रूरल डेवलपमेंट ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन की क्वालिटी और इकनोमिक वेलफेयर में सुधार की प्रक्रिया है। रूरल डेवलपमेंट में कृषि, जलवायु, वातावरण व अन्य प्राकृतिक संसाधनों के सुधार व उनके बचाव पर केंद्रित है। जो लोग ग्रामीण क्षेत्र में सुधार और विकास की नीतियों पर काम करना चाहते हैं और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के विकास में योगदान देना चाहते हैं, वह रूलर डेवलपमेंट का कोर्स कर अपना करियर बना सकते हैं। इस ब्लाॅग rural development course in hindi में हम रूरल डेवलपमेंट कोर्स क्या हैं और कैसे करें के बारे में विस्तृत जानेंगे।
रूलर डेवलपमेंट कोर्सेज | BA Rural Development, MA Rural Development आदि। |
योग्यता | 12वीं पास और ग्रेजुएशन |
कोर्स अवधि | 3 साल या 2 साल |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट या एंट्रेस एग्जाम के आधार पर |
टाॅप रिक्रूटर्स | UNICEF, UNESCO, NGO’s, NIRD. |
टाॅप काॅलेज या यूनिवर्सिटीज | मैसूर यूनिवर्सिटी, टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान,मुंबई यूनिवर्सिटी, बंगलौर यूनिवर्सिटी आदि। |
टाॅप जाॅब प्रोफाइल्स | विलेज डेवलपमेंट अफसर, रूरल मैनेजर, एग्रीकल्चर स्पेशलिस्ट आदि। |
औसत सालाना सैलरी | INR 3-8 लाख |
रूरल डेवलपमेंट कोर्स क्या हैं?
रूरल डेवलपमेंट एक ऐसा कोर्स है जो हमारे ग्रामीण वर्ग की अर्थव्यवस्था और मैनेजमेंट पर नाॅलेज प्रदान करता है। गांव के लोगों के लिए जाॅब और रोजगार के बेहतर साधन उपलब्ध कराने के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्र में आर्थिक स्तर पर डेवलपमेंट की सुविधाएं दिलाना आदि काम रूरल मैनेजमेंट और डेवलपमेंट के तहत आते हैं। Rural development course in hindi में रूरल डेवलपमेंट कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- BA in Rural Development
- Bachelors of Rural Technology and Management
- Bachelor in International Rural Innovation and Development
- BSc (Hons) Wildlife Conservation
- Master of Rural Development
- MA Rural Development
- MBA in Rural Management
- PG Diploma in Rural Management
- PG Diploma in Rural Development
- M.Agric Rural Development
- M.Agric Extension and Rural Development
- Masters in Rural Development & Natural Resources
- MSc Conservation and Rural Development
- MSc Master of Management of Development.
रूरल डेवलपमेंट कोर्स क्यों करें?
रूरल डेवलपमेंट कोर्स से आपको ग्रामीण क्षेत्र के विकास और उससे जुड़े प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारी करनी होती है, साथ ही कार्यों के लिए रिसर्च भी करनी होती है। Rural development course in hindi में नीचे बताया गया है कि रूरल डेवलपमेंट कोर्स क्यों करें और इसके क्या लाभ हैं-
- रूरल मैनेजमेंट में जाॅब्स के कई मौके हैं।
- प्राइवेट और गवर्मेंट फील्ड में काफी स्कोप है।
- कई सरकारी और प्राइवेट फील्ड में मैनेजर, कंसल्टेंट या रिसर्चर के तौर पर आसानी से जाॅब पा सकते हैं।
- विदेशी कंपनियों और एजेंसीज में जाॅब्स के ढेरों अवसर हैं।
- रूरल कॉपरेटिव सेक्टर, एग्रीकल्चर, फूड एंड एग्रीकल्चर मार्केटिंग में अच्छा स्कोप है।
- नेशनल और इंटरनेशनल एनजीओ में भी नौकरी के अच्छे मौके मिल सकते हैं।
रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए स्किल्स की आवश्यकताएं
Rural development course in hindi में रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए आवश्यक स्किल्स नीचे बताई गई हैं-
- सेवा-भावना या सेवा की विचारधारा का होना
