भारत के 75वें गणतंत्र दिवस की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। गणतंत्र का इतिहास बहुत पुराना और रोचक है, वहीं इसका सफर भी उतना ही खास है। इसकी परेड का भव्य आयोजन देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। भारत के इस शौर्य और पराक्रम के इस पल को देखने के लिए हर साल राजपथ से लेकर लाल किले तक लाखों लोगों की भीड़ जमा होती है। पर क्या आपको पता है कि भारतीय गणतंत्र दिवस की परेड की दूरी कितनी होती है? हम आपको यहां बताते हैं इस परेड से जुड़े हुए दिलचस्प तथ्य
भारतीय गणतंत्र दिवस की परेड की दूरी कितनी होती है
देश का प्रथम गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) समारोह इरविन स्टेडियम में आयोजित किया गया था, क्योंकि तब तक इसके लिए कोई एक जगह निर्धारित नहीं हुई थी। लेकिन इसके बाद गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम लाल किला, किंग्सवे कैंप, रामलीला मैदान में आयोजित हुआ। वर्ष 1955 में प्रथम बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड का आयोजन हुआ था उस समय से अभी तक गणतंत्र दिवस परेड यहीं पर आयोजित की जा रही है। गणतंत्र दिवस परेड का रास्ता 5 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा होता है। परेड की शुरुआत राष्ट्रपति भवन के पास रायसीना हिल से होती हुई, इंडिया गेट से लाल किले पर जाकर पूरी होती है।
इस वर्ष परेड में क्या है खास?
2024 की गणतंत्र दिवस परेड में रक्षा बलों की महिला टुकड़ियों को मार्च करते हुए देखा जा सकेगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा अधिकारियों ने बताया की इस बार परेड में 144 कर्मियों की एक टुकड़ी में सभी महिला सैनिक शामिल होंगी, यही नहीं जिनमें 60 सेना से और शेष भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना से भी शामिल होंगी।
प्रत्येक वर्ष की तरह इस दिन मनाए जाने वाले कार्यक्रमों में सैन्य और सांस्कृतिक की भव्यता दिखती है। जोकि वह आये हुए सभी अतिथियों का मन मोह लेती है। यह परेड राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शित की जाती है, जिसमें अन्य देशों के माननीय गणमान्य व्यक्ति, भारतीय राजनेता और साथ ही आम जनता भी भाग लेती है।
उम्मीद है, अब आप जीके में आने वाले इस सवाल जो है कि भारतीय गणतंत्र दिवस की परेड की दूरी कितनी होती है? (Gantantra Diwas ki pared ki duri kitni hoti hai) का जवाब जान गए हैं। इसी तरह के जीके और ट्रेंडिंग इवेंट्स से संबंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।