सच्ची दोस्ती शायरी में दोस्ती पर आधारित उन शायरी को पढ़कर एक आइडिया मिलेगा, जिन्हें आप अपने दोस्तों को डेडिकेट कर पाएंगे। अगर आप कुछ इंट्रस्टिंग टॉपिक्स पर शायरी अपने दोस्तों को डेडिकेट करना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए ही है, इसको अंत तक अवश्य पढ़ें। दोस्ती एक ऐसा पवित्र रिश्ता होता है, जिसमें कोई जात-पात, ऊंच-नीच या अन्य किसी प्रकार का भेदभाव नहीं रखा जाता है। यह रिश्ता ही आपको जीवन जीना सिखाता है।
अपनी दोस्ती और दोस्तों के नाम, सच्ची दोस्ती शायरी लिखकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करने से बेहतर उपाय कोई नहीं होगा कि आप अपने दोस्तों को कुछ यूनिक शायरी डेडिकेट करें। आज की इस पोस्ट में आपको Friendship Day Shayari in Hindi के माध्यम से सच्ची दोस्ती शायरी पढ़ने को मिलेंगी, जिन्हें आप इस फ्रेंडशिप डे अपने बेस्ट फ्रेंड्स के साथ डेडिकेट कर सकते हैं।
“तेरे बिना मेरे वजूद की कोई कल्पना तक नहीं
-मयंक विश्नोई
जो तू साथ नहीं तो कोई मेरे पास नहीं
एक अर्से बाद मिली है मुझे आहट तेरी
तेरे बिना अब कोई भी मेरा खास नहीं…”
“दुनिया भर की खुशियां वार दूँ मैं यारी पर हमारी
-मयंक विश्नोई
समय सबको सुना रहा है कहानियां यारी पर हमारी…”
“ज़िंदगी के सफर में मेरा जब-जब बुरा मक़ाम आया
-मयंक विश्नोई
यारों के आँगन में बैठ मुझे तब-तब आराम आया…”
“दोस्ती किसे कहते हैं जानना हो तो मेरे दोस्तों को देखो
-मयंक विश्नोई
जो एक आवाज़ पर मुसीबतों से भिड़ने को तैयार रहते हैं
दोस्ती को महसूस करना है तो यारों की महफ़िल को देखो
जहाँ खुशियों के तराने अक्सर अपनी कहानी कहते हैं…”
“दोस्ती में हदों में कैद रहा नहीं जाता, फक़्त हदें पार की जाती हैं
-मयंक विश्नोई
दोस्ती तो वो पाक देहलीज है, जहाँ से सुकून की बहार आती है…”
“मेरे यार तेरी अतरंगी यारी ने
-मयंक विश्नोई
तेरे लफ़्ज़ों की खुद्दारी ने
मुझे मुसीबतों से लड़ना सीखा दिया
मुझे हंसने के काबिल बना दिया…”
“नहीं है मुझे कोई चिंता कि आगे क्या होगा और क्या नहीं
-मयंक विश्नोई
मैं बस इतना जानता हूँ कि मेरे हक़ में तेरी यारी है
क्यों करूँ मैं फ़िक्र झूठे, फरेबी और मक्कार ज़माने की?
मैं जानता हूँ कि मेरी इकलौती ताक़त तेरी यारी है…”
“कुछ तो मैंने अच्छा किया ही होगा कभी न कभी
-मयंक विश्नोई
जो सन्नाटे में कैद मेरी आहाट को तेरी यारी ने अपनाया
कई नकाब पहने लोगों के तूने नकाब उतारे,
कई मुसीबत बनते क़दमों के तूने निशानों को मिटाया…”
“आसान नहीं होता
-मयंक विश्नोई
इतना बड़ा सफ़र लड़-झगड़कर भी तय कर लेना
मेरे दोस्त यहाँ मैंने
बड़ी-बड़ी बातें करने वालो को नजदीक से दूर जाते देखा है…”
“तेरी आहाट सावन की फुहार सी है
-मयंक विश्नोई
जो तपती हुई जमीं पर बूंदे बरसा कर सुकून देती है
मेरे दोस्त तेरी मौजूदगी एक बड़े पेड़ की छाँव सी है
जिससे घबराकर मुसीबते अपनी राहें बदल लेती हैं….”
“मेरी उड़ानों को खुद पर यकीन है क्योंकि तू मेरा आकाश है
-मयंक विश्नोई
घनघोर अंधियारी में तू यार मेरे, तमस मिटाता प्रकाश है….”
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प्रसिद्ध शायरों द्वारा रचित सच्ची दोस्ती शायरी
प्रसिद्ध शायरों द्वारा लिखी गयी सच्ची दोस्ती शायरी कुछ इस प्रकार है-
“दोस्त दो-चार निकलते हैं कहीं लाखों में
-लाला माधव राम जौहर
जितने होते हैं सिवा उतने ही कम होते हैं..”
“दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त
– हफ़ीज़ होशियारपुरी
दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से..”
“दोस्ती ख़्वाब है और ख़्वाब की ता’बीर भी है
– अज्ञात
रिश्ता-ए-इश्क़ भी है याद की ज़ंजीर भी है..”
“मुझे दोस्त कहने वाले ज़रा दोस्ती निभा दे
– शकील बदायुनी
ये मुतालबा है हक़ का कोई इल्तिजा नहीं है..”
“ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह
-मिर्ज़ा ग़ालिब
कोई चारासाज़ होता कोई ग़म-गुसार होता..”
“आ गया ‘जौहर’ अजब उल्टा ज़माना क्या कहें
-लाला माधव राम जौहर
दोस्त वो करते हैं बातें जो अदू करते नहीं..”
“ऐ दोस्त तुझ को रहम न आए तो क्या करूँ
-लाला माधव राम जौहर
दुश्मन भी मेरे हाल पे अब आब-दीदा है..”
“अक़्ल कहती है दोबारा आज़माना जहल है
-माहिर-उल क़ादरी
दिल ये कहता है फ़रेब-ए-दोस्त खाते जाइए..”
“भूल शायद बहुत बड़ी कर ली
-बशीर बद्र
दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली..
“दोस्त दिल रखने को करते हैं बहाने क्या किया
-लाला माधव राम जौहर
रोज़ झूटी ख़बर-ए-वस्ल सुना जाते है..”
आशा करते हैं कि आपको इस ब्लाॅग में सच्ची दोस्ती शायरी पढ़ने को मिली होंगी। Friendship Day से संबंधित अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।