Republic Day 2025: गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है, यहां जानें

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Gantantra Diwas Kab Manaya Jata Hai

Republic Day 2025: हर वर्ष 26 जनवरी का दिन भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष 26 जनवरी, 2025 को भारत अपना 76 गणतंत्र दिवस (76th Republic Day) मना रहा है। गणतंत्र दिवस का दिन पूरे भारत के लिए एक राष्ट्रीय पर्व है, जो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस के दिन कर्तव्य पथ पर विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के मंत्रालयों/विभागों की मनमोहक झांकियां निकाली जाती हैं। इसके अलावा यहां कई शानदार परेड भी देखने को मिलती हैं। 

इस दिन स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थानों से लेकर सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में इस खास मौके पर तिरंगा झंडा फहराया जाता है। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों व अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। इस ब्लॉग में गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है? (Gantantra Diwas Kab Manaya Jata Hai) से संबंधित सभी जानकारी दी गई है। 

गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है? – Gantantra Diwas Kab Manaya Jata Hai

Republic Day Kab Manaya Jata Hai: भारत 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्र हुआ था तथा 26 जनवरी 1950 को इसके संविधान को आत्मसात किया गया, जिसके अनुसार भारत देश को एक लोकतांत्रिक, संप्रभु तथा गणतंत्र देश घोषित किया गया। इसी उपलक्ष्य में हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस (Republic Day 2025) के रूप में मनाया जाता है। 

इस वर्ष गणतंत्र दिवस 2025 की थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ (Swarnim Bharat: Virasat aur Vikas) रखी गई है। वहीं 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ‘प्रबोवो सुबिआंतो’ (Prabowo Subianto) को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।

गणतंत्र दिवस का इतिहास

भारत को 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली, लेकिन तब तक भारत के पास अपना कोई संविधान नहीं था। बल्कि, भारत सरकार के कानून मुख्य रूप से ‘गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935’ (Government of India Act 1935) पर आधारित थे। बाद में 29 अगस्त 1947 को हमारे देश का स्वतंत्र संविधान बनाने के लिए डॉ. बी.आर अंबेडकर की अध्यक्षता में मसौदा समिति को अध्यक्ष नियुक्त करने का प्रस्ताव पारित किया गया।

इसके बाद भारत का संविधान तैयार होने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा। हालांकि भारत का संविधान 26 नवंबर, 1949 को ही बनकर तैयार हो गया था और इसे ‘संविधान सभा’ (Constituent Assembly) की मंजूरी भी मिल गई थी। लेकिन इसे 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया। ऐसा करने की खास वजह यह थी कि, वर्ष 1929 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसINC ने ब्रिटिश शासन के प्रभुत्व का विरोध करते हुए पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी। 

भारत गणतंत्र दिवस का महत्व

भारत का गणतंत्र दिवस (Republic Day 2025) बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उस दिन को चिह्नित करता है जब भारत सन 1950 में एक गणतंत्र बना था। इस दिन, भारतीय संविधान लागू हुआ, जिसने देश को अपने स्वयं के कानून और अधिकार दिए। संविधान भारत का सर्वोच्च कानून है। यह एक लिखित दस्तावेज है जो सरकार और उसके संगठनों के मौलिक बुनियादी संहिता, संरचना, प्रक्रियाओं, शक्तियों और कर्तव्यों और नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों का निर्धारण करने वाले ढांचे को निर्धारित करता है। वहीं यह दिन भारत के एक उपनिवेश से एक स्वतंत्र राष्ट्र बनने की यात्रा को दर्शाता है। 

FAQs

गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है?

गणतंत्र दिवस हर वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस 2025 की थीम क्या है?

गणतंत्र दिवस 2025 की थीम ‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ है।

गणतंत्र दिवस की परेड कहां होती है?

गणतंत्र दिवस की मुख्य परेड नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर होती है।

गणतंत्र दिवस पर किसे विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाता है?

हर वर्ष गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में एक विदेशी नेता को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है। 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। 

गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज को कौन फहराता है?

गणतंत्र दिवस पर भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।

गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?

यह दिन भारत में संविधान लागू होने की याद में मनाया जाता है, जो 26 जनवरी 1950 को प्रभावी हुआ था।

क्या गणतंत्र दिवस पर सरकारी छुट्टी होती है?

गणतंत्र दिवस के अवसर पर देशभर में राष्ट्रीय अवकाश रहता है।

आशा है कि आपको इस ब्लॉग में गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है (Gantantra Diwas Kab Manaya Jata Hai) की संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही ट्रेंडिंग इवेंट्स और सामान्य ज्ञान से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें। 

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