MEM कैसे करें?

1 minute read

इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट दोनों एक दूसरे से अलग क्षेत्र है और इन दोनों को सबसे अधिक मांग की जाती है। इन दो अलग अलग क्षेत्रों को एक साथ मिलाकर मास्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट का इज़ात हुआ है। इस कोर्स में इंजीनियरिंग के तकनीकी पहलुओं को मैनेजमेंट स्किल के साथ जोड़कर पढ़ाया जाता है। यह एक उभरती हुई ब्रांच है, जो बिज़नेस और इंजीनियरिंग के बीच के अंतर को कम करता है, इसे आमतौर पर मास्टर डिग्री के रूप में अपनाया जाता है। MEM कैसे करें के बारे में विस्तार से जानने के लिए यह ब्लॉग पूरा पढ़ें। 

अवधि 18 से 24 महीने 
योग्यता इंजीनियरिंग में 4 साल की बैचलर डिग्री 
सालाना फीस 1.5 से 7 लाख (INR)
जॉब प्रोफाइल IT मैनेजर, प्रोजेक्ट मैनेजर, क्वालिटी मैनेजर 
सालाना सैलरी 46-50 लाख (INR)

MEM क्या है?

MEM की फुल फॉर्म मास्टर्स इन इंजीनियरिंग मैनेजमेंट है। यह 2 साल की मास्टर डिग्री है। इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एक ऐसा करियर है, जो इंजीनियरिंग के तकनीकी पहलुओं को मैनेजमेंट स्किल के साथ जोड़ कर काम करते हैं। इस कोर्स में आप मैनेजमेंट और बिज़नेस से संबंधित ज्ञान, योजनाओं और तकनीकों के साथ समान रूप से इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग स्किल और विशेषज्ञता से संबंधित स्किल भी सीखेंगे। 

इंजीनियरिंग मैनेजमेंट डिग्री क्यों करें?

MEM इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट का मिश्रित रूप है। MEM कैसे करें और क्यों करें इसके लिए कुछ ज़रूरी पॉइंट्स नीचे दिए गए हैं:

  • इंजीनियरिंग मैनेजमेंट बिज़नेस और इंजीनियरिंग साइंस की संतुलित समझ प्रदान करता है।
  • शेड्यूलिंग, प्लैनिंग, स्टाफिंग, निर्देशन के आयोजन से संबंधित समस्याओं को मैनेजमेंट कौशल द्वारा आसानी से हल किया जा सकता है जो एक MEM उम्मीदवार के पास है।
  • यह कोर्स इंडस्ट्री ट्रेनिंग के माध्यम से अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करके आपको मैनेजरियल पदों के लिए तैयार करता है।
  • यह कोर्स आपको आवश्यक नॉलेज और स्किल के साथ एक आकर्षक करियर प्रदान करता है। 

मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट (एमईएम) किसे करना चाहिए?

यदि आपके पास इंजीनियरिंग या साइंस में बैचलर्स डिग्री है और आप मास्टर डिग्री करना चाहते हैं, तो MEM आपके लिए बेस्ट कोर्स है। इसके लिए किसी कार्य अनुभव की आवश्यकता नहीं है। इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री वाला कोई भी व्यक्ति इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री के लिए आवेदन कर सकता है। यदि आप रिसर्च और डेवलपमेंट मैनेजमेंट, टेक्नोलॉजी एंट्रेप्रेन्योरशीप, डाटा एनालिसिस आदि में रुचि रखते हैं, तो यह एकदम सही कोर्स है।

मास्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट कोर्सेज 

मास्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट के टॉप कोर्स की लिस्ट नीचे दी गई है:

  • Masters in Engineering Management
  • Master of Science in Engineering and Technology Management
  • Master of Science in Information Science
  • M.Eng. in Management Science and Engineering
  • Masters in Systems Engineering & Management
  • Master of Science in Technology Management
  • MS in Engineering Management
  • M.SC. Management and engineering in technology, innovation, marketing and entrepreneurship

MEM कोर्स में विषय 

यहां उन प्रमुख विषयों की सूची दी गई है, जिनका आप मास्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में अध्ययन करेंगे:

कंप्यूटर सिमुलेशन फॉर रिस्क एंड ऑपरेशनल एनालिटिक्स मैन्युफैक्चरिंग मैनेजमेंट 
एनवायर्नमेंटल सिस्टम एनालिसिस,इकोनॉमिक्स एंड पब्लिक पॉलिसी एप्लाइड मशीन लर्निंग 
टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एंड कमर्सियलाइज़ेशन लीडरशिप एंड ओर्गनइजेशनल बिहेवियर 
स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट एकाउंटिंग एंड फाइनेंस 
मैनेजरियल एनालिटिक्स ऑपरेशन्स एक्सीलेंस 
सिस्टम इंजीनियरिंग एंड आर्किटेक्चर प्रोडक्ट मैनेजमेंट 
डाटा साइंस फॉर बिज़नेस इंटेलिजेंस इंडस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स 
सप्लाई चैन मैनेजमेंट टेक्निकल एंट्रेप्रेन्योरशीप 
बिज़नेस प्रोसेस चेंज मैनेजमेंट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट 

MEM स्पेशलाइजेशन

दो अलग-अलग डोमेन के मिश्रण से उभरते हुए, इंजीनियरिंग मैनेजमेंट के मास्टर डिग्री में विभिन्न विशेषज्ञता उपलब्ध है, जिनमें से कुछ विशेषज्ञता नीचे दी गई है:

मैनेजमेंट साइंस 

मैनेजमेंट साइंस का उद्देश्य प्रेजेंटेशन, डाटा एनालिसिस, फाइनेंसियल प्रोजेक्ट प्लैनिंग, एनालिसिस और इंटरवेंशन के लिए प्राथमिक आंकड़ों के प्रयोग का ज्ञान प्रदान करना है। 

