09 जुलाई 1969 के दिन वन्य जीव बोर्ड ने शेर को देश का राष्ट्रीय पशु घोषित किया था। किन्तु वर्ष 1973 में शेर के स्थान पर बाघ को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित कर दिया गया। आखिर क्यों शेर के स्थान पर बाघ को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया? यहाँ इस बारे में विस्तार से बताया गया है।
इस कारण से किया गया बाघ को राष्ट्रीय पशु घोषित
वर्ष 1969 में शेर को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया था। इसका कारण यह था कि शेर भारत की पहचान माना जाता था। अफ्रीका के अलावा केवल भारत में ही शेर मूल प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। इस कारण से शेर को भारत का राष्ट्रीय पशु चुने जाने का फैसला किया गया था। परन्तु बाद में वन्य जीव बोर्ड ने महसूस किया कि भारतीय बाघ जिसे बंगाल टाइगर भी कहा जाता है, उसकी संख्या तेज़ी से घट रही है। बाघों को विलुप्त होने से बचाने के लिए और सरकार का इस ओर ध्यान खींचने तथा लोगों में इस बारे में जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से बाघ को भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ को चुना गया।
बाघ के बारे में रोचक जानकारी
नीचे प्वाइंट्स में बाघों के बारे में कुछ रोचक जानकारी दी जा रही है :
- बाघ का वजन लगभग 300 किलो ग्राम होता है।
- बाघ बिल्ली की प्रजाति जानवर है।
- बाघ को बिग कैट भी कहा जाता है।
- बाघ शक्तिशाली शिकारी होने के साथ साथ एक कुशल तैराक भी होते हैं।
- नारंगी और काली धारियों वाले बाघ कम पाए जाते हैं, उसकी तुलना में सफ़ेद, भूरे और यहाँ तक कि सफ़ेद धारियों वाले बाघ अधिक पाए जाते हैं।
- बाघ का शिकार करना कानूनी अपराध है और ऐसा करना पर कठोर दंड का प्रावधान है।
- बाघ रात के समय शिकार करते हैं।
- सफ़ेद रंग का बाघ दिखना बहुत ही दुर्लभ होता है।
- बाघ को शिकार करने की शिक्षा उसकी माँ से मिलती है।
FAQs
भारत का राष्ट्रीय पशु कौन सा है?
भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ है।
बाघ से पहले भारत का राष्ट्रीय पशु कौन सा था?
बाघ से पहले भारत का राष्ट्रीय पशु शेर था।
टाइगर का वैज्ञानिक नाम क्या है?
टाइगर का वैज्ञानिक नाम पेंथेरा टाइग्रिस होता है।
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