पढ़िए गुलज़ार साहब की 125+ सदाबहार शायरियां

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Hindi Shayari by Gulzar

भारत कला और साहित्य की जननी है, इसका जीवंत उदहारण है यहाँ का व्यापक साहित्य और यहाँ के अद्भुत कलाकारों का अनमोल ज्ञान। सही मायनों में साहित्य ही समाज की चेतना को जागृत रखने का कार्य करता है, गुलज़ार साहब एक ऐसे शायर हैं जिन्होंने साहित्य को आमजनमानस तक आसान भाषा में पहुंचाया है। गुलज़ार साहब ने अपने लेखन से पूरी दुनिया में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है, जिसकी झलक उनकी लिखी हर शायरी में दिख जाती है। गुलज़ार साहब के लिखे गीत, समाज की ऐसी रीत बन गए जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप Hindi Shayari by Gulzar पढ़ पाएंगे। यह कहना अनुचित न होगा कि Hindi Shayari by Gulzar सही मायनों में आपका मन मोह लेंगी। गुलजार की शायरी पढ़ने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक अवश्य पढ़ें।

गुलज़ार साहब का संक्षिप्त जीवन परिचय

Hindi Shayari by Gulzar
Source – The Punch Magazine

गुलज़ार उर्फ़ सम्पूर्ण सिंह कालरा का जन्म दीना, झेलम जिले, ब्रिटिश भारत में 18 अगस्त 1934 को एक खत्री-सिख परिवार में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। इनके माता-पिता का नाम सुजन कौर और माखन सिंह कालरा है। उन्होंने स्कूल में अनुवाद में टैगोर की रचनाओं को पढ़ा था, जिसे उन्होंने अपने जीवन के कई मोड़ में से एक बताया। विभाजन (बंटवारे) के परिणामस्वरूप उनका परिवार बिखर गया था, और उन्हें अपने परिवार का समर्थन करने के लिए अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी और फिर मुंबई आ बसे। उन्होंने मुंबई में कई तरह की पार्ट-टाइम नौकरियां की थी। एक लेखक के रूप में शुरुआत करने के लिए उनके पिता ने हमेशा उनका पीछा किया था। उन्होंने कलम का नाम गुलज़ार दीनवी अपनाया, जिसे बाद में उन्होंने बदलकर केवल गुलज़ार कर दिया।

राज्यसभा टीवी के साथ उनके एक इंटरव्यू में, उन्होंने कहा था कि एक चित्रकार के रूप में अपने काम का कितना आनंद उठाया, अब वह एक बेहतरीन और प्रसिद्ध भारतीय गीतकार, कवि, लेखक, पटकथा लेखक और फिल्म निर्देशक हैं जो गुलज़ार या गुलज़ार साहब के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने 1963 की फ़िल्म बंदिनी में प्रसिद्ध संगीत निर्देशक एसडी बर्मन के साथ गीतकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और इसके बाद आरडी बर्मन, सलिल चौधरी, विशाल भारद्वाज और एआर रहमान के साथ सहयोग किया। कहानियाँ और शायरी लिखना, गुलज़ार का जुनून। 2004 में, उन्हें भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार, पद्म भूषण, साथ ही साहित्य अकादमी पुरस्कार और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, भारत का सर्वोच्च भारतीय सिनेमा पुरस्कार मिला। उन्होंने कई भारतीय राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, 21 फिल्मफेयर पुरस्कार, एक अकादमी पुरस्कार और एक ग्रेमी पुरस्कार भी प्राप्त किया है। गुलज़ार साहब ने 21 फिल्मों का निर्देशन भी किया है, जिसमें से एक माचिस नाम की प्रख्यात फिल्म भी थी।

गुलज़ार साहब की शायरियां – Gulzar Shayari in Hindi

गुलजार की शायरी पढ़कर युवाओं का साहित्य के विषय पर ज्ञान तो बढ़ेगा ही साथ ही, वह साहित्य के प्रति सम्मान का भाव प्रकट कर पाएंगे। Gulzar Shayari in Hindi कुछ इस प्रकार है;

हम समझदार भी इतने हैं के
उनका झूठ पकड़ लेते हैं
और उनके दीवाने भी इतने के फिर भी
यकीन कर लेते है