इंजीनियरिंग गणित

इस क्षेत्र में गणितीय कॉम्प्यूटेशंस शामिल हैं, जिनका उपयोग इंजीनियरिंग में किया जाता है। यह मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट के तहत एक मुख्य विशेषज्ञता है। 

ऑपरेशन्स मैनेजमेंट 

इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में इस विशेषज्ञता आपको सिमुलेशन मॉडलिंग, उत्पादन प्रणाली और मेट्रिक्स का ज्ञान प्रदान करती है क्योंकि यह ऑपरेशन मैनेजमेंट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।  

इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर्स की अवधि

कई कॉलेज इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में पार्ट टाइम मास्टर डिग्री प्रदान करते हैं जो तीन से नौ महीने तक चलती है। दूसरी ओर, एक सम्मानित संस्थान में एक फुल टाइम कोर्स को समाप्त होने में 2 साल तक का समय लगता है। इस दौरान इंटर्नशिप या प्रोजेक्ट की जरूरत पड़ सकती है। 

MEM कोर्स के लिए ट्यूशन फीस और लागत

एक MEM कोर्स की लागत उसकी अवधि और विश्वविद्यालय के अनुसार अलग-अलग होगी। एक टर्म की ट्यूशन फीस INR 2 से 10 लाख तक हो सकती है। कोर्स की अवधि के आधार पर यह फीस पूरे कोर्स या सालाना होती है। 

इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़ 

इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री कराने वाली कई यूनिवर्सिटीज़ है, जिनमें से कुछ यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है:

यूनिवर्सिटीज़ स्थान 
सिएना विश्वविद्यालय  इटली 
यूनिवर्सिटी ऑफ़ ओंटारियो इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी  कनाडा 
रोचेस्टर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी अमेरिका
रॉयल मेलबर्न इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी ऑस्ट्रेलिया 
वोलोंगोंग विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया 
शिघुआ विश्वविद्यालय चीन 
संयुक्त अरब अमीरात विश्वविद्यालय संयुक्त अरब अमीरात 
दक्षिण ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया 
पर्ड्यू विश्वविद्यालय अमेरिका
नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी अमेरिका
मैरीलैंड विश्वविद्यालयअमेरिका
मैकगिल विश्वविद्यालय कनाडा 
लैम्बटन कॉलेजकनाडा 

MEM के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ 

MEM कैसे करें के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ नीचे बताई गई है: 

  • जेएसएस साइंस एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी, मैसूर
  • एनआईटी राउरकेला- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
  • NSUT दिल्ली- नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
  • विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, बेलगाविक

योग्यता 

MEM कैसे करें के लिए कुछ सामान्य योग्यताएं इस प्रकार हैं–

  • MEM कोर्स के लिए इंजीनियरिंग में बैचलर्स डिग्री आवश्यक है। 
  • देश और विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  • विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज़ मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE/GMAT स्कोर की मांग करते हैं।
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
  • विदेश यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की ज़रूरत होती है।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

MEM कैसे करें के लिए कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

प्रवेश परीक्षाएं

MEM कोर्स में एडमिशन के लिए अलग-अलग संस्थानों द्वारा अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिनमें से कुछ यहां दी गई हैं :

टॉप रिक्रूटर्स 

MEM की पढ़ाई के बाद टॉप रिक्रूटर्स की लिस्ट नीचे दी गई है, जहाँ आप आवेदन कर सकते हैं: 

  • Deloitte
  • Capital OneTech Giants
  • Accenture Google
  • Microsoft
  • Cisco
  • Apple
  • BNP Paribas
  • Citi Bank
  • Goldman Sachs
  • HSBC

इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर्स के बाद कैरियर की संभावनाएं और वेतन

इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर्स आपके करियर को सुरक्षित करने का सबसे सुरक्षित मार्ग है और यह आपको हाई सैलरी प्राप्त करने के अवसर प्रदान करता है। MEM के बाद टॉप जॉब प्रोफाइल और सैलरी के बारे में नीचे बताया गया है: 

जॉब प्रोफाइल औसत सालाना सैलरी (INR) 
टेक्निकल मैनेजर 20-25 लाख 
प्रोजेक्ट इंजीनियर 3-7 लाख 
सिस्टम एनालिस्ट 8-10 लाख 
प्रोजेक्ट मैनेजर 15-20 लाख 

FAQs 

क्या MEM कोर्स में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्ज़ाम आवश्यक है?

MEM कोर्स में देश विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ एंट्रेंस एग्ज़ाम के आधार पर एडमिशन देती हैं, तो कुछ यूनिवर्सिटीज़ मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन देती हैं। 

MEM कोर्स के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़ कौनसी हैं?

MEM कोर्स के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़:
1. सिएना विश्वविद्यालय
2. यूनिवर्सिटी ऑफ़ ओंटारियो इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी 
3. रोचेस्टर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी 
4. रॉयल मेलबर्न इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी

MEM कोर्स के बाद औसत सैलरी कितनी होती है?

MEM कोर्स के बाद सैलरी आपकी जॉब प्रोफाइल के अनुसार अलग-अलग होती है। सामान्यत: आप इस क्षेत्र में INR 5 से 50 लाख तक कमा सकते हैं। 

उम्मीद है कि हमारे आज के ब्लॉग से आपको MEM कैसे करें के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। यदि आप भी विदेश में MEM कोर्स की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के विशेषज्ञों के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे आपको उचित मार्गदर्शन के साथ ऊपर दी गई सभी सुविधाएं प्रदान करने में मदद करेंगे।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*