Maharashtra Day Speech : स्टूडेंट्स के लिए महाराष्ट्र दिवस पर भाषण

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Maharashtra Day Speech in Hindi

भारत के पश्चिम क्षेत्र में बसा महाराष्ट्र, अपनी समृद्ध संस्कृति, विविध परंपरा और गौरवशाली इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले इस राज्य का गठन 1 मई 1960 को हुआ था। यह एक ऐतिहासिक दिन था जिसे महाराष्ट्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। यह दिन महाराष्ट्र के लोगों की पहचान, संस्कृति और इतिहास का जश्न मनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। महाराष्ट्र दिवस का महत्व केवल महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह पूरे भारतवासी के लिए राष्ट्रीय एकता और विविधता का प्रतीक है। इस विशेष दिन के महत्व को और बढ़ाने के लिए कई बार विद्यार्थियों को महाराष्ट्र दिवस पर भाषण तैयार करने को दिया जाता है। अगर आप अपने स्कूल में महाराष्ट्र दिवस पर स्पीच देने के लिए तैयारी कर रहे हैं तो, ये लेख आपके लिए है। यहाँ आपको महाराष्ट्र दिवस पर भाषण (Maharashtra Day Speech in Hindi) 100, 200 और 500 शब्दों में दिया गया है।

महाराष्ट्र दिवस के बारे में संक्षिप्त जानकारी

हर साल 1 मई को महाराष्ट्र दिवस मनाया जाता है। 1960 में इसी दिन बॉम्बे राज्य का विभाजन कर महाराष्ट्र राज्य का गठन किया गया था। यह दिवस महाराष्ट्र के लोगों के लिए गर्व और उत्सव का दिन है जो उन्हें राज्य की समृद्ध संस्कृति, इतिहास और पहचान की याद दिलाती है। यह दिन लोगों को राज्य की समृद्ध विरासत का सम्मान करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसके महत्व को समझने का अवसर प्रदान करता है। इस विशेष दिन को महाराष्ट्र स्थापना दिवस के नाम से भी जाना जाता है। इस साल यानी 1 मई 2024 में, महाराष्ट्र राज्य अपने स्थापना दिवस की 64वीं वर्षगांठ मनाएगा। 

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100 शब्दों में ऐसे दें महाराष्ट्र दिवस पर भाषण

Maharashtra Day Speech in Hindi 100 शब्दों में इस प्रकार से है : 

नमस्कार, आदरणीय शिक्षकगण, अतिथिगण एवं मेरे प्रिय सहपाठियों!

आज हम सब महाराष्ट्र दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। महाराष्ट्र दिवस एक ऐसा महत्वपूर्ण अवसर है, जो महाराष्ट्र के लोगों को उनके राज्य की समृद्ध संस्कृति, भाषा, विरासत और गौरवशाली इतिहास का जश्न मनाने का अवसर प्रदान करता है। 1 मई 1960, वो ऐतिहासिक दिन था जब बॉम्बे राज्य का विभाजन कर महाराष्ट्र और गुजरात नामक दो नए राज्य बनाए गए थे। इसी दिन मराठी भाषी लोगों का सपना पूरा हुआ और महाराष्ट्र एक स्वतंत्र राज्य बना। वहीं इस घटना को “महाराष्ट्र दिवस” के रूप में जाना जाने लगा। इस दिन राज्य भर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। वहीं शहरों में भव्य परेड का भी आयोजन किया जाता है। महाराष्ट्र दिवस के इस शुभ अवसर पर, आइए हम सब मिलकर महाराष्ट्र की प्रगति और समृद्धि के लिए संकल्प लें।

धन्यवाद।

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200 शब्दों में ऐसे दें महाराष्ट्र दिवस पर भाषण

Maharashtra Day Speech in Hindi 200 शब्दों में इस प्रकार से है : 

नमस्कार, आदरणीय शिक्षकगण, अतिथिगण एवं मेरे प्रिय सहपाठियों!

