Speech on Children’s Day in Hindi 2024 : बाल दिवस हर वर्ष 14 नवंबर को भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर मनाया जाता है। 1925 में अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस की घोषणा पहली बार जिनेवा में बाल कल्याण पर विश्व सम्मेलन के दौरान की गई थी। इस दिन भारत में बच्चों के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं, जिनमें आपसे भाषण देने के लिए कहा जा सकता है। इसलिए इस ब्लाॅग में Speech on Children’s Day in Hindi 2024 (बाल दिवस पर भाषण) की तैयारी के बारे में बताया जा रहा है।
आयोजन | बाल दिवस (Speech on Children’s Day in Hindi 2024) |
तारीख | 14 नवंबर 2024 |
उद्देश्य | बच्चों के अधिकारों, देखभाल और शिक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाना। |
This Blog Includes:
बाल दिवस के बारे में
भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने एक बार कहा था कि आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे। जिस तरह से हम उनका पालन-पोषण करेंगे वही देश का भविष्य तय करेगा। भारत में बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था, जिस दिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व बाल दिवस मनाया जाता है। हालांकि जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाने के लिए भारतीय संसद में प्रस्ताव पारित किया गया था।
बाल दिवस पर भाषण 1 मिनट में
1 मिनट में Speech on Children’s Day in Hindi इस प्रकार हैः
सम्मानित अध्यापकगण, अभिभावक और मेरे प्यारे दोस्तों- सभी को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हम आज यहां एक विशेष दिन मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं, जिसे हम बाल दिवस कहते हैं। यह दिन बच्चों के लिए, बच्चों द्वारा, और बच्चों के प्रति समर्पित है। यह हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ को बच्चों से बेहद प्यार था और बच्चे उन्हें प्यार से ‘चाचा नेहरू’ कहते थे। भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने एक बार कहा था कि आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे। जिस तरह से हम उनका पालन-पोषण करेंगे वही देश का भविष्य तय करेगा। बाल दिवस प्रधानमंत्री नेहरू को श्रद्धांजलि देने का दिन है।
यह भी पढ़ें- Paragraph on Children’s Day in Hindi : जानिए कैसे लिखें बाल दिवस पर पैराग्राॅफ
बाल दिवस पर भाषण 2 मिनट में
2 मिनट में Speech on Children’s Day in Hindi इस प्रकार हैः
अध्यापकगण और मेरे प्यारे दोस्तों- सभी को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आज हम पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस पर बाल दिवस मना रहे हैं। चाचा नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार था, इसलिए उनका जन्मदिन ही बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरू को ‘चाचाजी’ कहे जाने का कोई दस्तावेजी कारण नहीं है। हालांकि, ऐसा कहा जाता है कि इस शब्द के प्रचलन के पीछे बच्चों के प्रति उनका प्यार एक प्रमुख कारण था। 1964 से पहले, भारत 20 नवंबर को बाल दिवस मनाता था (संयुक्त राष्ट्र इस दिन इसे मनाता है।) यह दिन हमारे पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
पंडित जवाहरलाल नेहरू बच्चों के साथ बिताए हर पल को संजोकर रखते थे और मानते थे कि वे हमारा कल हैं और देश का भाग्य उनके हाथों में है। जवाहर लाल नेहरू ने भारत में कुछ सबसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना को लागू किया। नेहरू अपने पीछे भारत के बच्चों के लिए शिक्षा की विरासत छोड़ गए हैं। उन्होंने एक बार कहा था कि आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे। जिस तरह से हम उनका पालन-पोषण करेंगे वही देश का भविष्य तय करेगा।
यह भी पढ़ें- Essay on Jawaharlal Nehru: स्टूडेंट्स के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध
5 मिनट में Speech on Children’s Day in Hindi
5 मिनट में Speech on Children’s Day in Hindi इस प्रकार हैः
स्पीच की शुरुआत में
धानाचार्य, शिक्षकगण, अभिभावक, और मेरे प्यारे दोस्तों- सभी को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हम सभी आज एक विशेष अवसर के लिए एकत्रित हुए हैं, जिसे हम बाल दिवस कहते हैं। चाचा नेहरू’ के नाम से मशहूर जवाहरलाल नेहरू को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल 14 नवंबर को यह दिन मनाया जाता है। उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था और वह बच्चों के प्रति अपने स्नेह के लिए जाने जाते थे। 1955 में उन्होंने बच्चों के लिए स्वदेशी सिनेमा बनाने के लिए चिल्ड्रन्स फिल्म सोसाइटी की भी स्थापना की।