Source: Pinterest

दौलत नहीं शोहरत नहीं,न वाह चाहिए 
“कैसे हो?” बस दो लफ़्जों की परवाह चाहिए

Source: Pinterest

कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती है
कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता

Source: Super Shayari

जब से तुम्हारे नाम की मिसरी होंठ से लगाई है
मीठा सा गम  मीठी सी तन्हाई है।

Source: Pinterest

मेरी कोई खता तो साबित कर
जो बुरा हूं तो बुरा साबित कर
तुम्हें चाहा है कितना तू क्या जाने
चल मैं बेवफा ही सही
तू अपनी वफ़ा साबित कर।

Source: Pinterest

पलक से पानी गिरा है, तो उसको गिरने दो,
कोई पुरानी तमन्ना, पिंघल रही होगी।

Source: Pinterest

आदतन तुम ने कर दिए वादे,
आदतन हमने ऐतबार किया।
तेरी राहो में बारहा रुक कर,
हम ने अपना ही इंतज़ार किया।।
अब ना मांगेंगे जिंदगी या रब,
ये गुनाह हमने एक बार किया।।।

मैंने मौत को देखा तो नहीं, 
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी। 
कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,
जीना ही छोड़ देता हैं।।

Source: Shayari time

टूट जाना चाहता हूँ, बिखर जाना चाहता हूँ, 
में फिर से निखर जाना चाहता हूँ। 
मानता हूँ मुश्किल हैं,
लेकिन में गुलज़ार होना चाहता हूँ।।

Source: youtube

सामने आए मेरे, देखा मुझे, बात भी की,
मुस्कुराए भी, पुरानी किसी पहचान की ख़ातिर, 
कल का अख़बार था, बस देख लिया, रख भी दिया।।

Source: Twitter

यहां 10 Hindi Shayari by Gulzar पूरी हुई।

Check it: भारत के लोकप्रिय कवि

किसने रास्ते मे चांद रखा था,
मुझको ठोकर लगी कैसे।
वक़्त पे पांव कब रखा हमने,
ज़िंदगी मुंह के बल गिरी कैसे।।
आंख तो भर आयी थी पानी से,
तेरी तस्वीर जल गयी कैसे।।

Source: YourQuote.in

दर्द हल्का है साँस भारी है,
जिए जाने की रस्म जारी है।

Source: YourQuote.in

उधड़ी सी किसी फिल्म का एक सीन थी बारिश,
इस बार मिली मुझसे तो गमगीन थी बारिश।
कुछ लोगों ने रंग लूट लिए शहर में इस के,
जंगल से जो निकली थी वो रंगीन थी बारिश।।

Source: lyricsslove.com

देर से गूंजते हैं सन्नाटे,  
जैसे हम को पुकारता है कोई।
हवा गुज़र गयी पत्ते थे कुछ हिले भी नहीं, 
वो मेरे शहर में आये भी और मिले भी नहीं।।

Source: motivational point

बीच आसमां में था बात करते- करते ही,
चांद इस तरह बुझा जैसे फूंक से दिया,
देखो तुम इतनी लम्बी सांस मत लिया करो।।

Source: YourQuote.in

वो मोहब्बत भी तुम्हारी थी नफरत भी तुम्हारी थी,
हम अपनी वफ़ा का इंसाफ किससे माँगते..
वो शहर भी तुम्हारा था वो अदालत भी तुम्हारी थी

Source: Shayari Store

यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहता
कोई एहसास तो दरिया की अना का होता

Source: Motivational Page

बेशूमार मोहब्बत होगी उस बारिश  की बूँद को इस ज़मीन से,
यूँ ही नहीं कोई मोहब्बत मे इतना गिर जाता है!

Source: Hindi Shayari

आप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है

Source: Youtube

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Source: Pinterest

गुलजार की शायरी

गुलजार की शायरी आपको जीवन जीने की प्रेरणा देंगे। गुलजार की शायरी निम्नलिखित हैं, जिन्हें आप पढ़कर अपना जीवन सफल बन सकते हैं;

तुम्हे जो याद करता हुँ, मै दुनिया भूल जाता हूँ ।
तेरी चाहत में अक्सर, सभँलना भूल जाता हूँ ।