आज हम सब यहाँ महाराष्ट्र दिवस के शुभ अवसर पर एकत्रित हुए हैं। 1 मई वह ऐतिहासिक दिन है जब 1960 में महाराष्ट्र राज्य का गठन हुआ था। 1 मई 1960 में बॉम्बे राज्य का विभाजन किया गया जिसके बाद महाराष्ट्र और गुजरात दो अलग अलग स्वतंत्र राज्य बने। आपको बता दें कि महाराष्ट्र के गठन के लिए कई वर्षों तक लम्बा संघर्ष चला। इस संघर्ष को “संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन” के नाम से जाना जाता था। यह आंदोलन 1940 के दशक में शुरू हुआ था और इसका उद्देश्य था मराठी भाषी क्षेत्रों को एकजुट करके एक स्वतंत्र राज्य का निर्माण करना। लेकिन इसमें कई मोड़ आये। बड़े पैमाने पर हड़तालें हुई, प्रदर्शन हुआ, सामाजिक बहिष्कार हुआ। वहीं इस दौरान कई लोगों की जानें भी गयी लेकिन अंत में मराठी भाषी लोगों को ही सफलता मिली और 1 मई 1960 को महाराष्ट्र राज्य एक स्वतंत्र राज्य बन गया। और यह दिन मराठी भाषी लोगों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन गया। ऐसे में संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन को महाराष्ट्र के लोगों द्वारा गर्व और सम्मान के साथ याद किये जाने के लिए हर साल 1 मई को महाराष्ट्र दिवस मनाया जाता है। यह दिवस महाराष्ट्र की समृद्ध संस्कृति, भाषा, विरासत और गौरवशाली इतिहास का जश्न मनाने का अवसर है।

धन्यवाद!

500 शब्दों में ऐसे दें महाराष्ट्र दिवस पर भाषण

Maharashtra Day Speech in Hindi 500 शब्दों में इस प्रकार से है : 

स्पीच की शुरुआत में

माननीय अतिथिगण, शिक्षक वर्ग और मेरे सहपाठियों

सबसे पहले आप सभी को महाराष्ट्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें। मेरा नाम …….. है और मै कक्षा ….. का/की छात्र/छात्रा हूँ। आज महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में आप सभी को इस दिन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताना चाहता/चाहती हूँ। हम सभी को आज के दिन के बारे में जानकारी होनी आवश्यक है।

महाराष्ट्र दिवस कब मनाया जाता है? 

हर साल 1 मई को महाराष्ट्र दिवस मनाया जाता है। यह दिवस उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों, व्यक्तियों और आंदोलनकारिओं को याद करने और सम्मानित करने का एक गौरवशाली और महत्वपूर्ण अवसर है जिन्होंने महाराष्ट्र को एक स्वतंत्र राज्य बनाने के लिए अपने जान की परवाह किये बिना लड़ाई लड़ी थी। 1 मई 1960 को ही महाराष्ट्र बॉम्बे राज्य से अलग होकर भारत का 11वां राज्य बना।  

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कैसे हुई ‘महाराष्ट्र राज्य’ की स्थापना?

कहानी उस समय की है जब राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम 1956 के तहत कन्‍नड़ भाषी लोगों के लिए कर्नाटक राज्य, तेलुगु भाषी के लिए आंध्र प्रदेश,  मलयालम भाषियों के लिए केरल और तमिल भाषियों के लिए तमिलनाडु राज्‍य बनाया गया। इसी के चलते मराठी और गुजराती भाषी लोग अपने लिए अलग-अलग राज्य की मांग कर रहे थे। इसी को लेकर कई सालों तक संघर्ष हुए। इस दौरान साल 1960 में गुजरात और महाराष्ट्र को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर महा गुजरात आंदोलन और संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन चलाया गया। इसी दौरान 1 मई 1960 को भारत की तत्‍कालीन नेहरू सरकार ने बॉम्‍बे प्रदेश को दो राज्‍यों -महाराष्‍ट्र और गुजरात में बाँट दिया। लेकिन लड़ाई यहीं खत्म नहीं हुई। दोनों राज्यों के अलग होने के बाद इनमें बॉम्बे को लेकर भी विवाद हुआ। मराठी लोग चाहते थे कि बॉम्बे उनके हिस्से में आये क्योंकि वहां बहुत से लोग मराठी भाषा बोलते थे, जबकि गुजरातियों का मानना था कि बॉम्बे उनकी बदौलत था। लेकिन अंत में बम्बई (अब मुंबई) महाराष्ट्र की राजधानी बनाया गया। 

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महाराष्ट्र दिवस कैसे मनाया जाता है?

