बाबा साहब यानि डॉक्टर भीम राव आंबेडकर पूरी दनिया में अपनी किताबों और डिग्रियों के लिए जाने जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि भारतीय संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की निजी लाइब्रेरी दुनिया की बड़ी निजी लाइब्रेरी थी। इस लाइब्रेरी में 50,000 से अधिक किताबें थीं और उनका मानना था कि किताबें किसी भी व्यक्ति के जीवन में बदलाव ला सकती हैं। इसी क्रम में उन्होंने कई किताबें लिखीं जिनसे स्टूडेंट्स को खुद को शिक्षित करने और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। इसलिए इस ब्लाॅग Ambedkar Books in Hindi में हम भीमराव अम्बेडकर की किताबें विस्तार से जानेंगे जो आपके जीवन को नई दिशा देंगी।
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डॉ. भीमराव अम्बेडकर के बारे में
डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित महू में हुआ था, जिसका नाम इस समय बदलकर डॉ. अम्बेडकर नगर रख दिया गया है। डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 में हुआ था। बाबा साहेब ने 1907 में मैट्रिकुलेशन पास करने के बाद एली फिंस्टम कॉलेज में 1912 में ग्रेजुएशन पूरा किया था।
बाबा साहेब ने 1915 में कोलंबिया यूनिवर्सिटी से मास्टर्स किया था। उनके पास लगभग 32 डिग्रियां थी। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में अपनी पहचान बनाई और भारत के लोगों को शक्तियां देने की कवायद रखी थी। बाबासाहेब आजाद भारत के पहले कानून मंत्री थे। बाबा साहेबर का निधन 6 दिसंबर 1956 को दिल्ली में हुआ था।
डॉ. भीमराव अंबेडकर के पास कुल 32 डिग्रियां थीं। डॉ.भीमराव अंबेडकर को कुल 9 भाषाओं का ज्ञान था। डॉ. भीमराव अंबेडकर को कई देशी और विदेशी भाषाओं का ज्ञान था। डॉ. अंबेडकर बचपन से ही एक मेधावी छात्र थे। डॉ. अंबेडकर ने बचपन में बहुत अपमान और भेदभाव सहन किया था। डॉ. अंबेडकर भारत के पहले दलित थे जो कोलंबिया यूनिवर्सिटी पढ़ने गए थे।
डॉ. भीमराव अंबेडकर ने अपने गुरु की पुत्री से शादी की थी जो कि एक ब्राम्हण परिवार से आती थीं। डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित किया था। डॉ. अंबेडकर की प्रतिभा के कारण ही पंडित नेहरू ने विरोधी होते हुए भी उन्हें भारत का पहला क़ानून मंत्री बनाया था। डॉ. अंबेडकर को “बाबा साहेब” नाम से भी जाना जाता है।
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भीमराव अम्बेडकर की किताबें कौन सी हैं?
भीमराव अम्बेडकर समाज सुधारक होने के साथ-साथ लेखक भी थे और उनके व्यक्तित्व के तरह उनकी किताबों ने भी लोगों के जीवन को नई दिशा दी है, इसलिए यहां हम उनकी किताबों के बारे में जानेंगे।
कांग्रेस और गांधी ने अछूतों के लिए क्या किया?
कांग्रेस और गांधी ने अछूतों के लिए क्या किया? डॉ. अम्बेडकर की भारत की राजनीति पर लिखी गई पुस्तक है। यह पुस्तक स्कूल और कॉलेजों में नहीं पढ़ाई जाती है।
शूद्रों की खोज
भीमराव अम्बेडकर द्वारा लिखी गई किताब शूद्रों की खोज ऋग्वेद और महाभारत के आधार पर बताती है कि चौथा वर्ण शूद्र कैसे अस्तित्व में आया था।
अछूत कौन और कैसे?