Source: Daily Shayari

कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छिन लेती हैं

अच्छी किताबें और अच्छे लोग
तुरंत समझ में नहीं आते हैं,
उन्हें पढना पड़ता हैं

इतना क्यों सिखाए जा रही हो जिंदगी
हमें कौन से सदिया गुजारनी है यहां

Source: Best loveShayari.in

थोड़ा सा रफू करके देखिए ना
फिर से नई सी लगेगी
जिंदगी ही तो है

Source: YouQuote

मैं वो क्यों बनु जो तुम्हें चाहिए
तुम्हें वो कबूल क्यों नहीं
जो मैं हूं

Source: Pinterest

बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलों पर चला होगा

Source: Facebook

सुनो…
जब कभी देख लुं तुमको
तो मुझे महसूस होता है कि
दुनिया खूबसूरत है

Source: Lyrics Quotes & Shayari

मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं

बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती

एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं

Source: Nojoto

तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं

Source: hindiloveshayari.com

घर में अपनों से उतना ही रूठो
कि आपकी बात और दूसरों की इज्जत,
दोनों बरक़रार रह सके

Source: प्यारी शायरी

लोग कहते है की
खुश रहो
मगर मजाल है
की रहने दे

Source: प्यारी शायरी

देर से गूंजते हैं सन्नाटे,
जैसे हमको पुकारता है कोई.
कल का हर वाक़िया था  तुम्हारा,
आज की दास्ताँ है हमारी 

Source: Motivational point

अपने साये से चौंक जाते हैं,
उम्र गुजरी है इस क़दर तनहा.

Source: Hooked upon

मिलता तो बहुत कुछ है
ज़िन्दगी में
बस हम गिनती उन्ही की
करते है जो हासिल न हो सका

Source: HindiBate.com

सहम सी गयी है ख्वाइशें
ज़रूरतों ने शायद उन से
ऊँची आवाज़ में बात की होगी

Souce: Nojoto

गुलाम थे तो
हम सब हिंदुस्तानी थे
आज़ादी ने हमें
हिन्दू मुसलमान बना दिया

Source: Nojoto

गुलज़ार के अनमोल विचार

गए थे सोचकर की बात
बचपन की होगी
मगर दोस्त मुझे अपनी
तरक्की सुनाने लगे

Source: Nojoto

यहां 40 Hindi Shayari by Gulzar पूरी हुई।

दिल के रिश्ते ‍‍‍ हमेशा किस्मत से ही बनते है,
वरना मुलाकात तो रोज हजारों 1000 से होती है

Source: गीत गजल शायरी

वह जो सूरत पर सबकी हंसते है,
उनको तोहफे में एक आईना दीजिए 

Source: Youtube

बहुत मुश्किल से करता हूं
तेरी यादों का कारोबार मुनाफा कम है
पर गुज़ारा हो ही जाता है

Source: hindishayari.biz

यूं तो ऐ जिंदगी तेरे सफर से 
शिकायते बहुत थी
मगर दर्द जब दर्ज करने पहुंचे 
तो कतारें बहुत थी

Source: Bestloveshayari.com

खुद की कीमत गिर जाती है
किसी को कीमती बनाने की 
चाह में!

Source: Pinterest

बदल दिए है अब
हमने नाराज होने के तरीके,
रूठने के बजाय बस हल्के से
मुस्कुरा देते है।

Source: Pinterest

कौन कहता है 
हम झूठ नहीं बोलते 
एक बार खैरियत 
पूछ कर तो देखो

Source: Hindipoem

जिंदगी ये तेरी खरोंचे है मुझ पर 
या फिर तू मुझे तराशने की कोशिश में है…

Source: HindiBate.Com

तस्वीरें लेना भी जरूरी है जिंदगी में साहब
आईने गुजरा हुआ वक्त नहीं बताया करते 

Source: Hindi Shayari Photos

एक ना एक दिन हासिल कर ही लूंगा मंजिल..
ठोकरें ज़हर तो नहीं जो खा कर मर जाऊंगा।

Source: ZindagiWOW

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गुलजार शायरी हिन्दी

गुलजार शायरी हिन्दी को पढ़कर आप हिंदी साहित्य की गंभीरता और इसके महत्व को जान पाएंगे। गुलजार शायरी हिन्दी कुछ इस प्रकार हैं;

