बदलते मौसम की जानकारी हर कोई लेना चाहता है। जिसके कारण आज के समय में सरकारी विभागों से लेकर मौसम विज्ञान की भविष्यवाणी करने वाली प्रयोगशालाओं, अंतरिक्ष विभाग और टेलीविजन चैनल पर मेटियोरोलॉजी एक अच्छा करियर बनाने का रास्ता दिखा रहा है। यदि आपको हवा, बादल, समुद्र, बरसात, धुंध-कोहरे, आंधी-तूफान और बिजली में दिलचस्पी है तो आप मेटियोरोलॉजी बनकर जहां अपनी जिज्ञासाओं की पूर्ति कर सकते हैं, वहीं अच्छा करियर भी बना सकते हैं। आइए Meteorology in Hindi के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कोर्स | Meteorology in Hindi |
अवधि | -फुल टाइम -पार्ट टाइम |
योग्यता | -12वीं कक्षा (साइंस स्ट्रीम) पास होनी चाहिए -मास्टर डिग्री के लिए बैचलर डिग्री आवश्यक |
प्रवेश परीक्षा | उपलब्ध |
सैलरी | 1.5 लाख से 6 लाख सालाना |
This Blog Includes:
- मेटियोरोलॉजी क्या है?
- मौसम विज्ञानी कौन होते हैं?
- मेटियोरोलॉजी के क्षेत्र में काम
- मेटियोरोलॉजी कोर्सेज
- विषय
- मेटियोरोलॉजी शार्ट टर्म कोर्स समय सीमा और शुल्क
- मेटियोरोलॉजी की ब्रांच
- मेटियोरोलॉजी की पढ़ाई करने के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
- भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज
- मेटियोरोलॉजी की पढ़ाई के लिए योग्यता
- प्रवेश परीक्षा
- विदेश में मौसम विज्ञानी कैसे बने?
- मेटियोरोलॉजी की तैयारी में प्रयोग आने वाली किताबें
- मेटियोरोलॉजी यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया
- मेटियोरोलॉजिस्ट के लिए रोज़गार के अवसर
- मेटियोरोलॉजिस्ट के लिए भर्ती एजेंसियां
- मेटियोरोलॉजिस्ट की सैलरी
- FAQs
मेटियोरोलॉजी क्या है?
मेटियोरोलॉजी का अर्थ है अंतरिक्ष-विज्ञान। मेटियोरोलॉजी वायुमंडलीय विज्ञान का एक सब डिसिप्लिन है जो मुख्य रूप से मौसम प्रक्रियाओं और फॉरकास्ट पर केंद्रित है। इस क्षेत्र में मौसम और जलवायु दोनों शामिल हैं और इसका संबंध भौतिकता, गतिशीलता और पृथ्वी के वायुमंडल की रासायनिक अवस्था से है। वायुमंडल और पृथ्वी की सतह के बीच परस्पर जो क्रिया होती है उससे भी इसका संबंध है।
भविष्य में मौसम कैसा रहेगा? इस बात को जानने के लिए मौसम का हाल पहले से जानना ही मौसम की भविष्यवाणी कहलाता है, जिसे मेट्रोलॉजी भी कहते हैं। मानव के लाभ के लिए भविष्यवाणियां करने के लिए वातावरण की निगरानी और अध्ययन करने वाले जिम्मेदार व्यक्ति को मौसम वैज्ञानिक कहा जाता है। स्पेस रिसर्च और डेवलपमेंट एजेंसीज सहित विभिन्न सरकारी उद्योगों में मौसम विज्ञानी अत्यधिक मांग में हैं। डिफेंस रिसर्च औरडेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन वेदर फोरेकास्टिंग डेवेलपमेंट और माइनिंग डिपार्टमेंट में भी मेटेरोरोलॉजिस्ट की मांग बहुत है।
मौसम विज्ञानी कौन होते हैं?
