बर्मिंघम यूनिवर्सिटी और सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (SIU) ने भारतीय छात्रों के लिए ब्रिटेन में पोस्टग्रेजुएट लॉ योग्यता के लिए पढ़ाई आसान बनाने के लिए हाथ मिलाया है। ऐसा होने से भारतीय छात्र अपनी लॉ में PG की पढ़ाई यूके की इस प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से कर पाएंगे।
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सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की प्रो-चांसलर डॉ. विद्या येरवडेकर और बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर प्रोफेसर एडम टिकेल ने एजुकेशन और रिसर्च पार्टनरशिप बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए।
इन मुद्दों पर दोनों यूनिवर्सिटीज करेंगी खोज
SIU छात्रों के लिए LLM डिग्री हासिल करने का मार्ग तैयार करने के साथ-साथ, दोनों यूनिवर्सिटीज पुणे और बर्मिंघम के बीच रिसर्च कोलेबरेशन, अकादमिक आदान-प्रदान और स्टूडेंट मोबिलिटी के अवसरों की खोज कर रहे हैं।
SLC के स्टूडेंट्स को बर्मिंघम लॉ स्कूल में एडमिशन लेने के लिए पूरा करना होगा ये क्राइटेरिया
सिम्बायोसिस लॉ स्कूल (SLC) के छात्र जो अपने भारतीय डिग्री प्रोग्राम्स में आवश्यक मानकों को पूरा करते हैं, वे बर्मिंघम लॉ स्कूल में पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम्स में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकेंगे। पार्टनरशिप के हिस्से के रूप में छात्रों को विशेष स्कॉलरशिप से भी सम्मानित किया जाएगा, साथ ही छात्रों को उनकी कानूनी योग्यता में प्रगति करने में सक्षम बनाया जाएगा।
पार्टनरशिप SIU अंडरग्रेजुएट कानून के छात्रों के लिए रेगुलर व्यवस्था के माध्यम से बर्मिंघम में पढ़ाई करने के लिए नए अवसरों का पता लगाएगी। इसमें बर्मिंघम और पुणे के लॉ एक्सपर्ट्स भी कानून से संबंधित रिसर्च प्रोजेक्ट्स पर एक साथ काम कर पाएंगे।
बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के बारे में
बर्मिंघम यूनिवर्सिटी एक पब्लिक रिसर्च यूनिवर्सिटी है, जो एडबस्टन, बर्मिंघम, यूनाइटेड किंगडम में स्थित है। कॉलेज को 1825 में बर्मिंघम स्कूल ऑफ मेडिसिन एंड सर्जरी के रूप में स्थापित किया गया था। इसे 1900 में क्वीन कॉलेज, बर्मिंघम और मेसन साइंस कॉलेज (सर जोशीया मेसन द्वारा 1875 में स्थापित) के उत्तराधिकारी के रूप में अपना राजकीय़ अध्यादेश प्राप्त हुआ।
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