महाराष्ट्र दिवस पूरे महाराष्ट्र में बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन कई सरकारी और सार्वजानिक संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों में विभिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं द्वारा उन वीरों श्रद्धांजलि अर्पित किया जाता है जिन्होंने राज्य के निर्माण के लिए अपने प्राणों का बलिदान किया, शहरों में भव्य परेड का भी आयोजन किया जाता है। वहीं इसी के साथ राज्य भर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे लोक नृत्य, संगीत और नाटकों का भी आयोजन किया जाता है।

स्पीच के अंत में

महाराष्ट्र दिवस का महत्व केवल महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह पूरे भारतवासी के लिए राष्ट्रीय एकता और विविधता का प्रतीक है। यह दिन हमें एकसाथ रहने और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने की प्रेरणा देता है। यह एक ऐसा अवसर है जो हमने राज्य और देश के विकास में योगदान करने के लिए प्रेरित करता है। आईये इस शुभ अवसर पर संकल्प लें कि हम सब मिलकर महाराष्ट्र को और अधिक समृद्ध, विकसित और एकजुट राज्य बनाने के लिए काम करेंगे। 

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Maharashtra Day Speech in Hindi तैयार करने के टिप्स

महाराष्ट्र दिवस पर स्पीच तैयार करने के टिप्स निम्नलिखित है :

  • सबसे पहले महाराष्ट्र दिवस से जुड़े सभी फैक्ट और जानकारी इक्कठा कर लें। 
  • फिर उन्हें अच्छी तरह से फ्रेम करें और स्पीच को लिखित रूप में में तैयार करें।
  • अपने भाषण की शुरुआत, महाराष्ट्र दिवस के बारे में, उस इतिहास और महत्व के बारे में संक्षिप्त जानकारी दें। 
  • स्पीच लिखते समय शब्दों का सही चयन करें।
  • समय का ध्यान रखें और अपने भाषण को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा करें।
  • स्पीच देने से पहले लेखन को अच्छी तरह पढ़ लें। 
  • स्पीच की शुरुआत आप कविताओं और कोट्स से भी कर सकते हैं।
  • अंत में महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं देकर अपना भाषण समाप्त करें।
  • अपनी स्पीच के अंत में श्रोताओं का शुक्रिया अदा करना न भूलें।

महाराष्ट्र के बारे में रोचक तथ्य 

महाराष्ट्र के बारे में रोचक तथ्य इस प्रकार से है :  

  • महाराष्ट्र का नाम संस्कृत शब्द “महा” और “राष्ट्र” से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है “महान राष्ट्र”।
  • महाराष्ट्र का गठन 1 मई 1960 को हुआ था। 
  • महाराष्ट्र राज्य को आज़ादी के समय बॉम्बे स्टेट के नाम से जाना जाता था। 
  • महाराष्ट्र की ग्रीष्मकालीन राजधानी मुंबई है और शीतकालीन राजधानी नागपुर है। 
  • स्थापना के समय महाराष्ट्र में कुल 26 जिले थे। वर्तमन में यह संख्या 36 हो गयी है। 
  • अन्य राज्यों के मुकाबले महाराष्ट्र में सबसे अधिक 5 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल स्थित है- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, अजन्ता की गुफाएँ, एलिफेंटा की गुफाएं, एलोरा की गुफाएँ, और मुंबई का विक्टोरियन गोथिक और आर्ट डेको एन्सेम्बल। 

FAQs

महाराष्ट्र की विशेषता क्या है?

महाराष्ट्र अपनी समृद्ध संस्कृति, विविधता, प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। इस राज्य की गिनती भारत के सबसे धनी एवं समृद्ध राज्यों में होती है। अन्य राज्यों के मुकाबले महाराष्ट्र में सबसे अधिक 5 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल स्थित है- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, अजन्ता की गुफाएँ, एलिफेंटा की गुफाएं, एलोरा की गुफाएँ, और मुंबई का विक्टोरियन गोथिक और आर्ट डेको एन्सेम्बल। 

महाराष्ट्र का पुराना नाम क्या है?

भारत के प्रमुख राज्यों में से एक महाराष्ट्र राज्य को आज़ादी के समय बॉम्बे स्टेट के नाम से जाना जाता था। इसका नाम संस्कृत शब्द “महा” और “राष्ट्र” से लिया गया है जिसका अर्थ होता है महान राष्ट्र। 

महाराष्ट्र राज्य की स्थापना कब हुई थी?

1 मई 1960 को मराठी एवं गुजराती भाषियों के बीच संघर्ष के कारण मुंबई राज्य का बंटवारा करके महाराष्ट्र एवं गुजरात नामक दो राज्यों की स्थापना की गई I

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