Engineers Day : 15 सितंबर के दिन ही क्यों मनाया जाता है इंजीनियर्स डे?, जानें थीम, इतिहास और महत्व

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इंजीनियरिंग, वो ताकत है जो समाज को प्रगति की ओर ले जाती है। इंजीनियर्स डे न केवल विज्ञान और तकनीक के इस अद्भुत सफर को सलाम करने का दिन है, बल्कि उन महान इंजीनियरों का सम्मान करने का भी दिन है, जिन्होंने अपनी प्रतिभा से हमारी दुनिया को बेहतर बनाया। हर साल 15 सितंबर को हम भारत के महानतम इंजीनियर सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर इस दिन को मनाते हैं, जिन्होंने अपने असाधारण योगदान से राष्ट्र निर्माण और विकास में अमूल्य भूमिका निभाई। इसलिए इस ब्लॉग में इंजीनियर्स डे (Engineers Day in Hindi) की थीम, इतिहास और महत्व के बारे में बताया गया है। 

इंजीनियर्स डे हाइलाइट्स

दिनराष्ट्रीय इंजीनियर्स दिवस
कब मनाया जाता हैहर वर्ष 15 सितंबर
कब से मनाया गया 1968
इंजीनियर्स दिवस 2024 थीमइंजीनियरिंग सॉल्यूशन फॉर ए सस्टेनेबल वर्ल्ड (Engineering Solutions for a Sustainable World)
उद्देश्यभारत के पहले सिविल इंजीनियरों में से एक सर एमवी के प्रयासों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए।

इंजीनियर्स डे क्या है?

भारत में हम हर साल 15 सितंबर को राष्ट्रीय अभियंता दिवस यानी इंजीनियर्स दिवस मनाते हैं। इस दिन को आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त है और सम्पूर्ण देश में इसे बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन देश के सभी इंजीनियरों को उनके किए गए अनगिनत प्रयासों के लिए मान्यता प्रदान करता है। भारत में पहली बार राष्ट्रीय अभियंता दिवस (National Engineers Day in Hindi) 1968 में मनाया गया था। सर एमवी देश के पहले सिविल इंजीनियरों में से एक थे, जिनकी जयंती के उपलक्ष में यह दिन मनाया जाता है। उन्हें उनके कार्य के योगदान के लिए 1955 में भारत रत्न से सम्मानित भी किया गया था।  

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इंजीनियर्स डे क्यों मनाया जाता है?

श्री एम. विश्वेश्वरैया की जयंती के रूप इस दिन को मनाया जाता है। सर एमवी भारत के पहले सिविल इंजीनियरों में से एक थे, जिन्हें सन 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। श्री एम. विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1861 को कर्नाटक के मुद्देनाहल्ली नामक एक छोटे से गाँव में हुआ था। इसके अलावा उन्होंने 1917 में प्रतिष्ठित सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना भी की थी, जिसे वर्तमान में यूनिवर्सिटी विश्वेश्वरैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के रूप में जाना जाता है।

सर एम. विश्वेश्वरैया के योगदान

सर एम. विश्वेश्वरैया के योगदान के बारे में यहाँ बताया गया है : 

  • उन्होंने कई डैम्स और जल प्रबंधन प्रोजेक्ट्स का नेतृत्व किया। उनके महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स में कर्नाटक के कृष्णराज सागर डैम का निर्माण प्रमुख है।
  • प्लानिंग और डेवलपमेंट : उन्होंने भारत में औद्योगिकीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • उनकी सेवाओं और योगदान को मान्यता देते हुए, उन्हें 1955 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया।

