Poem on Teacher in Hindi: ज्ञान के दीपक, जीवन के मार्गदर्शक…गुरु के सम्मान में लिखीं लोकप्रिय कविताएँ

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Poem on Teacher in Hindi

Poem on Teacher in Hindi: शिक्षक केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि ज्ञान, संस्कार और प्रेरणा का ऐसा प्रकाश स्तंभ होते हैं, जो जीवन के हर मोड़ पर हमें सही दिशा दिखाते हैं। वे न केवल हमें भाषाओं, सभ्यताओं और अक्षरों से परिचित कराते हैं, बल्कि हमें जीवन के मूल्यों का भी पाठ पढ़ाते हैं। शिक्षक का स्थान हमारे जीवन में माता-पिता के समान ही महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि वे हमें सपनों की ऊँचाइयों तक पहुँचने की शक्ति देते हैं। भारतीय संस्कृति में गुरु का महत्व सदियों से सर्वोपरि रहा है। हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है- “गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः॥” अर्थात, गुरु ही सृजनकर्ता हैं, पालनकर्ता हैं और संहारकर्ता भी हैं। वे स्वयं ब्रह्मा, विष्णु और महेश के समान पूजनीय हैं। 

यही कारण है कि शिक्षक के सम्मान में कई महान कवियों और लेखकों ने अनुपम कविताएँ लिखी हैं, जो उनके योगदान को भावनाओं के रंगों में पिरोकर प्रस्तुत करती हैं। इस लेख में शिक्षक पर कविता (Shikshak Par Kavita) दी गई हैं, जो आपको गुरु की उपस्थिति का महत्व बताएंगी। इन कविताओं के माध्यम से आप अपने शिक्षकों का सम्मान कर पाएंगे। आइए, पढ़ें शिक्षक पर कविता।

शिक्षक पर कविता – Shikshak Par Kavita

शिक्षक पर कविता (Poem on Teacher in Hindi) की सूची इस प्रकार है;-

कविता का नामकवि/कवियत्री का नाम
चाह एक शिक्षक कीभारती पंडित
गुरु की छायामयंक विश्नोई
गुरु की वाणीमयंक विश्नोई
गुरु का महत्वमयंक विश्नोई
ज्ञान का दीप जलाया हैमयंक विश्नोई

चाह एक शिक्षक की

जानती हूँ मैं कि दहलीज पर खड़ी हो तुम,
दस्तक देने को तैयार शायद करती हो इंतज़ार
कि द्वार खुलेगा और थाम लोगी हाथ मेरा
और ले जाओगी महाप्रयाण के उस अनंत पथ पर
जहां से वापसी संभव नहीं,आसान नहीं
पर हे मृत्यु की देवी, तुम्हीं से मांगती हूँ
जीवन के कुछ क्षणों का अमूल्य वरदान
यद्यपि नहीं है अधूरा कोई सपना
नहीं है अधूरी कोई भी चाह
ना ही है आस बिटिया के विवाह की,
ना ही दिखाना है बेटे को सुनहली राह
बस इतना ही है काम बाकी कि
ज्ञान के जो अनमोल मोती सहेजे है
इस जीवन प्रवास में
डालती जाऊं किसी सुपात्र की झोली में
जो उन मोतियों को पल्लवित करें
बीजों की तरह और
लहलहा दे उन्हें उस वृक्ष की तरह
शिक्षा, सभ्यता और अनुशासन हो जिसके फल
संस्कार, देशप्रेम और जीवन मूल्यों से
जो हो सुगठित,सबल
बस इतना सा है स्वार्थ मेरा
क्योंकि फल खाने वालों के संतोष में
होगा एक हिस्सा मेरा भी
गुमनाम ही सही, कहीं तो स्मृति होगी मेरी
नींव सी ही सही , हस्ती तो होगी मेरी.

भारती पंडित
साभार – कविताकोश

गुरु की छाया

संघर्षों के हर महासमर में
परिश्रम का पथ जिसने अपनाया
उसी मानव को महामानव बनाती
जीवनभर गुरु की छाया

राहों में आने वाले काँटों को
जिस-जिस ने पग-पग पर पाया
जिस-जिस ने निज जीवन में हर पल
जग से केवल दुःख पाया
हर उस पीड़ा जिससे भी तन को
कष्ट हुआ, न ही मन हर्षाया
हर उस पीड़ा का उपचार करेगी
जीवन में गुरु की छाया

कर्मों की कोख से ही
आशाओं का पनपता है साया
सपनों का सत्कार है करती
आनंद मनाती गुरु की छाया
– मयंक विश्नोई

गुरु की वाणी

आशाओं की अलख जगाती
सपनों को सद्मार्ग दिखाती
संघर्षों के महासमर में,
गुंजायमान गुरु की वाणी

ईमानदारी का पाठ पढ़ाती
जीवन को है सफल बनाती
सपनों के सुखद सहन में,
सद्मार्ग दिखाती गुरु की वाणी

सावन की सच्ची बूंदों सी
कोहरे में जमी ओस सी
बसंत की बहार की जैसी,
है शंखनाद सी गुरु की वाणी

योद्धा जैसा जीवन देती
खुशियों से दामन भर देती
कभी कड़क तो कभी कोमल सी
सुखद बड़ी है गुरु की वाणी
– मयंक विश्नोई

गुरु पर कविता – Teacher Par Kavita

यहाँ गुरु पर कविता (Teacher Par Kavita) दी गई हैं, जिन्हें पढ़कर आप गुरु का महत्व जान पाएंगे। गुरु पर कविता (Teacher Par Kavita) इस प्रकार हैं;-

गुरु का महत्व

अंधियारे की लंबी रातों में,
गुरु दीपक बन प्रकाश फैलाते हैं
ज्ञान के अद्भुत रंगों से वह,
अज्ञानता का अस्तित्व मिटाते हैं

गिरने से हर बार मनुज को
गुरु ही हर बार बचाते हैं
जीवन की शत-शत आहुति में
गुरु जी समाज को सशक्त बनाते हैं

विद्या का गौमुख बनकर वह
ज्ञान की धाराएं बहाते हैं
गुरु ही संकट की घड़ी में
हमें खुश रहना सिखाते हैं।
– मयंक विश्नोई

ज्ञान का दीप जलाया है

गुरु के सानिध्य में हमने
अज्ञानता का अहम मिटाया है
गहरे तमस से लिपटे इस जीवन में गुरु ने
ज्ञान का दीप जलाया है

विद्या देकर हर मानव को
उन्होंने अपना कर्त्तव्य निभाया है
गुरु के पदचिन्हों पर चलकर हमने
अपना जीवन सफल बनाया है

स्वार्थी से समाज में हमने
अपने निस्वार्थ भाव को आज जगाया है
उज्जवल करने को हमारा भविष्य गुरु ने
ज्ञान का दीप जलाया है
– मयंक विश्नोई

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आशा है कि आपको इस लेख में शिक्षक पर कविता (Poem on Teacher in Hindi) पसंद आई होंगी। ऐसी ही अन्य लोकप्रिय हिंदी कविताओं को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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