- रिटेन और कम्युनिकेशन स्किल
- ग्रामीण क्षेत्र की जानकारी होना
- रिसर्च स्किल
- किसी भी माहौल में रहकर काम करना
- धैर्य, लगन और परिश्रम के साथ कार्य करना
- टीम के साथ कार्य करने की क्षमता और टीम भावना सर्वोपरि
- चुनौतीपूर्ण माहौल में काम करना
- मैनेजमेंट स्किल
- टीमवर्क और स्वतंत्र रूप से भी काम करने की क्षमता
- टेक्नोलाॅजी फ्रैंडली
- डिजाइनिंग स्किल
रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड जानिए
Rural development course करने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे दी गई है-
- स्टेप 1-12वीं की पढ़ाई पूरी करें-कम से कम 50 प्रतिशत अंकों से किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास करें।
- स्टेप 2-एंट्रेस एग्जाम दें-कई विश्वविद्यालय और कॉलेज प्रवेश प्रदान करने के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। छात्रों को संबंधित कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने के लिए प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होना आवश्यक है। प्रवेश परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन के मूल्यांकन के आधार पर प्रवेश दिया जाता है।
- स्टेप 3-डिग्री प्राप्त करें-12वीं के बाद आपको अपनी ग्रेजुएशन डिग्री या फिर डिप्लोमा कोर्स पूरा करें।
- स्टेप 4-नेटवर्क बनाएं- डिग्री या कोर्स कंप्लीट होने के बाद इंडस्ट्री में कॉन्टैक्ट्स का एक नेटवर्क बनाएं।
- स्टेप5- ग्रामीण क्षेत्र की स्टडी- डिग्री या कोर्स कंप्लीट होने के बाद ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को समझने और उनके जीवन व ग्रामीण विकास की जरूरतों को समझने के लिए बुक्स या फिर किसी में गांव में रुक कर स्टडी करें।
- स्टेप 6-विशेषज्ञता हासिल करें- एनजीओ या फिर अन्य किसी टीम का हिस्सा बनने के लिए विशेषज्ञता हासिल करें। रूरल डेवलपमेंट से जुड़े डिपार्टमेंट और एजेंसीज में प्रैक्टिस कर एक्सपर्ट बनें।
रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
Rural development course in hindi में रूरल डेवलमेंट के कोर्सेज करने के लिए विदेश की टाॅप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- यूनिवर्सिटी ऑफ हाइलैंड्स और द्वीप
- यूनिवर्सिटी ऑफ प्रिटोरिया
- स्वीडिश कृषि विज्ञान यूनिवर्सिटी
- VHL यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज
- यूनिवर्सिटी ऑफ गुएल्फ़
- यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया
- यूनिवर्सिटी ऑफ केंट
रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
Rural development course in Hindi में रूरल डेवलमेंट के कोर्सेज करने के लिए भारत की टाॅप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
- रामजस कॉलेज, नई दिल्ली
- प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी, कोलकाता
- जीबी पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान, इलाहाबाद
- कलिंग स्कूल ऑफ रूरल मैनेजमेंट, भुवनेश्वर
- भारतीय ग्रामीण प्रबंधन संस्थान (आईआईआरएम), नई दिल्ली
- जय हिंद कॉलेज, मुंबई
- श्री वेंकटेश्वर कॉलेज, नई दिल्ली
- टाटा सामाजिक सेवा संस्थान (TISS), मुंबई
- मैसूर यूनिवर्सिटी
- टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान
- मुंबई यूनिवर्सिटी
- बंगलौर यूनिवर्सिटी
- श्री वेंकटेश्वर तिरुपति यूनिवर्सिटी
- रांची यूनिवर्सिटी
- कल्याणी यूनिवर्सिटी
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी
- महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ
- आचार्य नागार्जुन यूनिवर्सिटी
रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए योग्यता क्या होती हैं?
