बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज

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बीएससी बायोलॉजी का विषय छात्रों के द्वारा सबसे अधिक चुने जाने वाले नॉन-मेडिकल कोर्सेज में से एक है। हालाँकि बीएससी बायोलॉजी का यह कोर्स आपको केवल बायोलॉजी के सब-टॉपिक्स के बेसिक ज्ञान के लिए तैयार करता है। यदि इस क्षेत्र में आप एक मजबूत करियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए, आपको बीएससी बायोलॉजी के बाद कुछ कोर्स करने चाहिए। इन कोर्सेज की सहायता से आप अपने इंट्रेस्ट के क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन हासिल करेंगे और भविष्य में बेहतर नौकरी के अवसर हासिल करेंगे। इस ब्लॉग में हम आपको बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज के बारे में बताने जा रहे हैं। 

कोर्स का नामबीएससी बायोलॉजी
अवधि3 वर्ष
योग्यता12वीं कक्षा का प्रमाण 
बीए बायोलॉजी के बाद रिलेटेड कोर्स-Master of Science in Biology
-MSc in Toxicology
MSc Biotechnology
MSc Botany
MSc Biochemistry
MSc Microbiology
मास्टर्स डिग्री की अवधि2 वर्ष

बीएससी बायोलॉजी क्या है?

बीएससी बायोलॉजी का पूरा नाम बैचलर ऑफ साइंस इन बायोलॉजी है। यह तीन वर्ष की अवधि वाला फुल टाइम कोर्स है। इस कोर्स में प्लांट्स और एनिमल फिजियोलॉजी और एनाटोमी, बायोटेक्नोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, इकोलॉजी, सभी का अध्ययन शामिल है। इस कोर्स के लिए बारहवीं कक्षा में आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के अंको का प्रमाण देना होगा। 

बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज की लिस्ट

बीएससी बायोलॉजी के बाद जिन कोर्सेज को आप चुन सकते हैं उनकी लिस्ट नीचे दी गई है:

बीएससी बायोलॉजी के बाद किए जाने वाले टॉप कोर्सेज

नीचे बीएससी बायोलॉजी के बाद चुने जाने वाले कुछ टॉप कोर्सेज के बारे में बताया गया है-

एमएससी बॉटनी

एमएससी बॉटनी का पूरा नाम मास्टर ऑफ साइंस इन बॉटनी है। बॉटनी, साइंस बायोलॉजी की एक शाखा है जो मुख्यतः पौधों की पढ़ाई, उनकी बनावट, प्रॉपर्टीज़ और बायोकेमिकल प्रोसेसेज पर केंद्रित है। इसके साथ इसमें पौधों में आने वाली दिक्कतें समझने और उनसे डील करने के पैतरे भी मौजूद होते हैं। बॉटनी को बेहतर तरीके से समझा जाए तो प्रकृति के महत्वपूर्ण हिस्से यानी पेड़ पौधों और फूलों आदि के बारे में रिसर्च और उनसे जुड़ी समस्यायों को समझकर उनका इलाज करना बॉटनी के भीतर आता है। 

बॉटनी से जुड़ी पढ़ाई की बात की जाए तो पौधों की साइंटिफिक स्टडी जिसमें पौधों के काम करने का तरीका, पौधों की प्रजातियों को देखकर पहचानने की कला, पौधों में आपस में समानता, उनके उगने की जगह, कैसे इस्तमाल में लाया जाए और उनके विकसित होने की प्रक्रिया शामिल है।

कोर्स का नामएमएससी बॉटनी 
अवधि2 वर्ष
योग्यताबीएससी बायोलॉजी या संबंधित विषय में बैचलर डिग्री 
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीजयूनिवर्सिटी ऑफ़ केंट 
यूनिवर्सिटी ऑफ़ क्वींसलैंड 
द यूनिवर्सिटी ऑफ़ एडीलेड 
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीजहिन्दू कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी मिरांडा हॉउस, दिल्ली यूनिवर्सिटी मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज, चेन्नई 
करियर विकल्पफॉरेस्टर, इकोलॉजिस्ट, बायोलॉजिकल टेक्नीशियन और बोटनिस्ट