खुदकुशी हराम है साहब,
मेरी मानो तो इश्क़ कर लो

सलीका अदब का तो बरकरार रखिए जनाब,
रंजिशे अपनी जगह है सलाम अपनी जगह।।

इतने बेवफा नहीं है की तुम्हें भूल जाएंगे,
अक्सर चुप रहने वाले प्यार बहुत करते हैं।।

तुम्हारा साथ तसल्ली से चाहिए मुझे ,
जन्मों की थकान लम्हों में कहाँ उतरती है।।

मेरी किस्मत में नहीं था तमाशा करना,
बहुत कुछ जानते थे मगर ख़ामोश रहे।।

मुहब्बत लिबास नहीं जो हर रोज बदल जाए
मोहब्बत कफन है जो पहन कर उतारा नहीं जाता।।

इतनी सी ज़िन्दगी है पर ख्वाब बहुत है
जुर्म तो पता नहीं साहब पर इल्जाम बहुत है।।

नहीं करता मैं तेरी ज़िक्र किसी तीसरे से
तेरे बारे में बात सिर्फ़ ख़ुदा से होती है ।।

जो चाहे हो जाए वह दर्द कैसा और
जो दर्द को महसूस ना कर सके वो हमदर्द कैसा 

उसने एक ही बार कहा दोस्त हूं 
फिर मैंने कभी नहीं कहा व्यस्त हूं।।

गुलज़ार साहब शायरी – Gulzar Sahab Shayari

Gulzar Sahab Shayari आपको जीवन जीने का एक नया नजरिया देंगी, जो आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएंगी। Gulzar Sahab Shayari कुछ इस प्रकार हैं;

शाम से आँख में नमी सी है, आज फिर आप की कमी सी है
दफ़्न कर दो हमें के साँस मिले, नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है

कभी तो चौक के देखे कोई हमारी तरफ़, 
किसी की आँखों में हमको भी को इंतजार दिखे।

बेहिसाब हसरते ना पालिये, 
जो मिला हैं उसे सम्भालिये।

रात को चाँदनी तो ओढ़ा दो,
दिन की चादर अभी उतारी है।

रोई है किसी छत पे, अकेले ही में घुटकर,
उतरी जो लबों पर तो वो नमकीन थी बारिश।

तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई
शिकवा तो नहीं
तेरे बिना पर ज़िन्दगी भी लेकिन
ज़िन्दगी तो नहीं

उम्र जाया कर दी लोगो ने
औरों में नुक्स निकालते निकालते
इतना खुद को तराशा होता
तो फरिश्ते बन जाते

मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता,
हूँ मगर रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है।

वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर, 
आदत इस की भी आदमी सी है। 

बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला,
जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं।

गुलजार शायरी जिंदगी 2 line

गुलजार शायरी जिंदगी 2 line को पढ़कर आप ज़िंदगी की परिभाषा को आसानी से समझ पाएंगे, गुलजार शायरी जिंदगी 2 line कुछ इस प्रकार हैं;

मैंने दबी आवाज़ में पूछा? मुहब्बत करने लगी हो?
नज़रें झुका कर वो बोली! बहुत।

उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और, 
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे।

तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं।

एक ही ख़्वाब ने सारी रात जगाया है, 
मैं ने हर करवट सोने की कोशिश की। 

हाथ छुटे भी तो रिश्ते नहीं नहीं छोड़ा करते, 
वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोडा करते।

तन्हाई की दीवारों पर घुटन का पर्दा झूल रहा हैं, 
बेबसी की छत के नीचे, कोई किसी को भूल रहा हैं।

कल का हर वाक़िआ तुम्हारा था, 
आज की दास्ताँ हमारी है। 

एक सो सोलह चाँद की रातें ,
एक तुम्हारे कंधे का तिल। 
गीली मेहँदी की खुश्बू झूठ मूठ के वादे,
सब याद करादो, सब भिजवा दो, 
मेरा वो सामान लौटा दो।।

मैंने मौत को देखा तो नहीं, 
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी। 
कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,
जीना ही छोड़ देता हैं।।

लकीरें हैं तो रहने दो, 
किसी ने रूठ कर गुस्से में शायद खींच दी थी, 
उन्ही को अब बनाओ पाला, और आओ कबड्डी खेलते हैं।।

गुलज़ार शायरी इन हिंदी लिरिक्स

“एक बार तो यूँ होगा, थोड़ा सा सुकून होगा,
ना दिल में कसक होगी, ना सर में जूनून होगा।”

ज़रा ये धुप ढल जाए ,तो हाल पूछेंगे ,
यहाँ कुछ साये , खुद को खुदा बताते हैं। 
 

तेरे जाने  से तो कुछ बदला नहीं, रात भी आयी थी और चाँद भी था , हाँ मगर नींद नहीं। 

सेहमा सेहमा डरा सा रहता है
जाने क्यों जी भरा सा रहता है। 

चांदी उगने लगी है बालों में ,  के उम्र तुम पर हसीन लगती है ! 

हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक्त की शाख से लम्हे नहीं तोड़ा करते

ये रोटियाँ हैं ये सिक्के हैं और दाएरे हैं
ये एक दूजे को दिन भर पकड़ते रहते हैं

ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा, 
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा।

खाली कागज़ पे क्या तलाश करते हो?
एक ख़ामोश-सा जवाब तो है।

गुलज़ार के महत्वपूर्ण विचार

और खामोश हो जाऊं माना कि मौसम भी बदलते हैं मगर धीरे-धीरे तेरे बदलने की रफ्तार से हवाएं भी हैरान है

ज़िन्दगी सूखी हुई नहीं बस थोड़ी सी प्यासी है, इसमें रस लाना है तो दरियादिल बन कर तो देखो।

ज़िन्दगी का हर पल कुछ ऐसा रहे की मर कर भी अमर रहे।

थक कर बहुत सो चुके हो अब हर दिन हँस कर जागना शुरू कर दो।

ज़िन्दगी गुलज़ार है इसलिए यहाँ ग़मों को बांटना बेकार है।

ज़िन्दगी और जुबां तब तक शांत रहती जब तक सब कुछ बेहतर रहता है।

परायों से जीतने में इतनी ख़ुशी नहीं मिलती जितनी कभी-कभी अपनों से हार कर मिल जाती है।

ज्यादा वो नहीं जीता जो ज्यादा सालों तक ज़िंदा रहता है, बल्कि ज़्यादा वो जीता है जो ख़ुशी से जीता है।

दूर से सबको दूसरों की ज़िन्दगी अच्छी लगती है पर अगर सब नज़दीक से अपनी ज़िन्दगी देखेंगे तो सबको अपनी ज़िन्दगी अच्छी लगने लगेगी।

शायर बनना बहुत आसान हैं,
बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए।

यहां 100 Shayari by Gulzar पूरी हुई।

गुलजार की दर्द भरी शायरी

गुलजार की दर्द भरी शायरी पढ़कर आप एक शायर के अंर्तमन की पीड़ाओं को जान पाएंगे, गुलजार की दर्द भरी शायरी निम्नलिखित हैं;

एक  सुकून सा मिलता है तुझे सोचने से भी,
फिर कैसे कह दूँ मेरा इश्क़ बेवजह सा है ।।

अजीब सी दुनिया है यह साहब,
यहां लोग मिलते कम एक दूसरे में झांकते ज्यादा है।।

जिसे पा नहीं सकते जरूरी नहीं ,
कि उसे प्यार करना भी छोड़ दिया जाए।।

तेरे बगैर किसी और को देखा नहीं मैंने,
सूख गया वो तेरा गुलाब लेकिन फेंका नहीं मैंने।।

पहले लगता था तुम ही दुनिया हो,
अब लगता है तुम भी दुनिया हो।।

तो कभी हुआ नहीं,
गले भी लगे और छुआ नहीं।।

जरा ठहरो तो नजर भर देखु,
ज़मीं पे  चांद कहां रोज-रोज उतरता है।।

आंसू बहाने से कोई अपना नहीं होता ,
जो अपना होता है वो रोने ही कहां देता है।।

एक बार फिर इश्क़ करेंगे हम,
अभी सिर्फ भरोसा उठा है जनाजा नहीं।।

मुझे खौफ कहां  मौत का,
 मैं तो जिंदगी से डर गया हूं।।

दोस्ती पर गुलज़ार की शायरियां

दोस्ती पर गुलज़ार की शायरियां पढ़कर आप इन्हें अपने अच्छे दोस्तों के साथ साझा कर सकते हैं, दोस्ती पर गुलज़ार की शायरियां कुछ इस प्रकार हैं;

  • बेवजह है तभी तो दोस्ती है… वजह होती तो साजिश होती…!!!
Hindi Shayari by Gulzar
Source: BestLoveShayari.in

दुश्मनी में भी दोस्ती का सिला रहने दिया उसके सारे खत जलाये बस पता रहने दिया

Source: BestLoveShayari.in

दोस्तों के नाम का एक ख़त जेब में रख कर क्या चला ..! क़रीब से गुज़रने वाले पूछते इत्र का नाम क्या है…!!

