जानिये क्या है व्योममित्र रोबोट, जिसे इसरो गगनयान मिशन पर भेजेगा

1 minute read
व्योममित्र रोबोट

प्रतियोगी परीक्षाओं में करंट अफेयर्स से जुड़े क्वेश्चन पूछे जाते हैं, क्योंकि करंट अफेयर्स का उद्देश्य मनुष्य की समझ को विस्तार करना है। UPSC में प्री और मेंस एग्जाम के अलावा इंटरव्यू का भी महत्वपूर्ण रोल है, इसलिए कैंडिडेट्स को रोजाना हो रहीं आसपास और देश-दुनिया की घटनाओं को समझना होगा। आज हम इस ब्लाॅग में व्योममित्र रोबोट के बारे में जानेंगे, जिसे आप अपनी तैयारी में जोड़ सकते हैं।

व्योममित्र रोबोट क्या है?

चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत की प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) देश के पहले मानव अंतरिक्ष-उड़ान मिशन ‘गगनयान’ के लिए तैयारी कर रहा है। व्योममित्र एक महिला दिखने वाली अंतरिक्ष यात्रा करने वाली ह्यूमनॉइड रोबोट है जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा गगनयान, एक चालक दल कक्षीय अंतरिक्ष यान पर काम करने के लिए विकसित किया जा रहा है। ह्यूमनॉइड यानी व्योमिमत्र रोबोट मूल रूप से इंसान की शक्ल वाला एक रोबोट है।

इसरो ह्यूमनॉइड क्यों विकसित कर रहा है?

ह्यूमनॉइड यानी व्योममित्र विकसित करने के पीछे उद्देश्य इस प्रकार हैंः

  • इसरो की योजना 2022 तक पहली बार किसी इंसान को अंतरिक्ष में भेजने की है।
  • यह एक क्रू मॉड्यूल और रॉकेट सिस्टम विकसित करने के लिए समय के साथ दौड़ रहा है जो भारतीय अंतरिक्ष यात्री की सुरक्षित यात्रा और वापसी सुनिश्चित करेगा।
  • अन्य देश जिन्होंने अंतरिक्ष में मनुष्यों को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया है, उन्होंने अपने रॉकेटों के परीक्षण के लिए जानवरों का उपयोग करने के बाद ऐसा किया है।
  • इसरो मानव को अंतरिक्ष में ले जाने और वापस लाने के लिए अपने GSLV MK III रॉकेट की प्रभावकारिता का परीक्षण करने के लिए ह्यूमनॉइड का उपयोग करेगा।
  • विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र की रोबोटिक्स लैब में ह्यूमनॉइड व्योममित्र रोबोट का डेवलपमेंट चल रहा है।
  • एक बार अंतरिक्ष में उड़ान भरने के बाद, इसरो का हाॅफ-ह्यूमनॉइड 2022 में पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री के अस्तित्व और सुरक्षित यात्रा के लिए क्रू मॉड्यूल में सिस्टम का परीक्षण करने में सक्षम होगा।

व्योममित्र रोबोट अंतरिक्ष में कौन से कार्य करेगी?

किसी भी मिशन को भेजने के पीछे स्पेस एजेंसी के कई उद्देश्य होते हैं। यहां हम व्योममित्र रोबोट के कार्यों को प्वाइंट्स में जानेंगेः

  • व्योममित्र ह्यूमनॉइड, जो मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए जमीन का परीक्षण करेगा, 
  • मानवरहित उड़ान के लिए पूरी तरह विकसित हो जाने पर व्योममित्र जो गतिविधियां करने में सक्षम होगा।
  • क्रू मॉड्यूल की निगरानी, ध्वनि आदेश प्राप्त करना और भाषण के माध्यम से उत्तर देना।
  • व्योममित्र अंतरिक्ष उड़ान और वापसी के दौरान क्रू मॉड्यूल में होने वाले बदलावों, जैसे गर्मी विकिरण के स्तर, के बारे में भी पृथ्वी पर रिपोर्ट करेगा, ताकि इसरो क्रू मॉड्यूल में सुरक्षा स्तरों को समझ सकेगा और बाद में इंसान को उड़ाएगा।

सम्बंधित आर्टिकल

चंद्रयान 3 किस जगह व राज्य से लांच हुआ है?चंद्रयान-3 की प्रति सेकंड स्पीड क्या है?
चंद्रयान-3 चाँद पर कब पहुंचेंगे?चंद्रयान-3 मिशन के डायरेक्टर कौन हैं?
चंद्रयान-3 की लैंडिंग डेट क्या है?चंद्रयान-3 क्या है?
चंद्रयान-3 का नाम क्या है?चंद्रयान-3 सफल है या नहीं?
चंद्रयान-3 की टीम में कौन हैं?चंद्रयान-3 में कितने लोग जायेंगें?
चंद्रयान-1 कब लॉन्च हुआ था?चंद्रयान-3 कितनी दूरी तय करेगा?
चंद्रयान-3 कहाँ से लॉन्च किया गया?चंद्रयान-3 क्यों लॉन्च किया गया?
इसरो का पूरा नाम क्या है?जानिए ISRO साइंटिस्ट कौन होते हैं और ISRO साइंटिस्ट कैसे बनें?
गगनयान मिशन क्या है और यह कब लाॅन्च होगा?चंद्रयान-3 को पहुँचने में क्यों लगेंगे इतने दिन?
आदित्य L1 मिशन क्या है और यह कब लाॅन्च होगा?NASA का आर्टेमिस प्रोग्राम क्या है?
Aditya L1 Budget | सूर्य मिशन की लाॅन्चिग में कुछ दिन बाकी, जानिये कितना है आदित्य एल-1 मिशन का बजट?What is Aditya L1 Mission | जानिये क्या है इसरो का आदित्य एल-1 मिशन, जो करेगा सूर्य का अध्ययन
Aditya L1 Launch Date | सूर्य का अध्ययन करेगा आदित्य एल-1 मिशन, 2 सितंबर को होगी लाॅन्चिगशुक्रयान 1 मिशन क्या है, इसका उद्देश्य, कब और कहाँ किया जाएगा लॉन्च
Distance Between Earth And Sun | आदित्य एल-1 मिशन की लाॅन्चिग से पहले जानें सूर्य और पृथ्वी की दूरीSurya Mission Aditya L1 | लाॅन्चिग के लिए तैयार सूर्य मिशन आदित्य एल-1, श्रीहरिकोटा से होगा प्रक्षेपण

FAQs

व्योममित्र का महत्व क्या है?

व्योममित्र लोगों की पहचान कर सकता है और उनके प्रश्नों के उत्तर दे सकता है।

मनुष्य चांद पर कितनी बार गया है?

माना जाता है कि अब तक 12 आदमी चंद्रमा की सतह पर गए हैं।

ISRO की फुल फाॅर्म क्या है?

ISRO की फुल फाॅर्म Indian Space Research Organization है।

आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको व्योममित्र रोबोट के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। एग्जाम की तैयारी और बेहतर करने व UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*