एमएससी नैनो टेक्नोलॉजी 

एमएससी नैनोटेक्नोलॉजी 2 साल की मास्टर डिग्री हैं। इसे बीएससी बायोलॉजी के बाद किया जा सकता है। देश के विभिन्न सरकारी, निजी संस्थान तथा विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज इस कोर्स की पढ़ाई करवाती हैं। एमएससी नैनोटेक्नोलॉजी में पढ़ाए जाने वाले कुछ विषय मॉलिक्यूलर इलेक्ट्रॉनिक्स, सामग्री विज्ञान, क्वांटम मैकेनिक्स, कम्प्यूटेशनल तरीके आदि हैं।

कोर्स का नामएमएससी नैनोटेक्नोलॉजी 
अवधि2 वर्ष
योग्यताबीएससी बायोलॉजी या संबंधित विषय में बैचलर डिग्री 
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीजनानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी
मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
जॉर्जिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीजशिवाजी यूनिवर्सिटी, SRM यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी
करियर विकल्पमेडिकल साइंटिस्ट, मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियर, रिसर्च साइंटिस्ट और एयरोस्पेस इंजीनियर 

एमएससी जूलॉजी

बीएससी बायोलॉजी के बाद क्या करें जब ये सवाल छात्र के मन में आता है तब एमएससी जूलॉजी छात्रों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला कोर्स है। एमएससी जूलॉजी जानवरों के बारे में अध्ययन करने के लिए 2 साल की मास्टर डिग्री है। इस कोर्स में आपको जानवरों की बायोलॉजी, व्यवहार और संरचना के बारे में गहन अध्ययन कराया जाता है। एमएससी जूलॉजी करने के लिए आपके पास मेडिकल साइंसेज, अलाइड साइंसेज, बायोलॉजिकल साइंसेज और लाइफ साइंसेज स्पेशलाइजेशन में बैचलर डिग्री होनी चाहिए।

इस कोर्स में एडमिशन या तो योग्यता के आधार पर या यूनिवर्सिटी स्तर पर होने वाले एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर होता है। आपके पास मेडिकल साइंसेज, अलाइड साइंसेज, बायोलॉजिकल साइंसेज और लाइफ साइंसेज स्पेशलाइजेशन में बैचलर डिग्री होनी चाहिए। इस कोर्स के बाद आप रिसर्चर, शिक्षक, प्रोफेसर, ज़ूलॉजिस्ट, जू एनिमल वेलफेयर के रूप में काम कर सकते हैं। 

कोर्स का नामएमएससी जूलॉजी 
अवधि2 वर्ष
योग्यताबीएससी बायोलॉजी या संबंधित विषय में बैचलर डिग्री 
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीजकॉर्नेल विश्वविद्यालय
एडिनबर्ग विश्वविद्यालय
मेलबर्न विश्वविद्यालय
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीजकुमाऊं विश्वविद्यालयशूलिनी विश्वविद्यालयबिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रांची
करियर विकल्पएनिमल रिसर्च साइंटिस्ट, प्रोफेसर, जू ऑफिसर इकोलॉजिस्ट

टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज

बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम नीचे दिए गए हैं। जहां से आप अपने लिए किसी मास्टर डिग्री कोर्स को चुन सकते हैं-

टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज 

बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज के नाम नीचे दिए गए हैं-

  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
  • इलाहाबाद विश्वविद्यालय
  • दिल्ली विश्वविद्यालय
  • गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय
  • अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
  • अन्ना विश्वविद्यालय
  • लखनऊ विश्वविद्यालय
  • मुंबई विश्वविद्यालय
  • पुणे विश्वविद्यालय
  • लोयोला कॉलेज चेन्नई
  • मिरांडा हाउस (दिल्ली)
  • मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज
  • हिंदू कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय)
  • श्री वेंकटेश्वर कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय)

योग्यता

विदेश के शीर्ष विश्वविद्यालयों से बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं-

  • आवेदक के बारहवीं में अंक कम से कम 50% से अधिक होने अनिवार्य हैं।
  • मास्टर्स डिग्री कोर्स के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से बीएससी बायोलॉजी में बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
  • मास्टर्स कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेज के लिए एलिजिबल हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स के लिए GRE और GMAT स्कोर की आवश्यकता होती है।
  • किसी भी यूनिवर्सिटी में बैचलर डिग्री कोर्स कर लिए SAT/ACT की मांग भी की जा सकती है।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।

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आवेदन प्रक्रिया विदेशी यूनिवर्सिटी के लिए

