेमाल जूनाेटिक राेग के लिए किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, जूनाेटिक राेग वे बीमारियां हैं जो आमतौर पर जानवरों से मनुष्य में फैलता है। ये रोग कई प्रकार के हो सकते हैं जिनमें बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी शामिल हैं। ऐसे में विश्व ज़ूनोसिस दिवस एक ऐसा अवसर है जब हम सब मिलकर ज़ूनोसिस के खतरों के बारे में और लोगों को जागरूक कर सकते हैं और इस बिमारी के रोकथाम के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।
विश्व ज़ूनोसिस दिवस का इतिहास क्या है?
विश्व ज़ूनोसिस दिवस, जूनोटिक रोग के खिलाफ प्रथम टीकाकरण की वर्षगांठ का प्रतीक है। आपको बता दें कि पहला विश्व ज़ूनोसिस दिवस 6 जुलाई, 1885 को मनाया गया था जो फ्रेंच केमिस्ट और माइक्रोबायोलॉजिस्ट लुई पाश्चर द्वारा ज़ूनोटिक रोग के खिलाफ टीके के सफल प्रयोग की वर्षगांठ का प्रतीक था। यह दिवस पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारी (जूनोटिक रोग) के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इन रोगों के बारे में अध्ययन और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए भी स्थापित किया गया था।
विश्व ज़ूनोसिस दिवस कब मनाया जाता है ?
विश्व ज़ूनोसिस दिवस (World Zoonoses Day in Hindi) दुनियाभर में हर साल 6 जुलाई को मनाया जाता है। बता दें कि पहला विश्व जूनोज दिवस 6 जुलाई 1885 को मनाया गया था। तब से लेकर हर साल यह दिवस मनाया जाता रहा है।
विश्व ज़ूनोसिस दिवस का महत्व क्या है?
विश्व ज़ूनोसिस दिवस का महत्व निम्नलिखित है-
- यह दिवस लोगों को जूनोटिक रोगों के बारे में जागरूक करता है।
- यह दिवस लोगों को जूनोटिक रोगों के लक्षणों और रोकथाम के उपायों के बारे में शिक्षित करता है।
- यह दिवस लोगों को जूनोटिक रोगों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
विश्व ज़ूनोसिस दिवस क्यों मनाया जाता है ?
यह दिवस जूनोटिक रोगों के खिलाफ लड़ाई में जागरूकता बढ़ाने और इन बिमारियों को रोकने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। आपको बता दें कि जूनोटिक रोग जानवरों से मनुष्य में फैलने वाले रोग हैं जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा है।
विश्व ज़ूनोसिस दिवस कैसे मनाया जाता है?
इस दिवस पर कई सरकारी और गैर सरकारी संगठन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं जिसमें सेमिनार, वेबिनार, , कार्यशालाएं, और जागरूकता अभियान आदि शामिल है। इसके अलावा इस दिन सोशल मीडिया पर जूनोटिक रोग के बारे में जानकारी साझा करके भी जागरूकता फैला सकते हैं।
क्या होता है जूनोटिक रोग (What is zoonotic disease)
आपको बता दें कि जूनोटिक रोग, वे रोग हैं जो जानवरों से मनुष्यों में फैलते हैं। यह रोग विभिन्न प्रकार के रोगाणुओं जैसे वायरस, बैक्टीरिया पैरासाइट, प्रोटोजोआ और फंगी के माध्यम से इंसानों में फैलते हैं। आमतौर पर यह बीमारियां संक्रमित जानवर की लार, रक्त एवं शरीर के अन्य तरल पदार्थों के सीधा संपर्क में आने से फैलता है। कुछ सामान्य जूनोटिक रोग में शामिल है रेबीज, इबोला, स्वाइन फ़्लू, जीका, प्लेग, डेंगू और कोविड-19 आदि।
जूनोटिक बीमारियों से बचाव के तरीके
जूनोटिक बीमारियों से बचाव के तरीके निम्नलिखित है :
- जानवरों को छूने के बाद जरूर हाथ धोएं।
- अपने पालतू जानवरों को सभी आवश्यक टीका लगवाएं और उन्हें नियमित रूप से पशु चिकित्सक के पास ले जाएँ।
- दूषित भोजन और पानी का सेवन करने से बचें।
- जूनोटिक रोगों के लक्षणों, संचरण के तरीकों और बचाव के उपायों के बारे में जाने।
- नए टीकों और उपचारों के विकास में योगदान करें।
FAQs
विश्व जूनोसिस दिवस हर साल 6 जुलाई को दुनियाभर में मनाया जाता है।
ज़ूनोटिक रोग ऐसे संक्रमण होते हैं जो स्वाभाविक रूप से लोगों और जानवरों के बीच फैलते हैं। संक्रमण वायरस, बैक्टीरिया, परजीवी और कवक जैसे सूक्ष्मजीव इन बिमारियों के लिए जिम्मेदार होते हैं।
जूनोटिक रोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इन रोगों से बचाव के लिए लोगों को शिक्षित करने के उद्देश्य से हर साल 6 जुलाई को विश्व ज़ूनोसिस दिवस मनाया जाता है।
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आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको World Zoonoses Day in Hindi से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।