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इंजीनियर्स डे का इतिहास

इंजीनियर्स डे का इतिहास इस प्रकार हैः

  • इंजीनियर्स डे दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में मनाया जाता है। 
  • भारत में हर साल 15 सितंबर को यह दिन मनाया जाता है। 
  • 1968 में भारत सरकार ने महान इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को सम्मानित करने के लिए 15 सितंबर को राष्ट्रीय इंजीनियर दिवस के रूप में घोषित किया था।
  • विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि देने और राष्ट्र के लिए इंजीनियरों के योगदान को याद करने के लिए प्रतिवर्ष यह दिन मनाया जाता है।
  • 1903 में सर एम विश्वेश्वरैया ने स्वचालित बैरियर वॉटर फ्लड गेट्स का डिजाइन और पेटेंट कराया। इसे ब्लॉक सिस्टम भी कहा जाता है। इसे सबसे पहले पुणे के खड़कवासला जलाशय में स्थापित किया गया था।

अभियन्ता दिवस का महत्व क्या है?

अभियन्ता दिवस का महत्व यहाँ बताया गया है :

  • यह दिन उन सभी इंजीनियरों के योगदान को मान्यता देने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने तकनीकी विकास, बुनियादी ढांचे की प्रगति और आर्थिक समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
  • अभियन्ता दिवस इंजीनियरिंग के महत्व को उजागर करता है और नवाचार को प्रेरित करता है। 
  • यह दिवस युवाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  • इंजीनियरिंग हर क्षेत्र में मौजूद है, चाहे वह निर्माण, संचार, ऊर्जा, या स्वास्थ्य सेवाएँ हों। अभियन्ता दिवस यह समझने का अवसर है कि कैसे इंजीनियरिंग समाज की उन्नति में योगदान देती है।
  • अभियन्ता दिवस छात्रों और युवाओं को नवाचार की दिशा में काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है, ताकि वे भविष्य में बेहतर इंजीनियर और देश के विकास में सहायक बन सकें।

इंजीनियरिंग दिवस 2024 की थीम?

किसी भी दिवस को मनाने के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है। ऐसे ही पूरे विश्व में इंजीनियरों के कठिन और रोचक प्रयासों का सम्मान करने के लिए हम इंजीनियर्स दिवस को हर साल एक नई और अनोखी थीम के साथ मानते है। 2024 के लिए इंजीनियरिंग दिवस की थीम ‘इंजीनियरिंग सॉल्यूशन फॉर ए सस्टेनेबल वर्ल्ड’ (Engineering Solutions for a Sustainable World) रखी गई है। इससे पहले साल 2023 में इंजीनियर्स दिवस की थीम ‘इंजीनियरिंग फॉर ए सस्टेनेबल फ्यूचर (Engineering for a Sustainable Future) रखी गई थी।

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इंजीनियर्स डे पर कोट्स

Engineers Day in Hindi
  • इंजीनियर सपनों को हकीकत में बदलते हैं। – हयाओ मियाजाकी
  • विज्ञान जानने के बारे में है, इंजीनियरिंग करने के बारे में है। – हेनरी पेट्रोस्की, अमेरिकी इंजीनियर
  • सॉफ्टवेयर कलात्मकता और इंजीनियरिंग का एक बेहतरीन संयोजन है। – बिल गेट्स
  • विज्ञान ब्रह्मांड में मौजूद चीजों के बारे में आवश्यक सत्य की खोज कर रहा है, इंजीनियरिंग उन चीजों को बनाने के बारे में है जो कभी अस्तित्व में नहीं थीं। – एलोन मस्क
  • अपने दिल में, इंजीनियरिंग रचनात्मक, व्यावहारिक समाधान खोजने के लिए विज्ञान का उपयोग करने के बारे में है। यह एक महान पेशा है। – क्वीन एलिजाबेथ

FAQs

इंजीनियर के पिता कौन हैं?

सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया

भारत के प्रथम इंजीनियर कौन थे?

मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया

इंजीनियरिंग दिवस का विषय क्या है?

दुनिया के लिए इंजीनियरिंग नवाचार

सबसे कम उम्र का इंजीनियर कौन है?

14 साल की उम्र में कैरान काजी बने सबसे कम उम्र के इंजीनियर

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