हमने बचपन में हर घरों में चहचहाने वाली गौरेया चिड़िया को तो देखा ही है, लेकिन क्या आपने गौर किया है, कि आज गौरेया देखने को नहीं मिलती। बढ़ते औद्योगीकरण का विशेष असर पक्षियों पर पड़ा है। यदि पक्षियों के लिए विशेष कदम नहीं उठाए गए तो, गौरैया ही नहीं कई पक्षी विलुप्त हो जायेंगे। यदि पक्षियों में आपकी विशेष रूचि है और आप उनकी सुरक्षा में कुछ महत्त्वपूर्ण कदम उठाना चाहते हैं, तो आपके लिए ऑर्निथोलॉजी एक अच्छा विकल्प है। ऑर्निथोलॉजी, जूलॉजी का एक ऐसा प्रमुख क्षेत्र है, जो पक्षियों को खतरे से बचाने के लिए उनके व्यवहार, आवास और प्रवास पैटर्न के बारे में अधिक जानने के लिए क्षेत्र और लेबरेटरी रिसर्च से सम्बन्धित है। आइए इस ब्लॉग में ornithology in Hindi, ऑर्निथोलॉजी के क्षेत्र में करियर आदि के बारे में विस्तार से जानते हैं।
This Blog Includes:
- ऑर्निथोलॉजी क्या है?
- ऑर्निथोलॉजिस्ट कौन होते हैं?
- ऑर्निथोलॉजी के लिए स्किलसेट
- टॉप ऑर्निथोलॉजी कोर्सेज
- ऑर्निथोलॉजी के लिए टॉप विश्वविद्यालय
- ऑर्निथोलॉजी के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालय
- ऑर्निथोलॉजी कोर्सेज के लिए पात्रता मानदंड
- आवेदन प्रक्रिया
- प्रवेश परीक्षाएं
- ऑर्निथोलॉजी बेस्ट बुक्स
- ऑर्निथोलॉजी के क्षेत्र में करियर और वेतन
- FAQs
ऑर्निथोलॉजी क्या है?
ऑर्निथोलॉजी को पक्षीविज्ञान भी कहा जाता है। पक्षीविज्ञान (Ornithology) जीवविज्ञान की एक शाखा है। इसके अंतर्गत पक्षियों की बाह्य और अंतररचना का वर्णन, उनका वर्गीकरण, विस्तार एवं विकास, उनकी दिनचर्या और मानव के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आर्थिक उपयोगिता इत्यादि से संबंधित विषय आते हैं। पक्षियों की दिनचर्या के अंतर्गत उनके आहार-विहार, प्रव्रजन, या एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में स्थानांतरण, अनुरंजन (courtship), नीड़ निर्माण, मैथुन, प्रजनन, संतान का लालन पालन इत्यादि का वर्णन आता है। आधुनिक फोटोग्राफी द्वारा पक्षियों की दिनचर्याओं के अध्ययन में बड़ी सहायता मिली है। पक्षियों की बोली के फोनोग्राफ रिकार्ड भी अब तैयार कर लिए गए हैं। यह समय, संसाधनों और वित्तीय सहायता के मामले में शौकीनों द्वारा किए गए बड़े योगदान वाला क्षेत्र भी रहा है।
ऑर्निथोलॉजिस्ट कौन होते हैं?