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा-

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।

भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया 

भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़

आपको निम्न आवश्यक दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी-

छात्र वीज़ा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

प्रवेश परीक्षा 

अलग-अलग कॉलेजों में एडमिशन प्राप्त करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं अलग प्रकार की होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं है जो अधिकतर सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटीज़ के द्वारा मान्य होती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं: 

विदेशी प्रवेश परीक्षाएं

विदेशी प्रवेश परीक्षाएं नीचे दी गई है-

भारतीय प्रवेश परीक्षाएं 

भारतीय प्रवेश परीक्षाएं निम्न है-

  • MCAER CET
  • OUAT ET
  • ICAR AIEEA (PG)
  • CUCET
  • IPU CET 
  • KIITEE BCA
  • LUCSAT BCA
  • BU MAT
  • RUET
  • NMU UG CET
  • GSAT
  • LUCSAT
  • AIMA UGAT

लैंग्वेज रिक्वायरमेंट

विदेशी यूनिवर्सिटीज के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट कुछ इस प्रकार हैं:

बेस्ट बुक्स

बायोलॉजी के स्ट्रीम की कुछ बेस्ट बुक्स के नाम नीचे दिए गए हैं-

आवश्यक पुस्तकें लेखक का नामयहां से खरीदें 
नैनो टेक्नोलॉजी फॉर ओरल डिलीवरी जाओ पुएड्रो मार्टिंसयहां से खरीदें
कोर कॉन्सेप्ट्स ऑफ नैनो टेक्नोलॉजी विद एप्लीकेशन स्पेक्ट्रमराकेश राठी यहां से खरीदें
ए मैनुअल ऑफ जूलॉजीमिलने एडवर्ड, काउंसिल ऑफ़ पब्लिक इंस्ट्रक्शन ऑफ फ्रांस यहां से खरीदें
इकोनामिक बॉटनीएसएल कोचरयहां से खरीदें
टेक्स्टबुक ऑफ फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी अवंतिना शर्मायहां से खरीदें

जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी

Glassdoor.in के अनुसार बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज करने के बाद में प्राप्त होने वाली जॉब प्रोफाइल और सैलरी पैकेज निम्न प्रकार से है:

जॉब प्रोफाइल्सऔसत सालाना सैलरी (INR)
ऑपरेशन मैनेजर4-8 लाख
रिसर्च एसोसिएट2-8 लाख
प्रोफेसर8-15 लाख
डिजाइन इंजीनियर3-10 लाख
रिसर्च साइंटिस्ट4-20 लाख
फॉरेस्टर8-10 लाख
इकोलॉजिस्ट्स7-8 लाख
जू ऑफिसर 6-8 लाख

FAQs

बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज के लिए कौन कौन सी स्किल्स आवश्यक हैं?

बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज के लिए आवश्यक स्किल्स यहां दी गई हैं, जो कोर्स करने के साथ ही सफल करियर बनाने के लिए होनी ज़रूरी है। 
-एनालिटिकल स्किल्स
-प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स
-क्रिटिकल थिंकिंग स्किल्स
-कम्युनिकेशन स्किल्स 
-लीडरशिप स्किल्स
-टीम वर्क

एमएससी कोर्सेज करने के लिए सबसे अच्छे देश कौनसे हैं?

एमएससी कोर्सेज करने के लिए सबसे अच्छे देशों के नाम निम्न प्रकार से हैं:
-अमेरिका
-भारत
-यूके
-ऑस्ट्रेलिया
-फ्रांस
-कनाडा 

एमएससी कोर्सेज की अवधि कितनी होती है?

एमएससी कोर्सेज की अवधि सामान्यतः 2 वर्षों की होती है। इन 2 वर्ष के अंतराल में आप 4 सेमेस्टर में कई सारे विषय पढ़ते हैं। 

बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज करने के बाद में करियर की क्या संभावनाएं हैं?

बीएससी बायोलॉजी के बाद आप सामान्य परिस्थितियों में मास्टर डिग्री कोर्स ही करते हैं। किसी भी मास्टर डिग्री कोर्स के बाद आप उस विषय में और भी अधिक एक्सपर्ट्स हो जाते हैं। जॉब प्राप्त करने के लिए किसी अन्य व्यक्ति के मुकाबले आप अधिक योग्य होंगे। 

उम्मीद है कि बीएससी बायोलॉजी के बाद कोर्सेज के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग आपको पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से बायोलॉजी में कोई कोर्सेज करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu  के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

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