अछूत कौन और कैसे? किताब से यह पता चलता है कि कैसे इतिहास में बौद्ध ही मांस खाने और न खाने के कारण अछूत (इस समय अनुसूचित जाति के लोग) बने।
रुपये की समस्या
बाबा साहेब की यह किताब उन मुद्दों की जांच करती है अपना माल बेचने के लिए भारत में डॉ. अम्बेडकर ने दावा किया कि ब्रिटिश प्रशासन ने विनिमय दर को बहुत ऊंचा (अधिक मूल्यांकित) रखा। किताब मौद्रिक नीति को बढ़ावा देती है।
वीजा की प्रतीक्षा में
वीजा की प्रतीक्षा में किताब नाम से ही अलग दिखती है और इसे अम्बेडकर ने जीवन के जातिवाद के कुछ अनुभवों के आधार पर लिखा था।
बुद्धा और कार्ल मार्क्स
बुद्धा और कार्ल मार्क्स की कहानी पर आधारित किताब स्टूडेंट्स के लिए काफी महत्वपूर्ण है और इसे अम्बेडकर के विचार की भारत के लोगों को बुद्ध या मार्क्स में से किसे अपनाना चाहिए के बारे में बताया गया है।
हिंदू धर्म की पहेली
डॉ. अम्बेडकर के हिंदू धर्म संबधित विचार इस किताब में शामिल हैं और इसमें राम और कृष्ण की पहेली भी शामिल है।
पाकिस्तान और भारत का विभाजन
बाबा साहेब द्वारा लिखी गई किताब पाकिस्तान और भारत का विभाजन, पाकिस्तान के निर्माण और गांधी और जिन्ना की राजनीति पर है। इससे पाकिस्तान और भारत का विभाजन समझ आने के साथ उस समय की स्थिति भी समझ आ जाएगी।
संघ बनाम स्वतंत्रता
संघ बनाम स्वतंत्रता किताब अम्बेडर द्वारा भारत के संघीय ढ़ांचे (फेडरल स्ट्रक्चर) पर विचार के लिए लिखी गई थी।
जाति का विनाश
जाति का विनाश डॉ. बीआर अंबेडकर को जात-पात तोड़क मंडल के मंच पर देना था। इसमें अछूत जातियों के लोगों, साथ ही महिलाओं को धर्म के तहत प्रताड़ित करने का उल्लेख किया है।
भीमराव अम्बेडकर की किताबें (सूची)
Ambedkar Books in Hindi की लिस्ट इस प्रकार दी जा रही हैः
संख्या | बुक्स | प्रकाशन वर्ष | लिंक |
1 | जाति का विनाश | 1936 | यहां से खरीदें |
2 | वीजा के लिए इंतजार | – | यहां से खरीदें |
5 | काॅस्ट इन इंडिया | – | यहां से खरीदें |
6 | रुपये की समस्या: उद्भव और समाधान | 1923 | यहां से खरीदें |
7 | द इवोल्यूशन ऑफ प्रोवेंशियल फाइनेंस इन ब्रिटिश इंडिया | 1925 | यहां से खरीदें |
8 | बहिष्कृत भारत (वीकली) (न्यूजपेपर) | 1927 | यहां से खरीदें |
9 | जनता (वीकली) (न्यूजपेपर) | 1930 | यहां से खरीदें |
10 | जाति का उच्छेद | 1937 | यहां से खरीदें |
11 | संघ बनाम स्वतंत्रता | 1939 | – |
12 | पाकिस्तान पर विचार | 1940 | यहां से खरीदें |
13 | श्री गांधी एवं अछूतों की विमुक्ति | 1942 | यहां से खरीदें |
14 | रानाडे, गांधी और जिन्ना | 1943 | यहां से खरीदें |
15 | कांग्रेस और गांधी ने अछूतों के लिए क्या किया | 1945 | यहां से खरीदें |
16 | शूद्र कौन और कैसे | 1948 | यहां से खरीदें |
17 | महाराष्ट्र भाषाई प्रांत | 1948 | यहां से खरीदें |
18 | भगवान बुद्ध और उनका धर्म | 1957 | यहां से खरीदें |
19 | भारत का संविधान | – | यहां से खरीदें |
20 | अम्बेडकर का भारत | – | यहां से खरीदें |
बाबा साहेब ने कितनी पुस्तकें लिखी थीं?
बाबा साहेब नौ भाषाओं के जानकार थे और उनकी लाइब्रेरी में 50 हजार से अधिक किताबें थीं। उन्होंने उस समय भारत की स्थिति देखते हुए कई किताबें लिखीं थीं। बाबा साहेब के द्वारा 40 से अधिक किताबें लिखी गई हैं। इसके अलावा उनके जीवन और चिंतन पर भी 18 किताबें लिखी गई हैं।
FAQs
डॉ बी आर अम्बेडकर के द्वारा लिखी गई कई किताबें अच्छी हैं, लेकिन महान पुस्तक में उनकी लिखी हुई किताब एनिहिलेशन ऑफ़ कास्ट शामिल है।
अंबेडकर के राजगृह में अपने समय के दौरान 50,000 से अधिक किताबें थीं।
अम्बेडकर ने अपने जीवनकाल में लगभग 50,000 किताबें पढ़ी थीं।
अंबेडकर के गुरु कृष्ण केशव अंबेडकर थे।
भारतीय संविधान के निर्माता डॉ बाबा साहेब हैं।
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Good
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बाबा साहब थे इसलिए आज हम हैं, उन्हीं के कारण वर्तमान समय में हम मानवीय जीवन जीवन जी रहे हैं। परम पूज्य बाबा साहब के चरणों में शत-शत व साधुवाद।
8 comments
Thanks
रविंद्र जी, आपका धन्यवाद, ऐसे ही हमारी वेबसाइठ पर बनें रहें।
Good
महान व्यक्ति डॉ भीमराव अंबेडकर, ,,,,आपने बहुत अच्छा लिखा है उसके लिए धन्यवाद ऐसे ही लिखते रहे, और ज्ञान प्रकाशित करते रहे
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Sambidhan bahot achha hai
Good
बाबा साहब थे इसलिए आज हम हैं, उन्हीं के कारण वर्तमान समय में हम मानवीय जीवन जीवन जी रहे हैं। परम पूज्य बाबा साहब के चरणों में शत-शत व साधुवाद।