ऑर्निथोलॉजिस्ट या पक्षी विज्ञानी एक प्रकार के जूलॉजिस्ट होते हैं, जो विशेष रूप से पक्षियों का अध्ययन करते हैं। ऑर्निथोलॉजिस्ट पक्षियों और पक्षियों के आवासों के व्यवहार, शरीर विज्ञान और संरक्षण का अध्ययन कर सकते हैं। इस काम में अक्सर पक्षी गतिविधि पर सर्वेक्षण, रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग शामिल होती है। ऑर्निथोलॉजिस्ट या तो सामान्यीकरण कर सकते हैं, या किसी विशेष प्रजाति या पक्षी समूह के विशेषज्ञ हो सकते हैं। वे वाइल्ड लाइफ बायोलॉजिस्ट, इकोलॉजिस्ट, लैंड मैनेजर, टीचर, रिसर्चर पर्यावरण शिक्षक, लेजिस्लेटिव एडवोकेट या इको-टूर गाइड के रूप में काम कर सकते हैं।
ऑर्निथोलॉजी के लिए स्किलसेट
ऑर्निथोलॉजी के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक उम्मीदवारों में कुछ प्रमुख कौशलों का होना अतिआवश्यक है, जो इस प्रकार है –
- प्राकृतिक दुनिया में रुचि: ऑर्निथोलॉजी का अध्ययन करने के लिए पक्षियों, उनके रहने के आवास, विशेषताओं और प्रकृति में गहरी रुचि होनी चाहिए। पक्षियों को अच्छी तरह से समझने और शोध करने के लिए पक्षियों में स्वाभाविक रुचि भी होनी चाहिए।
- वैज्ञानिक कौशल, विशेष रूप से जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान: एक व्यक्ति को जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान का ज्ञान होना चाहिए, जो ऑर्निथोलॉजी के मुख्य विषय हैं। किसी विशेष विषय पर रिसर्च करते समय छात्रों को इन विषयों का व्यापक रूप से उपयोग करने की आवश्यकता होती है।
- अनुसंधान कौशल: मजबूत अनुसंधान कौशल परियोजनाओं में मदद करता है। ऑर्निथोलॉजी के अंतर्गत पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों के बारे में अध्ययन करने और उन पर विभिन्न प्रयोगों का संचालन करने की आवश्यकता होती है ताकि निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके, जो मजबूत अनुसंधान कौशल के बिना संभव नहीं है।
- मूल्यांकन कौशल: महत्वपूर्ण मूल्यांकन स्किल्स में अवलोकन, विश्लेषण, व्याख्या, प्रतिबिंब, मूल्यांकन, अनुमान, स्पष्टीकरण, समस्या समाधान और निर्णय लेना शामिल हैं। व्यक्ति को हमेशा विवरणों पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है कि दूसरा व्यक्ति क्या कह रहा है। क्या यह उनके काम में उपयोगी हो सकता है।
- संचार कौशल: संचार कौशल, जिसे हम कम्युनिकेशन स्किल्स कहते हैं, यह भी एक महत्त्वपूर्ण कौशल है। छात्रों को पता होना चाहिए कि दूसरों के साथ कैसे संवाद करना है, किस तरह से समझाएं कि लोग समझ सकें। संवाद करते समय सरल भाषा का प्रयोग करना। विभिन्न क्षेत्रों में पक्षियों पर रिसर्च करते समय स्थानीय लोगों से कम्युनिकेट करते हुए सही जानकारी एकत्र करने के लिए संचार कौशल काफी जरूरी है।
- धैर्य: एक व्यक्ति को पता होना चाहिए कि कठिन परिस्थितियों में कैसे प्रतिक्रिया करनी है। ऐसे समय आने वाले हैं जब शोध को जितना सोचा गया था उससे अधिक समय तक बढ़ाया जा सकता है। ऐसे समय में, पक्षीविज्ञानियों को धैर्य दिखाने और रिसर्च को जारी रखने की आवश्यकता होती है।
टॉप ऑर्निथोलॉजी कोर्सेज
ऑर्निथोलॉजी के लिए विशेष कोर्स केवल कुछ ही विश्वविद्यालयों में होते हैं, अधिकतर विश्वविद्यालय बायोलॉजी की विभिन्न शाखाओं के अंतर्गत ornithology in Hindi को एक प्रमुख टॉपिक के रूप में उपलब्ध करते हैं। यदि आप ऑर्निथोलॉजी में करियर बनाना चाहते हैं, तो नीचे कुछ प्रमुख बैचलर्स, मास्टर्स और डॉक्टरेट लेवल के कोर्सेज बताए गए हैं –
- BSc Zoology
- BSc Ornithology
- BSc Animal Science
- BSc Forestry
- MSc Biology
- MSc Zoology
- MSc Ornithology
- MSc Animal Science
- MSc Forestry
- PhD Ornithology
- PhD Zoology
ऑर्निथोलॉजी के लिए टॉप विश्वविद्यालय
ऑर्निथोलॉजी के लिए विश्व के टॉप विश्वविद्यालय इस प्रकार हैं –
- कॉर्नेल विश्वविद्यालय
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया – डेविस
- ग्रोनिंगन विश्वविद्यालय
- कैंब्रिज यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा
- यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन-मैडिसन
- औबर्न विश्वविद्यालय
- साउथ इलिनोइस यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट
- वैगनिंगन यूनिवर्सिटी एंड रिसर्च सेंटर
- यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग
- यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न
- यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कैलिफोर्निया
- यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सांता बारबरा
- यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर
- ओहिओ स्टेट यूनिवर्सिटी
ऑर्निथोलॉजी के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालय
ऑर्निथोलॉजी के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालय नीचे दिए गए हैं –
- सलीम अली सेंटर फॉर ऑर्निथोलॉजी एंड नेचुरल हिस्ट्री, तमिलनाडु
- बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी, भोपाल
- टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, पुणे
- सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
- एस एस जैन सुबोध पीजी कॉलेज, जयपुर
- डीजी वैष्णव कॉलेज, चेन्नई
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, खड़गपुर
ऑर्निथोलॉजी कोर्सेज के लिए पात्रता मानदंड
किसी भी यूनिवर्सिटी में आवदेन के समय, कुछ आवश्यकताएं होती हैं, जिन्हें छात्रों को उस विशिष्ट कोर्स में पात्र होने के लिए पूरी करनी जरूरी है। ऑर्निथोलॉजी कोर्स के लिए कुछ सामान्य पात्रता मापदंड इस प्रकार है–
- इस कोर्स के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से साइंस स्ट्रीम PCB (भौतिकी, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) से 10+2 अच्छे अंकों से पास की हो।
- भारत में बैचलर्स और मास्टर्स कोर्सेज के लिए कुछ कॉलेज अपनी प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं। (जैसे MCAER CET, NEST, IIT JAM, JEST, DUET आदि) जिसके आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है।
- विदेश के कुछ विश्वविद्यालयों में बैचलर्स के लिए ACT, SAT आदि के स्कोर जरूरी होते हैं। वहीं कुछ यूनिवर्सिटीज में मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर जरूरी होते हैं।
- विदेश के विश्वविद्यालयों में ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर ज़रूरी होते हैं।
- साथ ही विदेश में आवेदन के लिए SOP, LOR और CV/Resume तथा portfolio की भी ज़रूरत होती है।
आवेदन प्रक्रिया
Ornithology in Hindi कोर्सेज के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है–
भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आपकी दसवीं या बारहवीं की परीक्षा की मार्कशीट और पास सर्टिफिकेट।
- जन्म तिथि का प्रमाण।
- विद्यालय छोड़ने का प्रमाणपत्र
- स्थानांतरण प्रमाणपत्र
- अधिवास प्रमाण पत्र / आवासीय प्रमाण या प्रमाण पत्र
- अस्थायी प्रमाण – पत्र
- चरित्र प्रमाण पत्र
- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ी जाति प्रमाण पत्र
- विकलांगता का प्रमाण (यदि कोई हो)
- प्रवासन प्रमाणपत्र (माइग्रेशन)
विदेश में आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है।
- कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की पात्रता मानदंड के बारे में रिसर्च करें।
- आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज एकत्र करें।
- यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
- ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें।
- इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीजा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।
एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर वीजा एप्लिकेशन तक, कंप्लीट एप्लिकेशन प्रॉसेस में मदद के लिए आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक टेप
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
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प्रवेश परीक्षाएं
ऑर्निथोलॉजी के लिए कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं की लिस्ट नीचे दी गई है–
ऑर्निथोलॉजी बेस्ट बुक्स
पढ़ने से विषयों को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है, विश्लेषणात्मक सोच प्रक्रिया में सुधार होता है और याददाश्त में सुधार होता है। विषय विशेषज्ञों की ओर से कई ornithology in Hindi बुक्स प्रकाशित की गई हैं।
यहां पक्षीविज्ञान पर दस पुस्तकें दी गई हैं जो आपके लिए सहायक होंगी-
बुक्स | ऑथर | लिंक |
Handbook of Bird Biology | इर्बी जे, लवेट, जॉन डब्ल्यू, फिट्ज़पैट्रिक | Buy Here |
The Genius of Birds | जेनिफर एकरमैन | Buy Here |
A Two-Hundred Year History of Ornithology, Avian Biology, Bird Watching, and Birding in Kansas | थॉमस शेन | Buy Here |