मौसम विज्ञानी वह व्यक्ति हैं, जो मौसम का पूर्वानुमान लगाते हैं। इनका कार्य मौसम का अध्ययन करने के साथ-साथ वायुमंडल के बारे में पूर्वानुमान लगाना भी होता है। मौसम विज्ञानी पृथ्वी के वायुमंडल और भौतिक वातावरण का पृथ्वी पर प्रभाव और परिणाम का अध्ययन करते हैं। अक्सर मानसून के समय हम देखते हैं कि समाचार में लगातार मौसम को लेकर भविष्य वाणी आती रहती है कि किस क्षेत्र में कितने समय तक कितनी बारिश होगी, कहाँ ओले गिरेंगे। सर्दी के मौसम में कहाँ ठण्ड ज्यादा होगी, कहां सुनामी आ सकती है, कहां सूखा पड़ सकता आदि। मौसम की इस प्रकार की भविष्यवाणी मौसम विज्ञानी द्वारा की जाती है। पर्यावरण में बदलाव होने की प्रक्रिया का अध्ययन मौसम विज्ञानी द्वारा किया जाता है।
मेटियोरोलॉजी के क्षेत्र में काम
मेटियोरोलॉजी के कई प्रकार होते हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न तरीके से काम करते हैं। आइए देखते हैं किन क्षेत्रों में मेटियोरोलॉजी के कार्य हो सकते हैं-
- इंडस्ट्रियल मेटियोरोलॉजी: इंडस्ट्रियल मेटियोरोलॉजी औद्योगिक प्रदूषण और उत्सर्जन का अध्ययन करने और ऐसे उत्सर्जन और औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक समाधान खोजने के लिए जिम्मेदार हैं, क्योंकि उनका पर्यावरण पर एक बड़ा प्रभाव पड़ता है।
- फिजिकल मेटियोरोलॉजी: फिजिकल मेटियोरोलॉजी वातावरण की भौतिक और रासायनिक प्रकृति, और इसके ऑप्टिकल, ध्वनिक और विद्युत गुणों की पढ़ाई करते हैं। वे वातावरण के इन गुणों से संबंधित समस्याओं का पता लगाते हैं और अध्ययन और शोध के आधार पर समाधान की योजना बनाते हैं।
- रिसर्च मेटियोरोलॉजी: रिसर्च मेटियोरोलॉजी जलवायु और मौसम के पैटर्न का अध्ययन करके वर्षा, आर्द्रता, हवा और तापमान से संबंधित डेटा का विश्लेषण और व्याख्या करना।
- मेटियोरोलॉजी प्रोफेसर और लेक्चर्र: मेटियोरोलॉजी प्रोफेसर और लेक्चर्र बैचलर और मास्टर्स स्तर के छात्रों को मेटियोरोलॉजी के बारे में पढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं। यूजीसी-नेट पास करने के बाद, उम्मीदवार मेटियोरोलॉजी व्याख्याता या शीर्ष आईआईटी या अन्य कॉलेजों में प्रोफेसर बन सकते हैं जो मेटियोरोलॉजी पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
मेटियोरोलॉजी कोर्सेज
मेटियोरोलॉजी कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है, जिनमें आप एडमिशन ले सकते हैं।
- Diploma in Meteorology
- BSc in Meteorology
- B Tech in Meteorology
- MSc in Meteorology
- M Tech in Meteorology
- PhD in Meteorology
विषय
मेटियोरोलॉजी कोर्स में पढ़ाए जाने वाले कुछ सामान्य विषयों की सूची इस प्रकार है:
- पर्यावरण एंड ओसियन
- मूविंग अर्थ moving earth
- फाॅर्स ऑफ़ नेचर
- ग्लोबल एनवायर्नमेंटल चैलेंज
- मैथेमेटिक्स
- स्टेटिस्टिक्स
- मैकेनिक्स एंड मॉडलिंग
- रिसोर्सेज एंड फील्ड स्किल्स
मेटियोरोलॉजी शार्ट टर्म कोर्स समय सीमा और शुल्क
Meteorology in Hindi कोर्सेज, समय सीमा और शुल्क इस प्रकार हैं:
कोर्स | समय सीमा | शुल्क (INR) |
Climate and Sustainable Energy Finance Summer Academy | 5 दिन | 3.85 लाख |
Certified Expert in Climate Adaptation Finance | 6 महीने | 1.39 लाख |
Beyond the Sustainable Development Goals (SDGs) – Addressing Sustainability and Development | एक महीना | मुफ्त |
Urban Management Tools for Climate Change | 3 सप्ताह | 2.46 लाख |
Global Climate Change and Health | 2 सप्ताह | 98,020 |
Sustainable Finance and Climate Change | 2 सप्ताह | 1.23 लाख |
Environment – Journeys through a Changing World | – | 3.19 लाख |
आप हमारे AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेज का चयन कर सकते हैं।
मेटियोरोलॉजी की ब्रांच
