डिजिटल इंडिया के तहत इनोवेशन और नए आइडियाज और स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जा रहा है। अब इसी क्रम में ओडिशा सरकार ने इनोवेशन को बढ़ावा देने और नीतिगत निर्णयों को निर्देशित करने के लिए डेटा का लाभ उठाने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो ट्रस्ट (UCT) के साथ 5 साल का सहयोग किया है।
इस साल जनवरी में दोनों इंस्टिट्यूट ने DPIC बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया था, जो एनर्जी, एनवायरोमेंट, हेल्थ, एजुकेशन, एग्रीकल्चर, वाॅटर और सैनिटेशन की फील्ड में रिसर्च की सुविधा देना चाहता है। DPIC का उद्देश्य एक डेटा इंटरफेस के डेवलपमेंट में तेजी लाना है जो वर्तमान प्रोग्राम्स को सफल बनाएं।
डेटा साइंस और मशीन लर्निंग में टेक्नोलाॅजी का उपयोग करना DPIC का उद्देश्य
DPIC का प्राथमिक उद्देश्य डेटा साइंस और मशीन लर्निंग में टेक्नोलाॅजी का उपयोग करके कामों को बढ़ावा देना है और बड़ी मात्रा में डेटा एकत्र करने के लिए एक केंद्र के रूप में भी काम करना है। DPIC को संचालित करने के लिए, शिकागो ट्रस्ट यूनिवर्सिटी (UCT) शिकागो यूनिवर्सिटी (EPIC India) और इसके अन्य रिसर्च सेंटर्स में एनर्जी पॉलिसी संस्थान के माध्यम से सरकार को सहायता प्रदान कर रहा है।
टेक्नोलाॅजी और रिसर्च की संभावनाओं पर रूपरेखा तैयार
शिकागो यूनिवर्सिटी में एनर्जी पॉलिसी संस्थान के सीनियर साथी अनंत सुदर्शन ने DPIC की टेक्नोलाॅजी और रिसर्च की संभावनाओं पर कहा कि प्रोग्राम के तहत हमने 3 की रूपरेखा तैयार की है और इसमें आधुनिक डेटा एनालिसिस के लिए एक हब बनाना, इलेक्टिव कंट्रोल ट्रायल्स का उपयोग करके फील्ड पायलट और प्रशिक्षण और क्षमता का निर्माण शामिल होगा।
ओडिशा गवर्नमेंट की पॉलिसीज का होगा इवैल्यूएशन
बताया गया है कि दोनों इंस्टिट्यूट के बीच इस प्रोग्रामेटिक पार्टनरशिप के दायरे में शिकागो यूनिवर्सिटी के रिसर्चर शामिल होंगे जो स्टेट के डिस्ट्रिक्स और ब्लाॅकों को लाभ पहुंचाने के लिए ओडिशा गवर्मेंट की पाॅलिसीज को डेटा मेजर और इवैल्यूएशन करने में मदद करेंगे।
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