Rural development course in hindi में रूरल डेवलमेंट के कोर्सेज करने के लिए जरूरी योग्यता नीचे बताई गई है-
- डिप्लोमा/बैचलर कोर्स के लिए- कैंडिडेट्स को मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास होना जरूरी है।
- मास्टर्स के लिए- रूरल डेवलपमेंट में ग्रेजुएशन की तरह यूजी डिग्री या न्यूनतम आवश्यक जीपीए के साथ कोई अन्य डिग्री।
- विदेश में कुछ यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेने के लिए SAT or ACT एग्जाम भी पास करना होगा।
- इंग्लिश लैंग्वेज की दक्षता के लिए TOEFL/IELTS/PTE/Duolingo English test स्कोर।
- कोर्स के अनुसार एंट्रेंस एग्जाम के अंक।
- LOR
- SOP
रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए आवेदन प्रक्रिया जानिए
रूरल डेवलपमेंट कोर्सेज में एडमिशन के लिए आपको आवेदन प्रक्रिया को सही से समझना होगा, भारत और अन्य देशों के काॅलेज और यूनिवर्सिटीज में आवदेन प्रक्रिया अलग-अलग है।
विदेशी यूनिवर्सिटीज में आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के बाद वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई यूनिवर्सिटीज की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे- IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारतीय यूनिवर्सिटीज या काॅलेजों में आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट
एडमिशन लेने या आवेदन करने से पहले आपको कुछ जरूरी दस्तावेजों के बारे में नीचे बताया गया है-
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
रूरल डेवलपमेंट कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाओं की लिस्ट
Rural development course in hindi में रूरल डेवलमेंट के कोर्सेज में कुछ काॅलेज और यूनिवर्सिटीज मेरिट के आधार पर और कुछ एंट्रेस एग्जाम के आधार पर एडमिशन देते हैं। नीचे कुछ एंट्रेस एग्जाम के बारे में बताया गया है-
- DUEE
- JNUEE
- BHUEE
- JMIET
- IIRM ET
- XIMB ET
रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के लिए बेस्ट बुक्स कौन सी हैं?
ग्रामीण लोगों के बारे में समझना, रूरल डेवलपमेंट से जुड़े टाॅपिक्स समझने के लिए इन बुक्स को पढ़ना चाहिए-
बुक्स | राइटर-पब्लिशर | लिंक |
Rural Development in India | K. R. Gupta | यहां से खरीदें |
MRD103 Rural Development Planning And Management | Gullybaba.com Panel | यहां से खरीदें |
MRD-101 Rural Development: Indian Context | Gullybaba.com Panel | यहां से खरीदें |
NEERAJ MRD-101 Rural Development:Indian Context- English Medium | NEERAJ PUBLICATIONS | यहां से खरीदें |
Rural Development in Northeast India | Debajit Bhuyan & MK Deb | यहां से खरीदें |
रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के बाद करियर स्कोप
रूरल डेवलपमेंट के कोर्स करने के बाद सरकारी और प्राइवेट दोनों फील्ड में जाॅब्स के अवसर तलाश सकते हैं, जो कि इस प्रकार हैं-
- नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट कंपनियों में
- चाईल्ड डेवलपमेंट
- एनजीओ के क्षेत्रों में जॉब
- वेलफेयर मिनिस्ट्री
- बैंकों में
- वित्त समूह
- प्राइवेट कंपनियों और एजेंसियों में
रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के बाद जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
भारत जैसे देश में रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के बाद नौकरी की व्यापक संभावनाएं हैं। रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने के बाद सालाना INR 2-8 लाख तक आसानी से मिल जाते हैं। नीचे कुछ जॉब प्रोफाइल दी गई हैं, जिनमें से आप चुन सकते हैं:
- ग्राम विकास अधिकारी
- ग्रामीण प्रबंधक
- कृषि विशेषज्ञ
- ग्रामीण समन्वयक
- रूरल रिक्रूटर
- ग्रामीण विकास विशेषज्ञ
FAQs
रूरल डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के लिए मैनेजमेंट लेवल तक डिग्री प्राप्त करनी होगी।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट, जयपुर, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, बनारस, इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशनल साइंसेज, मुंबई आदि बेस्ट यूनिवर्सिटीज हैं।
12वीं के बाद रूरल डेवलपमेंट में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या बीए कर सकते हैं।
उत्तर- MA Rural Development 2 साल का कोर्स है।
हम उम्मीद करते हैं कि इस ब्लॉग Rural development course in hindi से आपको रूरल डेवलपमेंट कोर्सेज और पढ़ाई के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप रूरल डेवलपमेंट से जुड़े कोर्सेज की पढ़ाई विदेश से करने के लिए इच्छुक हैं तो बेहतरीन मार्गदर्शन के लिए आज ही 1800 572 000 पर कॉल करें और Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।