BA English ke baad kya kare यह सवाल तो आपके मन में भी आता ही होगा। बीए इंग्लिश का विषय आज के इस युग में बहुत ही रिलेवेंट है। बीए अंग्रेजी की मदद से आपको एक आशा जनक करियर बनाने में मदद मिल सकती है। आप जैसे ही बीए इंग्लिश में बैचलर डिग्री पूरी करेंगे आपके पास पत्रकारिता, लेखन तथा विज्ञापन के क्षेत्र में करियर के ऑप्शन मौजूद होंगे। इस ब्लॉग में हम आपको BA English ke baad kya kare इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
डिग्री का नाम | बैचलर ऑफ आर्ट्स इन इंग्लिश |
अवधि | 3 वर्ष |
डिग्री का प्रकार | बैचलर डिग्री कोर्स |
योग्यता | 12 वीं कक्षा में कम से कम 45 प्रतिशत अंको का प्रमाण |
टॉप फॉरेन यूनिवर्सिटीज़ | किंग्स कॉलेज लंदन, यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिंस्टर आदि। |
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ | बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, कलकत्ता यूनिवर्सिटी, मिरांडा हाउस आदि। |
करियर विकल्प | कॉन्टेंट राइटर, पत्रकार, स्क्रिप्ट राइटर और एडविटाइजर आदि। |
This Blog Includes:
- बीए इंग्लिश क्या है?
- बीए इंग्लिश के बाद विदेश में पढ़ाई क्यों करें?
- बीए इंग्लिश के बाद कुछ टॉप मास्टर डिग्री कोर्सेज
- बीए इंग्लिश के बाद पढ़ने के लिए कुछ प्रमुख फॉरेन यूनिवर्सिटीज़
- बीए के बाद पढ़ने के लिए कुछ प्रमुख भारतीय यूनिवर्सिटीज़
- योग्यता
- विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया
- भारतीय यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- बीए इंग्लिश के बाद करियर विकल्प
- FAQs
बीए इंग्लिश क्या है?
बीए इंग्लिश का पूरा नाम बैचलर ऑफ आर्ट इन इंग्लिश है। यह एक तीन वर्ष की अवधि वाला इंग्लिश लिटरेचर का कोर्स है। इस कोर्स में अंग्रेजी साहित्य से जुड़े हुए पहलुओं जैसे निबंध, कविता, पैराग्राफ तथा लिट्रेसी पर सर्वाधिक ध्यान दिया गया है। इसके साथ-साथ बीए इंग्लिश के कोर्स में अलग अलग शैलियों के अलग-अलग नॉवेल भी जोड़े गए हैं। इस कोर्स में छात्रों को अच्छी इंग्लिश बोलने, लिखने तथा पढ़ने के भी अच्छा खासा प्रशिक्षण दिया जाता है।
बीए इंग्लिश के बाद विदेश में पढ़ाई क्यों करें?
BA English ke baad kya kare इसके लिए सबसे आसान जवाब यह है कि आप विदेश से पढ़ाई कर सकते हैं। बीए इंग्लिश के बाद विदेश से पढ़ना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इससे आपकी स्किल्स के साथ-साथ व्यक्तिगत जीवन में भी सुधार आता है। बीए इंग्लिश के बाद किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई क्यों की जाए इसके कुछ कारण नीचे दिए गए हैं:
- क्वालिटी एजुकेशन : जहां भी आप पढ़ते हैं आपका लक्ष्य हमेशा यही रहता है कि आपको शिक्षा में उच्चतम संभव गुणवत्ता ही प्राप्त हो। किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से डिग्री प्राप्त करना तथा एक अंतराष्ट्रीय छात्र बनना आपके जीवन को सफलता के बहुत ही व्यापक स्तर पर ले जा सकता है।
- सब्जेक्ट एडवांटेज : बीए इंग्लिश लिटरेचर एक इंग्लिश भाषा को समर्पित डिग्री है क्योंकि अमेरिका, यूके तथा ऑस्ट्रेलिया ये सभी वे देश हैं जहां अधिकतर पूरी जनसंख्या के द्वारा इंग्लिश लैंग्वेज बोली जाती है। एक अंतराष्ट्रीय डिग्री होने से आपको यह फायदा होगा कि इन देशों से करियर के अच्छे विकल्प उपलब्ध हो सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय अनुभव तथा शिक्षा से आपकी डिग्री की वैल्यू भी अधिक होगी।
- नए परिवेश में ढलना : आप जिस भी किसी यूनिवर्सिटी में पढ़ने जाएं इस चीज से इतना फर्क नहीं पड़ता लेकिन आपके सभी जगह नए दोस्त बनेंगे, आप वहां बहुत लोगों से मिलेंगे और वे सभी आपके साथ में बराबर स्थिति में होंगे। जब आप किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से पढ़ते हैं तो आपको वहां के नए दोस्तों से मिलने का मौका मिलता है तथा उनकी संस्कृति, उस जगह तथा वहां के रीति रिवाजों के बारे में जानने का मौका मिलता है।
- सेल्फ डिपेंडेंट : आपको पढ़ाई के साथ-साथ कोई न कोई काम करते रहना चाहिए तथा ऐसे रास्ते ढूंढने चाहिए जिससे कि आपकी पढ़ाई का खर्च का बोझ आपके माता पिता पर ना आए। ऐसा विदेश में होता है।
- टॉप यूनिवर्सिटीज: विदेश की बहुत सी यूनिवर्सिटीज़ हैं जो बीए इंग्लिश के बाद पढ़ने के लिए कई सारे स्पेशलाइज्ड कोर्स उपलब्ध करवाती हैं।
बीए इंग्लिश के बाद कुछ टॉप मास्टर डिग्री कोर्सेज
बीए इंग्लिश लिटरेचर में डिग्री प्राप्त करने के बाद क्या करें, यही सबसे बड़ी समस्या विद्यार्थियों के सामने रहती है। एक विकल्प यह भी है कि आप अपनी बैचलर डिग्री के बाद किसी मास्टर्स डिग्री के लिए अप्लाई कर सकते हैं तथा किसी और भी बेहतर यूनिवर्सिटी से डिग्री प्राप्त कर सकते हैं जिससे आपको भविष्य में सहायता मिले। टॉप मास्टर डिग्री कोर्स नीचे दिए गए हैं:
- Ma English
- Master of Financial Learning Program
- EFLU Courses (English and Foreign Languages University
- Course in law
- MBA-Marketing
- Human Resource
- Academic-research and training
- Media-Advertising
- Journalism and Film Making
- Retail-Instructional Design
- Hospitality-Event Management
- Public Relations
- Corporate Communications
- Instructional Design
बीए इंग्लिश के बाद पढ़ने के लिए कुछ प्रमुख फॉरेन यूनिवर्सिटीज़
बीए इंग्लिश के बाद पढ़ने के लिए आपके पास टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के अवसर उपलब्ध हैं। नीचे कुछ ऐसी विदेश की यूनिवर्सिटीज़ के नाम हैं जहां से आप अपनी मास्टर्स डिग्री प्राप्त कर सकते हैं:
- बंगोर यूनिवर्सिटी
- किंग्स कॉलेज लंदन
- यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिंस्टर
- यूनिवर्सिटी ऑफ केंटकी
- यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो
- यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स
- यूनिवर्सिटी ऑफ कंसास
- यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन
- यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल फ्लोरिडा
बीए के बाद पढ़ने के लिए कुछ प्रमुख भारतीय यूनिवर्सिटीज़
भारत में भी ऐसे कई सारे कॉलेज हैं जहां से आप अपनी बीए इंग्लिश के बाद में मास्टर्स डिग्री प्राप्त कर सकते हैं नीचे उन कॉलेजों में से कुछ प्रमुख कॉलेजों के नाम दिए गए हैं:
- सिंबायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट एंड कॉमर्स, पुणे
- हिंदू कॉलेज, दिल्ली
- एसटी स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली
- एमसीएम डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया
- सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी
- कलकत्ता यूनिवर्सिटी
- मिरांडा हाउस
- जवाहरलाल यूनिवर्सिटी
योग्यता
शीर्ष विश्वविद्यालयों से बीए इंग्लिश के बाद कोर्स करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:
- आवेदक का बारहवीं में परिणाम कम से कम 50% से अधिक होना अनिवार्य हैं।
- मास्टर्स डिग्री कोर्स के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से बीए इंग्लिश बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
- मास्टर्स कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेज के लिए एलिजिबल हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स के लिए GRE स्कोर की अवश्यकता होती है।
- साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने होंगे।
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विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।
भारतीय यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- वीज़ा
- अपडेट किया गया रिज्यूमे
- इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस SOP
छात्र वीज़ा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
बीए इंग्लिश के बाद करियर विकल्प
विदेश में इंग्लिश पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करने के बाद आप करियर के ढेर सारे विकल्पों में से चयन कर सकते हैं। नीचे कुछ करियर विकल्प दिए गए हैं-
- जर्नलिज्म
- क्रिएटिव राइटिंग
- वकालत
- टीचिंग
- एसइओ राइटिंग
- ई लर्निंग कॉन्टेंट
- कॉन्टेंट मार्केटिंग
- कॉलेज तथा यूनिवर्सिटी में लेक्चरशिप
- लैंग्वेज इंस्टीट्यूट
- मार्केटिंग इंडस्ट्री
- पब्लिकेशन इंडस्ट्री
- मीडिया इंडस्ट्री
- कॉमेंट राइटर
FAQs
बीए इंग्लिश के बाद टीवी इंडस्ट्री से सम्बन्धित कोर्सेज मीडिया एडवरटाइजिंग, जर्नलिज्म तथा फिल्म मेकिंग आदि है।
बीए इंग्लिश के बाद आप किसी मास्टर डिग्री कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं या फिर ऊपर दी गई जॉब्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
हां, यदि आप किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से अपनी बीए इंग्लिश के बाद पढ़ाई जारी रखने के लिए आप Leverage Edu के स्टूडेंट लोन के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं।
मास्टर्स डिग्री प्राप्त करने के लिए अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा यूके के संस्थान सर्वश्रेष्ठ है जिनकी विश्व स्तर पर भी अच्छी रैंकिंग्स हैं।
उम्मीद है BA English ke baad kya kare इस संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग आपको पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।