मेटियोरोलॉजी की ब्रांच की जानकारी नीचे दी गई है:
- क्लाइमेटोलॉजी
- साइनोटिक मेट्रोलॉजी
- डायनामिक मेटियोरोलॉजी
- अप्लाइड मेटियोरोलॉजी
- एविशन मेटियोरोलॉजी
- हाइड्रो मेटियोरोलॉजी
मेटियोरोलॉजी की पढ़ाई करने के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
मेटियोरोलॉजी की पढ़ाई करने के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज नीचे दी गई हैं:
- द यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिडनी
- मोनाश यूनिवर्सिटी
- डरहम यूनिवर्सिटी
- कर्टिन यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग
- वर्जीनिया टेक
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ केप टाउन
- आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी
- विक्टोरिया यूनिवर्सिटी ऑफ़ वेलिंगटन
- फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी
भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज
Meteorology in Hindi कोर्स ऑफर करने वाले भारत के कुछ टॉप कॉलेजेस के नाम नीचे मौजूद हैं-
- कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, केरला
- आंध्र यूनिवर्सिटी, विशाखापट्नम
- शिवाजी यूनिवर्सिटी, विद्यानगर
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, खड़कपुर
- बीयू भोपाल
- एस.आर.एम यूनिवर्सिटी, अमरावती
- संत जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
- डीजी वैश्णव कॉलेज, चेन्नई
- टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई
मेटियोरोलॉजी की पढ़ाई के लिए योग्यता
विद्यार्थी मेटियोरोलॉजी की पढ़ाई करना चाहते हैं, जो अपने करियर को मेटियोरोलॉजी के क्षेत्र में देखते हैं उनके लिए इस क्षेत्र में जाने के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता नीचे दी गई है-
- मौसम विज्ञानी बनने के इच्छुक छात्रों को 12वीं कक्षा (साइंस स्ट्रीम) पास करने की ज़रूरत होती है।
- इसके बाद, वे वायुमंडलीय विज्ञान में बीटेक या मौसम विज्ञान में बीएससी कर सकते हैं, जो भारत में आईआईटी द्वारा पेश किया जाता है, जिसमें प्रवेश जेईई मेन स्कोर पर आधारित होता है।
- बीटेक या बीएससी के अलावा, छात्र 12 वीं कक्षा के बाद मेटियोरोलॉजी कोर्स में डिप्लोमा भी कर सकते हैं और लेटरल एंट्री के माध्यम से मौसम विज्ञान में बीटेक के दूसरे वर्ष में प्रवेश ले सकते हैं।
- मेटियोरोलॉजी में डिप्लोमा प्राप्त करने के लिए कक्षा 10 न्यूनतम आवश्यकता है।
- बेहतर नौकरी के अवसर और रिसर्च आधारित पदों को खोजने के लिए, बीटेक या बीएससी के बाद मौसम विज्ञान में एमटेक या एमएससी भी किया जा सकता है।
- छात्र इस विषय में मास्टर्स करने के बाद पीएचडी प्रोग्राम के लिए भी जा सकते हैं।
- विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS,TOEFL के अंक।
क्या आपको IELTS और TOEFL की तैयारी में मदद और एक उचित मार्गदर्शन चाहिए, तो आज ही Leverage Live पर रजिस्टर करें और अपने टेस्ट में उमदा प्रर्दशन करें।
प्रवेश परीक्षा
Meteorology in Hindi की पढ़ाई करने के लिए प्रवेश परीक्षाओं की नॉलेज होनी चाहिए, जो इस प्रकार है:
- उम्मीदवारों को राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी जैसे कि JEE Main/JEE Advanced या मेटियोरोलॉजी में बीटेक में प्रवेश के लिए राज्य स्तरीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा को पास करनी होगी।
- मेटियोरोलॉजी में एमटेक या एमएससी के लिए छात्रों को GATE प्रवेश परीक्षा देनी होगी।
- विदेश में मेटियोरोलॉजी की पढ़ाई करने के लिए आपको GRE और IELTS,TOEFL एग्जाम देने होंगे।
आवश्यक दस्तावेज़
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटो कॉपी
- वीज़ा
- रिज्यूमे
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस
विदेश में मौसम विज्ञानी कैसे बने?
