भारत के प्रधानमंत्री (Bharat ke Pradhan Mantri) की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। भारत में प्रधानमंत्री के पद का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। हालांकि कई बार कहा जाता है कि भारत के प्रधानमंत्री का कोई निश्चित कार्यकाल नहीं है। भारत के प्रधानमंत्री और उनके कार्यकाल से जुड़े प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा UPSC में प्री और मेंस एग्जाम में पूछे जाते हैं। इसलिए इस ब्लाॅग में प्रधानमंत्री का कार्यकाल कितना होता है जानेंगे, जिसे आप अपनी तैयारी में जोड़ सकते हैं।
प्रधानमंत्री का कार्यकाल कितना होता है?
Pradhan Mantri in Hindi : भारत में प्रधानमंत्री के पद का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। प्रधानमंत्री की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है और वह राष्ट्रपति की मर्जी तक पद पर रहता है। यदि प्रधानमंत्री भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा में विश्वास खो देता है तो उसे राष्ट्रपति द्वारा पद से हटाया जा सकता है। यदि प्रधानमंत्री इस्तीफा देता है तो संपूर्ण मंत्रिपरिषद भी इस्तीफा दे देती है।
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यदि कोई नया प्रधानमंत्री है जो लोकसभा का विश्वास हासिल करने में सक्षम है तो राष्ट्रपति पिछले प्रधानमंत्री को पद से हटा सकता है। यदि प्रधानमंत्री को किसी आपराधिक अपराध का दोषी पाया जाता है या यदि वह भारत के संविधान का उल्लंघन करता है तो पद से हटाया भी जा सकता है।
प्रधानमंत्री (Bharat ke Pradhan Mantri) के कार्य क्या हैं?
प्रधानमंत्री (Bharat ke Pradhan Mantri) का कार्यकाल जानने के साथ ही प्रधानमंत्री के कार्यों के बारे में जानना चाहिए, जोकि इस प्रकार हैंः
- भारत का प्रधान मंत्री सरकार और देश का प्रमुख होता है।
- प्रधानमंत्री कैबिनेट की हर बैठक में भाग लेते हैं।
- जब प्रधानमंत्री के विभाग से संबंधित कोई मामला कैबिनेट के एजेंडे में होता है, तो उन्हें बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाता है।
- प्रधानमंत्री अपने राजनीतिक दल के सदस्यों को मंत्री पद पर नियुक्त करने के लिए उनके नाम राष्ट्रपति को प्रस्तावित करता है।
- प्रधानमंत्री विभिन्न मंत्रियों को प्रभार देने का निर्णय लेता है और उनके मंत्रिमंडल में फेरबदल भी कर सकता है।
- प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल की बैठकों की अध्यक्षता करते हैं और उसमें लिए गए निर्णयों को बदल सकते हैं।
- प्रधानमंत्री भारत के राष्ट्रपति को अपने मंत्रिमंडल से किसी मंत्री के इस्तीफे या हटाने के बारे में सुझाव दे सकते हैं।
- प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को लोकसभा भंग करने तथा नये सिरे से चुनाव कराने का सुझाव दे सकता है।
- कैबिनेट मंत्रियों द्वारा किए गए सभी कार्यों की रिपोर्ट भारत के राष्ट्रपति को देना।
- भारत के राष्ट्रपति को किसी आपातकाल की स्थिति या विदेश नीति या तत्काल महत्व के
- किसी मामले के बारे में जानकारी देना।
- भारत सरकार एवं संघ की कार्यप्रणाली की जानकारी राष्ट्रपति को देना।
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भारत के प्रधानमंत्री की सूची
1947 के बाद से अब तक की भारत के प्रधानमंत्री (Pradhan Mantri in Hindi) की सूची इस प्रकार हैः
प्रधानमंत्री | प्रधानमंत्री का कार्यकाल |
जवाहर लाल नेहरू | 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 |
गुलजारी लाल नंदा | 27 मई 1964 से 9 जून 1964 |
लाल बहादुर शास्त्री | 09 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 |
गुलजारी लाल नंदा | 11 जनवरी 1966 से 24 जनवरी 1966 |
इंदिरा गांधी | 24 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977 |
मोरारजी देसाई | 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979 |
चरण सिंह | 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 |
इंदिरा गांधी | 14 जनवरी 1980 से 31 अक्टूबर 1984 |
राजीव गांधी | 31 अक्टूबर 1984 से 02 दिसंबर 1989 |
विश्वनाथ प्रताप सिंह | 02 दिसंबर 1989 से 10 नवंबर 1990 |
चंद्रशेखर | 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 |
पीवी नरसिम्हा राव | 21 जून 1991 से 16 मई 1996 |
अटल बिहारी वाजपेयी | 16 मई 1996 से 01 जून 1996 |
एच डी देवगौड़ा | 01 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 |
अटर बिहारी वाजपेयी | 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 |
डाॅ. मनमोहन सिंह | 22मई 2004 से 26 मई 2014 |
नरेंद्र मोदी | 26 मई 2014 से अब तक। |
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FAQs
5 वर्ष तक।
राष्ट्रपति।
नरेंद्र मोदी 15वें नंबर के प्रधानमंत्री हैं।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको प्रधानमंत्री का कार्यकाल का पता चला होगा। एग्जाम की तैयारी और बेहतर करने व UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।