ज्वालामुखी को अक्सर ‘सोया हुआ दानव’ भी कहा जाता है। हमारी दुनिया में ऐसे कई ज्वालामुखी मौजूद हैं, जिनमें से कई तो ऐसे हैं जो शांत तो कुछ सक्रिय हैं। ज्वालामुखी के नीचे मौजूद पिघले हुए पत्थर और गैस को मैग्मा कहा जाता है। आमतौर पर जब ज्वालामुखी फटता है तो उसमें से लाल रंग का लावा निकलता है, लेकिन हमारे गृह पर एक ऐसी ज्वालामुखी भी है, जिसमे से नीले रंग का लावा निकलता है, जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे। इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम Volcano Facts in Hindi के बारे में जानेंग।
Volcano Facts in Hindi – ज्वालामुखी से जुड़े रोचक तथ्य
रिसर्च, स्टडी और रिपोर्ट्स के अनुसार स्टूडेंट्स के लिए Volcano Facts in Hindi यहाँ दिए गए हैं :
- सेंट्रल इरप्शन ज्वालामुखी बड़ी मात्रा में गैस, गर्म मैग्मा और राख छोड़ते हैं।
- ज्वालामुखी के अंदर गर्म तरल पदार्थ को मैग्मा कहते हैं।
- ज्वालामुखी शब्द रोमन शब्द ‘वल्कन’ से आया है, जिसका अर्थ है अग्नि का देवता।
- ज्वालामुखी के दो व्यापक प्रकार हैं – पहला स्ट्रैटोवोलकानो और दूसरा ढाल ज्वालामुखी
- ज्वालामुखी अक्सर टेक्टोनिक प्लेटों के मीटिंग पॉइंट्स पर पाए जाते हैं।
- अनुमान बताते हैं कि 20 में से एक व्यक्ति ज्वालामुखी गतिविधि के उच्च जोखिम वाले क्षेत्र में रहता है।
- हवाई में मौना लोआ दुनिया का सबसे बड़ा सक्रिय ज्वालामुखी है। इसकी ऊंचाई 4,169 मीटर है।
- ओलंपस मॉन्स हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी है, जो मंगल ग्रह पर पाया जाता है।
- 1883 में दक्षिण पूर्व एशिया के ज्वालामुखी क्राकाटोआ ने इतिहास में दर्ज सबसे तेज़ ध्वनि उत्पन्न की।
- ज्वालामुखी जीवन और फसलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। साथ ही मौसम और जलवायु को प्रभावित कर सकते हैं।
- ज्वालामुखी चट्टानों को चार प्रमुख प्रकारों जैसे की – बेसाल्ट, एंडीसाइट, डेसाइट और रयोलाइट में वर्गीकृत किया गया है।
- बैरन द्वीप भारत का एकमात्र एक्टिव ज्वालामुखी है।
- बैरेन द्वीप, बाराटांग द्वीप, अंडमान द्वीप समूह में नारकोंडम ज्वालामुखी, हरियाणा में धोसी हिल और तोशाम हिल, मणिपुर में लोकतक झील और गुजरात में धिनोधर पहाड़ियाँ भारत में कुल सात ज्वालामुखी हैं।
- इंडोनेशिया में सबसे ज्यादा एक्टिव ज्वालामुखी हैं।
- एक विस्फोटित ज्वालामुखी सुनामी, अचानक बाढ़, भूकंप, कीचड़ का बहाव और चट्टान गिरने का कारण बन सकता है।
- विश्व में 1500 से अधिक एक्टिव ज्वालामुखी हैं।
- ज्वालामुखी का खतरा 20 मील के दायरे तक रहता है।
- ‘रिंग ऑफ फायर’ प्रशांत महासागर का एक क्षेत्र है जिसका आकार घोड़े की नाल जैसा है। यह वह जगह है जहां आपको दुनिया के 90% भूकंप और दुनिया के 75% ज्वालामुखी हैं।
- डॉर्मेंट ज्वालामुखी वह होता है जो लंबे समय से फूटा नहीं है। हालाँकि, यह भविष्य में फूट सकता है।
- एक्सटिंक्ट ज्वालामुखी वह है जो हजारों साल पहले फूट चुका है और फिर कभी नहीं फूटेगा।
- इंडोनेशिया के कावा इजेन ज्वालामुखी से नीले रंग का लावा निकलता है।
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