जो छात्र विदेश में मेटियोरोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं उन्हें सबसे पहले साइंस विषय के साथ अपनी 12वीं तक की पढ़ाई पूरी करनी होगी। इसके बाद छात्र ग्रेजुएशन कोर्स में यानी बीएससी या बी. टेक का विकल्प चुन सकते हैं। ग्रेजुएशन डिग्री के बाद उच्च स्तर की जॉब या रिसर्च के लिए मेटियोरोलॉजी में एमएससी, एम. टेक करने के बाद पीएचडी कर सकते हैं। विदेश में मेटियोरोलॉजिस्ट बनने के लिए आपके पास अंग्रेजी भाषा की दक्षता होनी चाहिए। इसके लिए आपको IELTS/ TOEFL एग्ज़ाम में अच्छे स्कोर प्राप्त करने होंगे। मास्टर डिग्री में एडमिशन लेने के लिए GMAT/GRE स्कोर की भी आवश्यकता होती है। इसके बाद एक सफल मेटियोरोलॉजिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं। हालांकि विदेश के लिए आपको वर्क वीजा की आवश्यकता होगी।
मेटियोरोलॉजी की तैयारी में प्रयोग आने वाली किताबें
विद्यार्थी जो प्रवेश परीक्षा या मेटियोरोलॉजी में नौकरी की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए यहां कुछ किताबों के नाम बताए गए हैं, जो उन्हें उनके ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेंगे-
किताब का नाम एवं लेखक | किताब लिंक |
फंडामेंटल ऑफ वेदर एंड क्लाइमेट बाय रोबिन मैकिलवीन | लिंक |
मेटियोरोलॉजी टुडे: ऐन इंट्रोडक्शन टू वेदर, क्लाइमेट एंड द इन्वायरमेंट बाय डोनाल्ड एहरेंस | लिंक |
एटमॉस्फेरिक साइंस: ऐन इंट्रोडक्टरी सर्वे बाय जॉन एम वालेस | लिंक |
अन्य किताबें
- ग्रॉसरी ऑफ मेटियोरोलॉजी बाय टोड एस ग्लिकमैन
- द एटमॉस्फेयर: ऐन इंट्रोडक्शन ऑफ मेटियोरोलॉजी बाय फ्रेडरिक के लुटगेंस
मेटियोरोलॉजी यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया
किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको उसकी एडमिशन प्रक्रिया पता होनी चाहिए। भारत और विदेश में मेटियोरोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको नीचे बतायी गई प्रक्रिया को चरण दर चरण फॉलो करना होगा:
विदेश में मेटियोरोलॉजी के लिए आवेदन प्रक्रिया
- विश्वविद्यालय की ऑफिसियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करें। यूके में एडमिशन के लिए आप यूसीएएस वेबसाइट (UCAS) पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें। यहाँ से आपको यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होंगे।
- यूजर आईडी से साइन इन करें और कोर्स चुनें जिसे आप चुनना चाहते हैं।
- अगली स्टेप में अपनी शैक्षणिक जानकारी भरें।
- शैक्षणिक योग्यता के साथ IELTS, TOEFL प्रवेश परीक्षा स्कोर SOP, LOR की जानकारी भरें।
- पिछले सालों की नौकरी की जानकरी भरें।
- रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करें।
- अंत में आवेदन पत्र जमा करें।
- कुछ यूनिवर्सिटीज, सिलेक्शन के बाद वर्चुअल इंटरव्यू के लिए इन्वाइट करती हैं।
भारत में मेटियोरोलॉजी के लिए आवेदन प्रक्रिया
- चरण 1: सबसे पहले आवेदक को 12 साल की बेसिक शिक्षा पूरी करनी होगी और 12वीं में साइंस स्ट्रीम होनी आवश्यक है।
- चरण 2: मेटियोरोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको सबसे पहले एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन करना होगा। छात्र को राष्ट्रीय स्तर की एग्ज़ाम जैसे JEE Main या राज्य स्तर के एग्जाम जैसे KCET या यूनिवर्सिटी स्तर के एग्जाम जैसे SRMJEEE, VITEEE आदि के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- चरण 3: आपको अपने एग्जाम के तरीके ऑनलाइन या ऑफलाइन के आधार पर एग्जाम देना होगा।