जवाहर लाल नेहरू अपने पीछे भारत के बच्चों के लिए शिक्षा की विरासत छोड़ गए हैं। उन्होंने एक बार कहा था कि आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे। वह हमेशा समानता में विश्वास करते थे और प्रत्येक बच्चे को शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के समान अधिकार दिलाने के लिए एक कार्यकर्ता थे।
जवाहर लाल नेहरू को बच्चों के साथ समय बिताना बहुत पसंद था और बच्चे भी उनसे बहुत प्यार करते थे क्योंकि वे उन्हें ‘चाचा नेहरू’ और ‘चाचाजी’ कहते थे। भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए उनके पास एक महान दृष्टिकोण था और वह जानते थे कि यह तभी संभव है जब युवाओं को बचपन से ही पोषित किया जाए।
बाल दिवस का महत्व समझना जरूरी
1956 से भारत 20 नवंबर को बाल दिवस मनाता आ रहा है। बता दें कि 20 नवंबर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा बाल दिवस को सार्वभौमिक बाल दिवस के रूप में मनाया जाता था। इसलिए बाल दिवस केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि बच्चों का जीवन उनके अधिकारों, शिक्षा और सुरक्षा से जुड़ा है। आज भी दुनिया में कई बच्चे शिक्षा से वंचित हैं, बाल श्रम का शिकार हैं, और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित रखा जाता है। यह दिन हमें यह सोचने और काम करने के लिए तैयार करता है।
स्पीच के अंत में
बाल दिवस भारत में वर्ष का बड़ा आयोजन माना जाता है। इसे स्कूलों, काॅलेजों और अन्य संगठनों द्वारा मनाया जाता है। मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि हम सब मिलकर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करें। हमें उनकी शिक्षा और उनके अधिकारों का समर्थन करना चाहिए ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें। इन्हीं वाक्यों के साथ मैं अपने भाषण को विराम देता हूं…धन्यवाद, और एक बार फिर से सभी को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
यह भी पढ़ें- 40+ Children’s Day Wishes 2024 : बाल दिवस पर दिल को छूने वाले विशेष शुभकामना संदेश
बाल दिवस पर भाषण कैसे दें?
Speech on Children’s Day in Hindi देते समय इन बातों का ध्यान रखना आवश्यक हैः
- अपनी स्पीच को बड़ा न रखें।
- स्पीच देते समय तय वक्त का भी ध्यान रखें।
- स्पीच देने से पहले एक-दो बार उसे बोलने का प्रयास करें।
- अपनी स्पीच को तैयार करते समय गलतियों से बचें।
- स्पीच देने से पहले उसे लिखें या समझ कर तैयार करें।
- अपनी स्पीच में सब्जेक्ट से रिलेटेड ही चीजें रखें, टाॅपिक से न भटकें।
- अपनी स्पीच को बोलते समय फैक्ट्स का ध्यान रखें।
- स्पीच देने के समय भूलने से बचने को शाॅर्ट नोट तैयार कर सकते हैं।
- स्पीच देते समय अपनी आवाज को भी सही रखना जरूरी है।
यह भी पढ़ें- Speech on Basant Panchami in Hindi : बसंत पंचमी पर ऐसे दें भाषण
बाल दिवस से जुड़े रोचक तथ्य
बाल दिवस से जुड़े रोचक तथ्य इस प्रकार हैंः
- बाल दिवस या बाल दिवस का उद्देश्य भारत में बच्चों के अधिकारों और शिक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
- भारत में बाल दिवस 1959 से मनाया जा रहा है।
- शुरुआत में भारत जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु से पहले 20 नवंबर को बाल दिवस मनाता था और 1964 में उनकी मृत्यु के बाद सर्वसम्मति से उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।
- कई देश अपना राष्ट्रीय बाल दिवस मनाते हैं, ब्रिटेन इसे नहीं मनाता है।
- दुनिया के लगभग 50 देश 1 जून को बाल दिवस मनाते हैं।
- 14 नवंबर को भारत में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- बच्चों को विशेष महसूस कराने के लिए स्कूल इस दिन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इस दिन स्कूलों में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।
FAQs
भारत में बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है।
बाल दिवस मनाने की शुरुआत 1954 से हुई थी।
14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
स्कूल में बाल दिवस पर बच्चों के लिए कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आदि आयोजित की जाती हैं।
पंडित नेहरू को बच्चों से बहुत लगाव था और वे बच्चों के प्रति बेहद स्नेही थे। बच्चे उन्हें “चाचा नेहरू” कहकर पुकारते थे।
बाल दिवस का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकारों, शिक्षा और उनकी भलाई के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि बच्चों को प्यार, सुरक्षा, और सही शिक्षा मिलनी चाहिए।
भारत में पहला बाल दिवस 1959 में मनाया गया था। शुरुआत में इसे 20 नवंबर को मनाया जाता था, जो कि अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस है। लेकिन 1964 में पंडित नेहरू के निधन के बाद, उनकी याद में इसे 14 नवंबर को मनाया जाने लगा।
संबंधित ब्लाॅग्स
उम्मीद है कि इस ब्लाॅग Speech on Children’s Day in Hindi में आपको बाल दिवस पर भाषण तैयार करने के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।