Ornithology, Foundation, Analysis, and Application | माइकल एल. मॉरिसन, अमांडा डी. रोडेवाल्ड, गैरी वोएलकर, मेलानी आर. कोलोन | Buy Here |
The Wisdom of Birds: An Illustrated History of Ornithology | टिम बर्कहेड | Buy Here |
Peterson Field Guide to Bird Sounds of Eastern North America | नाथन पिपलो | Buy Here |
Ornithology | फ्रैंक गिल | Buy Here |
Ornithology in Laboratory and Field | ओलिन सीवॉल पेटिंगिल जूनियर | Buy Here |
Cambridge Encyclopedia of Ornithology | माइकल ब्रुक, टिम बर्कहेड | Buy Here |
Henry Dresser and Victorian Ornithology, Birds, books, and business | हेनरी ए. मैक्घी | Buy Here |
ऑर्निथोलॉजी के क्षेत्र में करियर और वेतन
संगठन/उद्योग आमतौर पर उन लोगों को काम पर रखते हैं जिनके पास पक्षीविज्ञान या संबद्ध विषयों में आवश्यक औपचारिक शैक्षणिक योग्यता होती है, जिनके पास उनके विशेषज्ञता के क्षेत्र में अनुभव होता है। अधिकांश पक्षी विज्ञानी भूमि और वन्यजीव एजेंसियों के लिए संघीय और राज्य स्तर, या गैर-लाभकारी संरक्षण संगठनों के लिए काम करते हैं। वे कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अध्यापन और रिसर्च भी कर सकते हैं।
कुछ चिड़ियाघरों, वन्यजीव पार्कों और पशु चिकित्सकों और पर्यावरण वैज्ञानिकों के रूप में काम करते हैं, हालांकि ये नौकरियां पक्षियों के लिए शायद ही कभी विशिष्ट होती हैं। कुछ पदों पर काम करने वाले कार्यकर्ता डेटा एकत्र करने और उनके प्राकृतिक आवास में पक्षियों का अध्ययन करने में महत्वपूर्ण समय व्यतीत कर सकते हैं। फील्डवर्क में अंतरराष्ट्रीय यात्रा सहित दूरस्थ स्थानों की यात्रा शामिल हो सकती है। इसमें पैदल यात्रा, सभी प्रकार की मौसम स्थितियों के संपर्क में आना और अलगाव भी शामिल हो सकता है। नीचे ऑर्निथोलॉजी के प्रमुख जॉब प्रोफाइल और सैलरी का विवरण दिया गया है –
ओएनोलॉजी कोर्स पूरा करने के बाद आप नीचे दी गई जॉब प्रोफाइल चुन सकते हैं –
जॉब | भारत में वेतन INR में | यूके में वेतन INR में | यूएसए में वेतन INR में |
बर्ड जेनेटिसिस्ट | 5 से 10 लाख | 20 से 25 लाख | 20 से 28 लाख |
बर्ड कंजर्वेशनिस्ट | 10 से 15 लाख | 18 से 24 लाख | 20 से 28 लाख |
नेचर एजुकेटर ऑफिसर | 3 से 5 लाख | 20 से 25 लाख | 25 से 30 लाख |
इकोलॉजिस्ट | 5 से 10 लाख | 15 से 25 लाख | 20 से 35 लाख |
ऑर्निथोलॉजिस्ट | 7 से 15 लाख | 15 से 28 लाख | 20 से 35 लाख |
FAQs
ऑर्निथोलॉजी को पक्षीविज्ञान भी कहा जाता है। पक्षीविज्ञान (Ornithology) जीवविज्ञान की एक शाखा है। इसके अंतर्गत पक्षियों की बाह्य और अंतररचना का वर्णन, उनका वर्गीकरण, विस्तार एवं विकास, उनकी दिनचर्या और मानव के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आर्थिक उपयोगिता इत्यादि से संबंधित विषय आते हैं। पक्षियों की दिनचर्या के अंतर्गत उनके आहार-विहार, प्रव्रजन, या एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में स्थानांतरण, अनुरंजन (courtship), नीड़ निर्माण, मैथुन, प्रजनन, संतान का लालन पालन इत्यादि का वर्णन आता है।
पक्षियों का अध्ययन ऑर्निथोलॉजी कहलाता है।
पक्षियों के वैज्ञानिक अध्ययन करने वाले विशेषज्ञ को ऑर्निथोलॉजिस्ट कहते हैं। ऑर्निथोलॉजिस्ट पक्षियों और पक्षियों के आवासों के व्यवहार, शरीर विज्ञान और संरक्षण का अध्ययन कर सकते हैं। इस काम में अक्सर पक्षी गतिविधि पर सर्वेक्षण, रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग शामिल होती है।
एक ऑर्निथोलॉजिस्ट पक्षियों का अध्ययन करता है। ऑर्निथोलॉजिस्ट पक्षियों और पक्षियों के आवासों के व्यवहार, शरीर विज्ञान और संरक्षण का अध्ययन कर सकते हैं। इस काम में अक्सर पक्षी गतिविधि पर सर्वेक्षण, रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग शामिल होती है।
ऑर्निथोलॉजी या संबंधित क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सीमित हैं। हालांकि, यदि कोई उम्मीदवार पक्षियों का अध्ययन करने या संबंधित शोध करने के लिए पर्याप्त जुनूनी है, तो संभावनाएं उज्ज्वल हैं।
हम आशा करते हैं कि अब आप ornithology in Hindi के बारे में जान चुके हैं। यदि आप ऑर्निथोलॉजी की पढ़ाई विदेश से करने की इच्छा रखते हैं, तो बेहतरीन मार्गदर्शन के लिए आज ही 1800 572 000 पर कॉल करें और Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।