पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी (PPU) सिंडिकेट ने 9 जनवरी 2024 को एक प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इस प्रस्ताव के अंतर्गत कॉलेजों के लिए 2024-25 सेशन के लिए बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA) और बैचलर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (BBM) जैसे कोर्स के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE ) से मंजूरी लेना अनिवार्य कर दिया गया था।
ये हैं गाइडलाइन्स
कुलपति आरके सिंह की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक के दौरान पीपीयू सिंडिकेट ने UGC मानकों और मानदंडों के अनुसार सभी अंडर ग्रेजुएट वोकेशनल कोर्स के एकेडमिक कोर्स को संशोधित और पुनर्गठित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यूजीसी गाइडलाइन के अनुसार यूनिवर्सिटी नें बोर्ड ऑफ स्टडी बनाने का निर्णय लिया है, इससे छात्रों की शैक्षिणिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अंडर ग्रेजुएट व्यावसायिक कोर्स में संशोधन के लिए विवरण तैयार किया जाएगा। अगले एकेडमिक सेशन में अंडर ग्रेजुएट कोर्स तीन वर्ष का सेमेस्टर पर आधारित होगा।
इसके साथ ही सिंडिकेट ने छह लॉ कॉलेजों को संबद्धता बढ़ाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी। हालाँकि, छह लॉ कॉलेजों में से पांच को पांच साल के लिए और एक को एक साल के लिए विस्तार दिया गया है। पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी नें अपने संबद्ध कॉलेजों को 2024-25 तक अंडर ग्रेजुएट वोकेशनल कोर्स के लिए AICTE की मंजूरी लेने का निर्देश दिया है। इससे पहले कॉलेजों को सिर्फ पीजी वोकेशनल कोर्स के लिए मंजूरी लेने की आवश्यकता होती थी। कॉलेज बीसीए और बीबीएम/बीबीए जैसे प्रमुख यूजी कमर्शियल कोर्स भी प्रदान करते हैं। कॉलेजों के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2024 है।
क्या है AICTE?
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद जिसे AICTE के नाम से भी जाना जाता है। इसकी स्थापना 1945 में नवंबर माह में हुई थी। इसकी स्थापना राष्ट्रीय-स्तर की सर्वोच्च सलाहकार संस्था के रूप में की गई थी। इसका कार्य तकनीकी शिक्षा के लिए उपलब्ध सुविधाओं का सर्वेक्षण करना था।
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