 Source: Pinterest
  • गये थे सोचकर कि बात बचपन की होगी
    मगर दोस्त मुझे अपनी तरक्क़ी सुनाने लगे….
Source: Youtube

सोचता हूँ दोस्तों पर मुकदमा कर दूँ, इसी बहाने तारीखों पर मुलाक़ात तो होगी..!!!

Source: BestLoveShayari.in

दोस्ती और मोहब्बत में फर्क सिर्फ इतना है बरसों बाद मिलने पर मोहब्बत नजर चुरा लेती और दोस्ती सीने से लगा लेती है

Source: Hindi Shayari Photos

मैंने जिंदगी में दोस्त नहीं ढूँढे, मैंने एक दोस्त में जिंदगी ढूँढी है.

Source: QUOTESIR

कुछ रिश्तो में मुनाफा नहीं होता पर ज़िन्दगी को अमीर बना देते है

Source: Pinterest

दौलत नहीं, शोहरत नहीं, न वाह वाह चाहिए, कैसे हो..? बस दो लफ्ज़ों की परवाह चाहिए !

 Source: HindiLoveShayari.Com

कब आ रहे हो मुलाकात के लिए मैंने चांद टोका है एक रात के लिए

जिंदगी छोटी नहीं होती है, लोग जीना ही देरी से शुरू करते हैं.

ये दोस्ती का गणित है साहब यहां दो में से एक गया तो कुछ नहीं बचता..

Source: Facebook

आज़माना अपनी यारी को पतझड़ में मेरे दोस्त  सावन में तो हर पत्ता हरा नजर आता है..

Source: Facebook

फिर वहीं लौट के जाना होगा यार ने कैसी रिहाई दी है

Source: Goodmorningimg.com

कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ किसी की आँख में हम को भी इंतजार दिखे

Source: BestLoveShayari.in

गुलज़ार की अन्य उम्दा शायरियां

गुलजार हिंदी शायरी के जाने-माने शायर हैं, नीचे उनकी अन्य उम्दा शायरियां दी गई हैं-

कोई पुछ रहा हैं मुझसे मेरी जिंदगी की कीमत,
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना।

तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं,
रात भी आयी और चाँद भी था, मगर नींद नहीं।

हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको,
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया?

सुना हैं काफी पढ़ लिख गए हो तुम,
कभी वो भी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते हैं।

बदल जाओ वक़्त के साथ या वक़्त बदलना सीखो,
मजबूरियों को मत कोसो, हर हाल में चलना सीखो!

FAQs

गुलज़ार का असली नाम क्या है?

गुलज़ार का असली नाम सम्पूर्ण सिंह कालरा है।

गुलज़ार को पद्म भूषण से कब सम्मानित किया गया?

गुलज़ार को पद्म भूषण से 2004 में सम्मानित किया गया था।

गुलज़ार के माता-पिता कौन है?

गुलज़ार के माता-पिता का नाम मक्खन सिंह कालरा और सूजन कौर है।

गुलज़ार कौन हैं?

गुलज़ार भारत के जाने-माने कवि, गीतकार, लेखक, पटकथा लेखक और फिल्म निर्देशक हैं।

सम्पूर्ण सिंह कालरा से गुलज़ार नाम कैसे हुआ?

सम्पूर्ण सिंह कालरा से गुलज़ार नाम ऐसा पड़ा क्योंकि जब शायरी लिखना शुरू की तो अपना तख़ल्लुस/उपनाम “गुलज़ार” दीनवी रख लिया।

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आशा है कि इस ब्लॉग में आपको Hindi Shayari by Gulzar पढ़ने का अवसर मिला होगा। Hindi Shayari by Gulzar को पढ़कर आप साहित्य के क्षेत्र में गुलज़ार साहब के योगदान से परिचित हो सकते हैं। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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