- चरण 4: एंट्रेंस एग्जाम प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों का आंकलन किया जाएगा। शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों की एक मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
- चरण 5: शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा काउन्सलिंग के लिए बुलाया जाता है, जिसके बाद छात्रों का एडमिशन सुनिश्चित होता है।
मेटियोरोलॉजिस्ट के लिए रोज़गार के अवसर
मेटियोरोलॉजिस्ट की नौकरी सरकारी क्षेत्र में ही उपलब्ध है। निजी क्षेत्र में मेटियोरोलॉजिस्ट के लिए नौकरी का अवसर बहुत ही कम है या कहें कि ना के बराबर है। आइए देखते हैं कि किन सरकारी क्षेत्रों में नौकरी के अवसर हैं-
- मेटियोरोलॉजिकल रिसर्च सेंटर
- मेटियोरोलॉजी डिपार्टमेंट इन स्टेट एंड सेंटर
- एग्रीकल्चरल प्लानिंग डिवीजन
- एयर क्राफ्ट एंड मिसिल मैन्युफैक्चरर्स
- वेदर कंसलटिंग ऑर्गेनाइजेशन
- नेवी
- एयर फोर्स
मेटियोरोलॉजिस्ट के लिए भर्ती एजेंसियां
मेटियोरोलॉजिस्ट को सरकारी क्षेत्रों में नौकरी के लिए आवेदन के लिए रिटन टेस्ट और इंटरव्यू का सामना करना होता है। नीचे कुछ टॉप भर्तीकर्ताओं के नाम इस प्रकार हैं:
- इंडियन मेटियोरोलॉजी डिपार्टमेंट
- डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइज़ेशन
- नेशनल रिमोट सेंसिंग एजेंसी
- स्पेस एप्लीकेशन सेंटर
- इंडियन एयर फोर्स
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटियोरोलॉजिस्ट
- डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी
- इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइज़ेशन
- डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइज़ेशन
- यूनिवर्सिटीज़ एंड कॉलेज
- एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटीज़
मेटियोरोलॉजिस्ट की सैलरी
Payscale.com के मुताबिक मेटियोरोलॉजिस्ट की एवरेज सैलरी इस प्रकार है:
ऑर्गेनाइजेशन | जूनियर साइंटिस्ट की सैलरी (मासिक सैलरी) | एग्जीक्यूटिव साइंटिस्ट की सैलरी(मासिक सैलरी) | सीनियर साइंटिस्ट की सैलरी(मासिक सैलरी) |
मेटियोरोलॉजिकल रिसर्च सेंटर | 40-48 हजार | 50-70 हजार | 80 हजार -1 लाख |
एग्रीकल्चरल प्लानिंग डिवीजन | 25-35 हजार | 45-51 हजार | 65-69 हजार |
वेदर कंसलटिंग ऑर्गेनाइजेशन | 35-55 हजार | 60-70 हजार | 80 हजार – 1.5 लाख |
एयर फोर्स | 45-60 हजार | 65-69 हजार | 1-1.3 लाख |
FAQs
भारत में मेटियोरोलॉजिस्ट की औसत सैलरी 1.5 लाख से 6 लाख सालाना हो सकता है।
Meteorology in Hindi में कैसे वातावरण, वायुमंडलीय घटनाएं, वायुमंडलीय प्रभाव हमारे मौसम को प्रभावित करते हैं के बारे में पढ़ते हैं।
आईआईटी दिल्ली और खड़कपुर फिलहाल मेटियोरोलॉजी का कोर्स ऑफर करता है इसके अतिरिक्त आईआईएससी बैंगलोर, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटियोरोलॉजी, कोचीन यूनिवर्सिटी आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी आदि भी ऑफर करते हैं।
विदेश में मेटियोरोलॉजी की पढ़ाई करने के लिए आपको GRE और IELTS,TOEFL एग्ज़ाम देने होंगे।
आशा कहते है कि आपको Meteorology in Hindi से जुड़ी हर जानकारी प्राप्त हो गई होगी इस विषय को लेकर आपको जो कुछ जानना होगा आप जान गए होंगे। इसके अतिरिक्त और कुछ जानने के लिए आप हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल कर आज ही 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।