वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2024 को संसद में अंतरिम बजट (नई सरकार के जिम्मेदारी लेने तक अंतरिम बजट) की घोषणा करने के लिए तैयार हैं। भारत में बजट पेश होने से पहले एक परंपरा के रूप में हलवा समारोह होता है और यह एक अनोखी परंपरा है जो भारत में बजट दस्तावेजों की छपाई प्रक्रिया की शुरुआत का प्रतीक है। हलवा समारोह के बारे में कई बार सरकारी नौकरियों के इंटरव्यू में पूछा जाता है और इसके बारे में विस्तार से जानना आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसलिए इस ब्लाॅग में बजट (Budget 2024) से पहले हलवा समारोह के सार और महत्व पर नजर डालें।
हलवा समारोह क्या है?
हलवा समारोह आम तौर पर बजट प्रस्तुत होने से 9-10 दिन पहले आयोजित किया जाता है, जिसमें वित्त मंत्री और प्रमुख वित्त मंत्रालय के अधिकारी नॉर्थ ब्लॉक, नई दिल्ली में एकत्र होते हैं। हलवा एक बड़ी कढ़ाई में तैयार किया जाता है और इस समारोह के दौरान हलवा, बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल पूरे स्टाफ को परोसा जाता है। समारोह का नेतृत्व वित्त मंत्री करते हैं और वित्त मंत्रालय के तहखाने में हलवे से भरी एक बड़ी खड़ाई में हलवा बनाया जाता है।
👉 Final stage of preparations for #InterimUnionBudget2024 commences with #HalwaCeremony2024 in presence of Union Finance Minister Smt. @nsitharaman, Union Minister of State for Finance Dr. @DrBhagwatKarad.
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) January 24, 2024
👉 Like the previous three full Union Budgets, Interim Union Budget 2024… pic.twitter.com/8vo1Zi2juK
हलवा सेरेमनी का इतिहास क्या है?
हलवा सेरेमनी के इतिहास को देखा जाए तो इसकी कोई ऐतिहासिक पुष्टि नहीं है। हलवा सेरेमनी या हलवा समारोह एक परंपरा बन गई है और यह वर्षों से चली आ रही है। हलवा सेरेमनी को लेकर यह भी कहा जाता है कि भारत में किसी महत्वपूर्ण या नए काम की शुरुआत कुछ मीठा खाने के बाद की जाती है।
Union Finance Minister Smt. @nsitharaman will hold the post-Budget Press Conference at the National Media Centre, New Delhi, tomorrow 👇
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) January 31, 2024
🗓️ 1st February 2024
⏰ 16.00 Hours IST#ViksitBharatBudget pic.twitter.com/24xCb8G8BT
हलवा समारोह (हलवा सेरेमनी) का क्या महत्व है?
बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल पूरे स्टाफ को हलवा बनाने और वितरित करने के बाद, इन अधिकारियों और सहायक कर्मचारियों को संसद में बजट पेश होने तक नॉर्थ ब्लॉक में रहना होता है। यह आधिकारिक तौर पर बजट की लॉक-इन अवधि की शुरुआत है। ऐसा विशेष रूप से बजट से संबंधित जानकारी की गोपनीयता बनाए रखने और आधिकारिक प्रस्तुति से पहले किसी भी लीक को रोकने के लिए किया जाता है।
यह भी पढ़ें- Union Budget in Hindi : केंद्रीय बजट क्या है और इसका क्या महत्व है?
जब बजट की छपाई पूरी हो जाती है और उसे सील किया जाता है उस दौरान वित्त मंत्रालय और उसके कर्मी एक खास सेरेमनी करते हैं, क्योंकि जट-मुद्रण प्रक्रिया में शामिल लगभग 100 अधिकारी बजट की घोषणा से पहले 10 दिनों के लिए नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बाहरी दुनिया से पूरी तरह से अलग हो जाते हैं। किसी भी अधिकारी को मोबाइल फोन या संचार का कोई अन्य साधन ले जाने की अनुमति नहीं है। किसी खुफिया अधिकारी के सामने लैंडलाइन पर केवल अत्यावश्यक कॉल की अनुमति है।
हलवा सेरेमनी में कौन मौजूद होता है?
बजट की प्रस्तुति से पहले हलवा सेरेमनी फाइनेंस मिनिस्ट्री की ओर से आयोजित की जाती है। इसमें फाइनेंस मिनिस्टर के अलावा मिनिस्ट्री के कई अधिकारी शामिल रहते हैं।
FAQs
केंद्रीय बजट फरवरी के महीने में पेश किया जाता है।
संसद में प्रत्येक वर्ष को फरवरी के पहले दिन भारत के वित्त मंत्री द्वारा केंद्रीय बजट (Union Budget in Hindi) प्रस्तुत किया जाता है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश करेंगी।
26 नवंबर 1947 को स्वतंत्र भारत का पहला केंद्रीय बजट वित्त मंत्री सर आरके शनमुघम चेट्टी ने पेश किया था।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको (Budget 2024) बजट के हलवा समारोह के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। एग्जाम की तैयारी और बेहतर करने व UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।